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पटना:- शक्तिधाम में महिलाओं ने की गणगौर पूजा

 आज बैंक रोड शक्तिधाम दादीजी मंदिर में प्रातः से हीं गणगोर पूजन के लिए महिलाओं का तांता लगा रहा । सैकड़ों की संख्या में महिलायें राजस्थानी वेशभूषा में सुबह छह बजे से ही पूजा अर्चना के लिए सज धज कर प्रसाद की थाली में खीर, पूरी, गुड़ , गेहूं , जौ ,दूब , रोली आदि पूजन सामग्री लेकर भक्ति भाव से गणगौर माता की पूजा अर्चना किया । नजारा ऐसा मानो पूरी राजस्थानी संस्कृति शक्तिधाम में उतर आयी हो . आज ही संध्या में हीं गणगोर माता का विसर्जन किया जाएगा. 

मौके पर मुख्य संस्थापक अमर कुमार अग्रवाल ने गणगौर पूजा के सम्बन्ध में बताया कि नवरात्री के तीसरे दिन यानी की चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तीज को गणगौर माता याने की माँ पार्वती की पूजा की जाती है |

 पार्वती के अवतार के रूप में गणगौर माता व भगवान शंकर के अवतार के रूप में ईशर जी की पूजा की जाती है।प्राचीन समय में पार्वती ने शंकर भगवान को पति ( वर) रूप में पाने के लिए व्रत और तपस्या की | शंकर भगवान तपस्या से प्रसन्न हो गए और वरदान माँगने के लिए कहा |

 पार्वती ने उन्हें वर रूप में पाने की इच्छा जाहिर की | पार्वती की मनोकामना पूरी हुई और उनकी शादी शंकर भगवान से हो गयी । बस उसी दिन से कुंवारी लड़कियां मन इच्छित वर पाने के लिए ईशर और गणगौर की पूजा करती है | सुहागिन स्त्री पति की लम्बी आयु के लिए पूजा करती है |गणगौर की पूजा चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि से आरम्भ की जाती है | 

 सोलह दिन तक सुबह जल्दी उठ कर बाड़ी बगीचे में जाती है तथा दूब एवं फूल लेकर घर आती है उस दूब से दूध के छींटे मिट्टी की बनी हुई गणगौर माता को देती है | थाली में दही पानी सुपारी और चांदी का छल्ला आदि सामग्री से गणगौर माता की पूजा की जाती है |

   

 आठवे दिन ईशरजी पत्नी (गणगौर ) के साथ अपनी ससुराल पधारते है | उस दिन सभी लड़कियां कुम्हार के यहाँ जाती है और वहा से मिट्टी की झाँवली ( बरतन) और गणगौर की मूर्ति बनाने के लिए मिट्टी लेकर आती है | 

उस मिट्टी से ईशर जी ,गणगौर माता, मालन,आदि की छोटी छोटी मूर्तिया बनाती है | 

जहा पूजा की जाती उस स्थान को गणगौर का पीहर व जहाँ विसर्जित की जाती है वह स्थान ससुराल माना जाता है |

आज की पूजा में शकुंतला अग्रवाल, रेखा मोदी, सरिता बंका, प्रेमलता गोयल, सरिता चौधरी, रिमझिम सर्राफ सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने गणगौर माता की पूजा की।

एम पी जैन ने बताया कि इस पूजन समारोह को सफल बनाने में मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल, ओम पोद्दार, रमेश मोदी, अक्षय अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, निर्मल अग्रवाल आदि सक्रिय थे।

            

शक्तिधाम मंदिर में धूम-धाम से मनाई गई श्री दादीजी का सिंधारा महोत्सव

पटना :- शक्तिधाम सेवा न्यास द्वारा आज बैंक रोड स्थित शक्तिधाम मंदिर में श्री राणीसती दादीजी का सिंधारा महोत्सव बड़े हीं धूम-धाम से मनाई गई। मुख्य संस्थापक अमर अग्रवाल ने बताया कि दादीजी की सेवा में विशेष श्रृंगार किया गया, मेहँदी लगाई गयी, चूड़ा पहनाया गया तथा पूरे मन्दिर को बहुत हीं आकर्षक ढ़ंग से सजाया गया तथा छप्पन भोग लगाया गया जो सभी के मन को मोह रहा था।  

इस अवसर सैंकड़ों की संख्याएँ में महिलायें राजस्थानी वेश भूषा में सजधजकर लाल पीली साड़ी , पहने दादीजी का आह्वान भी कर रही थी। 

"धोये - धोये आँगना में , आवो म्हारी दादीजी। बालकिया बुलावे बेगा , आवो म्हारी दादीजी।।""देखो प्यारी चम - चम करती दादीजी की चुनड़ी झिलमिल-झिलमिल तारा चमके दादीजी की चुनड़ी " शक्तिधाम महिला मंडल के शकुंतला अग्रवाल चंदा पोद्दार, डॉ गीता जैन, रेखा मोदी सरोज बंका, सरिता बंका, सरिता चौधरी, प्रेमलता गोयल, रिमझिम सर्राफ, द्वारा किये जा रहे इस भजन कीर्तन में भक्ति रस की धारा बह रही थी तथा सभी उपस्थित समुदाय भक्ति रस में डूबे जा रहे थे। 

भजन कीर्तन की समाप्ति के बाद सभी भक्तों के बीच फल एवं मिठाई का प्रसाद वितरित किया गया। रात्रि में शयन आरती के समय श्री दादीजी की विशेष शयन आरती हुई। इस रात्रि आरती में काफी बड़ी संख्या में भक्तगणो ने भाग लिया तथा माता से आशीर्वाद लिया।

       

भजन कीर्तन एवं रात्रि आरती में शक्तिधाम महिला मंडल की सदस्यायों ने मुख्य रूप से भाग लिया. मौके पर अमर अग्रवाल ने बताया कि कल शुक्रवार 24 ता. को प्रातः से सैकड़ों महिलाएं गणगौर की पूजा करेंगी।

    

एम पी जैन ने बताया कि इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में मुख्य संस्थापक अमर कुमार अग्रवाल , ओम पोद्दार , रमेश मोदी, नरेंद्र शर्मा, संतोष अग्रवाल, अक्षय अग्रवाल, संतोष खीरवाल, सूर्यनारायण, सहित न्यास के अन्य लोगों ने मुख्य भूमिका निभाई।

राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संतोष कुमार की उपस्थिति में हम पार्टी की हुई बैठक, संगठन को मजबूत करने पर हुई चर्चा

पटना :- हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (से0) के प्रदेश अध्यक्ष सिकंदरा विधायक प्रफुल्ल प्रफुल्ल मांझी की अध्यक्षता में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की महत्वपूर्ण बैठक पार्टी के संस्थापक संरक्षक बिहार के पूर्वी मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पटना आवास पर हुई।

इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार सरकार में अनुसूचित जाति /जनजाति कल्याण मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पांडेय, बिहार संगठन प्रभारी राजन सिद्दीकी की गरिमामय उपस्थिति में रही। बैठक में संगठन की मजबूती को लेकर गंभीरता से विचार विमर्श किया गया। जिसमें कहा गया कि पार्टी नेतृत्व का स्पष्ट मानना है कि संगठन में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संगठन की मजबूती से पार्टी का विकास होगा। 

राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मंत्री जी ने कहा पार्टी के पद पर जितने भी पदाधिकारी है अपने पद पर सच्चे और ईमानदारी से काम करेंगरीब सम्पर्क यात्रा का दुसरा चरण उत्तर बिहार का दौर 14 अप्रैल 2023 से मुंगेर प्रमण्डल से किया जायेगा। अभी पूरे बिहार में 30 दिसम्बर तक किया जायेगा। इसके लिए सभी जिला अध्यक्षों, प्रभारियों एवं प्रदेश पदाधिकारियों को क्षेत्र में दौड़ा कर कार्यक्रम करने का निर्देशीत किया गया।

डॉ. शशी कुमार, नन्द लाल मांझी, श्याम सुन्दर शरण, मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता, पुजा सिंह, अमरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, राजेश्वर मांझी, रंजन सिंह, धरम सिंह, राधेश्याम प्रसाद, गीता पासवान, वरूणेश विजय, शंकर मांझी, नीतीश दांगी, राज गौतम, अजय राय, आर.के. रत्नेश पटेल, संजर आलम, विजय यादव, मुख्य प्रवक्ता, रामबिलास प्रसाद, अविनाश कुमार, रघुवीर मोची सुरेश प्रसाद, असद परवेज, हरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, ई0 शैफुद्दिन, संजय यादव, महेन्द्र पासवान, इरफानुल हक, श्रवण कुमार, कमलेश पासवान, आशुतोष राणा, अनिल यादव, शिव टहल माॅंझी, श्याम कुमार सिंह सुमन, रेखा देवी, मुकेश कुमार पाण्डेय, रामनिवास प्रसाद, रविन्द्र कुमार शास्त्री राजेश निराला, सुनीता अशोक, तनवीर उर रहमान, धु्रवलाल मांझी, चन्दन ठाकुर, श्रीकान्त प्रसाद, संतोष कुमार शर्मा, किशुन महतो, सुनील शर्मा, सरोज कुमार सदा, अशोक कुमार रजक, भुनेश्वर मांझी, राजेन्द्र यादव, नारायण प्रसाद मांझी, अशोक कुमार मांझी, रणविजय बहादुर उर्फ बड़क कुशवाहा, शरीफुल हक, मुकेश कुमार पासवान, मनीष कुमार, रामविलास मांझी, राहुल कुमार, अनिल कुमार रजक, अरविन्द पासवान, रामरतन ऋषिदेव, मो0 इब्राहिम, रामानन्द दास ऋषिदेव, अभिजीत कुमार, बलिराम सिंह कुशवाहा, मनोज सदा इत्यादि नेता उपस्थित थें।

बिहार दिवस और हिन्दी नव वर्ष के शुरुआत के मौके पर लोजपा (रामविलास) ने बिहारी भाईयों को दी बधाई और शुभकामना

पटना : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने देश-दुनिया के कोने-कोने में रहकर बिहारी प्रतिभा का परचम लहरा रहे सभी बिहारी भाइयों को बिहार दिवस 2023 और हिन्दी नव वर्ष की शुभकामनाएं दी है। 

सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान और बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने अपने सोशल मीडिया के ट्वीटर पर ट्वीट कर अपनी मंगलकामनाएं प्रेषित की हैं। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार दिवस पर अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए ट्वीट किया है...बिहार। मेरा गुरूर, मेरा अभिमान। गर्व से कहो हम बिहारी हैं। “बिहार दिवस“ की आप सभी बिहारवासियों को अनंत शुभकामनाएं।

वहीं हिन्दी नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने ट्वीट किया है.. आप सभी को चैत्र नवरात्रि एवं नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। यह नव संवत्सर आप सभी के लिए मंगलमय हो और जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली आए।

उक्त आशय की जानकारी लोजपा (रा) के प्रदेश मीडिया प्रभारी कुंदन पासवान ने दी है।

जाप सुप्रीमो पप्पू यादव का बड़ा बयान, कहा-विजय कुमार सिन्हा की संपत्ति की जांच होनी चाहिए

पटना :- जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने उत्तरी मंदिरी स्थित आवास पर बुधवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया। ब्रह्मर्षि अनिल राय की पार्टी राष्ट्रीय दल यूनाइटेड ने अपना विलय जन अधिकार पार्टी में किया, जिसके बाद पप्पू यादव ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव व संगठन प्रभारी बनाया।

वहीं, उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि बीजेपी नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के संपत्तियों की जांच होनी चाहिए और कई बीजेपी नेताओं की कॉल डिटेल की भी जांच होनी चाहिए।  

तमिलनाडु मामले को लेकर उन्होंने कहा कि इस मामले में बीजेपी की भूमिका की जांच होनी चाहिए। बिहारियों को तमिलनाडु में मरवाने की तैयारी थी। उन्माद पैदा कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई।

पप्पू यादव ने कहा कि कुछ यूट्यूबर के चलते पत्रकारिता जगत का सम्मान गिरा है। लेकिन सवाल ये उठता है कि जब पत्रकार दलित, हिन्दू, मुस्लिम हो जाये तो ऐसे पत्रकारों का लाइसेंस रद्द होना चाहिए। ऐसे मामलों में कठोर कानून बनाने की जरुरत है। 

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया, यूट्यूबर को सरकार के दायरे में आकर काम करने की जरुरत है। कुछ यूट्यूबर माफियाओं के पैसे से सोशल मीडिया चला रहे हैं जो समाज के लिए खतरनाक हो गये हैं। पटना के कोचिंग संचालक खान सर के खिलाफ भी जांच होनी चाहिए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल करने वालों की जांच होनी चाहिए। कई कोचिंग संस्थान के लोग भी इसमें इन्वॉल्व हैं, जिसकी जांच जरुरी है। 

कहा कि लोकतंत्र और इंसानियत खतरे में आ गई है, नेता भी लगातार जातीय उन्माद फैलाने में जुट गये हैं, 23 मार्च के बिहार बंद को लेकर भी उन्होंने कहा कि इसे जातीय रंग देने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने तेजस्वी यादव से अपील की है कि ऐसे अपराधी प्रवृति के लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें। फर्जी पत्रकार और अपराधी किस्म के पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए । 

हमीदनगर पुनपुन परियोजना को लेकर भी पप्पू यादव ने कहा कि वहां के किसानों का मुआवजा बढ़ाया जाय और जगदेव बाबू ने जो नक्शा पास कराया था उसपर अमल किया जाय और जो पानी आज तक नहीं पहुंच पाया है । पप्पू यादव ने कहा कि अगर सरकार इस मामले में कुछ नहीं करती है तो पार्टी पदयात्रा निकालकर इसका विरोध करेगी। 

मौके पर राष्ट्रीय महासचिव रघुपति सिंह, राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचन्द सिंह और राष्ट्रीय महासचिव राजेश पप्पू मौजूद थे।

नॉलेजग्राम विद्यालय में कक्षा एक से शुरू होगी कोडिंग की पढ़ाई, विद्यालय में कॅरियर काउंसिलिंग के साथ डीएमआईटी सेल की स्थापना की गई

पटना : नॉलेजग्राम विद्यालय में कक्षा एक से कोडिंग की पढ़ाई शुरू होगी। विद्यालय में कॅरियर काउंसिलिंग के साथ डीएमआईटी सेल की स्थापना की गई है। यह जानकारी मंगलवार को निदेशक सीबी सिंह ने दी। कोडिंग के विषय में एक कंपनी के पूर्वी भारत के प्रमुख मोहम्मद खालिद ने विस्तृत जानकारी दी। बताया कि विद्यालय पूरे बिहार में प्रतिवर्ष नि शुल्क कोडिंग ओलंपियाड का आयोजन कराएगा।

निदेशक ने कहा कि बिहार की उर्वरा मेधाभूमि जहां से समस्त संसार के संचालक उत्पन्न होने चाहिए, वहां बेरोजगारों की तथा पथभ्रमित लोगों की पूरी फौज़ मिलती है, इसी के मद्देनजर नॉलेजग्राम को विकसित किया गया ताकि सही मेधा को सही स्थान मिल सके।

उन्होंने कहा कि बिहार में विद्यार्थियों को अपने विषय अथवा करियर चुनने की आज़ादी आज भी नहीं है। सदियों से बच्चों की मेधा पर अभिभावकों की इच्छा भारी पड़ती रही है। कई बार सहपाठियों का दबाव (Peer Pressure) में आकर विद्यार्थियों का अपने जीवन की मूलधार से कहीं दूर चले जाना नितान्त स्वाभाविक है जबकि ईश्वर ने प्रत्येक व्यक्ति को अलग अलग क्षमताएं दी हैं और प्रत्येक व्यक्ति में इतनी क्षमता ज़रूर होती है कि वह संसार को एक नया आयाम देकर जाए।

कहा कि उपरोक्त स्थिति को ध्यान में रखते हुए नॉलेजग्राम ने कैरियर काउंसलिंग के साथ साथ डी एम आई टी (DMIT) की सेल का निर्माण किया है, जिसका उद्घाटन आज ही हो रहा है। DMIT सेल के द्वारा हम बच्चों को उनकी मंजिल तक पहुंचाएंगे। फिंगरप्रिंट के द्वारा प्रत्येक बच्चे की गुह्य प्रतिभा को बाहर निकालकर उसे पल्लवित, पोषित और पूर्णविकसित करेंगे। ज्ञातव्य हो कि यद्यपि अमेरिकी पैटेंट की यह सेवा बहुत महंगी है, किंतु इसकी महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए और अभिभावकों को वित्तीय बोझ से बचाने के लिए विद्यालय प्रबंधन ने इसे प्रत्येक बच्चे के लिए निशुल्क कर दिया है।

आजके समय में Artificial Intelligence (अजीव बुद्धिमत्ता) से दूर रहना घातक सिद्ध होगा। इसकी ट्रेनिंग पर भारत सरकार लगातार ज़ोर दे रही है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति में इसे कक्षा 6 से लागू भी करने जा रही है।

समय की धार को भांपते हुए नॉलेजग्राम ने कक्षा 1 से ही कोडिंग की शिक्षा की शुरुवात का निर्णय लिया है, जिसका उद्घाटन भी आज ही हुआ है। टेकी युओलो (Techie Yuolo) कंपनी के पूर्वी भारत के प्रमुख श्री मोहम्मद खालिद ने इसके संदर्भ में आप सबको अवगत कराया है। विद्यालय पूरे बिहार के लिए एक निशुल्क कोडिंग ओलंपियाड का आयोजन भी प्रतिवर्ष कराएगा और पुरस्कार देकर विजयी विद्यार्थियों को सम्मानित भी करेगा।

पटना में पहली बार लांच हुआ दुबई की विश्वविख्यात डेजर्ट ब्रांड डेज़र्टिनो, लीजिए अब इसके प्रॉडक्ट का मजा

पटना : स्वाद, गुणवत्ता, स्वच्छता और स्वास्थय से भरपूर व्यंजनों की जब बात आती है तो बस एक ही नाम गूंजता है और वो है डेज्रर्टिनों। सुनील चेलानी जिन्होंने 13 साल की उम्र मे एक आईसक्रीम पार्लर में 60 रुपये प्रतिदिन के वेतन पर काम किया और अपने भाई को चार्टड अकाउंटेंट बनाया। 

भावेश चेलानी ने 10 साल डेलॉइट और एरिक्स जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों में काम किया और फिर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में दुबई में कुछ साल काम करने के बाद भारत वापस आकर उन्होने अपने के सपने को पूरा करने का बीड़ा उठाया। 

सुनील चेलानी ने 10 साल आइसक्रीम पार्लर में काम करके मिल्क शेक और थिक शेक फील्ड में अपनी मेहनत और लगन से एक ऐसी रेसिपी तैयार किया जिसका अंदाजा किसी को नही था। वे हमेशा मानते थे कि थिक शेक आइसक्रीम के बगैर भी बन सकता है। पर उनकी बात को भारत के बड़े-बड़े सलाहकार भी समझ नहीं पाए। तब अपने भाई भावेश चेलानी के साथ मिलकर इटली गए और वहां विशेषज्ञों की सलाह से एक ऐसी इंटरनेशनल रेसिपी को तैयार किया जो अपने आप में बेमिशाल है। 

2015 तक सुनील ने अपने इस बिजनेश को संतुष्टि शेक्स एंड मोर के नाम से गुजरात मे कुछ स्टोर्स में शुरु किए और उसके बाद भावेश चेलानी के इस बिजनेश से जुड़ने के बाद दोनो साथ मिलकर एक ग्यारह कर इसे दुनिया के अन्य देशों में ले जाने का बीड़ा उठाया। उन्होने अपनी फैक्ट्री को इटालियन तकनीक से सुज्जति किया और एक ऐसे कंसेप्ट को जन्म दिया जो आज दुनिया भर में फ्रेंचाइजी इंडस्ट्री में मशहूर है। 

डेजर्टिनो में 150 से भी ज्यादा थिक शेक, मिल्क शेक, स्विश वैफ्लस, आईसक्रीम और ऐसी कई वेराइटीज मिलती है जो स्वाद और स्वास्थय से भरपूर है और युवाक पीढ़ी को बेहद पसंद है। 

संतुष्टि और डेजर्टिनो के देश-विदेश में 50 से ज्यादा आउटलेट्स और और आगे 2025 तक इसे 500 तक करने का विजन लेकर आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में राजधानी पटना में ट्रेंडप्रो वेंचर्स के आयुष बगड़िया और राजीव सिंह ने इस ब्रांड को लांच किया है। बिहार और झारखंड मिलाकर 50 से ज्यादा आउटलेट्स आनेवाले2-3 साल मे खुलने वाले है।

अपनी कुंडलियों को जगाकर अपनी सभी बीमारियां दूर करें : मोनिका सिंघल

पटना : आज बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स सभागार में मारवाड़ी महिला समिति, पटना, वनबंधु परिषद महिला समिति, पटना एवं राधारानी ग्रुप द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित कार्यक्रम में चंडीगढ़ से पधारी प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु एवं मोटिवेशनल स्पीकर मोनिका सिंघल ने खचाखच भरे सभागार में लोगों को जीवन जीने की कला के बारे में विस्तार से बताया। 

कार्यक्रम के प्रारंभ मोनिका सिंघल जी का स्वागत चुनड़ी ओढ़ाकर अध्यक्ष केसरी अग्रवाल ने किया। इसके बाद स्वागत गान दो छोटी छोटी राज नंदिनी बंसल एवं ऋषिका बच्चियों ने गाया। कार्यक्रम में बिनोद बंसल, पी के अग्रवाल, नीलम अग्रवाल, राधेश्याम बंसल, एम पी जैन, गीता जैन, नीना मोटानी, राजेश बजाज, सीता बंसल, मीना अग्रवाल, मिसी अग्रवाल, रामलाल खेतान, नीलम केजरीवाल, गणेश खेतरीवाल, राजेश कुमार सिकरिया, नंद लाल अग्रवाल, .आशा भूटिया, मिली बंसल,सहित पटना के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

आध्यात्मिक गुरु एवं मोटिवेशनल स्पीकर मोनिका सिंघल ने बताया कि आज लोग दौड़ रहे हैं, उनके पास फुर्सत ही नहीं है। वे जितना कर रहे हैं उतनी ही टेंशन बढ़ रही है। इसी का इलाज ढूंढ़ने के लिए स्माइल निकला है। हम सोचते हैं कि ब्रह्मांड इतना बड़ा और हमारे चारों तरफ है लेकिन हमारे ऋषि-मुनियों ने हमारे अंदर भी इतना बड़ा ब्रह्मांड खोजा था। इससे लोगों को जोड़ने की हमारी पूरी कोशिश है। स्माइल में हजारों-लाखों लोग जुड़े हुए हैं। उन लोगों ने सेशन अटेंड कर पल भर में अपनी परेशानियां और माइग्रेन, आर्थराइटिस, ब्लड प्रेशर, शुगर और कैंसर जैसी बीमारियां दूर की हैं। इंसान खुद ही उनको हील करता है। 

उन्होंने कहा कि सब लोग समझते हैं कि भगवान मंदिर में हैं, मस्जिद में है और गुरुद्वारे में है लेकिन हमारे भीतर भी एक भगवान है जो हर पल हमारी श्वांस चला रहा है। हम सो जाते हैं तब भी जिंदा रहते हैं। इसका मतलब वह शक्ति हमारे भीतर हमेशा रहती है पर हमारे पास उसका पासवर्ड नहीं है। उससे डरते हैं और उसे मानते हैं। लेकिन हम जिसे जानते हैं, उसे मानते नहीं और जिसे मानते हैं उसे जानते नहीं। 

मैं कहती हूं कि जो हमारे ऋषि-मुनियों ने हजारों साल पहले जो खोजा था, आज पूरी दुनिया के साइंटिस्ट उस पर खोज कर रहे हैं और अब भी वहां तक नहीं पहुंचे हैं। हमारे आर्यभट्ट ने जीरो को खोजा था। उन्होंने बिना लैबोरेट्री, बिना रॉकेट के बता दिया था कि पृश्वी और सूरज की दूरी कितनी है।

मोनिका जी ने बताया कि मेडिकल साइंस तरक्की कर रही है, इसका मतलब मरीज कम हो जाने चाहिए लेकिन मरीज तो बढ़ते ही जा रहे हैं। यह कैसी तरक्की है, जिसमें मेडिकल साइंस भी बढ़ रहा है, इलाज भी बढ़ रहा है और मरीज भी बढ़ रहे हैं। शुगर, ब्लड प्रेशर एक बार शरीर में आ गये तो उसकी आजीवन दवा खा रहे हैं। हार्ट की प्राब्लम आ गई तो पूरी जिंदगी दवा खाते रहिए। इसका कारण यही है कि हम उस शक्ति को भूल गए हैं जो हर वक्त हमारे अंदर रहती है। हम उसी शक्ति से लोगों को जोड़ने आए हैं। आज का कार्यक्रम है रू-ब-रू। इसका मतलब है कि जो रूह हमारे लिए रात-दिन काम कर रही है, उससे हम मिलेंगे। इसमें हम 20, 25 साल से जो जिस भी रोग से पीड़ित हैं, उसे दावे के साथ उसी समय ठीक करेंगे।

उन्होंने बताया कि रामायण और महाभारत में जितनी चीजें हैं, वे सब प्रमाणित हैं लेकिन इंसान इतना दौड़ रहा है और उसे लग रहा है कि खुशी बाहर से आएगी। एक घर उसके पास है और वह सोचता है कि दूसरा घर बना लेगा तो खुशी और बढ़ जाएगी। इसके बाद भी खुशी आ नहीं रही है, क्योंकि हमारा सत्य स्वरूप है सत, चित, आनंद, जिससे हम दूर हैं। हम अपने भीतर के साइंस को नहीं मान रहे हैं। साइंस एंड स्प्रीचुएलिटी वर्क हैंड एंड हैंड लेकिन हमने उसे अंधविश्वास मानकर छोड़ दिया है, जबकि वह सुपर साइंस है। सारा विश्व यह जानने में लगा है ह्वाट इज सीक्रेट बिहाइंड द यूनिवर्स। क्वांटम फिजिक्स, जिसे हमारे ऋषि-मुनि बहुत साल पहले जानते थे। 

कहा कि 50 वर्ष पहले बर्कले यूनिवर्सिटी के डॉ. अलवारिस ने डिफाइन किया कि 1 के पीछे 22 जीरो लगाओ एटम इतनी बार बनता और बिगड़ता है। 50 साल पहले शोध करके उन्होंने एक एटॉमिक बम बनाया। एटॉमिक बम की शक्ति जानने के लिए हिरोशिमा पर वह बम गिरा। अब हम देखते हैं कि कितना बड़ा विस्फोट होता है। एक के पीछे 22 जीरो को हिन्दू संस्कृति में सहस्र कोटि कहते हैं। हमारे वेदांत और उपनिषद में यह बात है कि जब हम परमात्मा के आगे एक बार शीश झुकाते हैं तो 1 के पीछे 22 जीरो लगते हैं। भारत को इसीलिए विश्व गुरु बोला जाता है, लेकिन इसे हम भूल चुके हैं। 

आज का युवा जितनी मेहनत कर रहा है, उतने घर बिखर रहे हैं। हमने कहा महिला सशक्तीकरण होना चाहिए और सारी औरतें काम करने निकल गईं। यह अच्छी बात है। हमारे यहां जितनी नारियां देखेंगे वह सहस्र कला संपन्न थीं। वह मन को एंपावर करती थीं। अब मन को कोई एंपावर नहीं कर रहा है। लोग मन का गुलाम बनकर घूम रहे हैं। सारी दुनिया को जीतने वाला सिकंदर भी मन के आगे हार गया था। 

मोनिका जी ने बताया कि हमारा इंटेलीजेंस और एजुकेशन डिपार्टमेंट आईक्यू पर काम कर रहे हैं। फिर आज आईआईटी का टॉपर सुसाइड क्यों कर रहा है, क्योंकि यह डिसबैलेंस हो रहा है। एक बढ़िया से बढ़िया बंगले में भी लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं। हमारा इलाज करने का तरीका है, अवचेतन मन (अनकांसस माइंड) को सबकांसस माइंड (चेतन मन) से मिलाना। यही हमारा इलाज कर रहा है, क्योंकि इंसान के अलावा पूरी दुनिया में कोई भी प्राणी डॉक्टर के पास जाता है क्या? इसका मतलब मैं मेडिकल साइंस के अगेंस्ट नहीं हूं। हम अपने शरीर को हम पूरी जिंदगी यूज तो कर लेते हैं लेकिन इसका मैकेनिज्म ही नहीं पता है। हमारी आंख देख रही है और उसे कोई और शक्ति मदद कर रही है। उसी शक्ति से मनुष्य को मिलाना है। आज लोग भारतीय संस्कृति से दूर हो रहे हैं। 

एक उदाहरण बताती हूं। आज यंग एज में ही यूटरस की सर्जरी हो रही है। अगर आज की महिलाएं सिंदूर लगातीं तो यह नौबत नहीं आती। क्योंकि सिंदूर में मर्करी, लेड व टर्मरिक होता है और जहां महिलाएं सिंदूर लगाती हैं वहां हमारी पिट्यूटरी ग्लैंड होती है। अगर इस ग्लैंड पर ये तीनों चीजें एक साथ लगाई जाती है तो यूटरस में हार्मोन रिलीज होते रहते हैं और यूटरस को लुब्रिकेटेड रखते हैं। इससे रिप्रोडक्टिव सिस्टम एक्टिव रहता है। पहले की महिलाएं 10-10 बच्चे पैदा कर लेती थीं, आज एक बच्चे को भी लाने के लिए बहुत बड़ा इलाज चलता है। वेंटीलेटर तो आज की जरूरत ही बन गए हैं।

राज्य में एक भी राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर का मछली बाजार न होना सरकार की घोर लापरवाही : ऋषिकेश कश्यप

पटना : केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा मछली उत्पादन एवं वितरण पर काफी जोर दिया जा रहा है। परन्तु बहुत हद तक सरकारी दावें फाइलों की शोभा बढा रहें है। राज्य में एक भी राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर का मछली बाजार न होना सरकार की घोर लापरवाही है। 

उक्त बातें आज मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय व बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार राजधानी के हर वार्ड में एक मछली बाजार विकसित करे। इसके अलावा बाजार समिति में एक विशेष आधुनिक मछली बाजार का निर्माण हो जहां पर मछली की बिक्री एवं भंडारण आदि की व्यवस्था हो। यहां से राज्यभर के खुदरा मछली विक्रेता मछली ले जाकर अपने शहर में बिक्री कर सके। इसके अलावा राज्य के कोने-कोने के मछली उत्पादकों को राजधानी में एक मछली बाजार उपलब्ध हो सके।

कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से राज्य में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना संचालित की जा रही है। इसके तहत 10 करोड़ से अधिक मछली बाजार के लिए आवंटित है। लेकिन राज्य सरकार इस मामले को लेकर टाल-मटोल करना चाह रही है। ऐसे में मछुआ समुदाय अपने को उपेक्षित महसूस कर रहा है।

सम्मेलन में उपस्थित संघ के अध्यक्ष प्रयाग सहनी ने कहा कि राज्य सरकार से आग्रह है कि जल्द से जल्द मछली बाजार का निर्माण करें ताकि गरीब मछुआरों को इसका लाभ मिल सकें नही तो राजधानी में संघ के बैनर तले आंदोलन किया जाएगा। 

इस अवसर पर श्री मदन कुमार, निदेशक, मत्स्य क्रय-विक्रय संघ, पटना एवं जय शंकर, मीडिया प्रभारी उपस्थित थे।

अपने अंदर के गुरु को जगाकर जीवन में फैलाएं उजाला : मोनिका सिंघल

पटना : हम हर समय खुश एवं आनंद क्यों नहीं रह सकते। हम पूरा जीवन खुशी ढूंढ़ने में हीं लगा देते हैं। अपने अंदर गुरु को जगाकर हम जीवन में उजाला फैला सकते है। उक्त बातें चंडीगढ़ से पधारी प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु एवं मोटिवेशनल स्पीकर मोनिका सिंघल ने पत्रकारों से बात करते हुए कही। 

आध्यात्मिक गुरु एवं मोटिवेशनल स्पीकर मोनिका सिंघल मारवाड़ी महिला समिति, पटना, वनबंधु परिषद महिला समिति, पटना एवं राधारानी ग्रुप द्वारा कल आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना पधारी हैं।

मोनिका जी ने बताया कि सभी के मन में होता हैं कि हम हर समय खुश एवं आनंद क्यों नहीं रह सकते। हम पूरा जीवन खुशी ढूंढ़ने में हीं लगा देते हैं। स्माइल संस्था के के द्वारा हमें सिखाया जाता है और उदासी में भी हम अपने आप मे खुशी पैदा करें। गुरु की वाणी से और वचनों को रोज सुने। अपने अंदर के गुरु जो परम गुरु परमात्मा का अंश है रोज उससे मिलें।

उन्होंने कहा कि ध्यान का ज्ञान जिसमे बहुत सारी तकनीक सिखाये जाते है जो की हमे अपने जीवन के हर दिन में कैसे करना है आसान तरीके से बताया जाता है। जीवन का उद्देश्य, जीवन जीने की कला, जीवन जीने का उचित ढंग सिखाया जाता है। जीवन को उत्सव बना कर साधना द्वारा मन तन धन संबंधों को कुबेर के जैसा भर दिया जाता है। फिर अपने आपको अपने मन को तन को साधना सिखाया जाता है। ध्यान द्वारा प्राणायाम द्वारा और विचारों पर काबू पाना मैन को साफ करना सिखाया जाता है। 

कहा कि अपने आप को मौन साधना से अपने चक्र से और एलिमेंट से जुड़कर जप, ध्यान, और प्रकृति से एकाकार होना बताया जाता है। हवन यज्ञ से जुड़कर कुण्डलिनी शक्ति को जागरण का अनुभव स्वयं की विस्मृति चिदाकाश से महाकाश का अनुभव और अखंड समाधि की अवस्था का अनुभव गुरु के सान्निध्य में कराया जाता है। जीते जी मृत्यु के भय से मुक्ति को अनुभव कराया जाता है। ये अनुभव अविस्मरणीय है। 

उन्होंने कहा कि जो शिवा की समाधि में गुरु के साथ होते है। सब जानना चाहते है कि गुरु क्या है कौन है, क्यूं जरुरी है। अनुभव का ज्ञान सबसे जरूरी है यह मोनिकाजी हमेशा बताती हैं। आप सब के अंदर वही ज्योत वही गुरु विराजित है जो गुरु के अंदर है। बस उसे जगाने की और अपने आप को अंधकार से प्रकाश में लाने भर की जरूरत है। 

गौरतलब है कि मोनिका जी ने अपनी विशेष साधनाओं, ध्यान, अनुभवो, विपासना, मौन, कठिन परिश्रम, आत्म साक्षात्कार के बाद जो निचोड निकाला वो बड़े प्रेम और सरलता से स्माइल नाम की संस्था बनाकर उसी में सब कुछ बॉट रही है। मोनिका जी स्वयं हर शहर में जाकर आमने सामने सभी को ध्यान, ज्ञान, और आत्मा का अनुभव रूबरू में करवाती है। जीवन से रोग और नकारात्मकता दूर भगाने के तरीके बड़े ही आसान तरीके से समझाती है।