विधान सभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सीएम नीतीश कुमार को दी जन्मदिन की बधाई, कही यह बात
डेस्क : बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 72 साल के हो गए हैं। आज उनके जन्मदिन पर जदयू के तमाम नेताओं द्वारा उन्हें जन्मदिन की बधाई देने का सिलसिला जारी है।
विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान सीएम नीतीश सदन पहुंचे तभी स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने उन्हें आसन से जन्मदिन की बधाई दी। बधाई देते हुए स्पीकर ने कहा कि आप ऐसे ही दिन-दुनी रात चौगुनी विकास करते रहें। आपने बिहार की सेवा की, अब देश की सेवा कीजिए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। बता दें, सीएम नीतीश आज 72 साल के हो गए हैं। जन्मदिन के मौके पर आज पक्ष-विपक्ष के छोटे से लेकर बड़े नेता मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं।
बता दें कि बिहार में सबसे अधिक समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड बना चुके नीतीश कुमार का जन्म 1 मार्च 1951 को पटना जिले के बख्तियारपुर में हुआ था। नीतीश का उपनाम मुन्ना है।
72 साल के नीतीश कुमार देश में वर्तमान में सक्रिय राजनीति से जुड़े रहनेवाले नेताओं में सिर्फ लालू प्रसाद ही ज्यादा अनुभवी हैं। देश की राजनीति के तीनों सदन के सदस्य बन चुके हैं। लेकिन सिर्फ राज्यसभा ऐसा है, जिसका सदस्य बनने का उन्हें कभी मौका नहीं मिला। इस बात का जिक्र उन्होंने खुद किया था कि एक बार राज्यसभा का सदस्य बनना चाहते हैं। जिसके बाद यह चर्चा शुरू हो गई थी कि उन्हें उप राष्ट्रपति के रूप में राज्यसभा भेजा जा सकता है। हालांकि बाद में यह चर्चा गलत साबित हुई।
1985 में पहली बार विधान सभा का चुनाव जीते
नीतीश के राजनीतिक करियर की शुरूआत साल 1977 में हुई थी। इस साल नीतीश ने जनता पार्टी के टिकट पर पहला विधानसभा चुनाव लड़ा। साल 1985 को नीतीश बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए। इसके बाद नीतीश कुमार कभी भी विधानसभा के चुनाव में नहीं उतरे।
1990 में बने केंद्रीय मंत्री
नीतीश का राजनीतिक कद धीरे धीरे बढ़ता जा रहा था। इसी बीच साल 1987 को नीतीश कुमार बिहार के युवा लोकदल के अध्यक्ष बन गए। नीतीश राजनीति में पारंगत हो ही रहे थे कि साल 1989 को नीतीश कुमार को जनता दल (बिहार) का महासचिव बना दिया गया। अब तक नीतीश ने अच्छी खासी राजनीतिक पहचान बना ली थी। साल 1989 नीतीश के राजनीतिक करियर के लिए काफी अहम था। इस साल नीतीश 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए। लोकसभा के लिए ये नीतीश का पहला कार्यकाल था। इसके बाद साल 1990 में नीतीश अप्रैल से नवंबर तक कृषि एवं सहकारी विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री रहे।
विधानसभा और लोकसभा सदस्य बनने के बाद नीतीश कुमार पहली बार 2006 में बिहार विधान परिषद पहुंचे। हालांकि इस समय तक वह बिहार के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके थे। उसके बाद 2012 और 2018 में फिर से वह विधानसभा पहुंचे।
Mar 01 2023, 18:53