महागठबंधन की महारैली में केन्द्र सरकार पर जमकर बरसे सीएम नीतीश कुमार, बीजेपी को लेकर किया यह दावा
डेस्क : बीते शनिवार को पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन का महारैली हुआ है। महारैली में महागठबंधन के सभी सात दल शामिल हुए। इस रैली के माध्यम से अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन ने शंखनाद कर दिया। महारैली में विपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार को 2024 में उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
वहीं इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केन्द्र की बीजेपी सरकार पर जमकर बरसे। सीएम ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए भाजपा से मुक्ति जरूरी है। देशभर में विपक्ष को एकजुट कर भाजपा को खत्म करेंगे। बिहार में महागठबंधन के घटक दल एकजुट हैं। इसी तरह देशभर में सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा। कांग्रेस की प्रतीक्षा है, वह जल्द पहल करे।
उन्होंने कहा कि भाजपा में अभी दो ही नेता हैं। एक प्रधानमंत्री और दूसरे गृहमंत्री। गृहमंत्री को कोई अनुभव नहीं है। अपनी पार्टी के नेताओं को भी नहीं जानते। वर्ष 2009 में आडवाणी जी को पीएम उम्मीदवार बनाने की बात थी। 2013 में दूसरे को ले आए, इसलिए उस समय हमने भाजपा का साथ छोड़ा। 2020 में बिहार चुनाव में हम उनके उम्मीदवारों को जिता रहे थे, वो हमारे उम्मीदवारों को हरा रहे थे। मेरी पार्टी के नेताओं ने कहा तो फिर हमने उनको छोड़ दिया।
नीतीश कुमार ने कहा कि 2015 के चुनाव से पहले भाजपा ने सवा लाख करोड़ देने की घोषणा की थी। आठ साल में 59 हजार करोड़ ही दिया। बिहार में केंद्र की वही योजनाएं मात्र चल रही हैं जो हर राज्य में लागू हैं। पूर्णिया में एयरपोर्ट के लिए जितनी जमीन मांगी, दे दिया। फिर भी शुरू नहीं कर रहे हैं और यहां आकर उनके नेता कहते हैं कि एयरपोर्ट चालू हो गया। उनके बोलने का कोई मतलब नहीं रह जाता है।
वहीं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में कहा कि महागठबंधन में शामिल दल एकजुट होकर दिल्ली मार्च करेंगे। अमित शाह कह गए कि यहां जंगल राज है। उनको बता दें कि यहां जनता का राज है। बिहार के लोग बिकाऊ नहीं, टिकाऊ हैं। तेजस्वी ने आह्वान किया कि भाजपा की बी टीम के जाल में नहीं फंसना है। इनका इशारा एआईएमआईएम की तरफ था। बोले, केंद्र सरकार ने अपने बजट में बिहार को कुछ नहीं दिया।
Feb 26 2023, 09:42