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तेलंगाना के रंगारेड्डी में भीषण सड़क हादसा, बस और डंपर की टक्कर, 20 लोगों की मौत

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तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के चेवेला मंडल के मिर्जागुड़ा गांव के पास रविवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ। हैदराबाद-बीजापुर हाईवे पर एक तेज रफ्तार टिपर लोरी ने टैंड़ूर आरटीसी बस को सामने से टक्कर मार दी। हादसा इतना जोरदार था कि बस के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बस में कुल 70 यात्री सवार थे। हादसे में 17 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

ट्रक में भरी गिट्टी के नीचे दबे लोग

पुलिस के मुताबिक, चेवेला के पास एक टिपर ट्रक, जो ग्रेवल (बजरी) से भरा हुआ था, ने राज्य परिवहन निगम की बस को सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक का माल बस पर जा गिरा। इससे कई यात्री ट्रक में भरी गिट्टी के नीचे दब गए। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में एक साल के बच्चे सहित 11 महिलाएं और 9 पुरुषों की मौत हुई है।

ट्रक ड्राइवर ने खोया नियंत्रण

घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और फंसे हुए यात्रियों को निकालने में मदद की। पुलिस भी तुरंत पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ट्रक की रफ्तार बहुत तेज थी। अचानक मोड़ पर ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे यह बड़ा हादसा हो गया।

सीएम रेवंत रेड्डी ने हादसे पर जताया शोक

हादसे पर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, सीएम ने अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने और राहत व बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। रेवंत रेड्डी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को आदेश दिया है कि बस हादसे में घायल सभी लोगों को तुरंत हैदराबाद लाया जाए और उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि हादसे से जुड़ी पूरी जानकारी समय-समय पर उन्हें दी जाए। मुख्यमंत्री ने मौजूद मंत्रियों को भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा है ताकि राहत कार्यों की निगरानी की जा सके।

From ₹1 Lakh to a Trusted Name in Jewellery: Anupp Agarwal’s Sri Chimmanlal Jewels Sets Its Sights on Nationwide Expansion

Hyderabad, India – July 22, 2025

In an inspiring story of grit and growth, entrepreneur Anupp Agarwal founded Sri Chimmanlal Jewels in 2009 with a modest investment of ₹1 lakh. What started as a single outlet offering 18KT and 22KT gold jewellery has now grown into one of Hyderabad’s most respected and customer-loved jewellery brands.

Recognising shifting market trends and the surge in gold prices in 2023, Mr. Agarwal made a visionary move — the brand began offering certified 9KT and 14KT gold jewellery, making high-quality, hallmarked jewellery accessible to a wider audience. This strategic expansion attracted new-age buyers seeking affordable luxury, especially for daily wear, gifting, and kids' jewellery.

Today, Sri Chimmanlal Jewels caters to thousands of loyal customers with a wide selection of ear studs, bangles, rings, bracelets, lockets, and more — all crafted with precision and elegance. Each piece reflects a legacy of craftsmanship blended with modern aesthetics.

“Our mission has always been to deliver trust, affordability, and timeless beauty in every piece of jewellery,” says Anupp Agarwal, Founder & Director of Sri Chimmanlal Jewels.

The brand’s hallmark features include:

Certified 9KT, 14KT, 18KT gold jewellery

Lifetime exchange and old gold exchange offers

Over 2000+ unique designs for all age groups

Custom-made jewellery and personalized gifting solutions

Transparent pricing and customer-first service

With plans to expand into multiple locations across India and a focus on building a robust online presence, Sri Chimmanlal Jewels is entering a new chapter of growth — aiming to make premium gold jewellery accessible to every Indian household.

Whether you’re shopping for a special occasion or daily elegance, Sri Chimmanlal Jewels continues to be a name you can trust.

For Media Enquiries, Contact:

Sri Chimmanlal Jewels

Abids, Hyderabad, Telangana

परिसीमन पर स्टालिन को मिला तेलंगाना सीएम का साथ, रेवंत रेड्डी ने केन्द्र पर लगाया साज़िश करने का आरोप

#telanganacmrevanthreddyon_delimitation

दक्षिण के राज्यों में परिसीमन को लेकर घमाशान मचा हुआ है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस पर विरोध जताया है। परिसीमन और ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी के विरोध में स्टालिन ने 5 मार्च तमिलनाडु में सर्वदलीय की थी। बैठक में जॉइंट एक्शन कमेटी बनाने का फैसला हुआ था, ताकि इन मुद्दों पर साझा रणनीति बनाई जा सके। स्टालिन ने परिसीमन मामले में 7 मार्च को अन्य राज्यों के मौजूदा और पूर्व मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने 22 मार्च को होने वाली जॉइंट एक्शन कमेटी (जेएसी) की पहली बैठक में अपने प्रतिनिधि भेजने का अनुरोध किया था। इस बीच स्टालिन का एक प्रतिनिधिमंडल तेलंगाना पहुंचा है। ये लोग परिसीमन के मुद्दे पर बुलाई गई मीटिंग के लिए तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को आमंत्रित करने पहुंचे।

बीजेपी बदले की कार्रवाई कर रही-रेवंत रेड्डी

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, बीजेपी-एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार दक्षिण भारत के राज्यों के साथ साज़िश कर रही है। यह परिसीमन नहीं है, बल्कि दक्षिणी राज्यों को सीमित करना है। हम इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, बीजेपी दक्षिण भारत के लोगों के साथ अपना स्कोर सेट करने के लिए यह सब कर रही है क्योंकि यहां लोग कभी भी बीजेपी को आगे नहीं बढ़ने देते। बीजेपी बदले की कार्रवाई कर रही है। मैं इस मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ खड़ा हूं।

तेलंगाना में भी होगी एक सर्वदलीय बैठक

रेवंत रेड्डी ने बताया है, सीएम स्टालिन की बुलाई बैठक में शामिल होने के लिए मुझे अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से अनुमति लेनी है। पर सैद्धांतिक तौर पर मैं स्टालिन की मांग से सहमत हूं। हम स्टालिन के प्रयास का स्वागत करते हैं। कांग्रेस पार्टी इस बैठक में जाने को तैयार हो गई है लेकिन मैं शीर्ष नेतृत्व की अनुमति से जाऊंगा। तमिलनाडु जाने से पहले हम तेलंगाना में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित करेंगे।

लोकसभा में दक्षिण की हिस्सेदारी कम होने की आशंका

सीएम रेड्डी ने कहा कि हम किशन रेड्डी को भी तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष के रूप में आमंत्रित करेंगे। यह एक ऐसा निर्णय है जो हमारे मौलिक अधिकारों को प्रभावित करता है। किशन रेड्डी को इस बैठक में जरूर आना चाहिए। इस पर हम सभी की ओर से कैबिनेट में सवाल उठाया जाना चाहिए। दक्षिण के राज्यों को इस बात का डर सता रहा है कि परिसीमन के बाद कहीं लोकसभा की सीटें कम न हो जाएं। दक्षिण के राज्यों को इस बात का डर है कि परिसीमन के बात लोकसभा में दक्षिण की हिस्सेदारी कम हो सकती है। वहीं, नॉर्थ इंडिया में सीटों की संख्या बढ़ सकती है। जनसंख्या

परिसीमन क्या है

लोकसभा और विधानसभा सीट की सीमा नए तरह से तय करने की प्रक्रिया को परिसीमन कहते हैं। इसके लिए आयोग बनता है। परिसीमन के लिए 1952, 1963, 1973 और 2002 में आयोग गठित हो चुके हैं। आखिरी बार परिसीमन आयोग अधिनियम, 2002 के तहत साल 2008 में परिसीमन हुआ था। लोकसभा सीटों को लेकर परिसीमन प्रक्रिया की शुरुआत 2026 से हो सकती है। इससे 2029 के चुनाव में करीब 78 सीटें बढ़ सकती हैं। दक्षिणी राज्य जनसंख्या आधारित परिसीमन का विरोध कर रहे हैं। इस वजह से सरकार समानुपातिक परिसीमन पर विचार कर रही है।

समानुपातिक परिसीमन क्या है

उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। वहीं, तमिलनाडु-पुडुचेरी में इसकी आधी यानी 40 सीटें हैं। अगर उत्तर प्रदेश की 14 सीटें बढ़ती हैं तो इसकी आधी यानी 7 सीटें तमिलनाडु-पुडुचेरी में बढ़ाना समानुपातिक प्रतिनिधित्व है। आबादी के आधार पर जितनी सीटें हिंदी पट्‌टी में बढ़ेंगी, उसी अनुपात में जनसंख्या नियंत्रण करने वाले राज्यों में भी सीटें बढ़ेगी। हिंदी पट्टी के किसी राज्य की सीट में 20 लाख की आबादी पर एक सांसद होगा तो दक्षिणी राज्य में 10-12 लाख की आबादी पर एक सांसद होगा।

कांग्रेस के गढ़ में खिला कमलःतेलंगाना एमएलसी चुनावों में भाजपा ने मारी बाजी, 3 में से दो सीटों पर जीत दर्ज

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भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारत के राज्यों में बी अपने जड़े जमाने की कोशिश में लगी है। भाजपा की इस र सफलता मिलती भी दिख रही है। बीजेपी ने दक्षिण के उस राज्य में सफलता हासिल की है, जहां सत्ता में कांग्रेस है। बीजेपी ने तेलंगाना विधानसभा परिषद के चुनाव में अप्रत्‍याशित सफलता हासिल की है। उसने तीन सीटों पर हुए चुनावों में दो पर कामयाबी हासिल की।तीन एमएलसी सीट में से दो पर जीत कांग्रेस शासित राज्य में भाजपा के लिए एक नैतिक बढ़त के रूप में सामने आई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना विधान परिषद चुनाव में बीजेपी की जीत पर बधाई दी। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'एमएलसी चुनावों में तेलंगाना भाजपा को इस तरह के अभूतपूर्व समर्थन के लिए मैं तेलंगाना के लोगों को धन्यवाद देता हूं। हमारे नवनिर्वाचित उम्मीदवारों को बधाई।' उन्होंने कहा कि मुझे हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर बहुत गर्व है, जो लोगों के बीच कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

इससे पहले तेलंगाना विधान परिषद के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा समर्थित उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। एक अन्य शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुआ था। भाजपा समर्थित मलका कोमरैया ने मेडक-निजामाबाद-आदिलाबाद-करीमनगर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की और निर्दलीय उम्मीदवार श्रीपाल रेड्डी पिंगिली ने वारंगल-खम्मम-नलगोंडा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी।

एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश में स्नातक एमएलसी चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों की जीत की सराहना की। प्रधानमंत्री ने चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों की जीत पर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की ओर से किए गए एक पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, 'विजेता उम्मीदवारों को बधाई। केंद्र और आंध्र प्रदेश में एनडीए सरकारें राज्य के लोगों की सेवा करती रहेंगी और राज्य की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।'

तेलंगाना टनल हादसाः अब तक पता नहीं चला मजदूरों का लोकेशन, 8 जिंदगियों को बचाने के लिए 9वें दिन रेस्क्यू जारी

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तेलंगाना सुरंग हादसे का आज सोमवार को नौंवा दिन है। तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग में फंसे आठ लोगों को पिछले नौ दिनों से सुरक्षित निकालना संभव नहीं हो पाया है। रडार सर्वे से पीड़ितों की स्थिति का पता लगने का दावा किया गया था, लेकिन अब जांच में वहां सिवाए धातु के टुकड़ों के कुछ नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे लोगों के सटीक स्थान की अभी तक कोई जानकारी नहीं है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने रविवार को टनल साइट का दौरा किया। बता दें कि मजदूर 22 फरवरी की सुबह करीब 8:30 बजे से फंसे हुए हैं, जिसके बाद से बचाव कार्य जारी है।

बीते 9 दिनों में फंसे मजदूरों से संपर्क नहीं हो सका है। टनल में पानी, कीचड़ और ढेर सारे मलबे के कारण रेस्क्यू में काफी दिक्कतें आ रही हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत 11 एजेंसियां जुटी हुई हैं। सीएम रेवंत रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा किया और हालात की जानकारी ली। सीएम ने कहा कि सुरंग में फंसे लोगों की लोकेशन अभी तक पता नहीं चली है। जरूरत पड़ी तो रेस्क्यू में रोबोट की मदद ली जाएगी।

मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने साइड का दौरान करने के बाद कहा कि बचाव कर्मी इस बात को पूरी तरह से नहीं समझ पा रहे हैं कि लोग और मशीनें कहां फंसे हुए हैं। उनके पास केवल प्रारंभिक अनुमान है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुझाव दिया है कि यदि आवश्यक हो तो सुरंग के अंदर रोबोट का उपयोग किया जाए, ताकि बचाव कर्मियों को किसी भी तरह के खतरे से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार फंसे लोगों को निकालने के लिए दृढ़ है और दुर्घटना के कारण पीड़ित परिवारों की सहायता करने के लिए भी तैयार है।

इधर, नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनजीआरआई), हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने सुरंग के भीतर ग्राउंड पेनीट्रेटिंग रडार सर्वे किया था ताकि सुरंग में फंसे आठ लोगों की स्थिति का पता लगाया जा सके। सर्वे में जिन जगहों पर पीड़ितों के होने का अनुमान था, वहां अब जांच में सिर्फ धातु के तत्व मिले हैं। यही वजह है कि अब वैज्ञानिकों ने रडार सर्वे से इतर जगहों पर भी पीड़ितों की तलाश करने की सलाह दी है। साथ ही वैज्ञानिक जल्द ही एक बार फिर से रडार सर्वे करने की योजना बना रहे हैं।

तेलंगाना के सुरंग में पांच दिनों से फंसी हैं आठ जिंदगियां, रैट माइनर्स को सौंपा गया रेस्क्यू का काम

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हैदराबाद से 132 किमी दूर नागरकुर्नूल में बन रही 42 किमी की दुनिया की सबसे लंबी पानी की टनल में 8 कर्मचारियों को फंसे हुए आज पांचवा दिन है। इन 8 जिंदगियों को बचाने के लिए सेना, नौसेना,एनडीआरफ, एसडीआरएफ, आईआईटी चेन्नई और एलएनटी कंपनी के एक्सपर्ट्स शामिल हैं। लेकिन अब तक फंसे हुए कर्मचारियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। इसके बाद अब यह काम 12 रैट माइनर्स (चूहों की तरह खदान खोदने वाले मजदूर) को सौंपा गया है। इन्होंने ही 2023 में उत्तराखंड की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को सही-सलामत बाहर निकाला था।

6 रैट माइनर्स की एक टीम सोमवार दोपहर को पहुंच चुकी है। 6 लोगों की बाकी टीम कल (बुधवार) पहुंचेगी। अभी यह टीम अंदर जाकर सिर्फ हालात का जायजा लेगी। एनडीआरफ और एसडीआरएफ के साथ रैट माइनर्स टीम की मीटिंग के बाद रेस्क्यू शुरू होगा। नौसेना के जवान इस काम में रैट माइनर्स टीम की मदद करेंगे। ये आईआईटी चेन्नई के स्पेशल पुश कैमरे और रोबोट की मदद से खुदाई का सही रास्ता बताएंगे। पानी की वजह से रेस्क्यू में ज्यादा वक्त लग सकता है।

सुरंग से पानी और कीचड़ निकालने का काम चल रहा है, लेकिन जैसे-जैसे समय निकल रहा है श्रमिकों की कुशलता को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। सेना और एनडीआरएफ के सदस्य पहले से ही बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे नागरकुर्नूल के जिला कलेक्टर बी संतोष ने कहा कि आगे कोई भी कदम उठाने से पहले सुरंग की स्थिरता को ध्यान में रखा गया है। सुरंग से जल निकासी का काम भी चल रहा है। जीएसआई और एनजीआरआई की सलाह ले रहे हैं। स्थिति का आकलन करने के लिए एलएंडटी से जुड़े ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है। कीचड़ और मलबा भरने के कारण हम आखिर के 40-50 मीटर के अंदर नहीं जा पा रहे हैं, जहां श्रमिक फंसे हुए हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, तेलंगाना के डिप्टी सीएम भट्टी विक्रमारक ने कहा कि राज्य सरकार तब तक हार नहीं मानेगी, जब तक सुरंग के अंदर फंसे आठों लोग नहीं मिल जाते। शनिवार सुबह सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था, जिससे आठ मजदूर अंदर फंस गए थे। रेस्क्यू टीम 13.85 किलोमीटर लंबी सुरंग के 13.79 किलोमीटर तक का दायरा खंगाल चुके हैं। लेकिन आखिरी हिस्से में पानी और कीचड़ जमा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। इसका मतलब है कि उन आठ जिंदगियों की सलामती के लिए महज 0.06 किलोमीटर का फासला है।

तेलंगाना सुरंग हादसाःचौथे दिन भी जारी है 8 जिंदगियों को बचाने की जंग, हर घंटे बचाव कार्य होता जा रहा मुश्किल

#telangana_tunnel_rescue_operation_8_lives_still_in_danger

तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल एसएलबीसी सुरंग में फंसे आठ मजदूरों को बचाने की कोशिशें चौथे दिन भी जारी हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। शनिवार सुबह जब खुदाई का काम चल रहा था तब अचानक सुरंग का एक हिस्सा गिर गया। इससे मजदूर उसमें फंस गए। सुरंग के अंदर फंसे आठ कर्मचारियों को बचाने का अभियान जारी है। इधर पानी का बढ़ता स्तर और बहती मिट्टी, बचाव कार्य को हर घंटे और खतरनाक बना रही है। अंधेरे, कीचड़ और भारी मलबे की वजह से बचाव कार्य बेहद मुश्किल हो गया है।

लगातार बढ़ रहे जलस्तर और कीचड़ के चलते बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत कई एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। लेकिन अभी तक मजदूरों तक पहुंचा नहीं जा सका है। खराब परिस्थितियों और जोखिम भरे माहौल के कारण चिंता और बढ़ गई है। ऐसे में आगे का रास्ता सुझाने के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) और राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के विशेषज्ञों की मदद ली है।

एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि आठ लोग चौथे दिन भी फंसे हुए हैं, इसलिए जीएसआई और एनजीआरआई के विशेषज्ञों को बचाव प्रयासों में शामिल किया गया है। नागरकुरनूल के जिलाधिकारी बी. संतोष ने मंगलवार को कहा कि आगे कोई भी कदम उठाने से पहले सुरंग की स्थिरता को ध्यान में रखा गया है और पानी निकालने का काम जारी है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और राष्ट्रीय भौगोलिक अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञों के अलावा एलएंडटी की ऑस्ट्रेलियाई इकाई को भी शामिल किया है। जिन्हें सुरंगों के बारे में व्यापक अनुभव है।

जिलाधिकारी ने बताया, अब तक हम उनसे (फंसे हुए लोगों से) संपर्क नहीं कर पाए हैं। हम भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और कुछ अन्य लोगों की सलाह ले रहे हैं। अभी हम पानी निकाल रहे हैं और आगे की ओर बढ़ रहे हैं। लेकिन आखिरी 40 या 50 मीटर तक हम नहीं पहुंच पाए हैं। अब तक हम जीएसआई और एनजीआरआई की सलाह ले रहे हैं। एलएंडटी के विशेषज्ञ भी यहां आ चुके हैं। जीएसआई और एनजीआरआई के अलावा, एलएंडटी से जुड़े एक आस्ट्रेलियाई विशेषज्ञ को भी दुर्घटना स्थल पर एसएलबीसी सुरंग की स्थिरता का आकलन करने के लिए बुलाया गया है, जिसे सुरंग संबंधी कार्यों का व्यापक अनुभव है।

राज्य सरकार ने पहले सुरंग के ऊपर से, लगभग 400 मीटर ऊपर से, सीधी खुदाई करने का सोचा था। लेकिन अब इस योजना को छोड़ दिया गया है। अब प्रशासन ने सुरंग के अंदर से ही बचाव का काम जारी रखने का फैसला किया है। इससे बचाव दल के लोगों को कम खतरा होगा। पानी के बढ़ते स्तर और अचानक मिट्टी के जमा होने से सुरंग की मजबूती पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसलिए अधिकारियों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी। सोमवार सुबह बचाव दल ने हालात का जायजा लेने के लिए सुरंग में प्रवेश किया। उन्होंने देखा कि मिट्टी का स्तर लगभग एक मीटर बढ़कर सात मीटर से ज़्यादा हो गया है। पानी का बहाव भी लगातार जारी है, जिससे पानी निकालने का काम मुश्किल हो रहा है

22 फरवरी को सुरंग की छत गिरने से आठ लोग सुरंग के अंदर फंस गए थे। 52 लोग सुरक्षित बाहर की ओर भागने में कामयाब रहे और उनकी जान बच गई। जो लोग सुरंग में फंसे हैं, उनकी में दो इंजीनियर और छह वर्कर्स हैं। पीड़ित परिवार तेलंगाना पहुंच चुके हैं।

तेलंगाना का यह हादसा कुछ मायनों में उत्तराखंड के सिल्क्यारा सुरंग हादसे से मिलता-जुलता है. 12 नवंबर 2023 को उत्तरकाशी में चारधाम प्रोजेक्ट के तहत बन रही सिल्क्यारा-बरकोट सुरंग का 60 मीटर का हिस्सा ढह गया था, जिसमें 41 मजदूर फंस गए थे. उस घटना में भी मलबा हटाना और मजदूरों तक पहुंचना एक बड़ी चुनौती थी. लेकिन 17 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद सभी मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया था. उस बचाव अभियान में ऑगर मशीन, वर्टिकल ड्रिलिंग और रैट माइनिंग जैसी तकनीकों का इस्तेमाल हुआ था

**"Chilli and Acidity: The Fiery Truth Behind Spicy Reactions"**

Overview of Chilli Acidity

Chillies are known for their fiery heat, but they also have a certain level of acidity that can impact digestion and health. While chillies themselves are not highly acidic compared to citrus fruits or vinegar, they can still cause acidity-related discomfort in some people due to their capsaicin content.

Causes and Symptoms of Chilli-Induced Acidity

Capsaicin Irritation: The active compound in chillies, capsaicin, can irritate the stomach lining and trigger excess acid production.

Heartburn: A burning sensation in the chest, especially after eating spicy foods.

Why Choose Homeopathy for Chilli-Induced Acidity?

Homeopathy offers a natural and holistic approach to managing acidity caused by chillies. Instead of merely suppressing symptoms, homeopathic remedies aim to restore balance in the digestive system and strengthen the body's ability to handle spicy foods without discomfort.

Spiritual Homeopathy Clinic in Madhapur, Hyderabad, is available at 194, Road Number 1, MIG No 1, KPHB Phase 1, Kukatpally, Hyderabad, Telangana 500072.

CityWity

You can contact them at +91-9030176176. 

అసెంబ్లీ నుంచి బీఆర్‌ఎస్ వాకౌట్

సర్పంచులకు బిల్లులు ఇవ్వకుండా గోస పెడుతున్నారని తెలంగాణ అసెంబ్లీలో మాజీ మంత్రి హరీష్ రావు అన్నారు. గవర్నర్‌ను వెళ్లి కలవాల్సిన పరిస్థితి వచ్చిందన్నారు. 19 గ్రామ పంచాయితీలకి అవార్డు తెచ్చిన ఘనత కేసీఆర్ ది అని తెలిపారు. అయితే హరీష్ రావు ప్రసంగానికి కాంగ్రెస్ ఎమ్మెల్యేలు అడ్డు తగిలే ప్రయత్నం చేశారు.

తెలంగాణ అసెంబ్లీ సమావేశాలు (Telangana Assembly session) సోమవారం ఉదయం ప్రారంభమయ్యాయి. సభ మొదలైన తర్వాత సర్పంచుల పెండింగ్ బిల్లుల అంశం సభలో చర్చకు వచ్చింది. ఈ అంశంపై సభలో అధికార, ప్రతిపక్షాల మధ్య మాటల యుద్ధం నడిచింది. అయితే మాజీ సర్పంచ్ లు, మాజీ ఎంపిటీసీలకు పెండింగ్ బిల్లులు చెలించడంపై ప్రభుత్వం నుంచి స్పష్టమైన హామీ రానందుకు నిరసనగా అసెంబ్లీ నుంచి బీఆర్ఎస్ ఎమ్మెల్యేల (BRS MLAs) వాకౌట్ చేశారు.

సర్పంచులకు బిల్లులు ఇవ్వకుండా గోస పెడుతున్నారని మాజీ మంత్రి హరీష్ రావు (Former Minister Harish Rao) అన్నారు. గవర్నర్‌ను వెళ్లి కలవాల్సిన పరిస్థితి వచ్చిందన్నారు. 19 గ్రామ పంచాయితీలకు అవార్డు తెచ్చిన ఘనత కేసీఆర్ ది అని తెలిపారు. అయితే హరీష్ రావు ప్రసంగానికి కాంగ్రెస్ ఎమ్మెల్యేలు అడ్డు తగిలే ప్రయత్నం చేశారు. దీంతో మాజీ మంత్రి ఆగ్రహం వ్యక్తం చేశారు. ఎమ్మెల్యేలకు ఇచ్చిన శిక్షణ ఇదేనా అధ్యక్ష అంటూ హరిష్ రావు సెటైర్ విసిరారు. ఆ తరువాత మాజీ మంత్రి తిరిగి మాట్లాడుతూ.. తెలంగాణకు వెళ్తే చికెన్ గున్యా వస్తుందని అమెరికా ఆ దేశ పౌరులను హెచ్చరించిందని.. ఆ పరిస్థితికి పల్లెలను తెచ్చారని మండిపడ్డారు. పంచాయతీ సిబ్బందికి వేతనాలు ఇవ్వడం లేదన్నారు. చేసిన పనులకు బిల్లులు చెల్లించడం లేదని.. ఎంపీటీసీ, జెడ్పీటీసీలకు పెన్షన్స్ ఇస్తామని మేనిఫెస్టోలో చెప్పారని తెలిపారు. పెన్షన్స్ ఏమో గాని అసలు వేతనాలే ఇవ్వడం లేదని హరీష్‌రావు విమర్శించారు.

ఎమ్మెల్యే పల్లా రాజేశ్వర్ రెడ్డి మాట్లాడుతూ.. బచ్చన్నపేట మండలం నాగిరెడ్డిపల్లి సర్పంచ్ బిల్లులు రాక ఇల్లును కుదువ పెట్టుకున్నారని తెలిపారు. బిల్లుల కోసం సర్పంచ్‌లు కలుద్దామని హైదరాబాద్‌కు వస్తే అరెస్టు చేస్తున్నారన్నారు. సర్పంచ్‌లు చేసిన పనుల బిల్లులను వెంటనే విడుదల చేయాలని డిమాండ్ చేశారు.

తెలంగాణ తల్లి విగ్రహం చుట్టూ రాజకున్న రాజకీయం

తెలంగాణలో రాజకీయాలు వేడెక్కాయి. సీఎం రేవంత్ రెడ్డి సాధారణ మహిళా రూపంలో తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరిస్తున్నారని.. తెలంగాణ తల్లి విగ్రహ రూపాన్ని మార్చడంపై బీఆర్ఎస్ ఆగ్రహం వ్యక్తం చేస్తోంది. ప్రభుత్వానికి పోటీగా సోమవారం మేడ్చల్‌లో బీఆర్ఎస్ తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరిస్తున్నారు.

తెలంగాణ రాజకీయాలు (Telangana Politics) హీటెక్కాయి. తెలంగాణ తల్లి విగ్రహం (Telangana Thalli Statue) చుట్టూ రాజకీయాలు రాజకుంటున్నాయి. ప్రభుత్వం (Govt.), బీఆర్ఎస్ (BRS) పోటాపోటీ కార్యక్రమాలు నిర్వహిస్తున్నాయి. సీఎం రేవంత్ రెడ్డి (CM Revanth Reddy) సాధారణ మహిళా రూపంలో తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరిస్తున్నారని.. తెలంగాణ తల్లి విగ్రహ రూపాన్ని మార్చడంపై బీఆర్ఎస్ ఆగ్రహం వ్యక్తం చేస్తోంది. ప్రభుత్వానికి పోటీగా సోమవారం మేడ్చల్‌లో బీఆర్ఎస్ తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరిస్తున్నారు. ఈ కార్యక్రమంలో కేటీఆర్ పాల్గొంటున్నారు.

రాష్ట్ర ప్రభుత్వం అత్యంత ప్రతిష్ఠాత్మకంగా భావిస్తున్న తెలంగాణ తల్లి విగ్రహావిష్కరణకు ఏర్పాట్లు పూర్తయ్యాయి. సోమవారం సాయంత్రం 6.05 గంటలకు సచివాలయంలో దాదాపు లక్ష మంది మహిళల సమక్షంలో ముఖ్యమంత్రి రేవంత్‌రెడ్డి తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరించనున్నారు. అనంతరం బహిరంగ సభలో పాల్గొ ననున్నారు. ఈ కార్యక్రమం కోసం రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా అన్ని నియోజకవర్గాల నుంచి మహిళా స్వయం సహాయక సంఘాల సభ్యులను హైదరాబాద్‌కు తీసుకురానున్నారు. లక్ష మంది జనసమీకరణ నేపథ్యంలో సచివాలయం పరిసర ప్రాంతాల ట్రాఫిక్‌ను ప్రత్యామ్నాయ మార్గాల వైపు మళ్లించనున్నారు. విగ్రహావిష్కరణ నుంచి రాత్రి వరకు ప్రభుత్వ ఆధ్వర్యంలో వివిధ కార్యక్రమాలు నిర్వహించనున్నారు. విగ్రహావిష్కరణ, బహిరంగ సభ తరువాత రాత్రి 7.30 గంటలకు ఎన్టీఆర్‌ మార్గ్‌ వద్ద డ్రోన్‌ షో, 8గంటలకు బాణసంచా ప్రదర్శన ఉంటుంది. అనంతరం హెచ్‌ఎండీఏ గ్రౌండ్స్‌లో ప్రముఖ సినీ సంగీత దర్శకుడు తమన్‌ నేతృత్వంలో మ్యూజికల్‌ కార్యక్రమం నిర్వహిస్తారు. కాగా, తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని సచివాలయంలోని ప్రధాన ద్వారం ఎదురుగా ప్రభుత్వం ఏర్పాటుచేసింది. విగ్రహావిష్కరణ నేపథ్యంలో విగ్రహానికి రెండువైపులా వేదికలను సిద్ధం చేశారు. ఎడమ వైపు ముఖ్యమంత్రి, మంత్రులు, ప్రజాప్రతినిధులు కూర్చునేందుకు వీలుగా ఒక వేది కను, మరోవైపు సాంస్కృతిక కార్యక్రమాల నిర్వహణ కోసం మరో వేదికను సిద్ధం చేశారు. ఈ రెండు వేదికలకు ఎదురుగా అతిథులు, ప్రముఖులతో పాటు మహిళలు కూర్చునేందుకు వీలుగా కుర్చీలు ఏర్పాటు చేస్తున్నారు.

రాష్ట్ర ప్రభుత్వం రూపొందించిన నూతన తెలంగాణ తల్లి విగ్రహం పలు వివాదాలు, ఆరోపణల నడుమ సోమవారం ఆవిష్కరణ కాబోతోంది. గత ప్రభుత్వం రూపొందించిన తెలంగాణ తల్లి విగ్రహంలో రాచరికపు ఆనవాళ్లు ఉన్నాయని, దొరసాని తరహాలో ఉందని ప్రతిపక్షంలో ఉన్నప్పుడు కాంగ్రెస్‌ ఆరోపించింది. ఈ క్రమంలోనే గతేడాది డిసెంబరులో అధికారంలోకి వచ్చిన వెంటనే తెలంగాణ తల్లి విగ్రహంపై దృష్టిపెట్టింది. విగ్రహం ఎలా ఉండాలనే దానిపై సమాలోచనలు జరిపి.. ప్రస్తుత విగ్రహాన్ని రూపొందించారు. అయితే కాంగ్రెస్‌ ఆవిష్కరించబోయే విగ్రహ నమూనాను విడుదల చేసినప్పటి నుంచి ప్రతిపక్ష బీఆర్‌ఎస్‌ విమర్శలు చేస్తోంది. అధికార పార్టీ రూపొందించిన విగ్రహం తెలంగాణ తల్లి కాదని, కాంగ్రెస్‌ తల్లి అంటూ తీవ్రంగా విమర్శించారు. ఇక గత విగ్రహంలో ఉన్నట్లుగా కిరీటం ప్రస్తుత విగ్రహంలో ఎందుకు లేదంటూ కూడా ఆ పార్టీ నేతలు ప్రశ్నిస్తున్నారు. కాగా, రాష్ట్రంలో కాంగ్రెస్‌ ప్రభుత్వం ఏర్పాటై ఏడాది పూర్తయిన సందర్భంగా ఈ నెల 1 నుంచి 9 వరకు నిర్వహిస్తున్న ‘ప్రజాపాలన-ప్రజా విజయోత్సవాలు’ సోమవారంతో ముగియనున్నాయి.

సచివాలయంలో తెలంగాణ తల్లి విగ్రహ ఏర్పాటు పనులను ముఖ్యమంత్రి రేవంత్‌రెడ్డి ఆదివారం మంత్రులు కోమటిరెడ్డి వెంకట్‌రెడ్డి, శ్రీధర్‌బాబు, పొంగులేటి శ్రీనివా్‌సరెడ్డి, పొన్నం ప్రభాకర్‌తో కలిసి పరిశీలించారు. అధికారులతో మాట్లాడి తెలుసుకున్నారు. అనంతరం అక్కడ నుంచి నడుచుకుంటూ తన చాంబర్‌కు వెళ్లారు.

కాగా అధికార కాంగ్రెస్‌కు ప్రధాన ప్రతిపక్షం బీఆర్ఎస్ కౌంటర్ కార్యక్రమం చేపట్టింది. సోమవారం సచివాలయంలో ప్రభుత్వం తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ప్రతిష్టించనుంది. ఈ విగ్రహంపై బీఆర్ఎస్ నేతలు విమర్శలు చేస్తున్నారు. కాంగ్రెస్ ప్రభుత్వం ప్రతిష్టిస్తోంది తెలంగాణ తల్లి కాదుని.. కాంగ్రెస్ తల్లి అని అంటున్నారు. తెలంగాణ తల్లి పాత విగ్రహ రూపాన్నే కొనసాగించాలని డిమాండ్ చేస్తున్నారు. ప్రభుత్వానికి కౌంటర్‌గా మేడ్చల్‌లో తెలంగాణ తల్లి పాత రూపం విగ్రహాన్ని బీఆర్ఎస్ ప్రతిష్టిస్తోంది. సీఎం రేవంత్ రెడ్డి సచివాలయంలో ప్రతిష్టిస్తోన్న సమయంలోనే.‌. మేడ్చల్ కార్యక్రమంలో బీఆర్ఎస్ వర్కింగ్ ప్రెసిడెంట్ కేటీఆర్ పాల్గొననున్నారు.

तेलंगाना के रंगारेड्डी में भीषण सड़क हादसा, बस और डंपर की टक्कर, 20 लोगों की मौत

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तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले के चेवेला मंडल के मिर्जागुड़ा गांव के पास रविवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ। हैदराबाद-बीजापुर हाईवे पर एक तेज रफ्तार टिपर लोरी ने टैंड़ूर आरटीसी बस को सामने से टक्कर मार दी। हादसा इतना जोरदार था कि बस के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बस में कुल 70 यात्री सवार थे। हादसे में 17 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

ट्रक में भरी गिट्टी के नीचे दबे लोग

पुलिस के मुताबिक, चेवेला के पास एक टिपर ट्रक, जो ग्रेवल (बजरी) से भरा हुआ था, ने राज्य परिवहन निगम की बस को सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक का माल बस पर जा गिरा। इससे कई यात्री ट्रक में भरी गिट्टी के नीचे दब गए। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में एक साल के बच्चे सहित 11 महिलाएं और 9 पुरुषों की मौत हुई है।

ट्रक ड्राइवर ने खोया नियंत्रण

घटना के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और फंसे हुए यात्रियों को निकालने में मदद की। पुलिस भी तुरंत पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ट्रक की रफ्तार बहुत तेज थी। अचानक मोड़ पर ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे यह बड़ा हादसा हो गया।

सीएम रेवंत रेड्डी ने हादसे पर जताया शोक

हादसे पर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, सीएम ने अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचने और राहत व बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। रेवंत रेड्डी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को आदेश दिया है कि बस हादसे में घायल सभी लोगों को तुरंत हैदराबाद लाया जाए और उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि हादसे से जुड़ी पूरी जानकारी समय-समय पर उन्हें दी जाए। मुख्यमंत्री ने मौजूद मंत्रियों को भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने के लिए कहा है ताकि राहत कार्यों की निगरानी की जा सके।

From ₹1 Lakh to a Trusted Name in Jewellery: Anupp Agarwal’s Sri Chimmanlal Jewels Sets Its Sights on Nationwide Expansion

Hyderabad, India – July 22, 2025

In an inspiring story of grit and growth, entrepreneur Anupp Agarwal founded Sri Chimmanlal Jewels in 2009 with a modest investment of ₹1 lakh. What started as a single outlet offering 18KT and 22KT gold jewellery has now grown into one of Hyderabad’s most respected and customer-loved jewellery brands.

Recognising shifting market trends and the surge in gold prices in 2023, Mr. Agarwal made a visionary move — the brand began offering certified 9KT and 14KT gold jewellery, making high-quality, hallmarked jewellery accessible to a wider audience. This strategic expansion attracted new-age buyers seeking affordable luxury, especially for daily wear, gifting, and kids' jewellery.

Today, Sri Chimmanlal Jewels caters to thousands of loyal customers with a wide selection of ear studs, bangles, rings, bracelets, lockets, and more — all crafted with precision and elegance. Each piece reflects a legacy of craftsmanship blended with modern aesthetics.

“Our mission has always been to deliver trust, affordability, and timeless beauty in every piece of jewellery,” says Anupp Agarwal, Founder & Director of Sri Chimmanlal Jewels.

The brand’s hallmark features include:

Certified 9KT, 14KT, 18KT gold jewellery

Lifetime exchange and old gold exchange offers

Over 2000+ unique designs for all age groups

Custom-made jewellery and personalized gifting solutions

Transparent pricing and customer-first service

With plans to expand into multiple locations across India and a focus on building a robust online presence, Sri Chimmanlal Jewels is entering a new chapter of growth — aiming to make premium gold jewellery accessible to every Indian household.

Whether you’re shopping for a special occasion or daily elegance, Sri Chimmanlal Jewels continues to be a name you can trust.

For Media Enquiries, Contact:

Sri Chimmanlal Jewels

Abids, Hyderabad, Telangana

परिसीमन पर स्टालिन को मिला तेलंगाना सीएम का साथ, रेवंत रेड्डी ने केन्द्र पर लगाया साज़िश करने का आरोप

#telanganacmrevanthreddyon_delimitation

दक्षिण के राज्यों में परिसीमन को लेकर घमाशान मचा हुआ है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस पर विरोध जताया है। परिसीमन और ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी के विरोध में स्टालिन ने 5 मार्च तमिलनाडु में सर्वदलीय की थी। बैठक में जॉइंट एक्शन कमेटी बनाने का फैसला हुआ था, ताकि इन मुद्दों पर साझा रणनीति बनाई जा सके। स्टालिन ने परिसीमन मामले में 7 मार्च को अन्य राज्यों के मौजूदा और पूर्व मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने 22 मार्च को होने वाली जॉइंट एक्शन कमेटी (जेएसी) की पहली बैठक में अपने प्रतिनिधि भेजने का अनुरोध किया था। इस बीच स्टालिन का एक प्रतिनिधिमंडल तेलंगाना पहुंचा है। ये लोग परिसीमन के मुद्दे पर बुलाई गई मीटिंग के लिए तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी को आमंत्रित करने पहुंचे।

बीजेपी बदले की कार्रवाई कर रही-रेवंत रेड्डी

तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, बीजेपी-एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार दक्षिण भारत के राज्यों के साथ साज़िश कर रही है। यह परिसीमन नहीं है, बल्कि दक्षिणी राज्यों को सीमित करना है। हम इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, बीजेपी दक्षिण भारत के लोगों के साथ अपना स्कोर सेट करने के लिए यह सब कर रही है क्योंकि यहां लोग कभी भी बीजेपी को आगे नहीं बढ़ने देते। बीजेपी बदले की कार्रवाई कर रही है। मैं इस मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ खड़ा हूं।

तेलंगाना में भी होगी एक सर्वदलीय बैठक

रेवंत रेड्डी ने बताया है, सीएम स्टालिन की बुलाई बैठक में शामिल होने के लिए मुझे अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से अनुमति लेनी है। पर सैद्धांतिक तौर पर मैं स्टालिन की मांग से सहमत हूं। हम स्टालिन के प्रयास का स्वागत करते हैं। कांग्रेस पार्टी इस बैठक में जाने को तैयार हो गई है लेकिन मैं शीर्ष नेतृत्व की अनुमति से जाऊंगा। तमिलनाडु जाने से पहले हम तेलंगाना में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित करेंगे।

लोकसभा में दक्षिण की हिस्सेदारी कम होने की आशंका

सीएम रेड्डी ने कहा कि हम किशन रेड्डी को भी तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष के रूप में आमंत्रित करेंगे। यह एक ऐसा निर्णय है जो हमारे मौलिक अधिकारों को प्रभावित करता है। किशन रेड्डी को इस बैठक में जरूर आना चाहिए। इस पर हम सभी की ओर से कैबिनेट में सवाल उठाया जाना चाहिए। दक्षिण के राज्यों को इस बात का डर सता रहा है कि परिसीमन के बाद कहीं लोकसभा की सीटें कम न हो जाएं। दक्षिण के राज्यों को इस बात का डर है कि परिसीमन के बात लोकसभा में दक्षिण की हिस्सेदारी कम हो सकती है। वहीं, नॉर्थ इंडिया में सीटों की संख्या बढ़ सकती है। जनसंख्या

परिसीमन क्या है

लोकसभा और विधानसभा सीट की सीमा नए तरह से तय करने की प्रक्रिया को परिसीमन कहते हैं। इसके लिए आयोग बनता है। परिसीमन के लिए 1952, 1963, 1973 और 2002 में आयोग गठित हो चुके हैं। आखिरी बार परिसीमन आयोग अधिनियम, 2002 के तहत साल 2008 में परिसीमन हुआ था। लोकसभा सीटों को लेकर परिसीमन प्रक्रिया की शुरुआत 2026 से हो सकती है। इससे 2029 के चुनाव में करीब 78 सीटें बढ़ सकती हैं। दक्षिणी राज्य जनसंख्या आधारित परिसीमन का विरोध कर रहे हैं। इस वजह से सरकार समानुपातिक परिसीमन पर विचार कर रही है।

समानुपातिक परिसीमन क्या है

उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं। वहीं, तमिलनाडु-पुडुचेरी में इसकी आधी यानी 40 सीटें हैं। अगर उत्तर प्रदेश की 14 सीटें बढ़ती हैं तो इसकी आधी यानी 7 सीटें तमिलनाडु-पुडुचेरी में बढ़ाना समानुपातिक प्रतिनिधित्व है। आबादी के आधार पर जितनी सीटें हिंदी पट्‌टी में बढ़ेंगी, उसी अनुपात में जनसंख्या नियंत्रण करने वाले राज्यों में भी सीटें बढ़ेगी। हिंदी पट्टी के किसी राज्य की सीट में 20 लाख की आबादी पर एक सांसद होगा तो दक्षिणी राज्य में 10-12 लाख की आबादी पर एक सांसद होगा।

कांग्रेस के गढ़ में खिला कमलःतेलंगाना एमएलसी चुनावों में भाजपा ने मारी बाजी, 3 में से दो सीटों पर जीत दर्ज

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भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारत के राज्यों में बी अपने जड़े जमाने की कोशिश में लगी है। भाजपा की इस र सफलता मिलती भी दिख रही है। बीजेपी ने दक्षिण के उस राज्य में सफलता हासिल की है, जहां सत्ता में कांग्रेस है। बीजेपी ने तेलंगाना विधानसभा परिषद के चुनाव में अप्रत्‍याशित सफलता हासिल की है। उसने तीन सीटों पर हुए चुनावों में दो पर कामयाबी हासिल की।तीन एमएलसी सीट में से दो पर जीत कांग्रेस शासित राज्य में भाजपा के लिए एक नैतिक बढ़त के रूप में सामने आई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना विधान परिषद चुनाव में बीजेपी की जीत पर बधाई दी। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'एमएलसी चुनावों में तेलंगाना भाजपा को इस तरह के अभूतपूर्व समर्थन के लिए मैं तेलंगाना के लोगों को धन्यवाद देता हूं। हमारे नवनिर्वाचित उम्मीदवारों को बधाई।' उन्होंने कहा कि मुझे हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर बहुत गर्व है, जो लोगों के बीच कड़ी मेहनत कर रहे हैं।

इससे पहले तेलंगाना विधान परिषद के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा समर्थित उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। एक अन्य शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुआ था। भाजपा समर्थित मलका कोमरैया ने मेडक-निजामाबाद-आदिलाबाद-करीमनगर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की और निर्दलीय उम्मीदवार श्रीपाल रेड्डी पिंगिली ने वारंगल-खम्मम-नलगोंडा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी।

एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश में स्नातक एमएलसी चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों की जीत की सराहना की। प्रधानमंत्री ने चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों की जीत पर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की ओर से किए गए एक पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, 'विजेता उम्मीदवारों को बधाई। केंद्र और आंध्र प्रदेश में एनडीए सरकारें राज्य के लोगों की सेवा करती रहेंगी और राज्य की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।'

तेलंगाना टनल हादसाः अब तक पता नहीं चला मजदूरों का लोकेशन, 8 जिंदगियों को बचाने के लिए 9वें दिन रेस्क्यू जारी

#telangana_tunnel_collapse

तेलंगाना सुरंग हादसे का आज सोमवार को नौंवा दिन है। तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग में फंसे आठ लोगों को पिछले नौ दिनों से सुरक्षित निकालना संभव नहीं हो पाया है। रडार सर्वे से पीड़ितों की स्थिति का पता लगने का दावा किया गया था, लेकिन अब जांच में वहां सिवाए धातु के टुकड़ों के कुछ नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे लोगों के सटीक स्थान की अभी तक कोई जानकारी नहीं है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने रविवार को टनल साइट का दौरा किया। बता दें कि मजदूर 22 फरवरी की सुबह करीब 8:30 बजे से फंसे हुए हैं, जिसके बाद से बचाव कार्य जारी है।

बीते 9 दिनों में फंसे मजदूरों से संपर्क नहीं हो सका है। टनल में पानी, कीचड़ और ढेर सारे मलबे के कारण रेस्क्यू में काफी दिक्कतें आ रही हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत 11 एजेंसियां जुटी हुई हैं। सीएम रेवंत रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा किया और हालात की जानकारी ली। सीएम ने कहा कि सुरंग में फंसे लोगों की लोकेशन अभी तक पता नहीं चली है। जरूरत पड़ी तो रेस्क्यू में रोबोट की मदद ली जाएगी।

मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने साइड का दौरान करने के बाद कहा कि बचाव कर्मी इस बात को पूरी तरह से नहीं समझ पा रहे हैं कि लोग और मशीनें कहां फंसे हुए हैं। उनके पास केवल प्रारंभिक अनुमान है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुझाव दिया है कि यदि आवश्यक हो तो सुरंग के अंदर रोबोट का उपयोग किया जाए, ताकि बचाव कर्मियों को किसी भी तरह के खतरे से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार फंसे लोगों को निकालने के लिए दृढ़ है और दुर्घटना के कारण पीड़ित परिवारों की सहायता करने के लिए भी तैयार है।

इधर, नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनजीआरआई), हैदराबाद के वैज्ञानिकों ने सुरंग के भीतर ग्राउंड पेनीट्रेटिंग रडार सर्वे किया था ताकि सुरंग में फंसे आठ लोगों की स्थिति का पता लगाया जा सके। सर्वे में जिन जगहों पर पीड़ितों के होने का अनुमान था, वहां अब जांच में सिर्फ धातु के तत्व मिले हैं। यही वजह है कि अब वैज्ञानिकों ने रडार सर्वे से इतर जगहों पर भी पीड़ितों की तलाश करने की सलाह दी है। साथ ही वैज्ञानिक जल्द ही एक बार फिर से रडार सर्वे करने की योजना बना रहे हैं।

तेलंगाना के सुरंग में पांच दिनों से फंसी हैं आठ जिंदगियां, रैट माइनर्स को सौंपा गया रेस्क्यू का काम

#tunnel_accident_in_telangana_8_workers_trapped 

हैदराबाद से 132 किमी दूर नागरकुर्नूल में बन रही 42 किमी की दुनिया की सबसे लंबी पानी की टनल में 8 कर्मचारियों को फंसे हुए आज पांचवा दिन है। इन 8 जिंदगियों को बचाने के लिए सेना, नौसेना,एनडीआरफ, एसडीआरएफ, आईआईटी चेन्नई और एलएनटी कंपनी के एक्सपर्ट्स शामिल हैं। लेकिन अब तक फंसे हुए कर्मचारियों से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। इसके बाद अब यह काम 12 रैट माइनर्स (चूहों की तरह खदान खोदने वाले मजदूर) को सौंपा गया है। इन्होंने ही 2023 में उत्तराखंड की सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को सही-सलामत बाहर निकाला था।

6 रैट माइनर्स की एक टीम सोमवार दोपहर को पहुंच चुकी है। 6 लोगों की बाकी टीम कल (बुधवार) पहुंचेगी। अभी यह टीम अंदर जाकर सिर्फ हालात का जायजा लेगी। एनडीआरफ और एसडीआरएफ के साथ रैट माइनर्स टीम की मीटिंग के बाद रेस्क्यू शुरू होगा। नौसेना के जवान इस काम में रैट माइनर्स टीम की मदद करेंगे। ये आईआईटी चेन्नई के स्पेशल पुश कैमरे और रोबोट की मदद से खुदाई का सही रास्ता बताएंगे। पानी की वजह से रेस्क्यू में ज्यादा वक्त लग सकता है।

सुरंग से पानी और कीचड़ निकालने का काम चल रहा है, लेकिन जैसे-जैसे समय निकल रहा है श्रमिकों की कुशलता को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही हैं। सेना और एनडीआरएफ के सदस्य पहले से ही बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे नागरकुर्नूल के जिला कलेक्टर बी संतोष ने कहा कि आगे कोई भी कदम उठाने से पहले सुरंग की स्थिरता को ध्यान में रखा गया है। सुरंग से जल निकासी का काम भी चल रहा है। जीएसआई और एनजीआरआई की सलाह ले रहे हैं। स्थिति का आकलन करने के लिए एलएंडटी से जुड़े ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञों को भी बुलाया गया है। कीचड़ और मलबा भरने के कारण हम आखिर के 40-50 मीटर के अंदर नहीं जा पा रहे हैं, जहां श्रमिक फंसे हुए हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, तेलंगाना के डिप्टी सीएम भट्टी विक्रमारक ने कहा कि राज्य सरकार तब तक हार नहीं मानेगी, जब तक सुरंग के अंदर फंसे आठों लोग नहीं मिल जाते। शनिवार सुबह सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था, जिससे आठ मजदूर अंदर फंस गए थे। रेस्क्यू टीम 13.85 किलोमीटर लंबी सुरंग के 13.79 किलोमीटर तक का दायरा खंगाल चुके हैं। लेकिन आखिरी हिस्से में पानी और कीचड़ जमा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। इसका मतलब है कि उन आठ जिंदगियों की सलामती के लिए महज 0.06 किलोमीटर का फासला है।

तेलंगाना सुरंग हादसाःचौथे दिन भी जारी है 8 जिंदगियों को बचाने की जंग, हर घंटे बचाव कार्य होता जा रहा मुश्किल

#telangana_tunnel_rescue_operation_8_lives_still_in_danger

तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीसैलम लेफ्ट बैंक कैनाल एसएलबीसी सुरंग में फंसे आठ मजदूरों को बचाने की कोशिशें चौथे दिन भी जारी हैं, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। शनिवार सुबह जब खुदाई का काम चल रहा था तब अचानक सुरंग का एक हिस्सा गिर गया। इससे मजदूर उसमें फंस गए। सुरंग के अंदर फंसे आठ कर्मचारियों को बचाने का अभियान जारी है। इधर पानी का बढ़ता स्तर और बहती मिट्टी, बचाव कार्य को हर घंटे और खतरनाक बना रही है। अंधेरे, कीचड़ और भारी मलबे की वजह से बचाव कार्य बेहद मुश्किल हो गया है।

लगातार बढ़ रहे जलस्तर और कीचड़ के चलते बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत कई एजेंसियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। लेकिन अभी तक मजदूरों तक पहुंचा नहीं जा सका है। खराब परिस्थितियों और जोखिम भरे माहौल के कारण चिंता और बढ़ गई है। ऐसे में आगे का रास्ता सुझाने के लिए भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) और राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के विशेषज्ञों की मदद ली है।

एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि आठ लोग चौथे दिन भी फंसे हुए हैं, इसलिए जीएसआई और एनजीआरआई के विशेषज्ञों को बचाव प्रयासों में शामिल किया गया है। नागरकुरनूल के जिलाधिकारी बी. संतोष ने मंगलवार को कहा कि आगे कोई भी कदम उठाने से पहले सुरंग की स्थिरता को ध्यान में रखा गया है और पानी निकालने का काम जारी है। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और राष्ट्रीय भौगोलिक अनुसंधान संस्थान के विशेषज्ञों के अलावा एलएंडटी की ऑस्ट्रेलियाई इकाई को भी शामिल किया है। जिन्हें सुरंगों के बारे में व्यापक अनुभव है।

जिलाधिकारी ने बताया, अब तक हम उनसे (फंसे हुए लोगों से) संपर्क नहीं कर पाए हैं। हम भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और कुछ अन्य लोगों की सलाह ले रहे हैं। अभी हम पानी निकाल रहे हैं और आगे की ओर बढ़ रहे हैं। लेकिन आखिरी 40 या 50 मीटर तक हम नहीं पहुंच पाए हैं। अब तक हम जीएसआई और एनजीआरआई की सलाह ले रहे हैं। एलएंडटी के विशेषज्ञ भी यहां आ चुके हैं। जीएसआई और एनजीआरआई के अलावा, एलएंडटी से जुड़े एक आस्ट्रेलियाई विशेषज्ञ को भी दुर्घटना स्थल पर एसएलबीसी सुरंग की स्थिरता का आकलन करने के लिए बुलाया गया है, जिसे सुरंग संबंधी कार्यों का व्यापक अनुभव है।

राज्य सरकार ने पहले सुरंग के ऊपर से, लगभग 400 मीटर ऊपर से, सीधी खुदाई करने का सोचा था। लेकिन अब इस योजना को छोड़ दिया गया है। अब प्रशासन ने सुरंग के अंदर से ही बचाव का काम जारी रखने का फैसला किया है। इससे बचाव दल के लोगों को कम खतरा होगा। पानी के बढ़ते स्तर और अचानक मिट्टी के जमा होने से सुरंग की मजबूती पर भी सवाल उठ रहे हैं। इसलिए अधिकारियों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी। सोमवार सुबह बचाव दल ने हालात का जायजा लेने के लिए सुरंग में प्रवेश किया। उन्होंने देखा कि मिट्टी का स्तर लगभग एक मीटर बढ़कर सात मीटर से ज़्यादा हो गया है। पानी का बहाव भी लगातार जारी है, जिससे पानी निकालने का काम मुश्किल हो रहा है

22 फरवरी को सुरंग की छत गिरने से आठ लोग सुरंग के अंदर फंस गए थे। 52 लोग सुरक्षित बाहर की ओर भागने में कामयाब रहे और उनकी जान बच गई। जो लोग सुरंग में फंसे हैं, उनकी में दो इंजीनियर और छह वर्कर्स हैं। पीड़ित परिवार तेलंगाना पहुंच चुके हैं।

तेलंगाना का यह हादसा कुछ मायनों में उत्तराखंड के सिल्क्यारा सुरंग हादसे से मिलता-जुलता है. 12 नवंबर 2023 को उत्तरकाशी में चारधाम प्रोजेक्ट के तहत बन रही सिल्क्यारा-बरकोट सुरंग का 60 मीटर का हिस्सा ढह गया था, जिसमें 41 मजदूर फंस गए थे. उस घटना में भी मलबा हटाना और मजदूरों तक पहुंचना एक बड़ी चुनौती थी. लेकिन 17 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद सभी मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया था. उस बचाव अभियान में ऑगर मशीन, वर्टिकल ड्रिलिंग और रैट माइनिंग जैसी तकनीकों का इस्तेमाल हुआ था

**"Chilli and Acidity: The Fiery Truth Behind Spicy Reactions"**

Overview of Chilli Acidity

Chillies are known for their fiery heat, but they also have a certain level of acidity that can impact digestion and health. While chillies themselves are not highly acidic compared to citrus fruits or vinegar, they can still cause acidity-related discomfort in some people due to their capsaicin content.

Causes and Symptoms of Chilli-Induced Acidity

Capsaicin Irritation: The active compound in chillies, capsaicin, can irritate the stomach lining and trigger excess acid production.

Heartburn: A burning sensation in the chest, especially after eating spicy foods.

Why Choose Homeopathy for Chilli-Induced Acidity?

Homeopathy offers a natural and holistic approach to managing acidity caused by chillies. Instead of merely suppressing symptoms, homeopathic remedies aim to restore balance in the digestive system and strengthen the body's ability to handle spicy foods without discomfort.

Spiritual Homeopathy Clinic in Madhapur, Hyderabad, is available at 194, Road Number 1, MIG No 1, KPHB Phase 1, Kukatpally, Hyderabad, Telangana 500072.

CityWity

You can contact them at +91-9030176176. 

అసెంబ్లీ నుంచి బీఆర్‌ఎస్ వాకౌట్

సర్పంచులకు బిల్లులు ఇవ్వకుండా గోస పెడుతున్నారని తెలంగాణ అసెంబ్లీలో మాజీ మంత్రి హరీష్ రావు అన్నారు. గవర్నర్‌ను వెళ్లి కలవాల్సిన పరిస్థితి వచ్చిందన్నారు. 19 గ్రామ పంచాయితీలకి అవార్డు తెచ్చిన ఘనత కేసీఆర్ ది అని తెలిపారు. అయితే హరీష్ రావు ప్రసంగానికి కాంగ్రెస్ ఎమ్మెల్యేలు అడ్డు తగిలే ప్రయత్నం చేశారు.

తెలంగాణ అసెంబ్లీ సమావేశాలు (Telangana Assembly session) సోమవారం ఉదయం ప్రారంభమయ్యాయి. సభ మొదలైన తర్వాత సర్పంచుల పెండింగ్ బిల్లుల అంశం సభలో చర్చకు వచ్చింది. ఈ అంశంపై సభలో అధికార, ప్రతిపక్షాల మధ్య మాటల యుద్ధం నడిచింది. అయితే మాజీ సర్పంచ్ లు, మాజీ ఎంపిటీసీలకు పెండింగ్ బిల్లులు చెలించడంపై ప్రభుత్వం నుంచి స్పష్టమైన హామీ రానందుకు నిరసనగా అసెంబ్లీ నుంచి బీఆర్ఎస్ ఎమ్మెల్యేల (BRS MLAs) వాకౌట్ చేశారు.

సర్పంచులకు బిల్లులు ఇవ్వకుండా గోస పెడుతున్నారని మాజీ మంత్రి హరీష్ రావు (Former Minister Harish Rao) అన్నారు. గవర్నర్‌ను వెళ్లి కలవాల్సిన పరిస్థితి వచ్చిందన్నారు. 19 గ్రామ పంచాయితీలకు అవార్డు తెచ్చిన ఘనత కేసీఆర్ ది అని తెలిపారు. అయితే హరీష్ రావు ప్రసంగానికి కాంగ్రెస్ ఎమ్మెల్యేలు అడ్డు తగిలే ప్రయత్నం చేశారు. దీంతో మాజీ మంత్రి ఆగ్రహం వ్యక్తం చేశారు. ఎమ్మెల్యేలకు ఇచ్చిన శిక్షణ ఇదేనా అధ్యక్ష అంటూ హరిష్ రావు సెటైర్ విసిరారు. ఆ తరువాత మాజీ మంత్రి తిరిగి మాట్లాడుతూ.. తెలంగాణకు వెళ్తే చికెన్ గున్యా వస్తుందని అమెరికా ఆ దేశ పౌరులను హెచ్చరించిందని.. ఆ పరిస్థితికి పల్లెలను తెచ్చారని మండిపడ్డారు. పంచాయతీ సిబ్బందికి వేతనాలు ఇవ్వడం లేదన్నారు. చేసిన పనులకు బిల్లులు చెల్లించడం లేదని.. ఎంపీటీసీ, జెడ్పీటీసీలకు పెన్షన్స్ ఇస్తామని మేనిఫెస్టోలో చెప్పారని తెలిపారు. పెన్షన్స్ ఏమో గాని అసలు వేతనాలే ఇవ్వడం లేదని హరీష్‌రావు విమర్శించారు.

ఎమ్మెల్యే పల్లా రాజేశ్వర్ రెడ్డి మాట్లాడుతూ.. బచ్చన్నపేట మండలం నాగిరెడ్డిపల్లి సర్పంచ్ బిల్లులు రాక ఇల్లును కుదువ పెట్టుకున్నారని తెలిపారు. బిల్లుల కోసం సర్పంచ్‌లు కలుద్దామని హైదరాబాద్‌కు వస్తే అరెస్టు చేస్తున్నారన్నారు. సర్పంచ్‌లు చేసిన పనుల బిల్లులను వెంటనే విడుదల చేయాలని డిమాండ్ చేశారు.

తెలంగాణ తల్లి విగ్రహం చుట్టూ రాజకున్న రాజకీయం

తెలంగాణలో రాజకీయాలు వేడెక్కాయి. సీఎం రేవంత్ రెడ్డి సాధారణ మహిళా రూపంలో తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరిస్తున్నారని.. తెలంగాణ తల్లి విగ్రహ రూపాన్ని మార్చడంపై బీఆర్ఎస్ ఆగ్రహం వ్యక్తం చేస్తోంది. ప్రభుత్వానికి పోటీగా సోమవారం మేడ్చల్‌లో బీఆర్ఎస్ తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరిస్తున్నారు.

తెలంగాణ రాజకీయాలు (Telangana Politics) హీటెక్కాయి. తెలంగాణ తల్లి విగ్రహం (Telangana Thalli Statue) చుట్టూ రాజకీయాలు రాజకుంటున్నాయి. ప్రభుత్వం (Govt.), బీఆర్ఎస్ (BRS) పోటాపోటీ కార్యక్రమాలు నిర్వహిస్తున్నాయి. సీఎం రేవంత్ రెడ్డి (CM Revanth Reddy) సాధారణ మహిళా రూపంలో తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరిస్తున్నారని.. తెలంగాణ తల్లి విగ్రహ రూపాన్ని మార్చడంపై బీఆర్ఎస్ ఆగ్రహం వ్యక్తం చేస్తోంది. ప్రభుత్వానికి పోటీగా సోమవారం మేడ్చల్‌లో బీఆర్ఎస్ తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరిస్తున్నారు. ఈ కార్యక్రమంలో కేటీఆర్ పాల్గొంటున్నారు.

రాష్ట్ర ప్రభుత్వం అత్యంత ప్రతిష్ఠాత్మకంగా భావిస్తున్న తెలంగాణ తల్లి విగ్రహావిష్కరణకు ఏర్పాట్లు పూర్తయ్యాయి. సోమవారం సాయంత్రం 6.05 గంటలకు సచివాలయంలో దాదాపు లక్ష మంది మహిళల సమక్షంలో ముఖ్యమంత్రి రేవంత్‌రెడ్డి తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ఆవిష్కరించనున్నారు. అనంతరం బహిరంగ సభలో పాల్గొ ననున్నారు. ఈ కార్యక్రమం కోసం రాష్ట్ర వ్యాప్తంగా అన్ని నియోజకవర్గాల నుంచి మహిళా స్వయం సహాయక సంఘాల సభ్యులను హైదరాబాద్‌కు తీసుకురానున్నారు. లక్ష మంది జనసమీకరణ నేపథ్యంలో సచివాలయం పరిసర ప్రాంతాల ట్రాఫిక్‌ను ప్రత్యామ్నాయ మార్గాల వైపు మళ్లించనున్నారు. విగ్రహావిష్కరణ నుంచి రాత్రి వరకు ప్రభుత్వ ఆధ్వర్యంలో వివిధ కార్యక్రమాలు నిర్వహించనున్నారు. విగ్రహావిష్కరణ, బహిరంగ సభ తరువాత రాత్రి 7.30 గంటలకు ఎన్టీఆర్‌ మార్గ్‌ వద్ద డ్రోన్‌ షో, 8గంటలకు బాణసంచా ప్రదర్శన ఉంటుంది. అనంతరం హెచ్‌ఎండీఏ గ్రౌండ్స్‌లో ప్రముఖ సినీ సంగీత దర్శకుడు తమన్‌ నేతృత్వంలో మ్యూజికల్‌ కార్యక్రమం నిర్వహిస్తారు. కాగా, తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని సచివాలయంలోని ప్రధాన ద్వారం ఎదురుగా ప్రభుత్వం ఏర్పాటుచేసింది. విగ్రహావిష్కరణ నేపథ్యంలో విగ్రహానికి రెండువైపులా వేదికలను సిద్ధం చేశారు. ఎడమ వైపు ముఖ్యమంత్రి, మంత్రులు, ప్రజాప్రతినిధులు కూర్చునేందుకు వీలుగా ఒక వేది కను, మరోవైపు సాంస్కృతిక కార్యక్రమాల నిర్వహణ కోసం మరో వేదికను సిద్ధం చేశారు. ఈ రెండు వేదికలకు ఎదురుగా అతిథులు, ప్రముఖులతో పాటు మహిళలు కూర్చునేందుకు వీలుగా కుర్చీలు ఏర్పాటు చేస్తున్నారు.

రాష్ట్ర ప్రభుత్వం రూపొందించిన నూతన తెలంగాణ తల్లి విగ్రహం పలు వివాదాలు, ఆరోపణల నడుమ సోమవారం ఆవిష్కరణ కాబోతోంది. గత ప్రభుత్వం రూపొందించిన తెలంగాణ తల్లి విగ్రహంలో రాచరికపు ఆనవాళ్లు ఉన్నాయని, దొరసాని తరహాలో ఉందని ప్రతిపక్షంలో ఉన్నప్పుడు కాంగ్రెస్‌ ఆరోపించింది. ఈ క్రమంలోనే గతేడాది డిసెంబరులో అధికారంలోకి వచ్చిన వెంటనే తెలంగాణ తల్లి విగ్రహంపై దృష్టిపెట్టింది. విగ్రహం ఎలా ఉండాలనే దానిపై సమాలోచనలు జరిపి.. ప్రస్తుత విగ్రహాన్ని రూపొందించారు. అయితే కాంగ్రెస్‌ ఆవిష్కరించబోయే విగ్రహ నమూనాను విడుదల చేసినప్పటి నుంచి ప్రతిపక్ష బీఆర్‌ఎస్‌ విమర్శలు చేస్తోంది. అధికార పార్టీ రూపొందించిన విగ్రహం తెలంగాణ తల్లి కాదని, కాంగ్రెస్‌ తల్లి అంటూ తీవ్రంగా విమర్శించారు. ఇక గత విగ్రహంలో ఉన్నట్లుగా కిరీటం ప్రస్తుత విగ్రహంలో ఎందుకు లేదంటూ కూడా ఆ పార్టీ నేతలు ప్రశ్నిస్తున్నారు. కాగా, రాష్ట్రంలో కాంగ్రెస్‌ ప్రభుత్వం ఏర్పాటై ఏడాది పూర్తయిన సందర్భంగా ఈ నెల 1 నుంచి 9 వరకు నిర్వహిస్తున్న ‘ప్రజాపాలన-ప్రజా విజయోత్సవాలు’ సోమవారంతో ముగియనున్నాయి.

సచివాలయంలో తెలంగాణ తల్లి విగ్రహ ఏర్పాటు పనులను ముఖ్యమంత్రి రేవంత్‌రెడ్డి ఆదివారం మంత్రులు కోమటిరెడ్డి వెంకట్‌రెడ్డి, శ్రీధర్‌బాబు, పొంగులేటి శ్రీనివా్‌సరెడ్డి, పొన్నం ప్రభాకర్‌తో కలిసి పరిశీలించారు. అధికారులతో మాట్లాడి తెలుసుకున్నారు. అనంతరం అక్కడ నుంచి నడుచుకుంటూ తన చాంబర్‌కు వెళ్లారు.

కాగా అధికార కాంగ్రెస్‌కు ప్రధాన ప్రతిపక్షం బీఆర్ఎస్ కౌంటర్ కార్యక్రమం చేపట్టింది. సోమవారం సచివాలయంలో ప్రభుత్వం తెలంగాణ తల్లి విగ్రహాన్ని ప్రతిష్టించనుంది. ఈ విగ్రహంపై బీఆర్ఎస్ నేతలు విమర్శలు చేస్తున్నారు. కాంగ్రెస్ ప్రభుత్వం ప్రతిష్టిస్తోంది తెలంగాణ తల్లి కాదుని.. కాంగ్రెస్ తల్లి అని అంటున్నారు. తెలంగాణ తల్లి పాత విగ్రహ రూపాన్నే కొనసాగించాలని డిమాండ్ చేస్తున్నారు. ప్రభుత్వానికి కౌంటర్‌గా మేడ్చల్‌లో తెలంగాణ తల్లి పాత రూపం విగ్రహాన్ని బీఆర్ఎస్ ప్రతిష్టిస్తోంది. సీఎం రేవంత్ రెడ్డి సచివాలయంలో ప్రతిష్టిస్తోన్న సమయంలోనే.‌. మేడ్చల్ కార్యక్రమంలో బీఆర్ఎస్ వర్కింగ్ ప్రెసిడెంట్ కేటీఆర్ పాల్గొననున్నారు.