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रोजगार के मुद्दे पर हेमंत सरकार पार्ट टू 9 महीने में 9 कदम भी नहीं चली- प्रतुल शाह देव

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने हेमंत सोरेन सरकार पर रोजगार के मुद्दे पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि रोजगार के मुद्दे पर हेमंत सरकार पार्ट टू पूरी तरह विफल साबित हुई है। चुनाव के समय झामुमो-कांग्रेस- राजद गठबंधन ने जनता से वादा किया था कि 5 वर्षों में 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी। घोषणा पत्र में स्पष्ट लिखा था कि पहले 6 महीने में नियुक्तियों का रोड मैप भी जारी हो जाएगा। लेकिन आज स्थिति यह है कि यह वादा केवल कागज़ों और घोषणाओं तक सिमट कर रह गया है।

प्रतुल ने कहा कि हेमंत सोरेन पार्ट टू में अब तक सरकार ने महज़ 1556 नियुक्ति पत्र ही बाँटे हैं। इसमें भी अधिकांश नियुक्तियां शिक्षा विभाग (सहायक अध्यापक, लैब असिस्टेंट एवं नगर सेवा संवर्ग ) आदि पदों पर हुई हैं।यानी नौ महीने बीत जाने के बावजूद कुल मिलाकर केवल लगभग 1556 नियुक्ति पत्र ही युवाओं को दिए गए हैं। प्रतिशत के आंकड़ों में यह आधा प्रतिशत भी नहीं होता है और सिर्फ 0.15% का आंकड़ा नौ महीने में पूरा होता दिख रहा है। यह आँकड़ा हेमंत सरकार के “10 लाख नौकरी” के वादे की तुलना में बेहद शर्मनाक और निराशाजनक है।प्रतुल ने कहा कि यही नहीं, पिछले कार्यकाल में भी हेमंत सोरेन ने 25 लाख नौकरियों का वादा किया था, लेकिन आज तक उस वादे का कोई ठोस हिसाब-किताब जनता को नहीं मिला। झारखंड लोक सेवा आयोग ने भी कई वर्षों की परीक्षाएं एक साथ ली थी। 342 अभ्यर्थियों को सफल भी घोषित किया गया ।लेकिन किसी को भी नियुक्ति पत्र अभी तक नहीं मिला है।इसका स्पष्ट कारण सरकार भी नहीं बता रही है।

प्रतुल ने कहा कि झारखंड के लाखों युवा रोज़गार की आस में सरकार की ओर देख रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ़ जुमले और खोखली घोषणाएँ ही मिल रही हैं। यह सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। भाजपा स्पष्ट रूप से कहना चाहती है कि मौजूदा रफ्तार को देखते हुए हेमंत सोरेन सरकार का “10 लाख नौकरियाँ” देने का वादा कभी पूरा नहीं हो पाएगा।प्रतुल ने कहा कि भाजपा युवाओं की आवाज़ उठाती रहेगी और हेमंत सरकार को उसके हर वादे पर जवाबदेह बनाएगी।

शिबू सोरेन की जीवनी अब झारखंड के स्कूली पाठ्यक्रम में

झारखंड के स्कूली बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। अब राज्य के स्कूलों में 'दिशोम गुरु' शिबू सोरेन की जीवनी पढ़ाई जाएगी। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंजूरी दे दी है। इसके बाद, 2026 से स्कूलों में मिलने वाली किताबों में शिबू सोरेन पर एक विशेष अध्याय जोड़ा जाएगा।

कक्षा 2 से 11वीं तक शामिल होगा अध्याय

नए पाठ्यक्रम के तहत, कक्षा 2 से 11वीं तक की सात अलग-अलग कक्षाओं की किताबों में शिबू सोरेन की जीवनी से जुड़े 10 अध्याय शामिल किए जाएंगे। सबसे अधिक, कक्षा 8वीं की किताब में तीन अध्याय और कक्षा 6 में दो अध्याय होंगे। इसके अलावा, कक्षा 2, 4, 7, 9 और 11वीं में एक-एक अध्याय शामिल किया जाएगा।

सात सदस्यीय कमेटी ने बनाया पाठ्यक्रम

इस पाठ्यक्रम को तैयार करने के लिए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने एक सात सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी ने दिशोम गुरु की जीवनी को अलग-अलग विषयों, जैसे हिंदी, पर्यावरण विज्ञान, सामाजिक अध्ययन और राजनीति विज्ञान, में पढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। सरकार की मंजूरी के बाद, अब इन किताबों को छापने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसके लिए अगले महीने टेंडर जारी होने की उम्मीद है।

भाजपा नेताओं का उद्देश्य भ्रष्टाचार की जांच नहीं, बल्कि जनादेश से बनी सरकार की स्थिरता को नुकसान पहुंचाना है : विनोद पांडेय

रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा नेताओं बाबूलाल मरांडी एवं अन्य के बयानों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि विपक्ष माननीय श्री हेमंत सोरेन सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से बौखला कर झूठ और अफवाहों का सहारा ले रहा है। उन्होंने कहा कि मरांडी जिस तरह “लूट” और “घोटाले” के मनगढ़ंत किस्से गढ़कर मुख्यमंत्री और पुलिस महकमे को बदनाम करने का स्वांग रच रहे हैं, वह लोकतांत्रिक मर्यादाओं का खुला उल्लंघन है।

विनोद पांडेय ने कहा, “राज्य सरकार ने पारदर्शिता और जवाबदेही की मिसाल पेश की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हमेशा कहा है कि अगर किसी के पास कोई ठोस सबूत है तो वह उसे जांच एजेंसियों को सौंपे। लेकिन भाजपा के पास तथ्यों का अभाव है, इसलिए वह केवल प्रेस बयान और सोशल मीडिया पोस्ट के सहारे जनता को गुमराह करने में लगी है।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं का उद्देश्य भ्रष्टाचार की जांच नहीं, बल्कि जनादेश से बनी सरकार की स्थिरता को नुकसान पहुंचाना है। “मरांडी जी जिस तरह अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम लेकर अनर्गल बयान दे रहे हैं, वह प्रशासनिक व्यवस्था को अस्थिर करने का प्रयास है। राज्य सरकार कानून के शासन में विश्वास रखती है और हर शिकायत का संज्ञान उचित मंच पर लिया जाता है।

बच्चों के पोषण को लेकर लगाए गए आरोपों पर विनोद पांडेय ने कहा कि झारखंड में कुपोषण जैसी ऐतिहासिक समस्या भाजपा के लंबे शासनकाल की देन है। हेमंत सरकार ने ‘पोषण अभियान’, आंगनबाड़ी केंद्रों के आधुनिकीकरण और पोषण आहार बजट बढ़ाने जैसे ठोस कदम उठाए हैं। कोविड और आर्थिक चुनौतियों के बावजूद आंगनबाड़ी सेविकाओं का मानदेय नियमित करने और गर्भवती महिलाओं-बच्चों के लिए पोषण से जुड़ी विभिन्न योजनाओं को लागू करने का काम इस सरकार ने किया है।

विनोद पांडेय ने दो टूक कहा कि भाजपा नेताओं को झूठे आरोपों के बजाय रचनात्मक सुझाव देने चाहिए। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य विकास और सामाजिक न्याय के नए मानक स्थापित कर रहा है। आदिवासी, दलित, किसान, पिछड़ा वर्ग, महिला और युवा सही सभी वर्गों के उत्थान के लिए योजनाएं तेजी से लागू हो रही हैं। भाजपा को यह स्वीकार करना चाहिए कि झारखंड अब घोटालों के अंधकार से निकलकर पारदर्शी शासन के उजाले की ओर बहुत आगे बढ़ चुका है।

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सरस मेले में झारखंड की महिलाओं का जलवा: 25 लाख से अधिक का कारोबार, पारंपरिक कला ने जीता दिल

नई दिल्ली, 22 सितंबर 2025: नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 5 से 22 सितंबर तक चले 'सरस आजीविका मेले' में झारखंड की ग्रामीण महिलाओं ने अपनी प्रतिभा और उद्यमिता से एक खास पहचान बनाई है। 'पलाश' और 'आदिवा' जैसे अपने ब्रांड्स के सात स्टॉलों के माध्यम से इन महिलाओं ने 25 लाख रुपये से अधिक का कारोबार किया, जो उनकी मेहनत और हुनर का प्रमाण है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह ने भी महिलाओं के प्रयासों की सराहना की है।

पलाश ब्रांड की धूम: गुणवत्ता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक

झारखंड की ग्रामीण महिलाओं द्वारा तैयार किए गए 'पलाश' ब्रांड के उत्पादों ने दिल्लीवासियों के बीच खासी लोकप्रियता हासिल की। रागी लड्डू, शुद्ध शहद, काले गेहूं का आटा, अरहर दाल और लेमन ग्रास ऑयल जैसे खाद्य और गैर-खाद्य उत्पादों की कुल बिक्री 25 लाख रुपये से अधिक रही। यह सफलता न केवल इन उत्पादों की गुणवत्ता को दर्शाती है, बल्कि झारखंड की ग्रामीण महिलाओं की आत्मनिर्भरता की कहानी भी कहती है।

आदिवा ज्वेलरी: झारखंड की पारंपरिक कला का नया अवतार

'आदिवा' ब्रांड, जो झारखंड के पारंपरिक आभूषणों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मार्गदर्शन में शुरू किया गया था, ने भी मेले में खूब सुर्खियाँ बटोरीं। आदिवा के स्टॉल पर 200 रुपये के झुमकों से लेकर 6 हजार रुपये तक के चाँदी के आभूषण मौजूद थे, जो शहरी लोगों को बहुत पसंद आए। चाँदी की मंडली, झोंपा सीकरी और पछुवा जैसे पारंपरिक आभूषणों ने दिल्ली के लोगों का दिल जीत लिया, जिससे लुप्त होने की कगार पर पहुँच चुकी यह पारंपरिक कला राष्ट्रीय पटल पर फिर से अपनी पहचान बना रही है।

झारखंडी व्यंजन रहे हिट, मिला तीसरा पुरस्कार

मेले में झारखंड के पारंपरिक व्यंजनों, जैसे धूसका, दाल पीठा और घूग्नि, ने भी विशेष पहचान बनाई। इन स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल पर 3 लाख रुपये से अधिक का कारोबार हुआ। मेले के अंतिम दिन, झारखंड को लाइव फूड श्रेणी में तीसरा पुरस्कार भी मिला। ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह ने स्वयं इन व्यंजनों का स्वाद चखा और महिलाओं का उत्साह बढ़ाया।

इसके अलावा, सरायकेला की सुनीता नामक एक 'पत्रकार दीदी' ने पूरे मेले की रिपोर्टिंग की, जिससे यह साबित हुआ कि ग्रामीण महिलाएँ अब केवल उत्पादन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि मीडिया जैसे क्षेत्रों में भी अपनी भूमिका निभा रही हैं।

मारवाड़ी युवा मंच चेतना शाखा द्वारा गरबा रास का आयोजन

Ramgarh :-मारवाड़ी युवा मंच चेतना शाखा रामगढ़ कैंट ने दिनांक 20सितम्बर को शाखा द्वारा डॉ नीति बेरलिया की अध्यक्षता में गरबा रास का आयोजन सैनी होटल में किया गया । आयोजन के पहले 3 दिन का गरबा वर्कशॉप भी रखा गया।यह वर्कशॉप नए डांसरों के लिए बहुत ही उपयुक्त है। इसका उद्देश्य प्रतिभागियों को नवरात्रि के उत्सव के लिए तैयार करना है ताकि वे आत्मविश्वास के साथ डांस फ्लोर पर अपनी कला का प्रदर्शन कर सकें। वर्कशॉप करने का कारण गरबा के बुनियादी स्टेप्स सिखाना,

हाथों और पैरों की चाल का समन्वय सिखाना,

गरबा स्टेप्स जैसे कि 'दो ताली', 'तीन ताली' और 'छह ताली' सिखाना।इन स्टेप्स को संगीत के साथ जोड़ना,धीरे-धीरे ताल को बढ़ानाथा।सभी सदस्यों ने वर्कशॉप में जमकर अभ्यास किया साथ साथ मज़ा मस्ती भी किया।

कार्यक्रम का उद्घाटन चेतना शाखा अध्यक्षा और चेतना शाखा की महिलाओं द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस आयोजन में शाखा सदस्यों और बच्चों ने हिस्सा लिया और डांडिया के गीतों में झूमे और आनंदित हुए।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कार्यक्रम में सोलो डांस, डुएट डांस, ग्रुप डांस सहित कई प्रकार के सरप्राइज गिफ्ट भी बांटे गए। छोटे बच्चो ने गणेश वंदना से प्रोग्राम की शुरुआत की ।फिर शाखा अध्यक्ष डॉ नीति बेरलिया ने स्वागत भाषण दे कर सभी मौजूद लोगो का स्वागत किया,कहा कि भारतीय संस्कृति व लोक परंपराओं को जीवंत रखने की आवश्यकता है। ऐसे आयोजनों से जहां हमारी संस्कृति व लोक परंपराओं को मजबूती मिलती है वहीं महिलाओं में उत्साह का संचार होता है। इसके बाद शुरू हुई डांडिया में महिलाओं जमकर नृत्य किया।

शाखा द्वारा बहुत से गेम्स भी खिलाए गए थे ।मौजूद लोगो ने नृत्य और गेम्स दोनो का मजा लिया।यह प्रोग्राम 4 बजे से शाम 7बजे तक चला। कार्यक्रम मे स्वादिष्ट व्यंजनों का भी सबने लुत्फ उठाया ।आखिर मे लकी ड्रॉ निकाल कर प्रोग्राम का अंत किया गया । मौजूद सभी लोगों ने मंच एवम प्रोग्राम की काफी सराहना की ।कार्यक्रम को सफल बनाने में शाखा की सदस्यों ने अपना योगदान दिया।

जीएसटी में कटौती: आज से सस्ता हुआ सुधा दूध, घी और पनीर

पटना: जीएसटी दर में कटौती के बाद आज, 22 सितंबर, से आम जनता को बड़ी राहत मिली है। बिहार राज्य को-ऑपरेटिव मिल्क फेडरेशन लिमिटेड (कॉम्फेड) ने अपने लोकप्रिय 'सुधा' ब्रांड के कई डेयरी उत्पादों की कीमतों में कमी की घोषणा की है।

क्या-क्या हुआ सस्ता?

आज सोमवार से सुधा के 18 उत्पादों की कीमतों में 1 से 10 रुपये तक की कटौती की गई है। इनमें प्रमुख उत्पाद और उनकी नई कीमतें इस प्रकार हैं:

दूध (1 लीटर टोंड): ₹74 से घटकर ₹73

घी (प्रति टिन): ₹10 की कमी

टेट्रा पैक: ₹70 से घटकर ₹68

पनीर (100 ग्राम): ₹46 (पहले की कीमत का उल्लेख नहीं)

पनीर (500 ग्राम): ₹210 से घटकर ₹205

कॉम्फेड ने बताया कि फिलहाल पुराने पैकेजिंग वाले कुछ उत्पाद भी बाजार में मौजूद हैं, लेकिन ग्राहकों को वे भी नई, कम की गई कीमतों पर ही मिलेंगे। यह कदम उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत है और त्योहारों से पहले खरीदारी को बढ़ावा देगा।

स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी पर टेंडर घोटाले और तुष्टीकरण का आरोप, भाजपा का बड़ा हमला

रांची, 21 सितंबर 2025: झारखंड भाजपा ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी पर एक बड़ा हमला बोलते हुए उन पर टेंडर घोटाले और धार्मिक तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने प्रेस वार्ता में दावा किया कि स्वास्थ्य मंत्री के संरक्षण में न केवल टेंडर घोटाला हो रहा है, बल्कि टेंडर वितरण में एक विशेष समुदाय को प्राथमिकता दी जा रही है।

क्या हैं आरोप?

11 टेंडर, एक ही परिवार को: अजय साह ने बताया कि रांची, दुमका, जामताड़ा, सरायकेला, बोकारो और देवघर जैसे जिलों में पिछले एक साल में स्वास्थ्य विभाग के 11 में से सभी टेंडर रांची के एक ही मुस्लिम परिवार की तीन कंपनियों को दिए गए हैं।

तीन कंपनियां, एक ही पता: उन्होंने खुलासा किया कि हिंद इंफ्राटेक, भारत सप्लायर्स और ग्लोबल सप्लायर्स नाम की ये तीनों कंपनियां एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं और इनके डायरेक्टर भी एक ही व्यक्ति हैं।

नियमों का उल्लंघन: अजय साह के अनुसार, जेम पोर्टल के नियम के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति अलग-अलग कंपनियों से टेंडर भरता है तो उसकी सभी बिड रद्द कर दी जानी चाहिए। लेकिन इन कंपनियों को न केवल योग्य घोषित किया गया, बल्कि उन्हें काम भी दिया गया और भुगतान भी किया गया।

भाजपा की मांग:

भाजपा ने इस घटना को "सुनियोजित लूट" बताते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। पार्टी ने कहा है कि इन सभी 11 टेंडरों को तुरंत रद्द किया जाए और मामले की उच्चस्तरीय स्वतंत्र जांच कराई जाए। अजय साह ने कांग्रेस पर "संविधान रक्षा का ढकोसला" करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह मामला केवल वित्तीय भ्रष्टाचार का नहीं, बल्कि धार्मिक पक्षपात का भी है।

उन्होंने यह भी कहा कि रिम्स 2 की बात भी केवल लूट के लिए की जा रही है, सरकार का इरादा जनता को स्वास्थ्य सुविधा देने का नहीं है।

गढ़वा: विधायक सत्येन्द्रनाथ के निर्देश पर आधी रात को बदला गया खराब ट्रांसफार्मर

गढ़वा: शनिवार की रात गढ़वा विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी की पहल पर शहर के नाहर रोड स्थित विशुनपुर मोहल्ले में खराब हुए ट्रांसफार्मर को महज चार घंटे के भीतर बदल दिया गया। इस त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है।

मोहल्लेवासियों ने बताया कि दोपहर दो बजे से बिजली आपूर्ति ठप थी। शाम को इसकी सूचना बिजली विभाग को दी गई, जिसके बाद रात आठ बजे विभाग ने ट्रांसफार्मर खराब होने की पुष्टि की। इसके बाद लोगों ने विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी से संपर्क किया।

विधायक ने तुरंत बिजली विभाग के अधिकारियों और अपने प्रतिनिधि सत्येन्द्र कुमार तिवारी को निर्देश दिया, जिसके बाद आधी रात को ही नया ट्रांसफार्मर लगाया गया और बिजली बहाल हुई।

विधायक प्रतिनिधि सत्येन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि विधायक जनता की समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि विधायक भाषणों में नहीं, बल्कि काम करने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने क्षेत्र के लोगों से अपील की कि वे बिजली से जुड़ी किसी भी समस्या की सूचना दें, ताकि उसे तुरंत दूर किया जा सके।

नशा मुक्त रांची' के लिए युवाओं ने लगाई मैराथन में दौड़

रांची, 21 सितंबर 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर मनाए जा रहे 'सेवा पखवाड़ा' के तहत, भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो), रांची महानगर ने "नशा मुक्त रांची" की थीम पर एक मैराथन दौड़ का आयोजन किया। भाजयुमो के रांची महानगर अध्यक्ष रोमित नारायण सिंह के नेतृत्व में आयोजित इस मैराथन का उद्देश्य युवाओं को "नशा मुक्त भारत और समृद्ध भारत" के संकल्प से जोड़ना था।

प्रमुख नेताओं ने बढ़ाया हौसला

इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, और भाजपा संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने मैराथन की शुरुआत की।

कर्मवीर सिंह ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहकर जीवन को सशक्त बनाना चाहिए। उन्होंने इस मैराथन को नशा मुक्त भारत बनाने के संकल्प का प्रतीक बताया।

रघुबर दास ने युवाओं के जोश की सराहना करते हुए कहा कि यह आने वाली पीढ़ी की जागरूकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ और जागरूक युवा ही नशे के खिलाफ इस अभियान को आगे ले जाएंगे।

शशांक राज, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष, ने कहा कि नशा मुक्ति केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि समाज की मजबूती का प्रतीक है।

मैराथन और पुरस्कार

यह दौड़ मोराबादी मैदान से शुरू होकर जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम पर समाप्त हुई। दौड़ में हजारों युवाओं ने हिस्सा लिया। विजेताओं को सम्मानित करते हुए पुरस्कार राशि भी दी गई:

प्रथम पुरस्कार: ₹21,000

द्वितीय पुरस्कार: ₹11,000

तृतीय पुरस्कार: ₹5,100

शीर्ष 10 प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

इस सफल आयोजन का संयोजन धर्मवीर सिंह ने किया। मैराथन ने रांची के युवाओं में स्वास्थ्य और नशा मुक्त समाज के प्रति जागरूकता और संकल्प को मजबूत किया।

बाबूलाल जी का आरोप आधारहीन, राजनीतिक साज़िश और गैरज़िम्मेदाराना : विनोद पांडेय

रांची झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोप को आधारहीन और राजनीतिक साज़िश करार देते हुए कहा कि भाजपा विपक्ष में रहते हुए भी गैरज़िम्मेदाराना आरोपों से जनता को गुमराह करने का नाकाम कोशिश करने में दिन रात जुटी हुई है। यह बेहद अशोभनीय है।

उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर काम कर रही है। एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) के दफ्तर में सुरक्षा या रेकॉर्ड से जुड़ा जो भी मसला सामने आया है, सरकार आवश्यकतानुसार आगे बढ़ेगी। बाबूलाल जी मनगढ़ंत आरोप लगाने की बजाय उनके पास सुबूत है तो सरकार को उपलब्ध कराएं। सरकार आवश्यकतानुसार कार्यवाही करेगी। भाजपा के आदेश निर्देश से नहीं ये सरकार नीति से चलती है।

विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा, विशेषकर बाबूलाल मरांडी, बिना किसी ठोस तथ्य के संवेदनशील विषयों को तूल देकर प्रशासनिक कामकाज में बाधा डालने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि भ्रष्टाचार और फाइलों के गायब होने की घटनाएं भाजपा शासन के दौरान हुईं, जिन पर आज तक कार्रवाई नहीं हुई।

झामुमो नेता ने कहा कि हेमंत सरकार ने राज्य में पारदर्शी व्यवस्था लागू की है और सरकारी विभागों में ई-ऑफिस व डिजिटलीकरण के ज़रिए रेकॉर्ड सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। भाजपा का आरोप दरअसल अपनी राजनीतिक ज़मीन खोने की हताशा का परिणाम है।

विनोद पांडेय ने भाजपा नेताओं को नसीहत दी कि वे बेबुनियाद बयानबाज़ी छोड़कर रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएं। झारखंड की जनता जानती है कि किसने राज्य को लूट का अड्डा बनाया और कौन ईमानदारी से विकास के लिए काम कर रहा है। यही वजह है कि भाजपा को सत्ता से बेदखल कर जनता ने अपना भरपूर आशीर्वाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व को दिया है, वह भी एक बार नहीं, लगातार दो बार।