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सूर्या हांसदा एनकाउंटर: राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने शुरू की जांच, पुलिस के दावों पर उठाए सवाल

गोड्डा: राजधानी रांची में हुए सूर्या हांसदा के कथित एनकाउंटर का मामला अब राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCST) तक पहुँच गया है। कल, 24 अगस्त को, आयोग की आठ सदस्यीय टीम ने गोड्डा पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

आयोग की सदस्य आशा लकड़ा के नेतृत्व में पहुंची टीम ने सबसे पहले सूर्या हांसदा के परिजनों और उनके पैतृक गांव लालमटिया के लोगों से पूछताछ की। इसके बाद, टीम ने उस रहदबड़िया पहाड़ी का भी दौरा किया, जहां 10 अगस्त को मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान आयोग ने गोड्डा की उपायुक्त अंजलि यादव और पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार से भी मुलाकात कर जानकारी मांगी।

पुलिस के दावों पर सवालिया निशान

जांच के दौरान आशा लकड़ा ने पुलिस के दावों पर संदेह जताते हुए कहा कि उनमें कई कड़ियाँ गायब हैं। उन्होंने कहा, "पुलिस का दावा है कि हांसदा पर 25 मामले दर्ज थे, जबकि स्थानीय लोग उन्हें एक सामाजिक कार्यकर्ता बताते हैं।" आयोग ने एसआईटी में शामिल पुलिसकर्मियों के नाम और हांसदा के खिलाफ दर्ज सभी मामलों की प्रतियां मांगी हैं, जिसके लिए जिला प्रशासन को सात दिनों का समय दिया गया है।

राजनीतिक विवाद और सीआईडी जांच

सूर्या हांसदा का एनकाउंटर भाजपा सांसद दीपक प्रकाश की शिकायत के बाद आयोग ने उठाया है। विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने इस मुठभेड़ को 'साजिश के तहत की गई हत्या' बताया है। हालांकि, राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी है।

गौरतलब है कि सूर्या हांसदा ने 2019 में भाजपा के टिकट पर और 2024 में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेकेएलएम) के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

धनबाद के पूर्वी टुंडी में डायरिया का कहर, सड़क नहीं होने से बुजुर्ग महिला की मौत

धनबाद: धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी प्रखंड में डायरिया ने विकराल रूप ले लिया है, जिसने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल दी है। इस प्रकोप से मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन खराब सड़क और जागरूकता की कमी से स्थिति और भी गंभीर हो गई है।

कल रविवार को, घोषालडीह गांव के भोक्ता टोला की बुंदिया भोक्ताईन (65) डायरिया से पीड़ित हो गईं। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विकास राणा ने 108 एंबुलेंस की व्यवस्था की, लेकिन गांव तक सड़क नहीं होने के कारण एंबुलेंस पहुंच नहीं सकी। महिला के बेटों ने उन्हें खाट पर लादकर लगभग 500 मीटर दूर एंबुलेंस तक पहुंचाया। हालांकि, एंबुलेंस से एसएनएमएमसीएच धनबाद पहुंचने पर बुंदिया भोक्ताईन ने दम तोड़ दिया। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में मूलभूत सुविधाओं की कमी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

कई गांवों में नए मरीज मिले, झाड़-फूंक पर भरोसा

पूर्वी टुंडी के लटानी, सिंगरायडीह, घोषालडीह और गोपीनाथडीह गांवों में डायरिया के कई नए मरीज सामने आए हैं। डॉ. विकास राणा ने रविवार सुबह सिंगरायडीह गांव पहुंचकर सहिया के साथ मरीजों की जांच की और दवाइयां दीं। गंभीर हालत वाले मरीजों को इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच धनबाद रेफर किया गया।

चिंताजनक बात यह है कि डायरिया फैलने के बावजूद, कई आदिवासी और दलित परिवार इलाज के बजाय झाड़-फूंक पर भरोसा कर रहे हैं। डॉ. राणा ने कुछ मरीजों को झाड़-फूंक के लिए ले जाए जाने पर ग्रामीणों को समझाया कि उचित इलाज न मिलने से स्थिति बिगड़ सकती है, और उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल ले जाने की सलाह दी।

दूषित पानी और गंदगी बन रही है वजह

प्रभावित पंचायतों के मुखियाओं का कहना है कि लगातार हो रही बारिश और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव न होने के कारण गांवों के कुओं के आसपास गंदगी और दूषित पानी जमा हो रहा है, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। साथ ही, कुछ घरों में बासी खाने और गंदगी के कारण भी स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।

इस प्रकोप ने यह साफ कर दिया है कि स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ निचले तबके तक नहीं पहुंच पा रहा है। कुछ दिन पहले ही लटानी आदिवासी टोला के गणेश मरांडी की मौत भी डायरिया से हुई थी।

बीएमडब्ल्यू इंडस्ट्रीज झारखंड में लगाएगी 803 करोड़ का नया स्टील प्लांट

रांची: स्टील बनाने वाली प्रमुख कंपनी बीएमडब्ल्यू इंडस्ट्रीज ने झारखंड में 803 करोड़ रुपये के बड़े निवेश से एक नया कारखाना लगाने की घोषणा की है। यह प्लांट बोकारो में स्थापित किया जाएगा और इसका उद्देश्य उच्च-गुणवत्ता वाले स्टील उत्पादों का उत्पादन बढ़ाना है।

बीएमडब्ल्यू इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक हर्ष बंसल ने बताया कि यह निवेश इस्पात मंत्रालय की पीएलआई (उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन) योजना के तहत किया जा रहा है, जिसे 2021 में विशेष इस्पात के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था।

उत्पादों का व्यापक इस्तेमाल

यह नई कोल्ड रोलिंग इकाई 5 लाख टन प्रति वर्ष की क्षमता के साथ काम करेगी। इसमें कलर-कोटेड सामग्री और उन्नत अलॉय व नॉन-अलॉय कोटेड उत्पादों का उत्पादन होगा, जिनका उपयोग कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में होता है, जैसे:

बुनियादी ढांचा और निर्माण

वाहन क्षेत्र

नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy)

रक्षा क्षेत्र

कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही से कलर-कोटेड स्टील का उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा है, और उन्हें चौथी तिमाही से कमाई की उम्मीद है।

हर्ष बंसल ने बताया कि कंपनी अगले दो वर्षों में इस फैक्ट्री की स्थापना कर लेगी और पहला प्लांट वित्तीय वर्ष 2026 में काम करना शुरू कर देगा। इस प्रोजेक्ट को झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से भी मंजूरी मिल चुकी है। बीएमडब्ल्यू इंडस्ट्रीज वर्तमान में टीएमटी सरिया, पाइप, ट्यूब और गैल्वनाइज्ड उत्पादों का निर्माण करती है।

सूर्य हांसदा एनकाउंटर: भाजपा का आरोप- 'फर्जी मुठभेड़ और राजनीतिक हत्या'

रांची: राजधानी रांची में सूर्य हांसदा के कथित एनकाउंटर को लेकर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में भारी गुस्सा है। राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने इसे "फर्जी एनकाउंटर" और "राजनीतिक हत्या" करार दिया है। इस मामले की जांच के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में गठित सात सदस्यीय टीम ने अपनी रिपोर्ट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को सौंप दी है।

आज प्रेस वार्ता के दौरान बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि सूर्य हांसदा भ्रष्ट अधिकारियों के लिए एक बड़ा खतरा बन गए थे। उन्होंने मुख्यमंत्री के करीबी विधायक प्रतिनिधि पर भी सवाल उठाए हैं। मरांडी ने यह भी कहा कि जो वकील सूर्य हांसदा के लिए केस लड़ रहे हैं, उन्हें भी डर सता रहा है और उन्हें सुरक्षा की जरूरत है।

जांच कमेटी की रिपोर्ट: टॉर्चर के बाद हत्या का आरोप

भाजपा की जांच कमेटी में शामिल पूर्व विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में इस एनकाउंटर को पूरी तरह से फर्जी बताया है। उन्होंने कहा कि जिस जगह एनकाउंटर दिखाया गया, वहां पत्रकारों और स्थानीय लोगों को जाने नहीं दिया गया।

शाही ने यह भी बताया कि जब सूर्य हांसदा का शव पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवार को सौंपा गया, तो उनके पूरे शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। ग्रामीणों का कहना है कि सूर्य हांसदा की मौत टॉर्चर के दौरान ही हो गई थी और उसके बाद इसे एनकाउंटर का रूप दिया गया।

भाजपा मनाएगी 'सेवा पखवाड़ा', बाबूलाल मरांडी बोले- हमारा लक्ष्य सत्ता नहीं, जनसेवा

रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) झारखंड प्रदेश इकाई ने आगामी 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक 'सेवा पखवाड़ा' मनाने की घोषणा की है। आज भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें इस कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई।

बैठक को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा का मुख्य लक्ष्य सत्ता सुख नहीं, बल्कि सत्ता के माध्यम से जनता की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि 'सेवा पखवाड़ा' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से शुरू होगा और महात्मा गांधी व लालबहादुर शास्त्री की जयंती तक चलेगा। उन्होंने कहा कि एक तरफ 'इंडी' गठबंधन लोकतंत्र का गला घोंट रहा है, वहीं भाजपा अपने सेवा कार्यक्रमों के माध्यम से जनता को जोड़कर लोकतंत्र को मजबूत कर रही है।

भाजपा निभाती है राजनीतिक और सामाजिक जिम्मेदारी

भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रविंद्र कुमार राय ने कहा कि देश और प्रदेश की जनता की एकमात्र आशा भाजपा है। उन्होंने कहा कि भाजपा राजनीतिक के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियां भी निभाती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे स्वच्छता, वृक्षारोपण, रक्तदान और जल संरक्षण जैसे अभियानों में बढ़ती जनभागीदारी की सराहना की।

विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन

प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने 'सेवा पखवाड़ा' के कार्यक्रमों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे:

रक्तदान शिविर

मैराथन दौड़

प्रदर्शनी और स्वास्थ्य शिविर

दिव्यांगजनों के लिए उपकरण वितरण

स्वच्छता अभियान और वृक्षारोपण

सांसद खेलकूद प्रतियोगिता: 29 अगस्त से पंजीकरण शुरू होगा। इसमें फुटबॉल, वॉलीबॉल, हॉकी, बैडमिंटन और पारंपरिक खेल जैसे कबड्डी शामिल होंगे।

वोकल फॉर लोकल: गांधी जयंती के अवसर पर खादी और हस्तकरघा निर्मित वस्त्रों की खरीद को बढ़ावा देने के लिए आम जनता से अपील की जाएगी।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती: 25 सितंबर को बूथ स्तर पर मनाई जाएगी।

बैठक का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन महिला मोर्चा अध्यक्ष आरती सिंह ने किया। इस बैठक में सांसद कालीचरण सिंह, प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू समेत कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे।

रांची: 25 अगस्त का जनता दरबार स्थगित, ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराने की अपील

रांची: उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजुनाथ भजन्त्री ने 25 अगस्त, 2025 को होने वाला जनता दरबार स्थगित कर दिया है। यह जनता दरबार हर सोमवार को समाहरणालय के ब्लॉक-ए में आयोजित होता था।

जिला प्रशासन ने नागरिकों से असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए अपील की है कि वे अपनी शिकायतें और समस्याएं ऑनलाइन पोर्टल या आधिकारिक व्हाट्सएप नंबर 9430328080 पर दर्ज करा सकते हैं।

उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन जनता की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह से तत्पर है और जल्द ही जनता दरबार का अगला सत्र आयोजित कर सभी से संवाद स्थापित किया जाएगा।

रांची में जलप्रपातों में उफान, जिला प्रशासन ने पर्यटकों के लिए जारी की चेतावनी

रांची: राजधानी रांची और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद जोन्हा, हुंडरू, दशम फॉल, सीता फॉल और रिमिक्स फॉल जैसे प्रमुख जलप्रपात उफान पर हैं। जिला प्रशासन ने इन जलप्रपातों में पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए एक चेतावनी जारी की है और लोगों से इन क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, जलप्रपातों में पानी का बहाव बेहद तेज है और चट्टानें फिसलन भरी हो गई हैं, जिससे कोई भी छोटी सी लापरवाही एक गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती है। यह दृश्य भले ही आकर्षक हो, लेकिन मौजूदा स्थिति में यह अत्यंत खतरनाक भी है।

प्रशासन ने दिए ये निर्देश:

जलप्रपातों से दूर रहें: पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे किसी भी हाल में जलप्रपातों के पास न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।

दिशानिर्देशों का पालन करें: स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा जारी सभी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें।

सूचनाओं पर नजर रखें: मौसम और जलप्रपातों की स्थिति से जुड़ी जानकारी के लिए स्थानीय समाचारों और प्रशासनिक सूचनाओं पर लगातार नजर रखें।

जिला प्रशासन ने कहा है कि उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा है। किसी भी आपात स्थिति में, लोग स्थानीय पुलिस या आपातकालीन सेवाओं से संपर्क कर सकते हैं। प्रकृति का आनंद सुरक्षित दूरी से ही लेने की सलाह दी गई है।

रांची: नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर प्रदर्शन से पहले चंपाई सोरेन हाउस अरेस्ट

रांची: राजधानी रांची के कांके स्थित नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर आज 'हल जोतो, रोपा रोपो' कार्यक्रम के तहत विरोध प्रदर्शन करने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपाई सोरेन को प्रशासन ने उनके मोरहाबादी स्थित सरकारी आवास पर ही हाउस अरेस्ट कर लिया। चंपाई सोरेन के साथ सरायकेला-खरसावां जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा सहित कई अन्य नेताओं को भी नजरबंद कर दिया गया है ताकि वे नगड़ी नहीं पहुँच सकें।

यह विरोध प्रदर्शन नगड़ी की विवादित जमीन पर प्रस्तावित रिम्स-2 के विरोध में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में चंपाई सोरेन, अन्य नेताओं और हजारों ग्रामीणों को सामूहिक रूप से हल चलाकर और धान की रोपाई कर अपना विरोध जताना था।

पूरा मामला

यह विवादित जमीन कई सालों से चर्चा में है। पहले की सरकारों ने इस जमीन पर रिम्स-2 बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसका ग्रामीणों और कुछ राजनीतिक दलों ने विरोध किया था। ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी पारंपरिक कृषि भूमि है, जिस पर वे पीढ़ी-दर-पीढ़ी खेती करते आ रहे हैं। इस जमीन पर किसी भी तरह की सरकारी परियोजना का निर्माण उनके जीवन और आजीविका को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा।

भाजपा नेता चंपाई सोरेन ने इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों के साथ लगातार अपनी एकजुटता दिखाई है। उनका आरोप है कि सरकार ग्रामीणों की भावनाओं और उनके अधिकारों की अनदेखी कर रही है। उनका मानना है कि सरकार को विकास परियोजनाओं के लिए ऐसी जमीन का चयन करना चाहिए जिससे स्थानीय लोगों की आजीविका पर कोई नकारात्मक असर न पड़े।

आज के इस विरोध कार्यक्रम को प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने का हवाला देते हुए रोका है। पुलिस का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर लोगों के जमा होने से स्थिति बिगड़ सकती थी। हालांकि, इस कार्रवाई के बाद भाजपा और अन्य विरोधी दलों ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को भी दबाने का प्रयास कर रही है।

चंपाई सोरेन के हाउस अरेस्ट होने के बाद भी नगड़ी में ग्रामीण बड़ी संख्या में जमा हो गए हैं और अपना विरोध जारी रखे हुए हैं। इस मुद्दे पर राजनीति और ग्रामीणों का आक्रोश दोनों बढ़ता जा रहा है, जिससे सरकार के लिए आने वाले दिनों में यह एक बड़ी चुनौती बन सकता है।

रिम्स 2 की जमीन पर आज हल चलाएंगे चंपई सोरेन, प्रशासन अलर्ट, जानें क्या है पूरा मामला?

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झारखंड की राजधानी रांची के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 के निर्माण स्थल को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इसको लेकर लगातार पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। स्थानीय ग्रामीण लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। जिसने समर्थन में पूर्व सीएम चंपाई सोरेन उतर आए हैं। पूर्व सीएम चंपाई सोरेन हजारों किसानों के साथ आज नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर हल चलायेंगे। इन सबके बीच प्रशासन ने भी कमर कस ली है।

हजारों की संख्या में ग्रामीणों की भी जुटने की संभावना

कांके के नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर आज रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता चंपाई सोरेन ‘हल जोतो, रोपा रोपो’ कार्यक्रम के तहत हल चलायेंगे। नगड़ी के किसानों के विरोध को समर्थन देते हुए चंपाई सोरेन ने कहा कि रिम्स-2 के लिए चिन्हित जमीन के अधिग्रहण में 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून, सीएनटी एक्ट और ग्राम सभा के नियमों का पालन नहीं हुआ है। इस दौरान हजारों की संख्या में ग्रामीणों की भी जुटने की संभावना है।

दो जगहों पर बनाई गई अस्थायी जेल

विरोध प्रदर्शन को लेकर नगड़ी मौजा के आसपास व प्रदर्शन स्थल तक आनेवाले रास्तों पर कुल 15 जगहों पर बीडीओ व सीओ स्तर के पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, पुलिस निरीक्षक सहित अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किये गये हैं। वहीं, बिरसा मुंडा स्टेडियम व प्लस 2 हाई स्कूल कांके में दो जगहों पर अस्थायी जेल भी बनाया गया है। इसके अलावा वाटर कैनन, रबर बुलेट, वज्र वाहन, फायर टेंडर वाहन आदि की भी व्यवस्था की गयी है। तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गयी है।

200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू

प्रशासन ने रिम्स-2 निर्माण स्थल के 200 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू किया है। जिसके तहत वहां भीड़ इकट्ठी करना और हथियार लाने पर पाबंदी लगाई गई है। प्रशासन का कहना है कि कांके अंचल अंतर्गत मौजा नगड़ी में प्रस्तावित रिस्स–2 के सीमांकन एवं फेंसिंग कार्य पूर्ण हो चुका है। इस दौरान यह देखा गया कि उक्त स्थल पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो रही है तथा कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा फेंसिंग के अंदर प्रवेश का प्रयास एवं विधि-व्यवस्था भंग करने की आशंका बनी हुई है।

क्या है पूरा मामला?

मालूम हो नगड़ी और आसपास के गांवों में रिम्स-2 के लिए चिह्नित जमीन पर खेती करने से रैयतों को रोके जाने और कांटेदार तारों से घेराबंदी किये जाने से ग्रामीणों में नाराजगी है। नगड़ी जमीन बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर ग्रामीण कई दिनों से आंदोलन की तैयारी में जुटे हैं। समिति ने आसपास के गांवों के किसानों को इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का न्योता दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बहुत पहले जमीन का अधिग्रहण किया गया था। पर जब यहां कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ, तो इस जमीन पर स्वाभाविक दावा रैयतों का है।

रांची में बारिश से जनजीवन प्रभावित, कई इलाकों में भरा पानी, श्मशान घाट भी डूबा

रांची: राजधानी रांची और पूरे झारखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। अधिकांश नदियां और डैम उफान पर हैं, जिसके चलते शनिवार को कई प्रमुख डैमों के फाटक खोलने पड़े।

नामकुम में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित राधा-कृष्ण मंदिर को जोड़ने वाले छोटे पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। नदी के किनारे बने कई घरों में घुटनों तक पानी घुस गया है, जिससे घर का सारा सामान पानी में तैर रहा है।

पुल पर आवागमन बंद, श्मशान घाट भी जलमग्न

नामकुम बस्ती और केतारी बगान को जोड़ने वाले पुल पर पहली बार पानी इतना ऊपर तक आया है कि वह पुल के ऊपर से बह रहा है। किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए नगर निगम और प्रशासन ने पुल के दोनों तरफ बैरिकेडिंग लगाकर आवागमन बंद कर दिया है।

केतारी बगान के पास स्वर्णरेखा नदी के किनारे बने कई घरों के निचले हिस्से और गाड़ियां भी पानी में डूब गई हैं। नामकुम-डोरंडा मार्ग पर स्वर्णरेखा नदी भी उफान पर है। नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि पानी श्मशान घाट तक पहुंच गया है, जिससे अंतिम संस्कार करना भी मुश्किल हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन में कभी इतनी बारिश नहीं देखी।