पुत्र धर्म' के साथ 'राजधर्म' का निर्वाह कर रहे हैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, गांव से ही कर रहे राजकाज
रामगढ़: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस समय अपने पैतृक गांव नेमरा में रहकर अपने दिवंगत पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म की रस्मों को निभा रहे हैं। इस मुश्किल घड़ी में भी, वह एक ओर जहां पुत्र धर्म का निर्वाह कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पूरी लगन से राजधर्म की जिम्मेदारियां भी संभाल रहे हैं।
जनहित के कार्यों में देरी न करने का निर्देश
मुख्यमंत्री नेमरा के सादगी भरे माहौल में रहते हुए भी प्रशासनिक कार्यों के प्रति पूरी तरह सक्रिय हैं। वह लगातार विभिन्न विभागों से आई फाइलों और प्रस्तावों पर फैसले ले रहे हैं। इसके साथ ही, वह अधिकारियों से फोन और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संपर्क में हैं।
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हेमंत सोरेन ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जनहित से जुड़े कार्यों में किसी भी प्रकार की देरी या कोताही न हो। उन्होंने कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन निर्धारित समय-सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जनता की समस्याओं को लेकर संवेदनशील रहने और उनके समाधान में तत्परता बरतने को कहा है।













नेमरा, रामगढ़, 13 अगस्त 2025: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज अपने पैतृक गांव नेमरा में बेहद सादगीपूर्ण अंदाज में नजर आए। उन्होंने गांव की गलियों और पगडंडियों पर घूमकर ग्रामीणों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि गांव की मिट्टी में खुशबू और हरियाली की ठंडक है और गांव का विकास ही राज्य के विकास की असली नींव है।









Aug 14 2025, 13:29
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