पंचायत सहायक के हत्या आरोपी को पुलिस ने पकड़ा, पुलिस अधीक्षक ने किया घटना का खुलासा
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फर्रुखाबाद।पंचायत सहायक की ईट से कुचल कुचल कर निर्मम हत्या कर दी गई थी l पुलिस ने घटना का खुलासा करके एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है l पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त की गई ईट को आरोपी की निशानदेही पर बरामद कर लिया है l शुक्रवार को पुलिस लाइन सभागार में पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने पंचायत सहायक की हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि थाना मेरापुर के गांव साहबगंज में पंचायत सहायक नितिन की सोते समय ईट से कुचल कुचल कर हत्या कर दी गई थी l
सुबह नितिन का शव चारपाई पर परिजनों ने खून से लथपथ देख कर पुलिस को सूचना दी गई थी पुलिस ने मौके पर पहुंच कर एक युवक को हिरासत में लिया गया था l पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अरोपी समरवीर से गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की गई तो आरोपी ने घटना की जानकारी दी,
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक पंचायत सहायक नितिन ने अरोपी समरवीर को समाज के सामने बदनाम कर दिया था और अपनी बदनामी का बदला लेने के लिए समरवीर ने पंचायत सहायक नितिन की ईंट से कुचल कुचल कर मौत के घाट उतार दिया था l
अभियुक्त भूरे उर्फ समर वीर पुत्र जगवीर निवासी साहबगंज थाना मेरापुर से घटना के सम्बन्ध में पूछताछ की गयी तो अभियुक्त द्वारा बिना किसी भय लोभ लालच के अपने अपराध को स्वीकार करते हुये घटना के सम्बन्ध में बताया कि मैं ग्राम साहबगंज का रहने वाला हूँ हमारे गांव के ही रामू उर्फ नितिन पुत्र राम नरेश मुझसे पहले से ग्राम प्रधान के पुत्र शेर सिंह के साथ रहकर पंचायत सचिव का काम देख रहा था नितिन मुह फट किस्म का आदमी था। इसी बात को लेकर हम दोनों में अनवन रहती थी, जब 8-10 आदमी इकट्ठा होते थे तो नितिन उर्फ रामू मेरी लोगो के सामने बेइज्जती कर देता था की तू प्रधान की गुलामी करता है में प्रधान के काम की देखभाल करता था। जिसके बदले प्रधान से कुछ रुपये मुझे मिल जाते थे। जिससे मेरा सही खर्चा चल जाता था, इसी बात को लेकर 25 जून 2025 को शाम के समय कमलेश के घर के सामने व रामू गेस्ट हाउस में व गोशाला के पास व गनेशपुर चौराहा के पास नितिन उर्फ रामू ने (1) अनुराग (2) अरविन्द (3) संजय (4) रावेन्द्र उर्फ रामू के सामने बेइज्जती की थी तभी मैने ठान लिया था कि नितिन उर्फ रामू को ठिकाने लगाना है नितिन को जिन्दा नहीं छोड़ना है। यह सोच कर मैं बरसी से जान बूझकर रामू गेस्ट हाउस से देरी से गाँव लौटा और प्रधान के घर पर सो गया फिर रात को करीब 01:00 बजे मैं उठा मैने देखा की गांव के सब लोग सो रहे थे मैं दवे पाव नितिन के घर के पास आया मुझे पहले से ही मालूम था कि नितिन के नये बन रहे है एवं नितिन मकान के बाहर खुले में अकेला चारपाई पर सोता है वहाँ पहुंचा तो नितिन गहरी नींद में सोया था। बन रहे मकान में जगह-2 ईट पड़ी थी। एक साबूत ईट उठाई और आस पास देखा कि मुझे कोई देख तो नहीं रहा है जब मुझे यकीन हों गया कि मुझे कोई नही देख रहा है तो अपने हाथ में पकड़ी हुई साबूत ईंट का एक भरपूर वार सोये हुए नितिन के सिर पर किया जिस से नितिन चिल्ला भी नहीं पाया और लगातार कई बार ईंट से नितिन के सिर व चेहरे पर वार किया जब तक मुझे यकीन नहीं हो गया की नितिन मर गया है।
तब वहाँ से जिस ईट से मैने नितिन की हत्या की थी उस ईट को अपने हाथ मे लेकर धीरे धीरे दवे पाव अपने घर की ओर चला गया कपड़ो पर भी नितिन का खून जगह जगह लग गया था ईंट को घर के रास्ते मे पाखड़ के पेड़ के पहले वाई तरफ घूरे पर फेंक दिया उस स्थान का मुझे ही पता हैं फिर मास्टर स्व० राम बाबू के खाली मकान पर पहुँचा जिस की छत पर अपनी मक्का सुखाने के लिए राम बाबू की भाभी मुन्नी पत्नी बलवीर से चाबी ले रखी थी वही पर पहने हुये कपड़े उतार कर एक कोने मे छुपा दिये और पहले से रखे हुए दूसरे कपड़े पहन लिये कपड़े जहा पर रखे है।
घटना में प्रयुक्त ईट व उसके द्वारा पहने हुये कपड़े जिन पर हत्या करते समय नितिन का खून लग गया था जिन्हें घटना के बाद छिपा दिया गया था अभियक्त की निशांदेही पर बरामद कर लिया गया है।
Jun 29 2025, 19:33