झारखंड में बनेंगे अत्याधुनिक एस्ट्रो साइंस सेंटर: खगोल विज्ञान को मिलेगी नई उड़ान
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झारखंड अब खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक नई पहचान बनाने जा रहा है! राज्य के लातेहार और रामगढ़ जिलों में अत्याधुनिक एस्ट्रो साइंस सेंटर और एस्ट्रो पार्क की स्थापना की जा रही है, जो लोगों को ब्रह्मांड के रहस्यों से रूबरू कराएगा. इन सेंटरों का उद्देश्य विशेष रूप से बच्चों और युवाओं में खगोल विज्ञान के प्रति रुचि जगाना और उन्हें ग्रहों, तारों व नक्षत्रों के बारे में गहन जानकारी प्रदान करना है. यह परियोजना लगभग 13 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरी होगी.
नेतरहाट और पतरातू बनेंगे खगोलीय शिक्षा के केंद्र लातेहार जिले के नेतरहाट (महुआटांड़ अंचल के नेतरहाट मौजा में 5.64 एकड़ भूमि पर) और रामगढ़ जिले के पतरातू (पतरातू अंचल के हेसला मौजा में 3.17 एकड़ भूमि पर) में इन एस्ट्रो साइंस सेंटरों का निर्माण किया जा रहा है. इन केंद्रों में डिजिटल तारामंडल की भी स्थापना की जाएगी, जो एक रोमांचक और ज्ञानवर्धक अनुभव प्रदान करेगा. बच्चों के लिए यह विशेष रूप से आकर्षक होगा, क्योंकि वे ब्रह्मांड को पहले से कहीं अधिक करीब से देख और समझ पाएंगे.
केंद्र और राज्य सरकार का संयुक्त प्रयास
यह महत्वाकांक्षी परियोजना केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और झारखंड सरकार की संयुक्त पहल का परिणाम है. 'स्कीम फॉर प्रोमोशन ऑफ कल्चर ऑफ साइंस' के तहत इसकी स्थापना की जा रही है. प्रत्येक सेंटर के निर्माण पर लगभग 6 करोड़ 65 लाख रुपये खर्च होने का प्रस्ताव है, जिसमें केंद्र सरकार 2.86 करोड़ रुपये का योगदान करेगी, जबकि झारखंड सरकार 3.79 करोड़ रुपये खर्च करेगी. यह साझेदारी राज्य में वैज्ञानिक सोच और अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
एस्ट्रो साइंस सेंटर में होंगी ये खास सुविधाएं
इन एस्ट्रो साइंस सेंटरों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा ताकि आगंतुकों को खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान का व्यापक अनुभव मिल सके. यहां गैलरी ऑफ एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स होगी, जहां विभिन्न खगोलीय पिंडों और सिद्धांतों को प्रदर्शित किया जाएगा. इसके अलावा, एक इनोवेशन एंड एक्टिविटी सेंटर भी होगा जो आगंतुकों को हाथों-हाथ सीखने का अवसर देगा. आउटडोर एग्ज़िबिट्स बेस्ड ऑन एस्ट्रोनॉमी भी लगाए जाएंगे, जो खुले वातावरण में खगोलीय घटनाओं को समझने में मदद करेंगे.
इन सेंटरों में खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान से संबंधित विषयों की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी. लोगों को तारों, ग्रहों और अन्य खगोलीय पिंडों से परिचित कराया जाएगा, जिससे वे ब्रह्मांड की विशालता और सुंदरता को समझ सकेंगे. ज्ञान प्रदान करने के अलावा, इन सेंटरों में इनोवेशन, शोध कार्य, वर्कशॉप और सेमिनार का भी आयोजन किया जाएगा. यह छात्रों, शोधकर्ताओं और खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले आम लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा, जहां वे नए विचारों का आदान-प्रदान कर सकेंगे और नवीनतम खोजों से अवगत हो सकेंगे.
झारखंड में इन एस्ट्रो साइंस सेंटरों की स्थापना से न केवल बच्चों और युवाओं में वैज्ञानिक जिज्ञासा बढ़ेगी, बल्कि यह राज्य को वैज्ञानिक शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में भी एक प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेगा.
6 hours ago