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India

Jul 03 2024, 13:34

राज्यसभा से विपक्ष का वॉकआउट, पीएम मोदी ने कहा- हरकतें कल फेल हो गईं, इसलिए आज बाहर गए

#oppositionwalkedoutduringpmmodispeechinrajya_sabha

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष लगातार हंगमा करता रहा। 32 मिनट की स्पीच के बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा- ये मुझे नहीं, संविधान को पीठ दिखा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा- देश वासियों ने जो आदेश दिया है, उसे वे (विपक्ष) पचा नहीं पा रहा। कल उनकी सारी हरकतें फेल हो गईं। आज इसलिए वे मैदान छोड़कर भाग गए।

प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए कहा कि 60 साल के बाद यह हुआ है कि 10 साल के बाद कोई एक सरकार की वापसी हुई है। यह घटना असामान्य है। कुछ लोग जानबूझकर के उससे अपना मुंह फेरकर बैठे रहे। कुछ को समझ नहीं आया। जिसे समझ आया उन्होंने ऐसा हो हल्ला किया जिससे देश की जनता के फैसले को ब्लैकआउट करने की कोशिश की। मैं दो दिन से देख रहा हूं कि आखिर में उन्हें पराजय भी स्वीकार हो रही है और हमारी विजय भी।

पीएम मोदी ने कांग्रेस को दिया धन्यवाद

उन्होंने आगे कहा, मैं कांग्रेस के कुछ साथियों का हृदय से धन्यवाद करना चाहता हूं। नतीजे आए तब से हमारे एक साथी की ओर से (हालांकि उनकी पार्टी उनका समर्थन नहीं कर रही थी) बार-बार ढोल पीटा गया था कि एक तिहाई सरकार। इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे 10 साल हुए हैं, 20 और बाकी हैं। एक तिहाई हुआ है, दो तिहाई और बाकी है और इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।

ये इंतजार में विश्वास रखते हैं, हम मेहनत में-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यहां पर बैठे कुछ लोग कहते हैं कि इसमें क्या है। ये तो होना ही हैं। ये लोग ऑटो पायलट मोड में सरकार चलाना चाहते हैं। ये इंतजार करने में विश्वास रखते हैं। हम मेहनत करना चाहते हैं। आने वाले 5 साल मूल सुविधाओं के सैचुरेशन पर ध्यान दिया जाएगा। आगामी 5 साल गरीबी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई है। हम गरीबी के लड़ाई जीत कर रहेंगे। मैं अपने 10 के अनुभव से बोल रहा हूं कि जब देश दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनेगा तो इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ेगा। इस दौरान आप को विस्तार करने के लिए कई मौके मिलेंगे।

संविधान की वजह से मुझे तीसरी बार देश सेवा का मौका मिला

पीएम मोदी ने आगे कहा कि संविधान के 75 वे वर्ष में हम प्रवेश कर रहे हैं। इस सदन के लिए यह पड़ाव विशेष है, इसे भी 75 साल हुए हैं। मेरे जैसे बहुत लोग है, जिनके परिवार में कोई गांव का सरपंच नहीं रहा। राजनीति से सरोकार नहीं रहा, लेकिन वे महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचकर देश की सेवा कर रहे हैं। इसका कारण बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान है। अंबेडकर के संविधान के कारण मेरे जैसे लोगों को यहां आने का मौका मिला, जनता ने उस पर मुहर लगाई और तीसरी बार हम आए।

आजकल कुछ लोग संविधान की कॉपी लेकर कूद रहे हैं

अपने अभिभाषण में पीएम मोदी ने कहा कि संविधान हमारे लिए आर्टिकल्स का कंपाइल्स नहीं है। हमारे लिए यह मूल्यवान है। किसी भी सरकार के लिए हमारा संविधान लाइट हाउस का काम करता है। मार्गदर्शन करता है। मैंने जब लोकसभा में हमारी सरकार की तरफ से कहा गया कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे तो आज जो संविधान की कॉपी लेकर कूद रहे हैं, उन्होंने विरोध किया था। वे कहते थे 26 जनवरी तो है। आज संविधान दिवस के माध्यम से स्कूल कॉलेजों में संविधान के निर्माण और संविधान के बारे में पढ़ाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष लगातार हंगमा करता रहा। 32 मिनट की स्पीच के बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा- ये मुझे नहीं, संविधान को पीठ दिखा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा- देश वासियों ने जो आदेश दिया है, उसे वे (विपक्ष) पचा नहीं पा रहा। कल उनकी सारी हरकतें फेल हो गईं। आज इसलिए वे मैदान छोड़कर भाग गए।

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Jun 29 2024, 21:22

Lok Sabha adjourned till 1st July over ruckus in the House amid Opposition's demand for discussion on NEET issue.
BJP MP-actor Kangana Ranaut says, "You saw their conduct there. Speaker too rebuked them...But it seems that they (Opposition) are not ready to listen to anyone. We are here for the first time and we too were flummoxed as to what has happen

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Jun 27 2024, 19:32

राष्ट्रपति के संबोधन पर बरसा विपक्ष, जानें किसने क्या कहा*
#opposition_leaders_on_president_s_address_to_parliament राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित का। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की बैठक को संबोधित करते हुए आपातकाल का जिक्र किया। उन्होंने आपातकाल को संविधान पर हमला बताया। अब विपक्षी गठबंधन ने इसे लेकर अपनी नाराजगी जताई है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में आपातकाल का जिक्र आने के बाद विपक्षी दलों के कई नेताओं ने बयान दिया है। *सपा सुप्रीमो की प्रतिक्रिया* राष्ट्रपति के संबोधन के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उन लोगों के लिए क्या किया, जिन्हें आपातकाल के दौरान जेल में डाला गया था? जबकि, समाजवादी पार्टी ने उन लोगों को सम्मान और पेंशन दी। अखिलेश यादव ने आगे कहा ‘सत्तारूढ़ दल द्वारा भारत को विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बताया जाता है। क्या इसने देश के किसानों को समृद्धि बनाया? अगर भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है , तो इतने सारे युवा बेरोजगार क्यों हैं? देश में अग्निवीर योजना क्यों है? महंगाई पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा रही? *राष्ट्रपति के अभिभाषण पर ओवैसी का बीजेपी पर निशाना* एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में कहीं भी अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ। साथ ही देश के बेरोजगार नौजवानों की हालत पर भी सवाल उठाया। ओवैसी ने कहा, 'बीजेपी अभी भी ये समझ रही है कि वो 2019 के नतीजों में है। इस पूरे राष्ट्रपति के भाषण में कहीं भी अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ। आखिर क्यों?...इतनी नफरत क्यों है? देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार नौजवान हैं, उनके बारे में सिर्फ बातें हो रही हैं।' *राष्ट्रपति ने केंद्र द्वारा उपलब्ध स्क्रिप्ट पढ़ा-महुआ मोइत्रा* तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा का कहना है कि राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में ऐसी स्क्रिप्ट को पढ़ा, जिसे केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया था। मोइत्रा ने कहा ‘भाजपा नेताओं को यह अहसास नहीं है कि उनके पास बहुमत नहीं है।’ *कांग्रेस ने क्या कहा?* कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनकी स्पीच में इसका कोई जिक्र नहीं है कि चुनाव किस तरह से कराए गए। प्रधानमंत्री को कोई पछतावा नहीं है. आज जो अघोषित आपातकाल लागू है, उसका क्या? कांग्रेस नेता तारिक अनवर का कहना है कि राष्ट्रपति के संबोधन में कुछ भी नया नहीं था। उन्होंने कहा ‘आपातकाल के बाद भी देश में कई बार लोकसभा चुनाव हुए और भाजपा को हार मिली। उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। *राष्ट्रपति का संबोधन पूरी तरह से झूठ से भरा-सुदामा प्रसाद* सीपीआई (एमएल) सांसद सुदामा प्रसाद का कहना है कि राष्ट्रपति का संबोधन पूरी तरह से झूठ से भरा हुआ था। सुदामा प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रपति के संबोधन को सुनकर ऐसा लगा जैसे वह भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार कह रहीं हों। उन्होंने आगे कहा कि यह गठबंधन की सरकार है। उन्होंने आगे कहा ‘राष्ट्रपति को मणिपुर के हालातों पर बात करनी चाहिए थी क्योंकि मणिपुर में हालात बहुत बुरे हो गए हैं। सुदामा प्रसाद ने मणिपुर के हालातों का हवाला देते हुए कहा कि ‘वर्ष 1995 के आपातकाल की पहले से घोषणा की गई थी लेकिन यह अघोषित आपातकाल है। सत्तारूढ़ दल के नेता बार बार आपातकाल की बात कर रहे हैं लेकिन इस समय देश उससे भी बड़े आपातकाल का सामना कर रहा है।’

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Jun 26 2024, 18:31

I'm confident you'll allow the opposition to speak in the house- Rahul Gandhi

And at the same time his alliance govt in Tamilnadu suspended the leader of opposition for the whole session...

The Irony!!!

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Jun 25 2024, 13:11

लोकसभा के इतिहास में पहली बार अध्यक्ष पद पर होगा चुनाव, एनडीए के ओम बिरला का 'इंडिया' के सुरेश के बीच होगा मुकाबला*
#opposition_to_contest_lok_sabha_speaker_s_post
भारत को सियासी इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है।18वीं लोकसभा के नए अध्यक्ष को लेकर घमासान जारी है।लोकसभा अध्यक्ष पद को सत्तापक्ष और विपक्ष में सहमति नहीं बन सकी है। ऐसे में ऐसा पहली बार होगा जब स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ही ओर से लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गया है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की ओर से ओम बिरला का नाम फाइनल हुआ है। वो पिछले सत्र में भी लोकसभा अध्यक्ष पद का जिम्मा संभाल चुके हैं। इस बार भी उन्होंने स्पीकर पद के लिए नामांकन कर दिया है। उधर इंडिया अलायंस की ओर से के सुरेश का नाम सामने आया। के सुरेश ने भी स्पीकर पोस्ट के लिए विपक्ष की ओर से नामांकन कर दिया। विपक्ष ने स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार क्यों उतारा? विपक्ष की यही मांग थी कि स्पीकर सत्ता पक्ष का हो और विपक्षी पार्टी को लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मिले। हालांकि, बीजेपी के नेतृत्व वाले सत्ताधारी खेमे ने इस पर स्वीकृति नहीं दी। इसी के बाद चुनाव के लिए विपक्ष ने फैसला लिया।इसी क्रम में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की। हालांकि, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और द्रमुक नेता टीआर बालू लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए राजग उम्मीदवार का समर्थन करने से इनकार करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय से बाहर आ गए। वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार ने उपाध्यक्ष पद विपक्ष को देने की प्रतिबद्धता नहीं जताई। इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिए जाने की परंपरा रही है और यदि नरेन्द्र मोदी सरकार इस परंपरा का पालन करती है तो पूरा विपक्ष सदन के अध्यक्ष के चुनाव में सरकार का समर्थन करेगा। पहले उपाध्यक्ष कौन होगा ये तय करें- पीयूष गोयल उधर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पहले उपाध्यक्ष कौन होगा ये तय करें फिर अध्यक्ष के लिए समर्थन मिलेगा, इस प्रकार की राजनीति की हम निंदा करते हैं। स्पीकर किसी सत्तारूढ़ पार्टी या विपक्ष का नहीं होता है वो पूरे सदन का होता है, वैसे ही उपाध्यक्ष भी किसी पार्टी या दल का नहीं होता है पूरे सदन का होता है। किसी विशिष्ट पक्ष का ही उपाध्यक्ष हो ये लोकसभा की किसी परंपरा में नहीं है।

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Jun 24 2024, 09:46

10 साल में पहली बार संसद में होगा मजबूत विपक्ष, कैसे सामना करेगी सरकार?*
#modi_government_3_0_will_face_challenge_a_strong_opposition

संसद सत्र से पहले कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि सियासी तापमान काफी बढ़ने वाला है, क्योंकि विपक्ष जोरदार तरीके से भाजपा पर निशाना साधेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सदन को पहले की तरह तानाशाह तरीके से नहीं संचालित किया जाए।कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि उनकी सहानुभूति भाजपा के साथ है, क्योंकि विपक्षी गठबंधन इंडिया के बड़े नेता, जो अच्छे वक्ता माने जाते हैं, सदन में पहुंच गए हैं। ये बातें बता रहा है कि विपक्ष मजबूती से संसद में सरकार का सामना करने के लिए तैयार है। यही, विपक्ष सरकार के सामने बड़ी चुनौती पेश करने वाला है। दरअसल, पिछले 10 साल में ऐसा पहली बार होगा जब लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी के सामने एक मजबूत विपक्ष होगा। दरअसल, नई लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो रहा है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 10 साल बाद भाजपा को दमदार नेता और बड़े संख्या बल वाले विपक्ष का सामना करना होगा। यह चुनौती इंडिया गठबंधन के 234 सांसदों की संख्या भर की नहीं होगी बल्कि, कई जमीनी नेताओं के सदन में पहुंचने से अधिक मिलेगी। इसके अलावा भाजपा की विचारधारा के खिलाफ वाले अन्य विपक्षी दल व निर्दलीय भी लोकसभा पहुंचे हैं। लोकसभा में सीटें बढने से अब सदन में कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को बोलने के लिए अधिक समय आवंटित होगा। इसके चलते अधिक से अधिक सांसदों को बोलने का मौका मिलेगा। पिछले दस साल से मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के पास नेता प्रतिपक्ष का आधिकारिक पद नहीं रहा। इसकी राह में एक नियम रोड़ा बना रहा। दरअसल, सदस्य संख्या का कम से कम 10 प्रतिशत, यानी 54 सांसद, होने पर ही नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिल सकता है। कांग्रेस के पास 16 वीं और 17 वीं लोकसभा में सिर्फ 44 और 52 सांसद ही रहे। लेकिन, इस बार उसके सदस्यों की संख्या 99 तक पहुंची है। जिससे कांग्रेस को 10 साल बाद नेता प्रतिपक्ष बनाने का मौका मिला है। लोकसभा का पहला सत्र सांसदो की शपथ जैसे औपचारिक कार्य से शुरू होगा लेकिन माना जा रहा है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष सरकार को जमकर घेरेगा। पेपर लीक और परीक्षाओं में अनियमितता के अतिरिक्त ‘अग्निपथ’ जैसी योजना का विरोध भी सरकार को झेलना पड़ेगा।चर्चा है कि लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन विपक्षी इंडिया गठबंधन के सदस्य सुबह संसद परिसर में इकट्ठा होंगे। इसके बाद सभी एक साथ सदन की ओर मार्च करेंगे। ये सभी सदस्य पुराने संसद भवन के गेट नंबर-2 के पास इकट्ठा होंगे, जहां पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा हुआ करती थी। अब इस प्रतिमा के साथ-साथ कई और को दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है, जिसे प्रेरणा स्थल का नाम दिया गया है।

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Jun 14 2024, 06:53

Pakistani opposition leader Shibli Faraz inside Pakistani Parliament praises
Pakistani opposition leader Shibli Faraz inside Pakistani Parliament praises “enemy country” #India for smooth, free and fair elections in largest democracy in the world.

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Jun 07 2024, 16:05

चंद्रबाबू नायडू ने इंडिया गठबंधन पर साधा निशाना, कहा--जाति जनगणना जनगणना के बजाय कौशल जनगणना की जरूरत

#chandrababu-naidu-vented-out-opposition-said-skill-census-is-necessary_

नरेद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है। आज दिल्ली में एनडीए की बैठक में पीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके साथ ही दिल्ली में मोदी के तीसरे बार शपथ ग्रह की तैयारियां शुरू हो गई है। इस बीच चंद्रबाबू नायडू ने इंडिया गठबंधन के एजेंडे की आलोचना की है। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि जाति जनगणना के बजाय कौशल जनगणना की जरूरत है। 

बता दें कि आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में टीडीपी को 135 सीटों पर जीत मिली है। राज्य में विधानसभा की 175 सीटें हैं, जिसमें 88 सीटों हासिल होने पर बहुमत मिल जाता है। हालांकि, इस बार टीडीपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बहुमत से ज्यादा सीटें हासिल की हैं।

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Jun 06 2024, 10:31

क्या योगी आदित्यनाथ पर बनाया जा रहा इस्तीफे का दबाव? संजय राउत के बयान के क्या हैं मायने

#why_is_the_opposition_repeatedly_targeting_bjp_through_yogi

लोकसभा चुनावों में बीजेपी को सबसे ज्‍यादा नुकसान यूपी में हुआ है। पिछली बार की तुलना में उसकी आधी सीटें घट गईं और 80 में से 33 पर सिमट गई है।इसकी तुलना में समाजवादी पार्टी ने अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन अखिलेश यादव के नेतृत्‍व में 37 सीटें जीतीं हैं।भाजपा को ये बात टीस रही है कि उत्तर प्रदेश में इतना बड़ा नुकसान कैसे हो गया। जिसके बाद से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अंगुली उठने लगी है।पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने और अब शिवसेना नेता संजय राउत ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के जरिए बीजेपी को घेरने की कोशिश की है।महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब परफॉर्मेंस के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की तो संजय राउत ने इसे योगी से जोड़ दिया है।

दरअसल, देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश पर संजय राउत ने एक सवाल उछाल दिया है।संजय राउत का मानना है कि देवेंद्र फडणवीस तो बहाना हैं, सीएम योगी असली निशाना हैं।संजय राउत ने कहा, ‘देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा देने का प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने का एक कदम है। अगर महाराष्ट्र में फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा हारी है, तो उत्तर प्रदेश में भी योगी के नेतृत्व में हार होगी। इसीलिए फडणवीस इस्तीफे की बात कर रहे हैं। उन्होंने मांग दोहराई कि प्रधानमंत्री मोदी को भाजपा के परिणामों की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।’

इससे पहले लोकसभा चुनाव के प्रचार के बीच में जब केजरीवाल बेल पर बाहर आए थे तो उन्होंने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि अगर फिर से बीजेपी की केंद्र में सरकार बनती है तो सबसे पहले वे यूपी के सीएम योगी आदित्नाथ को बदलेंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा था, ‘योगी जी दिल्ली आए थे और उन्होंने मुझे बहुत गालियां दीं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि उनके असली दुश्मन तो बीजेपी में ही है।’ उन्होंने कहा था कि बीजेपी सीएम योगी को लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद से हटा देगी। इस बयान को लेकर काफी हलचल भी रही और काफी चर्चा भी। अब संजय राउत ने अरविंद केजरीवाल के बयान को मजबूती दी है।

यह चर्चा बार बार इसलिए जोर पकड़ रही हैं क्योंकि बीजेपी में मोदी के बाद कौन, इसे लेकर कयासबाजी भी और जोर आजमाइश भी दोनों चल रही हैं। अमित शाह के समर्थक उन्हें सबसे बड़े दावेदार के तौर पर देखते हैं तो योगी के समर्थक योगी को प्रबल दावेदार मानते हैं। लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद यह जंग और तेज हुई है, खासकर मोदी और योगी समर्थक सोशल मीडिया पर भी यूपी में हार की जिम्मेदारी एक दूसरे पर डालते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि पार्टी के किसी पदाधिकारी ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है लेकिन राजनीति में बयान से ज्यादा माहौल कहानी कहता है।

अब चुनाव परिणाम आने के बाद सूबे से लेकर राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली में हलचल पैदा कर दी है। इसी सिलसिले में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि सीएम योगी आज शाम छह बजे तक दिल्‍ली पहुंच रहे हैं और राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि यूपी में भितरघात के कारण बीजेपी हारी है। इस संबंध में राज्‍य इकाई रिपोर्ट तैयार करेगी और भाजपा आलाकमान इस पर एक्‍शन लेगा। सिर्फ इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश संगठन में बदलाव तय माने जा रहे हैं। सबसे पहले राष्ट्रीय स्तर पर संगठन में बदलाव होंगे उसके बाद प्रदेश में बदलाव किए जाएंगे। संभावित बदलाव में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन न कर पाने वाले क्षेत्रीय अध्यक्ष से लेकर जिला और महानगर अध्यक्ष तक पर गाज गिर सकती है। अगले महीने की 15 तारीख से पहले संगठन में बदलाव हो सकता है।

बता दें कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने उत्तर प्रदेश की 80 संसदीय सीटों के चुनाव में भाजपा को स्तब्ध कर दिया है। गठबंधन ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 80 में से 43 सीटें जीत ली हैं जबकि भाजपा को 33 सीटें ही मिल सकी हैं। भाजपा की सहयोगी रालोद ने दो व अपना दल ने एक सीट जीती है। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) को भी एक सीट मिली है। वर्ष 2014 की तरह बसपा का इस बार भी खाता नहीं खुला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार जीत गए हैं, जबकि राहुल गांधी ने रायबरेली और अखिलेश यादव ने कन्नौज से जीत हासिल की है। केंद्र सरकार के सात मंत्री भी चुनाव हार गए हैं, जिनमें स्मृति इरानी भी शामिल हैं। भाजपा ने अपने 47 सांसदों को फिर से टिकट दिया था, इनमें से 26 चुनाव हार गए हैं। प्रदेश में मतगणना की शुरुआत होने के दो घंटे के भीतर ही यह साफ हो गया कि सपा-कांग्रेस गठबंधन भाजपा को कड़ी टक्कर देने जा रहा है

WestBengalBangla

Jun 05 2024, 20:04

History beckons Blue Tigers: Chhetri and his men eager to script their own narrative
*Sports News*


*Khabar kolkata News bureau* : The road has been rugged and bumpy so far but India still stand on the cusp of history. A victory on the night of June 6 at the Salt Lake Vivekananda Yubo bharti Stadium for India against Kuwait in their penultimate Group A fixture of the FIFA World Cup 2026 and AFC Asian Cup 2027 Preliminary Joint Qualification Round 2 will put their one foot into the never-seen-before territory - the next round of qualifiers.

June 6. It's a date that has been echoing in the realm of Indian football for the past couple of months. The defeat to Afghanistan in Guwahati in March converted this date into practically a do-or-die occasion for India. And the echoes were further amplified when Sunil Chhetri, exactly three weeks before the D-Day, announced that it would also be his R-Day — R for Retirement. After 19 years of unmatchable service to his great nation, the Indian skipper will hang his boots at the Salt Lake, amid more than 60 thousand people, who will witness the legend's last kick of the ball for India.

But Chhetri was the quickest to point out during Wednesday's pre-match press conference that the match should not be about him, but the potentially ground-breaking result awaiting Indian football.

"I'm trying really hard not to think about the game emotionally. It's not about me. I would love to win 1-0, I don't care who scores. The last 15 days have been good. I think we're on the same page in terms of fitness and that's a good headache for the coach to have," said Chhetri.

India head coach Igor Stimac also concurred with his skipper's words. The most significant thing about tomorrow will be the victory. The fact that it's Chhetri's last 90 minutes for the nation adds to the prestige of the fixture.

"Knowing that this is the last game of our captain for the national team makes this occasion much, much bigger. But of course, this is still about India winning against Kuwait. We are focussed on what we need to do. I will put it in a few words - we are ready for it," said Stimac.

India and Kuwait have met thrice in the last 12 months, twice in the SAFF Championship (1-1 in the group stage and a penalty shoot-out win for India in the final), before the Blue Tigers triumphed 1-0 in the World Cup Qualifiers in November.

"We had three tight, tough games against Kuwait," said Stimac. "Either team could've won them. I would say our best game was away in Kuwait in these qualifiers because that was perfect defensive shape, not allowing them to get near our box and create clear chances. That's what we need to repeat tomorrow, with our discipline, focus, tight marking, reaching the opposition goal and scoring the goal because that's what we need."

Scoring goals from open play has been an Achilles heel for India, who have failed to score in five of the last six matches apart from Chhetri's penalty against Afghanistan in Guwahati. In fact, India's last open-play goal came against Kuwait from Manvir Singh's left foot. But with every passing training session with goal nets bulging non-stop from finishing drills, Stimac gains more and more confidence.

"The boys have worked tremendously hard on details and for everything that is needed for this game. We're going to be absolutely ready for each scenario which awaits us," he said.

As far as India's opponents are concerned, after the end of their domestic season in the last week of May, Kuwait held a one-week camp in Bangkok before travelling to Kolkata on Tuesday night. Their Portuguese head coach Rui Bento named a 26-man squad composed entirely of players from the Kuwait Premier League.

"We expect a good game tomorrow. We know that both teams have competitive targets and the same goal. We've had a good environment in our training. We believe that more than the one week of camp in Thailand, it's about the one and a half year of us being together as a team," said Bento.

The former Portugal youth international coach believed Kuwait, ranked 139th in the world, are now in a better place than last year and can put up a better challenge against India on Thursday as compared to the last three meetings. However, the West Asians are also wary that a defeat will condemn them to the bottom two in the group and officially eliminate them from World Cup qualifying.

"Yes, we played three games against India last year. They were all very balanced and the teams were at a similar level. But all those matches are history. Football is always an ongoing process, and we are proud and confident of ourselves. We are more prepared now to face India and expect ourselves to be better than before and win the game," said Bento.

*Pic Courtesy by: AIFA*

India

Jul 03 2024, 13:34

राज्यसभा से विपक्ष का वॉकआउट, पीएम मोदी ने कहा- हरकतें कल फेल हो गईं, इसलिए आज बाहर गए

#oppositionwalkedoutduringpmmodispeechinrajya_sabha

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दिया। प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष लगातार हंगमा करता रहा। 32 मिनट की स्पीच के बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा- ये मुझे नहीं, संविधान को पीठ दिखा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा- देश वासियों ने जो आदेश दिया है, उसे वे (विपक्ष) पचा नहीं पा रहा। कल उनकी सारी हरकतें फेल हो गईं। आज इसलिए वे मैदान छोड़कर भाग गए।

प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए कहा कि 60 साल के बाद यह हुआ है कि 10 साल के बाद कोई एक सरकार की वापसी हुई है। यह घटना असामान्य है। कुछ लोग जानबूझकर के उससे अपना मुंह फेरकर बैठे रहे। कुछ को समझ नहीं आया। जिसे समझ आया उन्होंने ऐसा हो हल्ला किया जिससे देश की जनता के फैसले को ब्लैकआउट करने की कोशिश की। मैं दो दिन से देख रहा हूं कि आखिर में उन्हें पराजय भी स्वीकार हो रही है और हमारी विजय भी।

पीएम मोदी ने कांग्रेस को दिया धन्यवाद

उन्होंने आगे कहा, मैं कांग्रेस के कुछ साथियों का हृदय से धन्यवाद करना चाहता हूं। नतीजे आए तब से हमारे एक साथी की ओर से (हालांकि उनकी पार्टी उनका समर्थन नहीं कर रही थी) बार-बार ढोल पीटा गया था कि एक तिहाई सरकार। इससे बड़ा सत्य क्या हो सकता है कि हमारे 10 साल हुए हैं, 20 और बाकी हैं। एक तिहाई हुआ है, दो तिहाई और बाकी है और इसलिए उनकी इस भविष्यवाणी के लिए उनके मुंह में घी शक्कर।

ये इंतजार में विश्वास रखते हैं, हम मेहनत में-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यहां पर बैठे कुछ लोग कहते हैं कि इसमें क्या है। ये तो होना ही हैं। ये लोग ऑटो पायलट मोड में सरकार चलाना चाहते हैं। ये इंतजार करने में विश्वास रखते हैं। हम मेहनत करना चाहते हैं। आने वाले 5 साल मूल सुविधाओं के सैचुरेशन पर ध्यान दिया जाएगा। आगामी 5 साल गरीबी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई है। हम गरीबी के लड़ाई जीत कर रहेंगे। मैं अपने 10 के अनुभव से बोल रहा हूं कि जब देश दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनेगा तो इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ेगा। इस दौरान आप को विस्तार करने के लिए कई मौके मिलेंगे।

संविधान की वजह से मुझे तीसरी बार देश सेवा का मौका मिला

पीएम मोदी ने आगे कहा कि संविधान के 75 वे वर्ष में हम प्रवेश कर रहे हैं। इस सदन के लिए यह पड़ाव विशेष है, इसे भी 75 साल हुए हैं। मेरे जैसे बहुत लोग है, जिनके परिवार में कोई गांव का सरपंच नहीं रहा। राजनीति से सरोकार नहीं रहा, लेकिन वे महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचकर देश की सेवा कर रहे हैं। इसका कारण बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान है। अंबेडकर के संविधान के कारण मेरे जैसे लोगों को यहां आने का मौका मिला, जनता ने उस पर मुहर लगाई और तीसरी बार हम आए।

आजकल कुछ लोग संविधान की कॉपी लेकर कूद रहे हैं

अपने अभिभाषण में पीएम मोदी ने कहा कि संविधान हमारे लिए आर्टिकल्स का कंपाइल्स नहीं है। हमारे लिए यह मूल्यवान है। किसी भी सरकार के लिए हमारा संविधान लाइट हाउस का काम करता है। मार्गदर्शन करता है। मैंने जब लोकसभा में हमारी सरकार की तरफ से कहा गया कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे तो आज जो संविधान की कॉपी लेकर कूद रहे हैं, उन्होंने विरोध किया था। वे कहते थे 26 जनवरी तो है। आज संविधान दिवस के माध्यम से स्कूल कॉलेजों में संविधान के निर्माण और संविधान के बारे में पढ़ाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान विपक्ष लगातार हंगमा करता रहा। 32 मिनट की स्पीच के बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा- ये मुझे नहीं, संविधान को पीठ दिखा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा- देश वासियों ने जो आदेश दिया है, उसे वे (विपक्ष) पचा नहीं पा रहा। कल उनकी सारी हरकतें फेल हो गईं। आज इसलिए वे मैदान छोड़कर भाग गए।

India

Jun 29 2024, 21:22

Lok Sabha adjourned till 1st July over ruckus in the House amid Opposition's demand for discussion on NEET issue.
BJP MP-actor Kangana Ranaut says, "You saw their conduct there. Speaker too rebuked them...But it seems that they (Opposition) are not ready to listen to anyone. We are here for the first time and we too were flummoxed as to what has happen

India

Jun 27 2024, 19:32

राष्ट्रपति के संबोधन पर बरसा विपक्ष, जानें किसने क्या कहा*
#opposition_leaders_on_president_s_address_to_parliament राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित का। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों की बैठक को संबोधित करते हुए आपातकाल का जिक्र किया। उन्होंने आपातकाल को संविधान पर हमला बताया। अब विपक्षी गठबंधन ने इसे लेकर अपनी नाराजगी जताई है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में आपातकाल का जिक्र आने के बाद विपक्षी दलों के कई नेताओं ने बयान दिया है। *सपा सुप्रीमो की प्रतिक्रिया* राष्ट्रपति के संबोधन के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने उन लोगों के लिए क्या किया, जिन्हें आपातकाल के दौरान जेल में डाला गया था? जबकि, समाजवादी पार्टी ने उन लोगों को सम्मान और पेंशन दी। अखिलेश यादव ने आगे कहा ‘सत्तारूढ़ दल द्वारा भारत को विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बताया जाता है। क्या इसने देश के किसानों को समृद्धि बनाया? अगर भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है , तो इतने सारे युवा बेरोजगार क्यों हैं? देश में अग्निवीर योजना क्यों है? महंगाई पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा रही? *राष्ट्रपति के अभिभाषण पर ओवैसी का बीजेपी पर निशाना* एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर सवाल उठाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में कहीं भी अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ। साथ ही देश के बेरोजगार नौजवानों की हालत पर भी सवाल उठाया। ओवैसी ने कहा, 'बीजेपी अभी भी ये समझ रही है कि वो 2019 के नतीजों में है। इस पूरे राष्ट्रपति के भाषण में कहीं भी अल्पसंख्यक शब्द का इस्तेमाल नहीं हुआ। आखिर क्यों?...इतनी नफरत क्यों है? देश में सबसे ज्यादा बेरोजगार नौजवान हैं, उनके बारे में सिर्फ बातें हो रही हैं।' *राष्ट्रपति ने केंद्र द्वारा उपलब्ध स्क्रिप्ट पढ़ा-महुआ मोइत्रा* तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा का कहना है कि राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में ऐसी स्क्रिप्ट को पढ़ा, जिसे केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया था। मोइत्रा ने कहा ‘भाजपा नेताओं को यह अहसास नहीं है कि उनके पास बहुमत नहीं है।’ *कांग्रेस ने क्या कहा?* कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनकी स्पीच में इसका कोई जिक्र नहीं है कि चुनाव किस तरह से कराए गए। प्रधानमंत्री को कोई पछतावा नहीं है. आज जो अघोषित आपातकाल लागू है, उसका क्या? कांग्रेस नेता तारिक अनवर का कहना है कि राष्ट्रपति के संबोधन में कुछ भी नया नहीं था। उन्होंने कहा ‘आपातकाल के बाद भी देश में कई बार लोकसभा चुनाव हुए और भाजपा को हार मिली। उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। *राष्ट्रपति का संबोधन पूरी तरह से झूठ से भरा-सुदामा प्रसाद* सीपीआई (एमएल) सांसद सुदामा प्रसाद का कहना है कि राष्ट्रपति का संबोधन पूरी तरह से झूठ से भरा हुआ था। सुदामा प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रपति के संबोधन को सुनकर ऐसा लगा जैसे वह भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार कह रहीं हों। उन्होंने आगे कहा कि यह गठबंधन की सरकार है। उन्होंने आगे कहा ‘राष्ट्रपति को मणिपुर के हालातों पर बात करनी चाहिए थी क्योंकि मणिपुर में हालात बहुत बुरे हो गए हैं। सुदामा प्रसाद ने मणिपुर के हालातों का हवाला देते हुए कहा कि ‘वर्ष 1995 के आपातकाल की पहले से घोषणा की गई थी लेकिन यह अघोषित आपातकाल है। सत्तारूढ़ दल के नेता बार बार आपातकाल की बात कर रहे हैं लेकिन इस समय देश उससे भी बड़े आपातकाल का सामना कर रहा है।’

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Jun 26 2024, 18:31

I'm confident you'll allow the opposition to speak in the house- Rahul Gandhi

And at the same time his alliance govt in Tamilnadu suspended the leader of opposition for the whole session...

The Irony!!!

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Jun 25 2024, 13:11

लोकसभा के इतिहास में पहली बार अध्यक्ष पद पर होगा चुनाव, एनडीए के ओम बिरला का 'इंडिया' के सुरेश के बीच होगा मुकाबला*
#opposition_to_contest_lok_sabha_speaker_s_post
भारत को सियासी इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है।18वीं लोकसभा के नए अध्यक्ष को लेकर घमासान जारी है।लोकसभा अध्यक्ष पद को सत्तापक्ष और विपक्ष में सहमति नहीं बन सकी है। ऐसे में ऐसा पहली बार होगा जब स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों ही ओर से लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया गया है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की ओर से ओम बिरला का नाम फाइनल हुआ है। वो पिछले सत्र में भी लोकसभा अध्यक्ष पद का जिम्मा संभाल चुके हैं। इस बार भी उन्होंने स्पीकर पद के लिए नामांकन कर दिया है। उधर इंडिया अलायंस की ओर से के सुरेश का नाम सामने आया। के सुरेश ने भी स्पीकर पोस्ट के लिए विपक्ष की ओर से नामांकन कर दिया। विपक्ष ने स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार क्यों उतारा? विपक्ष की यही मांग थी कि स्पीकर सत्ता पक्ष का हो और विपक्षी पार्टी को लोकसभा उपाध्यक्ष का पद मिले। हालांकि, बीजेपी के नेतृत्व वाले सत्ताधारी खेमे ने इस पर स्वीकृति नहीं दी। इसी के बाद चुनाव के लिए विपक्ष ने फैसला लिया।इसी क्रम में कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की। हालांकि, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और द्रमुक नेता टीआर बालू लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए राजग उम्मीदवार का समर्थन करने से इनकार करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय से बाहर आ गए। वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि सरकार ने उपाध्यक्ष पद विपक्ष को देने की प्रतिबद्धता नहीं जताई। इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिए जाने की परंपरा रही है और यदि नरेन्द्र मोदी सरकार इस परंपरा का पालन करती है तो पूरा विपक्ष सदन के अध्यक्ष के चुनाव में सरकार का समर्थन करेगा। पहले उपाध्यक्ष कौन होगा ये तय करें- पीयूष गोयल उधर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पहले उपाध्यक्ष कौन होगा ये तय करें फिर अध्यक्ष के लिए समर्थन मिलेगा, इस प्रकार की राजनीति की हम निंदा करते हैं। स्पीकर किसी सत्तारूढ़ पार्टी या विपक्ष का नहीं होता है वो पूरे सदन का होता है, वैसे ही उपाध्यक्ष भी किसी पार्टी या दल का नहीं होता है पूरे सदन का होता है। किसी विशिष्ट पक्ष का ही उपाध्यक्ष हो ये लोकसभा की किसी परंपरा में नहीं है।

India

Jun 24 2024, 09:46

10 साल में पहली बार संसद में होगा मजबूत विपक्ष, कैसे सामना करेगी सरकार?*
#modi_government_3_0_will_face_challenge_a_strong_opposition

संसद सत्र से पहले कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि सियासी तापमान काफी बढ़ने वाला है, क्योंकि विपक्ष जोरदार तरीके से भाजपा पर निशाना साधेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सदन को पहले की तरह तानाशाह तरीके से नहीं संचालित किया जाए।कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि उनकी सहानुभूति भाजपा के साथ है, क्योंकि विपक्षी गठबंधन इंडिया के बड़े नेता, जो अच्छे वक्ता माने जाते हैं, सदन में पहुंच गए हैं। ये बातें बता रहा है कि विपक्ष मजबूती से संसद में सरकार का सामना करने के लिए तैयार है। यही, विपक्ष सरकार के सामने बड़ी चुनौती पेश करने वाला है। दरअसल, पिछले 10 साल में ऐसा पहली बार होगा जब लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी के सामने एक मजबूत विपक्ष होगा। दरअसल, नई लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो रहा है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 10 साल बाद भाजपा को दमदार नेता और बड़े संख्या बल वाले विपक्ष का सामना करना होगा। यह चुनौती इंडिया गठबंधन के 234 सांसदों की संख्या भर की नहीं होगी बल्कि, कई जमीनी नेताओं के सदन में पहुंचने से अधिक मिलेगी। इसके अलावा भाजपा की विचारधारा के खिलाफ वाले अन्य विपक्षी दल व निर्दलीय भी लोकसभा पहुंचे हैं। लोकसभा में सीटें बढने से अब सदन में कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को बोलने के लिए अधिक समय आवंटित होगा। इसके चलते अधिक से अधिक सांसदों को बोलने का मौका मिलेगा। पिछले दस साल से मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के पास नेता प्रतिपक्ष का आधिकारिक पद नहीं रहा। इसकी राह में एक नियम रोड़ा बना रहा। दरअसल, सदस्य संख्या का कम से कम 10 प्रतिशत, यानी 54 सांसद, होने पर ही नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिल सकता है। कांग्रेस के पास 16 वीं और 17 वीं लोकसभा में सिर्फ 44 और 52 सांसद ही रहे। लेकिन, इस बार उसके सदस्यों की संख्या 99 तक पहुंची है। जिससे कांग्रेस को 10 साल बाद नेता प्रतिपक्ष बनाने का मौका मिला है। लोकसभा का पहला सत्र सांसदो की शपथ जैसे औपचारिक कार्य से शुरू होगा लेकिन माना जा रहा है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष सरकार को जमकर घेरेगा। पेपर लीक और परीक्षाओं में अनियमितता के अतिरिक्त ‘अग्निपथ’ जैसी योजना का विरोध भी सरकार को झेलना पड़ेगा।चर्चा है कि लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन विपक्षी इंडिया गठबंधन के सदस्य सुबह संसद परिसर में इकट्ठा होंगे। इसके बाद सभी एक साथ सदन की ओर मार्च करेंगे। ये सभी सदस्य पुराने संसद भवन के गेट नंबर-2 के पास इकट्ठा होंगे, जहां पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा हुआ करती थी। अब इस प्रतिमा के साथ-साथ कई और को दूसरी जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है, जिसे प्रेरणा स्थल का नाम दिया गया है।

India

Jun 14 2024, 06:53

Pakistani opposition leader Shibli Faraz inside Pakistani Parliament praises
Pakistani opposition leader Shibli Faraz inside Pakistani Parliament praises “enemy country” #India for smooth, free and fair elections in largest democracy in the world.

India

Jun 07 2024, 16:05

चंद्रबाबू नायडू ने इंडिया गठबंधन पर साधा निशाना, कहा--जाति जनगणना जनगणना के बजाय कौशल जनगणना की जरूरत

#chandrababu-naidu-vented-out-opposition-said-skill-census-is-necessary_

नरेद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है। आज दिल्ली में एनडीए की बैठक में पीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके साथ ही दिल्ली में मोदी के तीसरे बार शपथ ग्रह की तैयारियां शुरू हो गई है। इस बीच चंद्रबाबू नायडू ने इंडिया गठबंधन के एजेंडे की आलोचना की है। चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि जाति जनगणना के बजाय कौशल जनगणना की जरूरत है। 

बता दें कि आंध्र प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में टीडीपी को 135 सीटों पर जीत मिली है। राज्य में विधानसभा की 175 सीटें हैं, जिसमें 88 सीटों हासिल होने पर बहुमत मिल जाता है। हालांकि, इस बार टीडीपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बहुमत से ज्यादा सीटें हासिल की हैं।

India

Jun 06 2024, 10:31

क्या योगी आदित्यनाथ पर बनाया जा रहा इस्तीफे का दबाव? संजय राउत के बयान के क्या हैं मायने

#why_is_the_opposition_repeatedly_targeting_bjp_through_yogi

लोकसभा चुनावों में बीजेपी को सबसे ज्‍यादा नुकसान यूपी में हुआ है। पिछली बार की तुलना में उसकी आधी सीटें घट गईं और 80 में से 33 पर सिमट गई है।इसकी तुलना में समाजवादी पार्टी ने अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन अखिलेश यादव के नेतृत्‍व में 37 सीटें जीतीं हैं।भाजपा को ये बात टीस रही है कि उत्तर प्रदेश में इतना बड़ा नुकसान कैसे हो गया। जिसके बाद से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अंगुली उठने लगी है।पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने और अब शिवसेना नेता संजय राउत ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के जरिए बीजेपी को घेरने की कोशिश की है।महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब परफॉर्मेंस के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफे की पेशकश की तो संजय राउत ने इसे योगी से जोड़ दिया है।

दरअसल, देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की पेशकश पर संजय राउत ने एक सवाल उछाल दिया है।संजय राउत का मानना है कि देवेंद्र फडणवीस तो बहाना हैं, सीएम योगी असली निशाना हैं।संजय राउत ने कहा, ‘देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा देने का प्रस्ताव योगी आदित्यनाथ पर दबाव बनाने का एक कदम है। अगर महाराष्ट्र में फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा हारी है, तो उत्तर प्रदेश में भी योगी के नेतृत्व में हार होगी। इसीलिए फडणवीस इस्तीफे की बात कर रहे हैं। उन्होंने मांग दोहराई कि प्रधानमंत्री मोदी को भाजपा के परिणामों की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए।’

इससे पहले लोकसभा चुनाव के प्रचार के बीच में जब केजरीवाल बेल पर बाहर आए थे तो उन्होंने अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि अगर फिर से बीजेपी की केंद्र में सरकार बनती है तो सबसे पहले वे यूपी के सीएम योगी आदित्नाथ को बदलेंगे। अरविंद केजरीवाल ने कहा था, ‘योगी जी दिल्ली आए थे और उन्होंने मुझे बहुत गालियां दीं। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि उनके असली दुश्मन तो बीजेपी में ही है।’ उन्होंने कहा था कि बीजेपी सीएम योगी को लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद से हटा देगी। इस बयान को लेकर काफी हलचल भी रही और काफी चर्चा भी। अब संजय राउत ने अरविंद केजरीवाल के बयान को मजबूती दी है।

यह चर्चा बार बार इसलिए जोर पकड़ रही हैं क्योंकि बीजेपी में मोदी के बाद कौन, इसे लेकर कयासबाजी भी और जोर आजमाइश भी दोनों चल रही हैं। अमित शाह के समर्थक उन्हें सबसे बड़े दावेदार के तौर पर देखते हैं तो योगी के समर्थक योगी को प्रबल दावेदार मानते हैं। लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद यह जंग और तेज हुई है, खासकर मोदी और योगी समर्थक सोशल मीडिया पर भी यूपी में हार की जिम्मेदारी एक दूसरे पर डालते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि पार्टी के किसी पदाधिकारी ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है लेकिन राजनीति में बयान से ज्यादा माहौल कहानी कहता है।

अब चुनाव परिणाम आने के बाद सूबे से लेकर राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली में हलचल पैदा कर दी है। इसी सिलसिले में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि सीएम योगी आज शाम छह बजे तक दिल्‍ली पहुंच रहे हैं और राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि यूपी में भितरघात के कारण बीजेपी हारी है। इस संबंध में राज्‍य इकाई रिपोर्ट तैयार करेगी और भाजपा आलाकमान इस पर एक्‍शन लेगा। सिर्फ इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश संगठन में बदलाव तय माने जा रहे हैं। सबसे पहले राष्ट्रीय स्तर पर संगठन में बदलाव होंगे उसके बाद प्रदेश में बदलाव किए जाएंगे। संभावित बदलाव में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन न कर पाने वाले क्षेत्रीय अध्यक्ष से लेकर जिला और महानगर अध्यक्ष तक पर गाज गिर सकती है। अगले महीने की 15 तारीख से पहले संगठन में बदलाव हो सकता है।

बता दें कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने उत्तर प्रदेश की 80 संसदीय सीटों के चुनाव में भाजपा को स्तब्ध कर दिया है। गठबंधन ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए 80 में से 43 सीटें जीत ली हैं जबकि भाजपा को 33 सीटें ही मिल सकी हैं। भाजपा की सहयोगी रालोद ने दो व अपना दल ने एक सीट जीती है। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) को भी एक सीट मिली है। वर्ष 2014 की तरह बसपा का इस बार भी खाता नहीं खुला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार जीत गए हैं, जबकि राहुल गांधी ने रायबरेली और अखिलेश यादव ने कन्नौज से जीत हासिल की है। केंद्र सरकार के सात मंत्री भी चुनाव हार गए हैं, जिनमें स्मृति इरानी भी शामिल हैं। भाजपा ने अपने 47 सांसदों को फिर से टिकट दिया था, इनमें से 26 चुनाव हार गए हैं। प्रदेश में मतगणना की शुरुआत होने के दो घंटे के भीतर ही यह साफ हो गया कि सपा-कांग्रेस गठबंधन भाजपा को कड़ी टक्कर देने जा रहा है

WestBengalBangla

Jun 05 2024, 20:04

History beckons Blue Tigers: Chhetri and his men eager to script their own narrative
*Sports News*


*Khabar kolkata News bureau* : The road has been rugged and bumpy so far but India still stand on the cusp of history. A victory on the night of June 6 at the Salt Lake Vivekananda Yubo bharti Stadium for India against Kuwait in their penultimate Group A fixture of the FIFA World Cup 2026 and AFC Asian Cup 2027 Preliminary Joint Qualification Round 2 will put their one foot into the never-seen-before territory - the next round of qualifiers.

June 6. It's a date that has been echoing in the realm of Indian football for the past couple of months. The defeat to Afghanistan in Guwahati in March converted this date into practically a do-or-die occasion for India. And the echoes were further amplified when Sunil Chhetri, exactly three weeks before the D-Day, announced that it would also be his R-Day — R for Retirement. After 19 years of unmatchable service to his great nation, the Indian skipper will hang his boots at the Salt Lake, amid more than 60 thousand people, who will witness the legend's last kick of the ball for India.

But Chhetri was the quickest to point out during Wednesday's pre-match press conference that the match should not be about him, but the potentially ground-breaking result awaiting Indian football.

"I'm trying really hard not to think about the game emotionally. It's not about me. I would love to win 1-0, I don't care who scores. The last 15 days have been good. I think we're on the same page in terms of fitness and that's a good headache for the coach to have," said Chhetri.

India head coach Igor Stimac also concurred with his skipper's words. The most significant thing about tomorrow will be the victory. The fact that it's Chhetri's last 90 minutes for the nation adds to the prestige of the fixture.

"Knowing that this is the last game of our captain for the national team makes this occasion much, much bigger. But of course, this is still about India winning against Kuwait. We are focussed on what we need to do. I will put it in a few words - we are ready for it," said Stimac.

India and Kuwait have met thrice in the last 12 months, twice in the SAFF Championship (1-1 in the group stage and a penalty shoot-out win for India in the final), before the Blue Tigers triumphed 1-0 in the World Cup Qualifiers in November.

"We had three tight, tough games against Kuwait," said Stimac. "Either team could've won them. I would say our best game was away in Kuwait in these qualifiers because that was perfect defensive shape, not allowing them to get near our box and create clear chances. That's what we need to repeat tomorrow, with our discipline, focus, tight marking, reaching the opposition goal and scoring the goal because that's what we need."

Scoring goals from open play has been an Achilles heel for India, who have failed to score in five of the last six matches apart from Chhetri's penalty against Afghanistan in Guwahati. In fact, India's last open-play goal came against Kuwait from Manvir Singh's left foot. But with every passing training session with goal nets bulging non-stop from finishing drills, Stimac gains more and more confidence.

"The boys have worked tremendously hard on details and for everything that is needed for this game. We're going to be absolutely ready for each scenario which awaits us," he said.

As far as India's opponents are concerned, after the end of their domestic season in the last week of May, Kuwait held a one-week camp in Bangkok before travelling to Kolkata on Tuesday night. Their Portuguese head coach Rui Bento named a 26-man squad composed entirely of players from the Kuwait Premier League.

"We expect a good game tomorrow. We know that both teams have competitive targets and the same goal. We've had a good environment in our training. We believe that more than the one week of camp in Thailand, it's about the one and a half year of us being together as a team," said Bento.

The former Portugal youth international coach believed Kuwait, ranked 139th in the world, are now in a better place than last year and can put up a better challenge against India on Thursday as compared to the last three meetings. However, the West Asians are also wary that a defeat will condemn them to the bottom two in the group and officially eliminate them from World Cup qualifying.

"Yes, we played three games against India last year. They were all very balanced and the teams were at a similar level. But all those matches are history. Football is always an ongoing process, and we are proud and confident of ourselves. We are more prepared now to face India and expect ourselves to be better than before and win the game," said Bento.

*Pic Courtesy by: AIFA*