झारखंड में खुलेगा एनआईपीसीसीडी का क्षेत्रीय केंद्र, हर बच्चे को मिलेगा न्याय : अन्नपूर्णा देवी का आह्वान
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धनबाद, झारखंड: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने घोषणा की है कि झारखंड में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के तहत राष्ट्रीय बाल संरक्षण एवं बाल कल्याण संस्थान (एनआईपीसीसीडी) का एक क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस केंद्र की स्थापना से राज्य के प्रत्येक बच्चे को न्याय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी और बाल संरक्षण के क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू होगा।
श्रीमती अन्नपूर्णा देवी आज धनबाद में एक जनसभा को संबोधित कर रही थीं, जहाँ उन्होंने इस महत्वपूर्ण पहल की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि झारखंड जैसे राज्य में, जहाँ जनजातीय और वंचित समुदायों की एक बड़ी आबादी है, बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना और उन्हें न्याय दिलाना अत्यंत आवश्यक है। एनआईपीसीसीडी का क्षेत्रीय केंद्र इसी दिशा में एक ठोस कदम साबित होगा।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यह क्षेत्रीय केंद्र बाल संरक्षण से जुड़े विभिन्न हितधारकों जैसे कि सरकारी अधिकारी, गैर-सरकारी संगठन, बाल कल्याण समितियाँ और किशोर न्याय बोर्ड के सदस्यों के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करेगा। इससे बाल संरक्षण कानूनों और प्रक्रियाओं की बेहतर समझ विकसित होगी और जमीनी स्तर पर काम करने वाले लोगों को अधिक प्रभावी ढंग से बच्चों की सहायता करने में सक्षम बनाया जा सकेगा।
उन्होंने आगे कहा कि केंद्र बाल अधिकारों के उल्लंघन के मामलों की निगरानी और हस्तक्षेप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि बच्चों के खिलाफ किसी भी प्रकार के अपराध या शोषण की शिकायत पर त्वरित और उचित कार्रवाई की जाए। श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने जोर देकर कहा कि सरकार बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझती है और उनके सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर उन्होंने राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन से भी इस पहल में पूर्ण सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण एक सामूहिक जिम्मेदारी है और सभी के मिलकर काम करने से ही हम एक ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ प्रत्येक बच्चा सुरक्षित महसूस करे और उसे विकास के समान अवसर मिलें।
श्रीमती अन्नपूर्णा देवी ने पिछली सरकारों पर बाल कल्याण के मुद्दों पर पर्याप्त ध्यान न देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है और एनआईपीसीसीडी का क्षेत्रीय केंद्र इसी संकल्प का प्रमाण है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह केंद्र झारखंड में बाल संरक्षण के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा और राज्य के लाखों बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
सभा में उपस्थित लोगों ने केंद्रीय मंत्री की इस घोषणा का तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस केंद्र की स्थापना से झारखंड में बाल अधिकारों के संरक्षण और बच्चों को न्याय दिलाने के प्रयासों को नई गति मिलेगी। यह पहल निश्चित रूप से राज्य के उन बच्चों के लिए आशा की किरण लेकर आएगी जो किसी न किसी प्रकार के शोषण या अन्याय का शिकार हुए हैं।
May 19 2025, 19:49