जानकी नवमी की राज्यपाल, सीएम और विधान सभा अध्यक्ष ने प्रदेश और देशवासियों को दी बधाई
डेस्क : हर वर्ष वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को सीता नवमी का पर्व मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन माता सीता का प्राकट्य हुआ था इसलिए इस तिथि को सीता नवमी या जानकी जयंती के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि आज के दिन व्रत रखकर विधि विधान के साथ भगवान राम और माता सीता की पूजा अर्चना करने से सभी रोग व शोक दूर होते हैं और 16 महान दान का पुण्य फल प्राप्त होता है।
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इधर इस मौके पर बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और विधान सभा अध्यक्ष ने जानकी नवमी की प्रदेश और देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने कहा है मां जानकी भारतीय नारी का आदर्श तथा त्याग, तपस्या, संयम, साधना, धैर्य व प्रेम की प्रतिमूर्ति हैं। उन्होंने जीवन की चुनौतियों, संघर्षों एवं क्लेशों का साहसपूर्वक सामना करते हुए अपने सभी कर्त्तव्यों का पालन पूर्ण समर्पण के साथ किया।
वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनक नंदिनी माता सीता के जन्मोत्सव जानकी नवमी पर माता जानकी को नमन करते हुए राज्यवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मर्यादा पुरुषोतम भगवान श्रीराम की अर्द्धांगिनी माता सीता को धार्मिक गाथाओं में सौभाग्य की देवी और माता लक्ष्मी का अवतार भी कहा गया है। मां जानकी सबका कल्याण करें, यही कामना है।
विधानसभा अध्यक्ष नन्दकिशोर यादव ने अपने शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा कि जानकी नवमी को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व माता सीता के जन्म की स्मृति में मनाया जाता है, जो त्रेतायुग की एक पवित्र, संयमशील और त्यागमयी स्त्रीत्व की प्रतीक मानी जाती हैं।
May 06 2025, 12:46