*न जांच की सुविधा,न डॉक्टर, नाम का ट्रामा सेंटर, इलाज मरहम - पट्टी* *वाराणसी - प्रयागराज हाईवे पर बने औराई ट्रामा सेंटर में सिर्फ सामान्य उपचार*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर बने औराई ट्राॅमा सेंटर में चिकित्सकों की कमी और जांच की भी अच्छी व्यवस्था नहीं होने से गंभीर रुप से घायल मरीजों का ठीक से उपचार नहीं हो पा रहा । ट्रॉमा सेंटर में सीएचसी के चिकित्सकों के भरोसे चल रहा है। सीएचसी के ही चिकित्सकों की ट्राॅमा सेंटर में ड्यूटी लगाई गई जाती है। हाईवे पर हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए जनपद की सीमा बाबूसराय और ऊंज के मध्य औराई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जनपद का इकलौता ट्राॅमा सेंटर बनाया गया। ट्रामा सेंटर में जो सुविधा होनी चाहिए, वह सुविधा आज तक नहीं हो पाई। स्थिति यह है कि ट्रामा सेंटर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से भी कम सुविधाएं हैं। Street buzz News की टीम ने 12.10 पर सीएचसी का हाल जानने के लिए ट्राॅमा सेंटर पर पहुंची। ट्रामा सेंटर के भीतर तीन-चार लोग टहलते नजर आए। ट्रामा सेंटर होने के बाद भी यहां न तो अल्ट्रासाउंड मशीन लगी है। और न ही सीआर्म मशीन और सीटी स्कैन की व्यवस्था है। यह सब मशीनें ट्राॅमा सेंटर की पहली प्राथमिक वाली मशीनें हैं। हाईवे होने के कारण यह एक्सीडेंटल जोन है। इसके बाद भी यहां व्यवस्थाएं नाकाफी मिली। व्यवस्थाओं के नाम पर सिर्फ पत्राचार किया जा रहा है। कुल मिलाकर यह ट्राॅमा सेंटर मरहम पट्टी वाला ट्राॅमा सेंटर बनकर रह गया है।
*बिना फिल्म निकालने वाली एक्सरे से मरीजों का उपचार*
ट्रामा सेंटर में सुविधाओं के विस्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां जिस एक्सरे मशीन से मरीजों का उपचार किया जाता है। उससे भी फिल्म बाहर नहीं आती है। डॉक्टर मशीन पर ही रिपोर्ट देखकर मरीजों को दवा देते हैं। यहां सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था नहीं है। सफाई भी अच्छी नहीं है।
*जाना 375 की ओपीडी*
औराई सीएचसी पर रोजाना 350 से 375 ओपीडी होती है। यहां कुल 11 डॉक्टर तैनात हैं। अधीक्षक कृष्णा चंद दुबे ने बताया कि यहां महिला के तीन, बच्चों के दो, आर्थो के एक डॉक्टर हैं। सात वार्ड बॉय, 19 स्टाफ नर्स, एक बेहोशी के डॉक्टर हैं। परिसर में चार डॉक्टर के आवास बने हैं। चिकित्सक मौके पर मौजूद मिले। अधीक्षक ने बताया कि प्रदेश में आकांक्षात्मक ब्लॉक के औराई ब्लॉक पहले स्थान पर था।
ट्राॅमा सेंटर का संचालन हाल ही में किया गया है। यहां पर सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। शासन को पत्राचार किया गया है। तैनात चिकित्सक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में रुकते हैं। - डॉ. एसके चक, सीएमओ, भदोही।
Apr 17 2025, 15:47