खजनी में कार्यरत लेखपाल हर्षित सिंह निलंबित
खजनी गोरखपुर।तहसील के लेखपाल हर्षित सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। कार्रवाई उप जिलाधिकारी खजनी राजेश प्रताप सिंह द्वारा 09 अप्रैल 2025 को की गई, जांच में जब यह सामने आया कि श्री सिंह ने शासनादेश की अवहेलना करते हुए ऑनलाइन उत्तराधिकार वरासत आवेदनों की समयबद्ध आख्या प्रस्तुत नहीं की। निर्धारित 11 दिनों की समय सीमा में आख्या न लगने से आवेदन डिफाल्टर श्रेणी में चला गया, जिसे प्रशासन ने गंभीर लापरवाही माना है।
जिलाधिकारी गोरखपुर की 08 अप्रैल 2025 को हुई समीक्षा बैठक में उक्त मामला उजागर हुआ। बैठक में लेखपाल की उदासीनता पर कड़ा रुख अपनाते हुए जिलाधिकारी ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जिसके बाद एसडीएम राजेश प्रताप सिंह ने निलंबन आदेश जारी कर दिया। आदेश में कहा गया है कि शासकीय कार्यों के प्रति ऐसी ढिलाई अस्वीकार्य है, यह प्रशासनिक अनुशासन को कमजोर करती है। निलंबन के दौरान हर्षित सिंह को राजस्व निरीक्षक कार्यालय खजनी में संबद्ध किया गया है। उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता और महंगाई भत्ता मिलेगा, बशर्ते वे प्रमाण दें कि वे किसी अन्य नौकरी या व्यापार में संलग्न नहीं हैं।
साथ ही, राजस्व निरीक्षक को निर्देश दिया गया है कि वे श्री सिंह को व्यक्तिगत रूप से आदेश की प्रति सौंपें और उनका कार्यभार तत्काल प्रभाव से अन्य लेखपाल को हस्तांतरित करें, ताकि शासकीय कार्यों में कोई रुकावट न आए। प्रशासन ने इस कार्रवाई को एक सख्त संदेश के रूप में पेश किया है। जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि गोरखपुर में प्रशासनिक दक्षता और पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह कदम जिले के सभी राजस्व कर्मियों के लिए चेतावनी है कि शासन के आदेशों का पालन न करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। किसी प्रकार की घूसखोरी वरासत में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
Apr 10 2025, 19:31