*मार्च क्लोजिंग : 150 करोड़ की परियोजनाएं जिले में हैं अधूरी* *कार्यदयी संस्थाएं लापरवाह ,जल जीवन मिशन की सर्वाधिक परियोजनाएं,मिली चेतावनी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। शासन और प्रशासन की सख्ती का असर कार्यदायी संस्थाओं पर नहीं दिख रहा है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने की ओर है, लेकिन 150 करोड़ से अधिक की परियोजनाएं समय सीमा में पूर्ण नहीं पाई हैं। 2024 तक हैंडओवर होने वाली परियोजनाएं अभी तक शत प्रतिशत पूर्ण नहीं हो पाई हैं। इससे आने वाले समय में इनकी लागत बढ़ने से लेकर अन्य समस्याएं आ सकती हैं। जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, लघु सेतु, पेयजल, बिजली की 50 से अधिक और कुल 250 करोड़ से ज्यादा लागत की परियोजनाओं का काम चल रहा है। निर्माण एजेंसी समाज कल्याण, लोक निर्माण, राज्य सेतु निगम, सीएनडीएस, वेलस्पन, जीए इंफ्रा को इनको पूरा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी परियोजनाओं के शिलान्यास के साथ लोकार्पण की तिथि तय हो जाती है। कार्यदायी संस्था और ठेकेदारों की लापरवाही के कारण कई परियोजनाएं समय से पूर्ण नहीं हो पातीं। वित्तीय वर्ष खत्म होने से पहले ऐसी परियोजनाओं को पूर्ण करने पर जोर रहता है। लेकिन अब तीन से चार दिन में उन्हें पूर्ण कर पाना मुश्किल है। 150 करोड़ की परियोजनाओं में सबसे अधिक जल जीवन मिशन की है, जो करीब 100 करोड़ की है। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग, शिक्षा, स्वास्थ्य, नहर, पंचायत राज समेत अन्य विभाग की करीब 50 करोड़ की परियोजना शामिल है। जल जीवन मिशन की 100 करोड़ से अधिक की 25 परियोजनाएं मार्च में पूर्ण होनी थी, लेकिन अब भी 50 से 60 फीसदी ही काम हो सका है।
24 परियोजनाएं लंबित है। संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को जल्द काम पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। परियोजनाओं की हेडलाइन तय की गई है। उक्त समय में पूर्ण न होने पर कार्रवाई होगी। डॉ शिवाकांत द्विवेदी सीडीओ
Apr 01 2025, 17:20
- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
1- Whatsapp
- Facebook
- Linkedin
- Google Plus
0.9k