काकोरी में बाघ का आतंक जारी, बाघ को पकड़ने के लिए अब तक 90 लाख रुपये से अधिक खर्च
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लखनऊ। राजधानी लखनऊ के काकोरी क्षेत्र में रहमानखेड़ा और आसपास के गांवों में पिछले 91 दिनों से एक बाघ सक्रिय है। इसके बावजूद वन विभाग की तमाम कोशिशें अब तक विफल रही हैं, और बाघ को पकड़ने में कोई सफलता नहीं मिली है।
बाघ को पकड़ने के लिए अब तक 90 लाख रुपये से अधिक खर्च किए जा चुके हैं। वन विभाग ने बाघ की पकड़ के लिए विभिन्न प्रयास किए हैं, जिनमें ट्रैप्स, पिंजरे और विशेष टीमों का गठन शामिल है, लेकिन इन प्रयासों के बावजूद बाघ का पता नहीं चल सका है।
ग्रामीणों में भय और असुरक्षा
बाघ की मौजूदगी के कारण आसपास के गांवों में भय का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि वे अपने खेतों और पशुओं को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि बाघ की आक्रमण की आशंका बनी हुई है। वन विभाग को इस संकट से निपटने के लिए शीघ्र प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।
वन विभाग की नाकामी पर सवाल
अब तक बाघ को पकड़ने में नाकामी पर वन विभाग के प्रयासों पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोग और विशेषज्ञ दोनों ही चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकाला जाए।
Mar 05 2025, 19:21