कार्तिक गंझू को मरने के बाद चार दिनों तक अपने अंतिम संस्कार के लिए इंतज़ार करना पड़ा, क्यों जानने के लिए पढिये पूरी खबर...!
झारखंड डेस्क
गोमिया(बोकारो): तालाब में डूब कर मरे व्यक्ति को चार दिनों तक अंतिम संस्कार के लिए इंतज़ार करना पड़ा.
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मृतक के चारों बेटे प्रवासी मजदूर है. जो महाराष्ट्र के मुंबई में मजदूरी करते हैं. चारों बेटे पिता की मौत के चौथे दिन ट्रेन से घर पहुंचे. जिसके बाद कार्तिक गंझू का अंतिम संस्कार चार दिनों बाद सोमवार को किया गया.
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मछली पकड़ने तालाब गया था कार्तिक गंझू
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को बोकारो के गोमिया प्रखंड निवासी कार्तिक गंझू मछली पकड़ने के लिए पास के तालाब गये थे. जहां उन्होंने इसके लिए जाल बिछा रखा था. शाम 3 बजे के करीब वे फंसे मछलियों को देखने गये थे. जहां अचानक उनका पैर फिसल गया और वे तालाब में जा गिरे. कुछ देर बाद वहां पहुंचे ग्रामीणों ने तालाब में कपड़ा पड़ा देखा. जिसे देखकर आशंका जताई गयी कि तालाब में कोई व्यक्ति डूबा हुआ है. इसके बाद थाने को इसकी सूचना दी गई. लेकिन शाम होने के कारण 20 घंटे बाद शनिवार को सुबह 10 बजे ग्रामीणों के सहयोग से कार्तिक गंझू का शव निकाला गया. प्रशासनिक करवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था.
मंत्री ने मुआवजा दिलाने का दिया आश्वासन
इधर घटना की जानकारी पाकर पेयजल स्वछता मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने परिवार को आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से मिलने वाली मुआवजा की राशि दिलाने की बात कही. मृतक के शव को तालाब से निकालने में आजसू गोमिया प्रखंड अध्यक्ष महेश कुमार महतो, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि पचमो महेश करमाली, उपमुखिया प्रतिनिधि जीवन रजवार, मनोज कुमार राम, सुधन महतो, कंचन महतो, मेघनाथ महतो, मुकेश राम,किसुन महतो, परमेश्वर गंझू , उमेश महतो और अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.
Feb 24 2025, 19:38