हरिहरनाथ मंदिर में शिव विवाह की हल्दी रस्म, श्रद्धालुओं ने किया अभिषेक
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नितेश श्रीवास्तव
भदोही। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर हर वर्ष की तरह इस बार भी भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की रस्में भव्य रूप से संपन्न हो रही हैं।
इसी क्रम में सोमवार को वैवाहिक अनुष्ठान के तहत प्राचीन हरिहरनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ की हल्दी रस्म संपन्न हुई। इस दौरान भक्तों में विशेष उल्लास देखा गया। सुबह से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
भजन-कीर्तन के बीच भक्तों ने भगवान शिव का हल्दी अभिषेक किया। विशेष रूप से महिलाओं ने हल्दी चढ़ाकर मंगलकामनाएं कीं और भक्ति भाव से गीत गाए। इस अनूठी परंपरा में शामिल होकर लोगों ने आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति की।
कल मेंहदी, फिर निकलेगी भव्य बारात
हल्दी रस्म के बाद मंगलवार को भगवान शिव की मेंहदी रस्म होगी, जिसमें श्रद्धालु भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ उल्लासपूर्वक भाग लेंगे। इसके बाद महाशिवरात्रि के दिन पूरे विधि-विधान से शिव बारात निकाली जाएगी। नगर में जगह-जगह बारात का स्वागत किया जाएगा और इसके बाद मंदिर परिसर में भगवान शिव और माता पार्वती का भव्य विवाह संपन्न होगा। हरिहरनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों के अनुसार, इस पारंपरिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि वे भगवान शिव-पार्वती के पावन विवाह महोत्सव का आनंद उठा सकें।
आस्था और भक्ति का संगम
हरिहरनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि पर आयोजित यह विवाह उत्सव भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। शिव-पार्वती विवाह की रस्में प्रतीकात्मक रूप से समाज में प्रेम, समर्पण और सात्विक जीवन के संदेश को दर्शाती हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस विवाह उत्सव में भाग लेने से परिवार में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।ज्ञानपुर में हरिहरनाथ मंदिर का यह अनूठा आयोजन श्रद्धालुओं के लिए भक्ति और आनंद का संगम बन गया है। अब सभी को महाशिवरात्रि की पावन बेला पर भगवान भोलेनाथ की भव्य बारात और विवाह का बेसब्री से इंतजार है।
Feb 24 2025, 17:20