/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1696693555832113.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1696693555832113.png StreetBuzz हाई कोर्ट ने कृषि शिक्षकों की भर्ती में छूट के प्रावधान को बताया असंवैधानिक, अब बीएड की डिग्री होगी अनिवार्य Raipur
हाई कोर्ट ने कृषि शिक्षकों की भर्ती में छूट के प्रावधान को बताया असंवैधानिक, अब बीएड की डिग्री होगी अनिवार्य

बिलासपुर-  बिलासपुर हाईकोर्ट ने प्रदेश में कृषि शिक्षकों की भर्ती को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। अब कृषि शिक्षकों के लिए बीएड डिग्री अनिवार्य होगी, और इसमें किसी भी तरह की छूट नहीं दी जा सकेगी। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने छूट के प्रावधान को असंवैधानिक और अधिकारहीन करार दिया है। कोर्ट ने निर्देश दिया कि भर्ती प्रक्रिया को नियमों के अनुसार ही पूरा किया जाए।

बता दें कि कृषि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में शामिल कुछ आवेदकों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी कि वे कृषि विज्ञान में स्नातक की डिग्री के साथ-साथ बीएड या डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) उत्तीर्ण थे। उन्होंने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण की थी। याचिकाकर्ताओं ने 5 मार्च 2019 की राज्य अधिसूचना को चुनौती दी, जिसमें अनिवार्य बीएड की आवश्यकता को हटा दिया गया था। उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में कृषि शिक्षकों के लिए योग्यता के बारे में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि राज्य शासन द्वारा अनिवार्य योग्यता को हटाना एनसीटीई के नियमों के विरुद्ध है। याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया कि इस तरह की छूट शैक्षिक मानकों को कमजोर करती है। अप्रशिक्षित व्यक्तियों को पढ़ाने की अनुमति मिलने पर शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होगी।

राज्य शासन की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता और एनसीटीई के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि राज्य में कृषि शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए नियमों में ढील देना आवश्यक था। कोर्ट के समक्ष मुख्य कानूनी प्रश्न यह था कि क्या कोई राज्य सरकार शिक्षक योग्यता मानक में ढील दे सकती है, जो राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद अधिनियम, 1993 के तहत एनसीटीई द्वारा निर्धारित किए गए हैं। याचिकाकर्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि अधिनियम की धारा 12-ए और 32 के तहत, एनसीटीई विशेष रूप से शिक्षकों के लिए न्यूनतम योग्यता निर्धारित करता है, और राज्य सरकारें इन आवश्यकताओं को एकतरफा नहीं बदल सकतीं।

साय सरकार का दूसरा बजट सत्र कल से होगा शुरू, सीएम ने कहा- सभी वर्गों का रखा जाएगा खयाल

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में कल 24 फरवरी से बजट सत्र शुरू होने जा रहा है. इस बार के बजट सत्र को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कल से हमारी सरकार का दूसरा बजट सत्र शुरू होने वाला है. बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि पूरा देश जानता है कि हमारी सरकार आने के बाद कैसे काम हुआ है. 

वहीं सीएम साय ने अपने जशपुर दौरे को लेकर बताया कि आज राज्य में त्रिस्तरीय पंचायती राज का तीसरे चरण का मतदान हैं, सपरिवार हम वोट डालेंगे. इसके बाद स्व. दिलीप सिंह जूदेव मेमोरियल फुटबॉल मैच के समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे. बता दें, सीएम साय आज अपने गृहग्राम बगिया में पंचायत चुनाव के लिए वोट डालेंगे.

नारायणपुर ने रचा इतिहास: नीति आयोग से मिला 10 करोड़ रुपये का पुरस्कार, नए विकास कार्यों को मिलेगी गति

नारायणपुर- छत्तीसगढ़ का नारायणपुर जिला अब विकास की नई मिसाल बन चुका है। यहां के लोगों की मेहनत और सरकार की योजनाओं ने मिलकर जिले को तेजी से आगे बढ़ाया है। इसी बेहतरीन काम के लिए नीति आयोग ने नारायणपुर को 10 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया है। यह सम्मान जिले को कृषि, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और समग्र विकास में शानदार प्रदर्शन के लिए मिला है।

नारायणपुर में खेती को उन्नत बनाने, लोगों को नए रोजगार देने और गांवों में जरूरी सुविधाएं बढ़ाने के लिए खास योजनाएं चलाई जा रही हैं। किसानों को नई तकनीक और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे उनकी फसल अच्छी हो और आमदनी बढ़े। वहीं, गांवों में सड़कें, बिजली, पानी और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।

इस पुरस्कार से नए विकास कार्यों को और गति मिलेगी। अब नारायणपुर में बेहतर योजनाएं लागू होंगी, जिससे गांवों की तरक्की तेज होगी और लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठेगा। यह सफलता दिखाती है कि अगर सही योजना और मेहनत हो, तो कोई भी इलाका विकास की नई कहानी लिख सकता है। नीति आयोग ने नारायणपुर के प्रयासों को सराहा और कहा कि यह जिला दूसरे जिलों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है।

कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी पर हमला, बाल-बाल बचीं उम्मीदवार

कोटा- न्यायधानी के कोटा क्षेत्र में आज कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्य प्रत्याशी सरस्वती भास्कर साहू पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया. हमलावरों ने प्रत्याशी के कार पर ईंट और पत्थर से पथराव किया, जिससे उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई. इस हमले में उम्मीदवार बाल-बाल बचीं. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और अज्ञात हमलावरों की तलाश में जुट गई है. 

यह हमला चुनावी माहौल को लेकर तनाव का संकेत है, हालांकि अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है. पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है

महापौर मीनल चौबे और 70 पार्षद 27 फरवरी को लेंगे शपथ, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और मंत्रिगण भी होंगे शामिल…

रायपुर- छत्तीसगढ़ के रायपुर नगर निगम की नवनिर्वाचित महापौर मीनल चौबे और 70 पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह 27 फरवरी को इंडोर स्टेडियम, बूढ़ापारा में आयोजित किया जाएगा. यह भव्य समारोह दोपहर 3 बजे से शुरू होगा, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे.

इस समारोह में उप मुख्यमंत्री अरुण साव, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, प्रभारी मंत्री केदार कश्यप, लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत, विधायक सुनील सोनी, विधायक मोतीलाल साहू और विधायक पुरंदर मिश्रा सहित भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे.

रायपुर नगर निगम के चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है, और 15 साल बाद महापौर पद पर भाजपा का कब्जा हुआ है. मीनल चौबे शहर की दूसरी महिला महापौर के रूप में शपथ लेंगी. उनके साथ 70 वार्डों के नवनिर्वाचित पार्षद भी शपथ लेंगे, जिनमें से 60 प्रतिशत भाजपा के हैं, जबकि 7 कांग्रेस और 3 निर्दलीय पार्षद निर्वाचित हुए हैं.

इस ऐतिहासिक जीत के बाद शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारियां पूरी की गई हैं. शपथ ग्रहण के बाद रायपुर नगर निगम की पहली सामान्य सभा भी होगी, जिसमें सभापति का चुनाव किया जाएगा. भाजपा ने सभापति के चुनाव के लिए धरमलाल कौशिक को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. महापौर मीनल चौबे के शपथ लेने के बाद एमआईसी का गठन होगा, और दस जोन के लिए एक-एक जोन अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी.

लव जिहाद, धर्म परिवर्तन और गौ हत्या पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल सख्त, राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नया कानून बनाने की मांग

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य में बढ़ते धर्म परिवर्तन, लव जिहाद और गौ हत्या के मामलों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने इस संबंध में राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कठोर कानून बनाने की मांग की है।

सांसद बृजमोहन ने अपने पत्र में उल्लेख किया कि धर्म हमारी संस्कृति की आधारशिला है और गौ सेवा इसका अभिन्न अंग है। लेकिन हाल ही में छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण और गौ तस्करी के मामले सामने आए हैं, जो सनातन मूल्यों के लिए एक गंभीर चुनौती हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी फंडिंग के जरिए प्रलोभन, छल और भय के आधार पर धर्मांतरण को एक उद्योग के रूप में संचालित किया जा रहा है।

पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की शह पर न केवल आदिवासी इलाकों में, बल्कि छत्तीसगढ़ के गांवों और शहरी क्षेत्रों में भी ईसाई मिशनरियों द्वारा गरीब और असहाय वर्ग के लोगों को लालच देकर मतांतरण कराया गया है। साथ ही, लव जिहाद के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी गई है, जिसमें रायपुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में षड्यंत्रपूर्वक धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।

संविधान के अनुच्छेद 25(1) के अनुसार, प्रत्येक नागरिक को धर्म की स्वतंत्रता प्राप्त है, लेकिन अनुच्छेद 25(2) के तहत राज्य को यह अधिकार है कि वह लोक व्यवस्था, सदाचार और स्वास्थ्य की रक्षा हेतु धर्म परिवर्तन के अवैध कार्यों पर रोक लगाने के लिए कठोर कानून बना सके।

सांसद बृजमोहन द्वारा दिए गए प्रमुख सुझाव:

1. धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम को और कठोर बनाया जाए:

- धर्म परिवर्तन कर गलत तरीके से एससी/ओबीसी आरक्षण का लाभ लेने वालों को दंडित किया जाए।

- दूसरे धर्म में जाने के इच्छुक व्यक्ति को 60 दिन पहले कलेक्टर के समक्ष सूचना देना अनिवार्य किया जाए।

- जिला कलेक्टर धर्म परिवर्तन के वास्तविक कारणों की जांच करें।

- धर्मांतरण कराने वाले व्यक्ति को भी कलेक्टर के समक्ष आवेदन देना अनिवार्य हो।

- बलपूर्वक, अनुचित प्रभाव डालकर, प्रलोभन देकर या विवाह के जरिए धर्मांतरण करने पर कठोर दंड का प्रावधान हो।

2. गौ हत्या और गौ तस्करी के विरुद्ध सख्त कानून:

बीफ (गौ-मांस) की बिक्री, परिवहन या भंडारण करने पर न्यूनतम 1 वर्ष और अधिकतम 10 वर्ष तक की सजा हो।

- मवेशियों के अवैध परिवहन और बिक्री में संलिप्त पाए जाने पर 7 वर्ष की सजा और इस अपराध के प्रयास मात्र पर भी 3 वर्ष की सजा का प्रावधान हो।

सांसद बृजमोहन ने मांग की है कि उपरोक्त कानून इस विधानसभा सत्र में पारित किए जाएं, ताकि छत्तीसगढ़ में सनातन संस्कृति और परंपराओं की रक्षा की जा सके। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण और गौ तस्करी जैसी कुरीतियों पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कानून समय की मांग है।

राजिम कुंभ कल्प मेला : मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय ने की महानदी महाआरती, प्रदेश के लिए की सुख-समृद्धि की कामना

राजिम- छत्तीसगढ़ की संगमनगरी में राजिम कुंभ कल्प मेला का आयोजन किया जा रहा है. राजिम कुंभ कल्प मेला के 11वें दिन श्रद्धा और आस्था का भव्य नजारा देखने को मिला. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय ने महानदी महाआरती में शामिल होकर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की.

शाम होते ही जबलपुर से आईं साध्वी प्रज्ञा भारती और ग्यारह विद्वान पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जैसे ही महाआरती शुरू हुई, पूरा संगम क्षेत्र भक्तिमय हो उठा. आरती की अलौकिक छटा ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया. दीपों की जगमगाहट, शंख ध्वनि और कपूर की सुगंध से पूरा मेला परिसर आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत हो गया.

इस दिव्य आरती में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद गिरि, महामंडलेश्वर नवल गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी शैलेशानंद महाराज, संत गुरुशरण महाराज (पंडोखर सरकार), रामबालक दास महाराज, स्वामी ज्ञान स्वरूपानंद अक्रिय जी महाराज सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु, साधु-संत, अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.

आरती के दौरान जब श्रद्धालुओं ने “जय-जय श्रीराम” के गगनभेदी उद्घोष किए, तो पूरा त्रिवेणी संगम क्षेत्र भक्तिरस में डूब गया. यह दृश्य अद्वितीय था, जिसने हर भक्त को दिव्यता की अनुभूति कराई.

राजिम कुंभ कल्प मेला, जो छत्तीसगढ़ की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान बन चुका है, हर दिन आस्था के नए रंग बिखेर रहा है. महाआरती के इस पावन आयोजन ने न केवल श्रद्धालुओं के हृदय को शुद्ध किया बल्कि पूरे प्रदेश में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी किया.

मिस्र में छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने बिखेरा जलवा: तेज गति से पंथी, सुवा और राउत नाचा करने के साथ फहराया तिरंगा

बेमेतरा-  छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक संस्कृति और नृत्य परंपरा को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाते हुए बेमेतरा जिले के लोक कलाकारों ने मिस्र (Egypt) में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कल्चर फेस्टिवल में शानदार प्रस्तुति दी। यह महोत्सव 13 से 24 फरवरी तक आयोजित किया गया, जिसमें 17 देशों के कलाकारों ने हिस्सा लिया। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखंड के ग्राम जूनाडाडू निवासी पुनदास जोशी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ पंथी दल ने भाग लिया और अपनी कला से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

छत्तीसगढ़ी लोक नृत्यों से मोहा मन

छत्तीसगढ़ की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हुए लोक कलाकारों ने तेज गति से पंथी, सुवा, बस्तर प्रसिद्ध कर्मा नृत्य, राउत नाचा, डंडा नृत्य और गौरी-गौरा की मनमोहक प्रस्तुति दी। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से कलाकारों ने न केवल छत्तीसगढ़ की लोक धरोहर को विश्व पटल पर पहुंचाया, बल्कि नृत्य करते हुए तिरंगा फहराकर भारत की सांस्कृतिक समृद्धि का संदेश दिया, जिससे पूरे आयोजन में देशभक्ति का भाव उमड़ पड़ा। कलाकारों की प्रस्तुति के दौरान विश्व का सबसे तेज नृत्य माने जाने वाले पंथी नृत्य ने दर्शकों को विशेष रूप से आकर्षित किया।

कौन-कौन रहा शामिल?

इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करने वाले कलाकार “छत्तीसगढ़ पीडी पंथी परिवार” के बैनर तले शामिल हुए। प्रतिभागी कलाकारों में प्रमुख रूप से – पुनदास जोशी, डॉ. हरेन्द्र टोन्डे, मनोज केशकर, रामा बंजारे, अलका मिंज, मुस्कान, आकांक्षा वर्मा और आकांक्षा केसरवानी उपस्थित रहे।

कलाकारों ने साझा किया अनुभव

दल के प्रमुख पुनदास जोशी ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमें मिस्र के अंतरराष्ट्रीय मंच पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को प्रस्तुत करने का अवसर मिला। यहां हमें न केवल अपनी संस्कृति को दिखाने का अवसर मिला, बल्कि दुनिया की अन्य संस्कृतियों को भी करीब से जानने और समझने का मौका मिला।” उन्होंने आगे बताया कि इससे पहले भी कृषि महाविद्यालय रायपुर के पंथी दल ने विभिन्न देशों में अपनी प्रस्तुतियां देकर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव: शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च, 552 बूथों पर 1200 पुलिसकर्मी होंगे तैनात

बलौदाबाजार-  जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। बलौदाबाजार और पलारी विकासखंड में चुनाव के तहत पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्यों के लिए मतदान कल सुबह 7 बजे से शुरू होगा। इस दौरान मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। आज मतदान से ठीक एक दिन पहले बलौदाबाजार और पलारी में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने आम जनता को आश्वस्त किया कि चुनाव निष्पक्ष और सुरक्षित माहौल में संपन्न होगा।

552 बूथों पर 1200 पुलिसकर्मियों की तैनाती

शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बलौदाबाजार और पलारी के 552 मतदान केंद्रों पर 1200 पुलिस अधिकारियों और जवानों की तैनाती की गई है। इसके अलावा, मतदान के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए डीएसपी निधि नाग के नेतृत्व में 45 पेट्रोलिंग टीमें लगातार निगरानी करेंगी।

एसएसपी ने जवानों को दिए सख्त निर्देश

मतदान से पहले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विजय अग्रवाल ने रक्षित केंद्र में पुलिस बल को ब्रीफिंग दी। उन्होंने मतदान प्रक्रिया के दौरान सतर्क रहने, किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखने और शांति भंग करने वालों पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि मतदान के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जरूरत पड़ने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मतदाताओं से निर्भीक होकर मतदान की अपील

पुलिस प्रशासन ने जनता से डर और भयमुक्त होकर मतदान करने की अपील की है। साथ ही कहा कि यदि किसी भी तरह की अवैध गतिविधि या दबाव महसूस हो तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। प्रशासन की इस सख्ती से आम जनता में सुरक्षा का भरोसा बढ़ा है और उम्मीद जताई जा रही है कि चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होगा।

रामकृष्ण केयर अस्पताल में “सर्जिकल एक्सीलेंस – ब्रिजिंग इनोवेशन विद केयर” थीम पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

रायपुर- रामकृष्ण केयर अस्पताल, रायपुर द्वारा एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया के सीजी स्टेट चैप्टर का 23वां वार्षिक सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस दौरान “सर्जिकल एक्सीलेंस – ब्रिजिंग इनोवेशन विद केयर” विषय पर दो दिवसीय व्यापक सम्मेलन में देशभर से प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संकायों ने भाग लिया। लाइव सर्जरी सत्र इंटरएक्टिव थे और सर्जरी के क्षेत्र में हाल ही में हुई प्रगति और दर्शकों की सीखने की अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए सोचे-समझे थे। इन सत्रों में कुल 250 से अधिक प्रतिभागियों और 10 राष्ट्रीय संकायों ने भाग लिया।

बता दें कि आज प्रख्यात सर्जनों के नेतृत्व में जटिल सर्जिकल मामलों की एक श्रृंखला ली गई। इसमें सर्जनों के लिए एक पोस्टर और पेपर प्रेजेंटेशन भी शामिल था। प्रतिभागियों ने विभिन्न पेपर और पोस्टर प्रेजेंटेशन के रूप में अपने कौशल और सीखने का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर विजेताओं को पुरस्कार भी दिए गए। बॉम्बे अस्पताल के प्रसिद्ध जनरल, लैप्रोस्कोपिक और कोलोरेक्टल सर्जन डॉ. निरंजन अग्रवाल ने कहा, “सर्जिकल तकनीकों में उन्नति और एआई सक्षम रोबोटिक तकनीक का उद्देश्य तेजी से डिस्चार्ज और रिकवरी को भी बढ़ाता है, जिससे उपचार अधिक लागत प्रभावी हो जाता है।” इसके अतिरिक्त, उन्होंने छोटे शहरों के सर्जनों के लिए निरंतर ज्ञान उन्नयन के महत्व पर प्रकाश डाला, उन्हें नई तकनीकों और सीखने के अवसरों से परिचित कराया, जिन्हें विभिन्न क्षेत्रों में सर्जिकल परिणामों को बेहतर बनाने के लिए दोहराया जा सकता है।

एएसआई के अध्यक्ष, प्रोफेसर और एचओडी, सर्जरी विभाग और एमजीएम मेडिकल कॉलेज, औरंगाबाद के डिप्टी डीन डॉ. प्रवीण राजेंद्र सूर्यवंशी ने स्वास्थ्य सेवा में सामर्थ्य के महत्व के बारे में कहा। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि टियर-2 शहरों में उच्च तकनीक वाली चिकित्सा तकनीक शुरू करने से उन्नत उपचार विकल्पों को सुनिश्चित करते हुए लागत कम करने में मदद मिलती है। उन्होंने किफायती देखभाल में महत्वपूर्ण विकास का भी उल्लेख किया और उपचार की समग्र लागत में वृद्धि किए बिना गुणवत्ता के परिणाम बनाए रखने के लिए सर्जिकल चेकलिस्ट के उपयोग पर जोर दिया। अन्य प्रतिष्ठित संकायों में डॉ. सोमशेखर एस पी (रोबोटिक सर्जन, एस्टर अस्पताल, बेंगलुरु), डॉ. जी दिवाकर (सचिव एएसआई), डॉ. आर पार्थसारथी (जीईएम अस्पताल, कोयंबटूर) और कई अन्य शामिल थे।

कार्यक्रम का संचालन रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल की पूरी सर्जिकल टीम द्वारा किया गया, जिसका नेतृत्व डॉ. संदीप दवे (प्रबंधन सह चिकित्सा निदेशक और एचओडी, रोबोटिक सर्जरी) और उनकी लैप्रोस्कोपी और रोबोटिक सर्जनों की टीम ने किया, जिसमें डॉ. सिद्धार्थ तामस्कर, डॉ. विक्रम शर्मा, डॉ. जवाद नकवी, डॉ. अजीत मिश्रा और डॉ. धीरज प्रेमचंदानी (हेपेटोबिलियरी सर्जरी विभाग) की पूरी ओटी टीम, क्लिनिकल और नॉन-क्लिनिकल, प्रशासन और नर्सिंग स्टाफ शामिल थे।

मध्य भारत के सबसे प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक – रामकृष्ण केयर अस्पताल

रामकृष्ण केयर अस्पताल मध्य भारत के सबसे प्रतिष्ठित अस्पतालों में से एक है, जो छत्तीसगढ़ के दिल यानी रायपुर में स्थित है। यह अस्पताल स्वास्थ्य सेवा उत्कृष्टता का प्रतीक है, जो दयालु, रोगी-केंद्रित देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। अत्याधुनिक तकनीक और उच्च प्रशिक्षित डॉक्टरों, नर्सों और सहायक कर्मचारियों की एक टीम से लैस, अस्पताल किफायती कीमतों पर निदान, उपचार और देखभाल के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करता है।

अस्पताल में 400 से अधिक बेड हैं, जिनमें 125 से अधिक आईसीयू बेड शामिल हैं, जिनमें सभी उन्नत और आधुनिक जीवन रक्षक और नैदानिक उपकरण हैं। यहां अत्यधिक कुशल डॉक्टर और देखभाल कर्मचारी उपलब्ध हैं। सभी प्रमुख विशेषताओं में सबसे आधुनिक तकनीक के साथ एक समर्पित और अथक आपातकालीन विभाग के साथ, अस्पताल छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के लिए किसी भी आपात स्थिति और विशेष देखभाल के लिए पहली पसंद है।