ये होटल नहीं सरकारी ऑफिस है, साहब ने सोफा और बेड डाल बना दिया रूम; देख हैरान रह गए लोग
कर्नाटक के उत्तर कन्नडा जिले के सांचौर में स्थित पर्यटन विभाग के उपनिदेशक कार्यालय में एक अजीब नजारा देखने को मिला. यहां एक सरकारी कार्यालय के भीतर सोफा और एक बिस्तर रखा हुआ था, जिसे देखकर अधिकारी भौच्चका हो गए. इस नजारे ने अधिकारियों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या यह सरकारी दफ्तर है या किसी अधिकारी का बेडरूम?
अधिकारियों ने बताया कि पर्यटन विभाग का कार्यालय सरकारी दफ्तर के जैसा बिल्कुल भी नहीं था. वहां कोई कामकाजी माहौल नहीं था. कार्यालय में सोफा, बिस्तर और अन्य आरामदायक चीजें रखी हुई थीं. यह नजारा अधिकारियों के लिए एक बड़ा झटका था, क्योंकि यह एक सरकारी दफ्तर में होने वाली स्थिति से बिल्कुल ही अलग नजर आ रहा था.
सामने कैसे आया मामला?
शुरुआत में किसी का भी ध्यान इस कमरे की ओर नहीं गया था, क्योंकि सारा सामान छिपा दिया जाता था. हालांकि, जब कार्यालय को जिले के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया तो यह मामला सबके सामने उजागर हो गया. इस दौरान यह साफ हुआ कि सरकारी कार्यालय को अधिकारी के व्यक्तिगत कमरे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था.
अधिकारियों की भूमिका
जानकारी के अनुसार, उत्तर कन्नडा जिले के उद्योग विभाग के अधिकारी जयंत कुछ महीनों से पर्यटन विभाग के उपनिदेशक के रूप में कार्य कर रहे थे. जब जयंत एक औद्योगिक कार्यक्रम के लिए बेंगलुरु गए थे, तब अधिकारी कर्निष्क को कार्यालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. बाद में कार्यालय को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया और इसी दौरान यह अजीब स्थिति सामने आ गई.
जिलाधिकारी का आदेश
इस घटना को लेकर जिलाधिकारी लक्ष्मिप्रिया ने जयंत को नोटिस भेजा है और उनसे तीन दिन के भीतर इस मामले में जवाब मांगा है, लेकिन अब तक जयंत ने कोई जवाब नहीं दिया है और प्रशासन इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है.
इस कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि सरकारी दफ्तरों में किसी भी प्रकार की अनियमितता या गलत गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
Feb 20 2025, 19:55