जो खुद हैं CBI चार्जसीटेड वे अब देखेंगे कार्मिक में स्थापना, प्रमोशन और आरोप का मामला
रांची : जेपीएससी के प्रथम और द्वितीय बैच के कई अधिकारियों की सीबीआई जांच कर रही है. इस मामले में सीबीआई ने कोर्ट में चार्टशीट भी दाखिल कर दिया है. मामला कोर्ट में विचाराधीन है. दूसरी तरफ ऐसे अधिकारी जिनके खिलाफ सीबीआई की तरफ से चार्टशीट दाखिल कर चुका है, उन्हें विभाग की तरफ से ऐसे पोस्ट दिए जा रहे हैं, जो नियमानुसार गलत है और चर्चा का विषय बना हुआ है.
ऐसा ही एक मामला कार्मिक विभाग का सामने आया है, जहां एक चार्टशीटेड अधिकारी को अहम प्रभार मिला है.
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चिंटू दोराई बुरू हैं चार्टशीटेड, फिर मिला अहम प्रभार
चिंटू दोराई बुरू कार्मिक विभाग में पोस्टेड हैं. उन्हें विभाग की तरफ से स्थापना का प्रभार दे दिया गया है. अब वो झारखंड के सभी अधिकारियों का प्रमोशन और आरोप का मामला देखेंगे. बता दें कि चिंटू देराई बुरू जेपीएससी प्रथम बैच के अधिकारी है. जिनपर गलत तरीके से नौकरी लेने का आरोप है. सीबीआई जांच कर रही है. कोर्ट में मामला चल रहा है. बावजूद इसके अब ऐसा अधिकारी जिसपर खुद इतने संगीन आरोप लगे हैं, वो दूसरे अधिकारियों के प्रमोशन और आरोप का मामला देखेंगे.
जानिए पूरा मामला
जेपीएससी प्रथम परीक्षा गड़बड़ी मामले में 4 मई को 2024 को सीबीआई ने केस नंबर RC 5/2012 AHD-R में सीबीआई की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था. इसमें सीबीआई ने जेपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. दिलीप प्रसाद, वरीय सदस्य गोपाल प्रसाद, सदस्य राधा गोविंद नागेश, सदस्य शांति देवी, परीक्षा नियंत्रक एलिस उषा रानी सिंह समेत 37 लोगो को आरोपी बनाया था. इन्हीं 37 लोगों में चिंटू दोराई बुरू का भी नाम है. इनके अलावा अपर समाहर्ता रैंक के अधिकारी सीमा सिंह, सुषमा नीलम सोरेन, कुंवर सिंह पाहन, ज्योति कुमारी झा, अलका कुमारी, मोहनलाल मरांडी, राम नारायण सिंह, सुदर्शन मुर्मू, जेम्स सुरीन, जितेंद्र मुंडा, पूनम कच्छप, राजीव कुमार, संजीव कुमार, अनंत कुमार, परमेश्वर मुंडा, संतोष कुमार गर्ग, कमलेश्वर नारायण एवं विजय वर्मा को आरोपी बनाया है.
Feb 17 2025, 20:35