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*यूपी में शराब की फुटकर दुकानों के लिए ई-लॉटरी आवेदन शुरू, जानिए पूरी प्रक्रिया*

गोंडा । उत्तर प्रदेश में आबकारी विभाग ने वर्ष 2025-26 के लिए शराब की फुटकर दुकानों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक आवेदक https://exciseelotteryup.upsdc.gov.in/ पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह पूरी प्रक्रिया ई-लॉटरी सिस्टम के माध्यम से संचालित की जा रही है, जिससे पारदर्शिता बनी रहे और आवेदकों को किसी तरह की परेशानी न हो।

आबकारी विभाग ने आवेदकों को सचेत किया है कि वे केवल आधिकारिक पोर्टल का उपयोग करें और किसी दलाल या एजेंट के झांसे में न आएं। आवेदन प्रक्रिया से संबंधित किसी भी सहायता के लिए विभाग ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।

कैसे करें आवेदन? जानिए पूरी प्रक्रिया

पोर्टल पर पंजीकरण करें। सबसे पहले, ई-लॉटरी पोर्टल खोलें। होमपेज पर "पंजीकरण करें" बटन पर क्लिक करें। मोबाइल नंबर, पैन नंबर (जिसकी चौथी डिजिट "P" होनी चाहिए) और कैप्चा दर्ज करें। पंजीकरण पूरा करने के लिए मोबाइल पर आए OTP को दर्ज करें। लॉगिन कर प्रोफाइल अपडेट करें। पंजीकरण के बाद होमपेज पर "पंजीकृत आवेदक लॉग-इन करें" पर क्लिक करें। पहली बार लॉग-इन करने पर पासवर्ड बदलें और प्रोफाइल की जानकारी अपडेट करें।

आवेदनकर्ता की फोटो अपलोड कर "सेव" और फिर "नेक्स्ट" बटन दबाएं। जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। बैंक डिटेल्स भरें और कैंसिल्ड सीबीएस चैक (100 केबी से कम) अपलोड करें। आयकर रिटर्न, पैन कार्ड (100 केबी से कम) और हैसियत प्रमाण पत्र (200 केबी से कम) अपलोड करें। सभी दस्तावेज अपलोड करने के बाद "कन्फर्म प्रोफाइल" बटन दबाकर प्रोफाइल सुरक्षित करें। दुकान का चयन करें और आवेदन करें। होमपेज पर "लॉटरी शॉप्स" बटन पर क्लिक करें। दुकानों की सूची देखने के लिए "व्यू शॉप" विकल्प चुनें। इच्छित दुकान का चयन करें और आवेदन की पुष्टि करें। "अप्लीकेंट ऐफिडेविट" और अन्य जरूरी दस्तावेज अपलोड करें। यदि नामिनी जोड़ना चाहते हैं, तो उसके संबंधित दस्तावेज भी अपलोड करें। आवेदन को सेव कर "अप्लाई फॉर न्यू शॉप" बटन दबाएं। आवेदन शुल्क भुगतान करें। आवेदन जमा करने के बाद "पेमेंट बटन" पर क्लिक करें। नेट बैंकिंग, यूपीआई, नेफ्ट/आरटीजीएस के माध्यम से शुल्क भुगतान करें। भुगतान सफल होते ही "पेमेंट स्टेटस सक्सेज" दिखेगा। "व्यू" बटन पर क्लिक कर Payment Confirmation Slip डाउनलोड करें।

जिला आबकारी अधिकारी प्रगल्भ लवानिया ने बताया कि

जरूरी सावधानियों को बरतने की सलाह विभाग ने दी है।

जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि आवेदन के दौरान किसी भी प्रकार की गलत जानकारी देने पर आवेदन रद्द हो सकता है।केवल आधिकारिक पोर्टल https://exciseelotteryup.upsdc.gov.in/ का उपयोग करें। आवेदन से जुड़ी किसी भी दिक्कत के लिए आबकारी महकमे ने हेल्पलाइन नंबरों को जारी किया है, जिसपर संपर्क किया जा सकता है। 7838522111, 9140095228, 8318976636, 7985020998, 9453090579, 8005660401, 9454466049, 7267941256, 9454466033। विभाग के ये नंबर काम के है।

ई-लॉटरी से पारदर्शी आवंटन की प्रक्रिया

ई-लॉटरी प्रणाली के माध्यम से दुकानें आवंटित की जाएंगी, जिससे भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी और निष्पक्षता बनी रहेगी। आवेदन की अंतिम तिथि और लॉटरी की तिथि जल्द ही आधिकारिक पोर्टल पर अपडेट की जाएगी। इच्छुक लोग समय रहते आवेदन कर सकते हैं और आवेदन से जुड़ी सभी, आवश्यक जानकारी पोर्टल पर देख सकते हैं।

महिलाओं को विभिन्न उपयोगी हेल्पलाइन नम्बरों, संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के सम्बन्ध में किया गया जागरूक

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत व अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय के पर्यवेक्षण में जनपद के समस्त थाना क्षेत्र के अन्तर्गत थानों पर गठित एण्टीरोमियो टीम व बीट पुलिस अधिकारियों द्वारा गांवो में भ्रमण कर प्राथमिकता के आधार पर महिलाओं/बालिकाओं को जागरूक करने के साथ ही महिला सम्बन्धित समस्याओं के निस्तारण कराने के सम्बन्ध में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जा रहा है तथा रैली निकालकर नारी सुरक्षा, नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन आदि अधिकारो के प्रति महिलाओं/बालिकाओं को जागरूक किया जा रहा है।

अब महिलाओं/बालिकाओं को अपनी समस्या व शिकायत लेकर पुलिस चौकी व अन्य पुलिस कार्यालय बार-बार नहीं आना पडेगा अपितु शक्ति दीदी नियमित अन्तराल पर ग्राम चौपाल के माध्यम से विभिन्न गांवो में उपस्थित होकर महिलाओं/बालिकाओं को जागरूक करने के साथ ही उनसे संवाद कर उनकी शिकायतों का गुण दोष के आधार पर निराकरण कराया जाएगा।

जनपद के समस्त थानों की महिला बीट अधिकारीगण (शक्ति दीदी) द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रों में भ्रमण कर महिलाओं/बालिकाओं को नारी सुरक्षा, नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन के प्रति जागरूक किया गया तथा बच्चों को सुरक्षा की दृष्टि से गुड टच-बैड टच की जानकारी दी गई। बच्चों को पढ़ने तथा स्कूल आने के लिए प्रेरित किया गया तथा बच्चों से स्कूल जाने पर रास्ते में किसी प्रकार की समस्या होने के बारे में पूछा गया तो बच्चों द्वारा किसी भी प्रकार की समस्या नहीं प्रकट की गईं। बच्चो को बताया गया कि किसी अनजान व्यक्ति के बुलाने या बहकावे में न आए न ही कोई खाने पीने की वस्तु ले तथा बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर-1098 के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया तथा महिलाओं एवम बालिकाओं/बच्चों के प्रति हो रहे अपराधो जैसे छेड़छाड़/शोषण, बाल अपराध, एसिड अटैक, सोशल मीडिया के माध्यम से उत्पीड़न इत्यादि की रोकथाम हेतु शासन द्वारा जारी किए गए सुरक्षा संबंधी हेल्पलाइन नंबरों- 1090,181,102, 108,1076, 1098,1930 साइबर अपराध के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा की "नागरिक संगम" पहल से समस्याओं का होता है त्वरित समाधान

गोंडा ।जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने प्रशासन और आम जनता के बीच संवाद को सुदृढ़ बनाने और समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए "नागरिक संगम" कार्यक्रम की शुरुआत की। बुधवार को नगर पंचायत धानेपुर ब्लॉक परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया और अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखीं।

समस्याओं का मौके पर समाधान

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से नागरिकों की शिकायतें सुनीं और कई मामलों का समाधान मौके पर ही सुनिश्चित किया। उनका यह कदम गोंडा में प्रशासन को जनता के करीब लाने और प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने का प्रयास है। जिलाधिकारी ने कहा, “सभी समस्याओं का समाधान समयबद्ध और प्रभावी तरीके से करना प्रशासन की प्राथमिकता है। स्वच्छता और जनसुविधाओं को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है।”

प्रमुख शिकायतों का निस्तारण और स्थलीय निरीक्षण

नगर पंचायत धानेपुर ब्लॉक परिसर में नागरिक संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने की। इस कार्यक्रम में नगर क्षेत्र के बड़ी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया और अपनी अपनी समस्याओं को जिलाधिकारी से अवगत कराया। कोई राशनकार्ड की मांग तो कोई आवास, अतिक्रमण के साथ-साथ कहीं पेंशन की मांग जिलाधिकारी के समक्ष रखी गई।

कार्यक्रम के उपरांत जिलाधिकारी ने वार्ड श्रीराम जानकारी नगर में मौके का निरीक्षण भी किया और तत्काल प्रभाव से वार्ड में साफ सफाई एवं अन्य समस्याओं को दूर किए जाने के निर्देश नगर पंचायत धानेपुर को दिए।

नागरिक संगम कार्यक्रम के दौरान सबसे अधिक प्रार्थना पत्र प्रधानमंत्री आवास की मांग को लेकर दिए गए, तथा कुछ प्रार्थना पत्र पेंशन विभाग से संबंधित दिये गए।

"नागरिक संगम" कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक परिसर में विभिन्न विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाये।

सफल कार्यक्रम के लिए जिलाधिकारी की पहल

"नागरिक संगम" के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ गंभीरता से लें और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें।

नागरिक संगम कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं की गोद भराई कराई गई।

इस जनसंवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत धानेपुर रागिनी वर्मा, डीएसओ, डीपीओ, कार्यक्रम, डीपीओ प्रोवेशन, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। उनकी सक्रियता और समन्वय से यह कार्यक्रम सफल रहा।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा की यह पहल प्रशासनिक पारदर्शिता और जनहित के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। उनकी त्वरित कार्रवाई और निर्णय लेने की क्षमता ने जनपद में प्रशासनिक व्यवस्था को नई दिशा दी है।

*जिलाधिकारी की "नागरिक संगम" पहल से समस्याओं का होता है त्वरित समाधान*

गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने प्रशासन और आम जनता के बीच संवाद को सुदृढ़ बनाने और समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए "नागरिक संगम" कार्यक्रम की शुरुआत की। मंगलवार को नगर पंचायत खरगूपुर के सूर्या उत्सव लान के परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया और अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखीं।

समस्याओं का मौके पर समाधान

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से नागरिकों की शिकायतें सुनीं और कई मामलों का समाधान मौके पर ही सुनिश्चित किया। उनका यह कदम गोंडा में प्रशासन को जनता के करीब लाने और प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने का प्रयास है। जिलाधिकारी ने कहा, “सभी समस्याओं का समाधान समयबद्ध और प्रभावी तरीके से करना प्रशासन की प्राथमिकता है। स्वच्छता और जनसुविधाओं को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है।”

प्रमुख शिकायतों का निस्तारण और स्थलीय निरीक्षण

नगर पंचायत खरगूपुर सूर्या उत्सव लान के परिसर में नागरिक संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने की। इस कार्यक्रम में नगर क्षेत्र के बड़ी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया और अपनी अपनी समस्याओं को जिलाधिकारी से अवगत कराया। कोई राशनकार्ड की मांग तो कोई आवास की मांग के साथ-साथ कहीं पेंशन की मांग जिलाधिकारी के समक्ष रखी गई।

कार्यक्रम के उपरांत जिलाधिकारी ने वार्ड कटहरिया उत्तरी एवं पूर्वी में मौके का निरीक्षण भी किया और तत्काल प्रभाव से वार्ड में साफ सफाई एवं अन्य समस्याओं को दूर किए जाने के निर्देश नगर पंचायत खरगूपुर को दिए।

नागरिक संगम कार्यक्रम के दौरान सबसे अधिक प्रार्थना पत्र प्रधानमंत्री आवास की मांग को लेकर दिए गए, तथा कुछ प्रार्थना पत्र पेंशन विभाग से संबंधित दिये गए।

"नागरिक संगम" कार्यक्रम के दौरान सूर्या उत्सव लान के परिसर में विभिन्न विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाये।

सफल कार्यक्रम के लिए जिलाधिकारी की पहल

"नागरिक संगम" के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ गंभीरता से लें और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें।

इस जनसंवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी के साथ अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत खरगूपुर, डीएसओ, डीपीओ, कार्यक्रम, डीपीओ प्रोवेशन, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। उनकी सक्रियता और समन्वय से यह कार्यक्रम सफल रहा।

जिलाधिकारी नेहा शर्मा की यह पहल प्रशासनिक पारदर्शिता और जनहित के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। उनकी त्वरित कार्रवाई और निर्णय लेने की क्षमता ने जनपद में प्रशासनिक व्यवस्था को नई दिशा दी है।

*कमिश्नर की सख्ती से खुली पीड़िता को न्याय की राह*

*देवीपाटन मण्डल, गोण्डा । पति द्वारा दिए जाने वाले गुजारा भत्ते की रकम न मिलने से दर-दर भटक रही पीड़िता को अब जल्द ही न्याय मिलने की उम्मीद है। देवीपाटन मंडल के कमिश्नर शशि भूषण लाल सुशील ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी को कार्रवाई कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। दरअसल, कोतवाली देहात के अंतर्गत नारायनपुर मर्दन की निवासिनी सीमा पत्नी रमेश कुमार ने परिवार न्यायालय, गोंडा में गुजारा भत्ता वसूली के लिए याचिका दायर की थी, जिसमें न्यायालय ने उनके पति रमेश कुमार को दो लाख 12 हजार रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया था। लेकिन, इसके बावजूद स्थानीय धानेपुर पुलिस ने अब तक इस आदेश का अनुपालन नहीं कराया। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस बिना दबाव बनाए झूठी आख्या भेज रही थी, जिससे उसे अब तक न्याय नहीं मिला। कमिश्नर ने जिलाधिकारी गोंडा को निर्देशित किया है कि वे स्वयं इस मामले की निगरानी करें और तय समयसीमा में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

*पीड़िता की शिकायत पर सख्त हुईं जिलाधिकारी, लापरवाही पर पंचायत सचिव को दिया अल्टीमेटम*

गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने प्रशासनिक लापरवाही और जनता की शिकायतों की अनदेखी पर कड़ा रुख अपनाते हुए त्वरित न्याय सुनिश्चित किया। ग्राम रेतवागाड़ा की श्रीमती रिमझिम पिछले 11 महीने से अपने पति की मृत्यु प्रमाणपत्र और परिवार रजिस्टर की नकल के लिए भटक रही थीं, लेकिन पंचायत सचिव विनय कुमार भारती की टालमटोल और लापरवाही के कारण उन्हें आवश्यक दस्तावेज नहीं मिले।

जिलाधिकारी के जनता दर्शन में शिकायत मिलते ही डीएम ने तत्काल जांच के आदेश दिए और उसी दिन मामले का निस्तारण कराया। दोषी पंचायत सचिव की परिनिन्दा करते हुए जिलाधिकारी ने कड़ी चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोहराने पर सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

डीएम की इस त्वरित और कड़ी कार्रवाई से न केवल पीड़िता को इंसाफ मिला, बल्कि प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। यह संदेश साफ हो गया कि जनता की समस्याओं की अनदेखी अब किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

11 महीने से परेशान थी पीड़िता

ग्राम रेतवागाड़ा, विकासखंड मुजेहना निवासी श्रीमती रिमझिम के पति स्व. श्रवण कुमार का निधन 26 मार्च 2024 को हो गया था। पति की मृत्यु के बाद उन्होंने कई बार पंचायत सचिव विनय कुमार भारती से मृत्यु प्रमाणपत्र और परिवार रजिस्टर की नकल के लिए अनुरोध किया, लेकिन हर बार उन्हें टालमटोल कर वापस भेज दिया गया। पंचायत सचिव की लापरवाही का आलम यह था कि विकासखंड स्तर से भी मामले में भ्रामक रिपोर्ट भेजकर शिकायत को झूठा साबित करने की कोशिश की गई।

डीएम से शिकायत के बाद तुरंत कार्रवाई

थक-हारकर सोमवार को श्रीमती रिमझिम ने जिलाधिकारी के जनता दर्शन में अपनी शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल जांच के आदेश दिए। मुख्य राजस्व अधिकारी की जांच में पाया गया कि विकासखंड स्तर से भेजी गई रिपोर्ट तथ्यहीन और झूठी थी।

डीएम की सख्ती, पंचायत सचिव की परिनिन्दा

जिलाधिकारी ने उसी दिन सुनवाई कर मामले का निस्तारण सुनिश्चित किया। सुनवाई के दौरान खंड विकास अधिकारी ने स्वीकार किया कि पंचायत सचिव की लापरवाही के कारण आवेदिका को 11 महीने तक परेशान होना पड़ा। सुनवाई के तुरंत बाद आवेदिका को परिवार रजिस्टर की नकल उपलब्ध कराई गई और उसी दिन शाम तक मृत्यु प्रमाणपत्र भी सौंपा गया।

जब पंचायत सचिव विनय कुमार भारती से देरी का कारण पूछा गया, तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। डीएम ने उनके गैर-जिम्मेदाराना रवैये पर नाराजगी जताते हुए उनकी 'परिनिन्दा' की और चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

*गोंडा में अवैध होर्डिंग्स पर प्रशासन सख्त, 48 घंटे में हटाने के आदेश*

गोंडा। जिले में अवैध रूप से लगे होर्डिंग्स को लेकर जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सभी नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लगे अनधिकृत होर्डिंग्स को आगामी 48 घंटे के भीतर हटा दें।

जारी आदेश के अनुसार, प्रमुख मार्गों और सड़कों के किनारे लगे अवैध होर्डिंग्स से न केवल बिजली के खंभों पर अतिरिक्त भार पड़ता है, बल्कि इससे दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी बनी रहती हैं। इसके अलावा, ये अवैध होर्डिंग्स नगर की सुंदरता को भी प्रभावित कर रहे हैं।

सभी नगर निकायों को निर्देशित किया गया

इस आदेश के तहत, सभी नगर निकायों को अपने-अपने क्षेत्रों में लगे होर्डिंग्स की जांच करने और तय समयसीमा के भीतर उन्हें हटाने का निर्देश दिया गया है। आदेश में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार से बिजली के खंभों पर लगी एलईडी लाइट्स को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए।

तीन दिन में ग्रामीण बाजारों से भी हटेंगे होर्डिंग्स

नगर क्षेत्र के अलावा, ग्रामीण बाजारों में भी अवैध रूप से लगे होर्डिंग्स को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। आदेश के अनुसार, बालपुर, आर्यनगर, इटियाथोक, कौड़िया, मोतीगंज और कटरा जैसे प्रमुख बाजारों में अगले तीन दिनों के भीतर यह अभियान पूरा किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी एवं संबंधित खंड विकास अधिकारियों को इस कार्रवाई की निगरानी करने और आगामी 13 फरवरी तक अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से शहर में अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।

बाल श्रम की रोकथाम हेतु संचालित दुकानों और होटलों की चेकिंग की गयी

गोण्डा। शासन द्वारा बाल और किशोर श्रम मुक्त अभियान, मानव तस्करी और तस्करी प्रवासी, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति और बाल विवाह के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल के निदेर्शानुसार एवं नोडल अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत के कुशलं मार्गदर्शन में थाना एएचटी टीम द्वारा थाना को0 नगर क्षेत्रान्तर्गत (गुड्डूमल, एकता चौराहा, भरत मिलाप चौराहा, पिपल चौराहा व इनकैन चौराहा) संचालित दुकानों, होटलों की चेकिंग की गई।

अभियान के दौरान बाल श्रम रोकथाम हेतु शासन द्वारा चलाई जा रही नीतियों के बारे मे दुकानदारों को अवगत कराया एवं हिदायत दी गई की भविष्य में किसी भी प्रकार के बच्चों से बाल श्रम ना कराये यदि बाल श्रम कराते पकड़े जाते हैं तो थाना ए0एच0टी0 प्रभारी के द्वारा विधिक कार्यवाही की जायेगी। इसी क्रम में अभियान के दौरान मिशन शक्ति के तहत महिला एवं बच्चों को जागरूक किया गया और महिलाओं को महिला संबंधी अपराधों के बारे में अवगत कराया गया। अभियान के दौरान 02 बच्चों से 02 सेवा नियोजक श्रम कराते हुए पाये गए श्रम प्रवर्तन अधिकारी श्री सत्येन्द्र प्रताप द्वारा उक्त सेवा नियोजकों के विरूद्ध कुल 02 निरीक्षण टिप्पणी काटी गयी।

इस दौरान जिला चाइल्ड हेल्पलाइन से माखन लाल तिवारी, थाना ए0एच0टी0 से प्रभारी नि0 लाल बिहारी, मुख्य आरक्षी गउचरन, का0 चन्द्रशेखर यादव मौजूद रहे।

जिलाधिकारी की पहल से राशन कार्ड से जुड़ी शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित

गोण्डा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में नगर पालिका परिषद गोण्डा के इमामबाड़ा स्थित संगम मैदान में आयोजित नागरिक संगम कार्यक्रम में आमजन की समस्याओं के समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। इस कार्यक्रम के तहत प्राप्त राशन कार्ड से संबंधित शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया गया, जिससे कई जरूरतमंद परिवारों को राहत मिली।

जिला पूर्ति अधिकारी रविन्द्र सिंह ने बताया कि बीते 23 जनवरी को आयोजित नागरिक संगम कार्यक्रम में आपूर्ति विभाग से जुड़े कुल 16 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें राशन कार्ड जारी कराने या उसमें संशोधन की मांग की गई थी। इन सभी आवेदनों की जांच पूर्ति निरीक्षक करनैलगंज के माध्यम से कराई गई। जांच के उपरांत 08 आवेदकों को पात्र पाया गया, जिनके लिए तत्काल नए राशन कार्ड जारी कर दिए गए। लाभान्वित होने वालों में शायरा बेगम, आफरीन फातिमा, नसरीन, शमा बेगम, आलिया खातून, अन्नू सोनी, बच्ची और गुलशन शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, अकबरी और सईदा खातून द्वारा राशन कार्ड में यूनिट वृद्धि के लिए किए गए आवेदन को भी स्वीकृत कर लिया गया, और उनके परिवार के सदस्यों के नाम राशन कार्ड में जोड़ दिए गए। वहीं, तीन आवेदकों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत अंत्योदय अथवा पात्र गृहस्थी योजना के लिए अयोग्य पाया गया। दो अन्य आवेदक सत्यापन के दौरान मौके पर उपस्थित नहीं थे, जिसके कारण उनकी पात्रता की पुष्टि नहीं हो सकी।

"नागरिक संगम" बना समस्याओं के समाधान का प्रभावी मंच

जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा संचालित नागरिक संगम कार्यक्रम जरूरतमंद नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए एक प्रभावी मंच बनता जा रहा है। इस पहल के तहत विभिन्न विभागों से जुड़ी शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण सुनिश्चित किया जा रहा है, जिससे आमजन को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिल रहा है। राशन कार्ड संबंधी मामलों में पारदर्शिता और सुगमता बढ़ाने की दिशा में यह कार्यक्रम एक सराहनीय कदम साबित हो रहा है।

छत गिरने से एक मजदूर की मौत हो गयी

मनकापुर(गोंडा)। सोमवार को कोतवाली क्षेत्र के मछली गांव चौकी अंतर्गत राजापुर गांव में बाल मजदूरों से पुराने मकान को तुड़वाते समय छत गिरने से एक नाबालिग मजदूर की मौत हो गयी ।

जबकि दूसरा नाबालिग मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहाँ डॉक्टरों ने हालात गंभीर होने पर जिला अस्पताल भेज दिया है । सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कोतवाली मनकापुर क्षेत्र के ग्राम राजापुर गांव में सलीम के घर स्थित पुराने मकान को तोड़ने के लिए लतीफ जिसने मकान तोड़ने का ठेका लिया था उसके कहने पर सुबह आफतदीन अपने पोते प्रदीप कोरी (16 वर्ष) व गांव के सुमित कोरी (17 वर्ष) के साथ उनके पुराने घर को तोड़ने लगे । सोमवार को करीब 11 बजे अचानक से जीना भरभरा कर गिर गया जिसके नीचे आफतदीन का पोता प्रदीप व सुमित उसके नीचे दब गए ।

आनन फानन में मलबे को ग्रामीणों की मदद से हटाया , तो मौके पर प्रदीप की मौत हो गयी व सुमित गंभीर रूप से घायल हो गया तत्काल इसकी सूचना ग्राम प्रधान पति एजाज खान ने एम्बुलेंस व पुलिस को दिया । मौके पर एम्बुलेंस व पुलिस कर्मियो ने पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया व घायल सुमित को अस्पताल भेजा । जहाँ हालात गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

मृतक के बाबा आफतदीन ने पुलिस को लिखित शिकायत कर मकान मालिक सलीम को बिना सहायता उपकरण व नाबालिग से कार्य लिए जाने का जिम्मेदार ठहराते हुए कार्यवाही की मांग किया है।मामले में प्रभारी निरीक्षक मनोज पाठक ने बताया की शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है मृतक के बाबा की तहरीर पर मकान मालिक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर आगे की बिधिक कार्यवाही की जा रही है।

मृतक के पिता राम अवध एक सप्ताह पूर्व जीवन-यापन करने के लिए गैर प्रांत गुजरात चले गये हैं और मृतक के बडे भाई संदीप वर्तमान मे गुजरात मे मजदूरी कर रहा है मृतक तीन भाइयों में मझिला था व एक छोटी बहन है मौत की सूचना पर परिवार में कोहराम मच गया ,सभी का रो- रो कर बुरा हाल है।मृतक की माँ शांति का रो-रो कर बेहोश हो रही है। लोग मृतक मजदूर के घर पहुंच कर परिजनों को ढांढस बंधा रहे है ।