तोरिया फसल पर प्रक्षेत्र दिवस आयोजित
मनकापुर (गोंडा)।रविवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर में तोरिया फसल प्रजाति पंत तोरिया 303 पर प्रक्षेत्र दिवस आयोजित किया गया। डॉ. रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान ने बताया कि तोरिया रबी की एक प्रमुख तिलहनी फसल है ।
इसे लाही के नाम से भी जानते हैं । प्रजाति पीटी 303 की फसल धान और गेहूं के बीच में ली जा सकती है। यह फसल 80 दिन में पककर तैयार होती है तथा 5 कुंतल प्रति एकड़ उपज प्राप्त होती है। तोरिया फसल को फसल चक्र में समावेश करने पर फसल सघनता बढ़ जाती है । तिलहनी फसल लेने से तेल की आवश्यकता की पूर्ति होती है। तिलहनी फसलों में गंधक का प्रयोग 10 किलोग्राम प्रति एकड़ की दर से करें।
उन्होंने तोरिया की उन्नतशील प्रजातियां, बुवाई, खरपतवार प्रबंधन, सिंचाई प्रबंधन, फसल सुरक्षा आदि की जानकारी दी। डॉ. मनोज कुमार सिंह उद्यान वैज्ञानिक ने तोरिया फसल में कार्बनिक खादों का प्रयोग एवं महत्व, डॉ. हनुमान प्रसाद पांडे मृदा वैज्ञानिक ने तोरिया में संतुलित उर्वरकों का प्रयोग तथा डॉ. ज्ञानदीप गुप्ता ने तोरिया फसल के महत्व की जानकारी दी । इस अवसर पर प्रगतिशील कृषकों रामसागर वर्मा, जगन्नाथ वर्मा आदि ने प्रतिभाग कर तोरिया फसल के बारे में तकनीकी जानकारी प्राप्त की।
Feb 10 2025, 16:55