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"फांसी को उम्रकैद में बदल दें", बेअंत सिंह हत्याकांड के दोषी बलवंत सिंह की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?


डेस्क: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी बलवंत सिंह राजोआना की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को 18 मार्च तक फैसला लेने का समय दिया है। कोर्ट ने कहा कि यह केंद्र सरकार को दिया गया आखिरी मौका है। अगर केंद्र सरकार इस मामले में फैसला नहीं ले पाई, तो अदालत मेरिट के आधार पर सुनवाई शुरू करेगा।

इस मामले में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने केंद्र सरकार की ओर से कहा कि एक मुख्यमंत्री समेत 16 लोगों की हत्या का मामला है, सरकार अभी इस मुद्दे पर विचार कर रही है। पिछली सुनवाई में भी सुप्रीम कोर्ट ने राजोआना की मर्सी पिटीशन पर गृह मंत्रालय से जल्द फैसला लेने को कहा था।

बलवंत सिंह राजोआना लगभग 27 साल से जेल में बंद है और उसकी दया याचिका केंद्र सरकार के पास 12 साल से लंबित है। सुनवाई के दौरान राजोआना की तरफ से दलील दी गई थी कि बम ब्लास्ट में मुख्यमंत्री की मौत हो गई थी और इस मामले में जुलाई 2007 में मौत की सजा सुनाई गई। हाई कोर्ट ने 2010 में सजा बरकरार रखा था। 27 साल से जेल में हैं। 2012 से दया याचिका लंबित है।

राजोआना की तरफ से वकील मुकुल रोहतगी ने कहा था कि मौत की सजा के मामले में लंबे समय तक देरी करना मौलिक अधिकार का हनन है। साथ ही दया याचिका पर फैसला होने तक पेरोल पर छोड़े जाने की भी मांग की।

50 छात्राओं से दुष्कर्म, ब्लैकमेल करने वाला काउंसलर गिरफ्तार, आदतें सुनकर चौंक जाएंगे


डेस्क: नागपुर पुलिस ने एक सनसनी मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक काउंसलर की काली करतूतों का पर्दाफाश हुआ है। यह शख्स छात्राओं को काउंसलिंग के नाम पर अपने जाल में फंसाता था और फिर उनके साथ दुष्कर्म कर उनका वीडियो बना लेता था और उन्हें ब्लैकमेल किया करता था। सबसे बड़ी बात ये है कि यह काउंसलर सुंदर महिलाओं और लड़कियों को ही अपना निशाना बनाता था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है। इसका पता तब चला जब एक छात्रा ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराई।

मामले के पीड़ित संदीप आर पाटिल ने बताया कि उसने हमारे घर की एक महिला के साथ छेड़खानी की थी। वह स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर गलियों में घूमता था और मौके का फायदा उठाते ही महिलाओं के शरीर को छूने की कोशिश करता था। किसी महिला को सामने से स्पर्श करता था, तो किसी को पीछे से स्पर्श करके भाग जाता था। इन लोगों ने सीसीटीवी फुटेज निकाला जिसमें साफ दिख रहा है कि वह एक महिला को पीछे से छूते हुए भागा जा रहा है। फरियादी ने बताया कि वह बाइक चलाते हुए सुंदर महिलाओं को ही ढूंढता रहता था और उनके साथ ही ये हरकत करता था।

इस शख्स से जुड़ा पहला मामला नवंबर महीने में नागपुर के हुड़केश्वर थाने में दर्ज किया गया था। इसके बाद अबतक तीन केस दर्ज हुए हैं और पुलिस को उम्मीद है कि पीड़तों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो सकती है। पुलिस ने पीड़ितों से अपील की है कि वे बिना डर के थाने में आएं और अपने साथ हुए अत्याचार के बारे में बताएं तभी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस मामले में एक कमेटी भी स्थापित की गई है, जिसका नेतृत्व आईपीएस स्तर के अधिकारी कर रहे हैं।

नागपुर के पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल ने बताया कि आरोपी सर्टिफाइड काउंसलर है और जगह जगह जाकर सेमिनार करता था। वह 12वीं पास कर लेने वालो बच्चों के लिए काउंसलिंग के लिए जगह भी उपलब्ध कराता था। वह लोगों से कहता था कि गांव में जाकर वह काउंसलिंग नहीं कर पाएगा, इसलिए वह छात्रों को शहर में बुलाता था। उसके खिलाफ विविध मामलों में जांच चल रही है।

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि वो क्लिनिक चलाता था और मनोवैज्ञानिक परामर्श उपलब्ध कराता था। आरोपी के खिलाफ पॉक्सो और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मनोवैज्ञानिक और काउंसलर होने की वजह से इसने महिलाओं और लड़कियों को व्यक्तिगत और व्यावसायिक मदद का वादा किया करता था। पुलिस ने इस शख्स के खिलाफ दर्ज किए गए तीसरे मामले में उसकी पत्नी को भी आरोपी बनाया है।
दिल्ली के स्कूलों में बार-बार बम होने की सूचना देने वाले का हुआ खुलासा, जांच के घेरे में NGO और एक पार्टी

डेस्क : दिल्ली पुलिस ने स्कूलों में बम होने की धमकी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर मधुप तिवारी ने बताया कि स्कूलों में लगातार बम होने की धमकी को लेकर मेल आ रहे थे। इन मेल्स को ट्रैक करने के लिए टीम बनाई गई थी। टेररिस्ट एक्टिविटी के एंगल से भी जांच की। VPN के इस्तेमाल की वजह से लीड नहीं मिल रही थी। लास्ट कॉल को ट्रैक किया तो एक बच्चे के बारे में पता चला।

स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि इस बच्चे के लैपटॉप से जांच में पता चला कि इसी ने 400 स्कूलों को मेल भेजा था। जांच में पता चला कि बच्चे के अभिभावक एक NGO से जुड़े हैं और वो एक पॉलिटिकल पार्टी से भी जुड़े हैं। यह NGO अफजल गुरु को भी सपोर्ट करता है। यह NGO एक पार्टी को सोशल मीडिया पर सपोर्ट करती है। उन्होंने कहा कि अभी भी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। पैरेंट्स के रोल की जांच की जा रही है।

पुलिस को शक है कि अलग-अलग दिनों पर भेजी गई धमकियों के पीछे इसका हाथ है। मधुप तिवारी ने बताया कि ये मेल 12 फरवरी 2024 से आने शुरू हुए थे। इन मेल ले कारण स्कूल डिस्टर्ब हो रहे थे।  स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि इन मेल्स को ट्रैक करने में काफी टेक्निकल दिक्कतें आ रही थी। 8 जनवरी 2025 को आयी मेल को हमने ट्रैक किया और एक बच्चे को हम पकड़ पाए।

मधुप तिवारी ने कहा कि इस बच्चे के फोन और लैपटॉप को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा तो पता चला कि इस बच्चे ने 400 से ज्यादा मेल भेजे। इस बच्चे के पिता एक NGO से जुड़े रहे हैं और ये NGO एक पॉलिटिकल पार्टी का हिमायती रहा है। हम जांच कर रहे है कि इस बच्चे के इस कृत्य के पीछे कोई राजनीतिक पार्टी का हाथ तो नहीं है, जो NGO के जरिए दिल्ली का माहौल खराब करना चाह रहे थे। ये NGO अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ भी मुखर था।
जम्मू के अखनूर में आतंकियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन, सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरा, तलाशी अभियान जारी

डेस्क : जम्मू-कश्मीर में अखनूर के जोगवान इलाके में सुरक्षा बलों ने आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया है। ये ऑपरेशन लाइन ऑफ कंट्रोल के पास चल रहा है, जहां स्थानीय लोगों ने संदिग्ध आतंकवादियों की गतिविधियां देखी थीं। ठक्कर ब्रिज इलाका पहले से ही आतंकवादियों के लिए एक पुराने घुसपैठ मार्ग के रूप में जाना जाता है। इसी इलाके में अक्टूबर महीने में सुरक्षा बलों ने तीन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को ढेर किया था।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल की ओर रवाना हो चुके हैं। ऑपरेशन अभी भी जारी है। सुरक्षा बल पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चला रहे हैं। हालांकि अभी तक संदिग्ध आतंकियों का सुराग नहीं मिल पाया है। माना जा रहा है कि चारों तरफ से घिरने के बाद आतंकी या तो फायरिंग करेंगे या फिर सरेंडर कर सकते हैं।

इससे पहले 12 जनवरी को अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास संदिग्ध आतंकी गतिविधियां देखे जाने के बाज सुरक्षा बलों ने ड्रोन और अन्य नवीनतम उपकरण तैनात किए थे। ग्रामीणों द्वारा जोगीवान वन क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद शनिवार को भट्टल क्षेत्र में सेना की विभिन्न इकाइयों द्वारा ऑपरेशन शुरू किया गया था। उन्हें संदेह था कि ये घुसपैठ करने वाले आतंकवादी थे।

अधिकारियों ने कहा कि अधिक क्षेत्र को कवर करने के लिए अधिक सैनिकों को तैनात कर तलाशी अभियान जारी है, हालांकि अभी तक संदिग्ध व्यक्तियों का कोई पता नहीं चला है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने क्षेत्र को साफ करने के लिए खोजी कुत्तों के अलावा ड्रोन और अन्य नवीनतम उपकरण तैनात किए हैं, जबकि पुलिस दल भी तलाशी अभियान में शामिल हो गए हैं।

पिछले साल 28 और 29 अक्टूबर को अखनूर सेक्टर में दो दिवसीय ऑपरेशन में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के तीन भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
महाकुंभ 2025: मकर संक्रांति पर भारी संख्या में संगम तट पर पहुंचे श्रद्धालु, सुबह 8.30 बजे तक करीब 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने लगाई डुबकी

डेस्क: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आज का दिन काफी अहम है। दरअसल मकर संक्रांति के अवसर पर आज अमृत स्नान का पहला दिया है। ऐसे में प्रयागराज में करोड़ों की संख्या में लोग पहुंचे हैं। साथ ही संगम में नहाने के लिए साधु-संतों व भक्तों का तांता लगा हुआ है। सुबह 8.30 बजे तक संगम में करीब 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डुबकी लगाई है। मकर संक्रांति के मौके पर अखाड़ों के साधु-संतों द्वारा अमिृत स्नान जारी है। बता दें कि साधु-संतों व अखाड़ों को महाकुंभ प्रशासन द्वारा महाकुंभ में अमृत स्नान करने के टाइमिंग की जानकारी साझा कर दी गई है ताकि एक-एक कर अखाड़े के साधु-संत महाकुंभ में स्नान कर सकें। बता दें कि इसी कड़ी में प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और ड्रोन से महाकुंभ क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है। ड्रोन फुटेज भी हमारे पास मौजूद हैं, जिसमें देख सकते हैं कि कितनी भारी संख्या में श्रद्धालु अमृत स्नान करने के लिए संगम तट पर पहुंचे हैं।

बता दें कि दिन की शुरुआत से ही संगम पर भक्तों व श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। सुबह 8.30 बजे से अबतक करीब 1 करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में डुबकी लगाई है। मकर संक्रांति के मौके पर अखाड़ों के साधु-संतों द्वारा अमृत स्नान जारी है। मकर संक्राति संगम में सबसे पहली डुबकी नागा साधुओं ने लगाई। मकर संक्रांति पर सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा ने अमृत स्नान किया है। गौरतलब है कि पहला अमृत स्नान करने के कई मामये हैं। यह सोमवार को पौष पूर्णिमा के अवसर पर संगम क्षेत्र में पहले बड़े स्नान के एक दिन बाद हुआ है।

बता दें कि अमृत स्नान के दौरान 13 अखाड़ों के साधु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाते हैं। इसके बाद ही आम जनों को संगम में स्नान करने दिया जाता है। महाकुंभ मेले का मुख्य आकर्षण अमृत स्नान को ही माना जाता है। इसमें सबसे पहले स्नान का अवसर नागा साधुओं को दिया जाता है। इस मौके पर सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट भी किया। उन्होंने कहा, 'यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है। आज लोक आस्था के महापर्व मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम में प्रथम अमृत स्नान कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालु जनों का अभिनंदन!।'
एप्पल के फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पहुंचीं काशी विश्वनाथ मंदिर, नहीं मिली शिवलिंग छूने की अनुमति, जानें वजह

डेस्क: एप्पल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन इन दिनों भारत में हैं। वह महाकुंभ 2025 में शामिल होने के लिए यहां आई हैं। इस बीच शुक्रवार को वह काशी विश्वनाथ मंदिर भी पहुंचीं। हालांकि, उन्हें मंदिर के अंदर शिवलिंग को छूने की अनुमति नहीं दी गई। ऐसे में उन्होंने बाहर से ही प्रणाम किया। इस बारे में बात करते हुए स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में गैर हिंदुओं को जाने की इजाजत नहीं है। इसी वजह से लॉरेन ने दूर से ही भगवान को प्रणाम किया।

स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर और धर्मगुरु होने के नाते सनातन धर्म के नियमों का पालन कराना उनका कर्तव्य है। इसी वजह से उन्होंने लॉरेन को मंदिर के गर्भगृह में जाने की अनुमति नहीं दी।

लॉरेन पॉवेल दुनिया की सबसे अमीर महिलाओं में शामिल हैं। वह महाकुंभ 2025 में कल्पवास करने के लिए आई हैं। इस दौरान वह साधु-संतों के साथ रहेंगी। उन्हीं की दिनचर्या का पालन करेंगी और भारतीय संस्कृति के बारे में जानेंगी। कल्पवास के लिए उन्हें कमला नाम दिया गया है। महाकुंभ 2025 में उन्हें एक साध्वी के भेष में देखा गया। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी ने महाकुंभ 2025 में अपने अखाड़े की 40 सदस्यीय टीम भेजी है। लॉरेन भी इसी टीम का हिस्सा हैं और टीम के सदस्यों के साथ ही कल्पवास करेंगी।

आध्यात्मिक गुरु कैलाशानंद गिरि ने बताया कि लॉरेन बहुत ही धार्मिक और आध्यात्मिक हैं। वह भारतीय परंपराओं के बारे में जानना चाहती हैं। उन्होंने कहा "वह एक गुरु और पिता के रूप में मुझे सम्मान देती हैं। हर कोई उनसे सीख सकता है। दुनिया भारतीय परंपराओं को स्वीकार रही है। काशी विश्वनाथ मंदिर में उनके दौरे को लेकर कोई विवाद नहीं है। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं। मैं एक आचार्य हूं और परंपराओं और मूल सिद्धांतों का पालन  कराना मेरा काम है। वह मेरी बेटी हैं।"
जापान में भूकंप से कांप गई धरती, 6.9 रही तीव्रता; जारी की गई सुनामी की चेतावनी

डेस्क: जापान में भूकंप के झटकों धरती कांप गई है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.9 मापी गई है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी का कहना है कि जापान के क्यूशू में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप के बाद तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई है। अभी तक इस भूकंप से किसी तरह के नुकसान या लोगों के हताहत की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। भूकंप का केंद्र मियाजाकी प्रांत में था।

जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, सुनामी की लहरें एक मीटर तक ऊंची उठ सकती हैं। भूकंप रात को 9 बजकर 19 मिनट (जापान के समय के अनुसार) पर आया और इसके तुरंत बाद मियाजाकी प्रांत के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई। प्रशांत बेसिन में ज्वालामुखियों के आर्क, रिंग ऑफ फायर और फॉल्ट लाइन के किनारे स्थित होने के कारण जापान अक्सर भूकंप की चपेट में रहता है। इससे पहले बीते साल नवंबर के महीने में भी जापान के उत्तर-मध्य क्षेत्र नोटो में भूकंप के जबरदस्त  झटके महसूस किए गए थे।

जापान में 2004 में आए भयानक भूकंप के बाद सुनामी आई थी। इस सुनामी ने जापान को इतना दर्द दिया, जिसे लोग आज भी नहीं भूल पाए हैं। 26 दिसंबर, 2004 को भूकंप के बाद आई सुनामी के कारण जापान में हजारों लोगों की मौत हो गई थी।

गौरतलब है कि, बीते सप्ताह मंगलवार को चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के शिगात्से के डिंगरी काउंटी में आए भूकंप में कम से कम 126 लोग मारे गए थे और 188 घायल हुए हैं। भूकंप के झटके उत्तर-पूर्वी नेपाल से लेकर भारत के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए थे। इस विनाशकारी भूकंप के बाद कड़ाके की ठंड के बीच बचावकर्मी मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हैं।
महाकुंभ के पहले दिन रिकॉर्ड डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, जानें सीएम योगी ने क्या कहा

डेस्क : पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ महाकुंभ मेला सोमवार से शुरू हो गया। सोमवार को डेढ़ करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में आस्था की डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी श्रद्धालुओं, संत महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुंभ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाकुंभ को भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक बताया।

सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है, ''मानवता के मंगलपर्व 'महाकुम्भ 2025' में 'पौष पूर्णिमा' के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।''

आगे उन्होंने लिखा है, ''प्रथम स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने में सहभागी महाकुम्भ मेला प्रशासन, प्रयागराज प्रशासन, यूपी पुलिस, नगर निगम प्रयागराज, स्वच्छाग्रहियों, गंगा सेवा दूतों, कुम्भ सहायकों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों तथा मीडिया जगत के बंधुओं सहित महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद! पुण्य फलें, महाकुम्भ चलें।''


पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए तीर्थ पुरोहित राजेंद्र मिश्र ने बताया कि पौष माह के शुक्ल पक्ष के 15वें दिन पौष पूर्णिमा पर गंगा स्नान से सभी तरह के पाप मिट जाते हैं। उन्होंने कहा, “पौष पूर्णिमा के साथ एक महीने तक चलने वाला कल्पवास भी आज से प्रारंभ हो गया। इस दौरान लोग एक माह तक तीनों समय गंगा स्नान कर एक प्रकार का तप वाला जीवन व्यतीत करते हैं और भगवान के भजन गाते हैं।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “भारतीय मूल्यों और संस्कृति को धारण करने वाले करोड़ों लोगों के लिए एक विशेष दिवस महाकुंभ 2025 प्रयागराज में प्रारंभ हो चुका है, जहां असंख्य लोग आस्था, समर्पण और संस्कृति के एक पवित्र संगम में एकत्र हो रहे हैं। महाकुंभ भारत की सनातन विरासत का प्रतीक है।” उन्होंने लिखा, “मैं असंख्य लोगों के वहां आकर डुबकी लगाते और संतों का आशीर्वाद लेते देखकर अभिभूत हूं। सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के शानदार प्रवास की कामना करता हूं।”

मेला क्षेत्र में स्नान के बाद लोगों की भीड़ अखाड़ों में नागा साधुओं का आशीर्वाद लेती हुई दिख रही है। वहीं, सेक्टर-16 में स्थित किन्नर अखाड़ा में भी भारी संख्या में लोग किन्नर संतों का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं। राजस्थान के बालोत्रा जिले से 11 लोगों की टोली लेकर किन्नर अखाड़ा पहुंचे दिलीप कुमार ने बताया कि वह पहली बार इस मेले में आए हैं और किन्नर अखाड़ा का बोर्ड देखकर अपने साथियों के साथ यहां पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, “किन्नर अखाड़ा में साधु-संतों को सनातन धर्म का प्रचार करते देख अच्छा लग रहा है। यह समाज काफी समय से उपेक्षित रहा, लेकिन कुंभ ने इन्हें संत के रूप में अपनाया, जो सराहनीय है।”

मुंबई से पहली बार किन्नर अखाड़े में आए लाल जी भाई भानुशाली ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से इस शिविर के बारे में पता चला। भानुशाली ने कहा कि मुंबई और कच्छ (गुजरात) से 1,500 लोग उनके साथ महाकुंभ में आए हैं और बारी-बारी से ये सभी लोग किन्नर अखाड़े को देखने जा रहे हैं। भानुशाली ने मेले की व्यवस्था को लेकर योगी सरकार और मेला प्रशासन की तारीफ की। उन्होंने कहा, “किसी अन्य सरकार के शासन में इतनी साफ-सफाई और शौचालय, पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं की ऐसी व्यापक व्यवस्था की उम्मीद नहीं की जा सकती थी। मुख्यमंत्री योगी जी ने बहुत शानदार और अद्भुत व्यवस्था की है।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन की मुश्किलें बढ़ीं, सीबीआई को मिली मुकदमा चलाने की मंजूरी


डेस्क: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आप नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आय से अधिक संपत्ति मामले में सत्येन्द्र जैन के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी सीबीआई को मिल गई है। एजेंसी ने 4 जनवरी को इस मामले में एक पूरक आरोप पत्र भी दायर किया है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने मामले को विचार के लिए सूचीबद्ध किया है।

दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए 5 फरवरी 2025 को मतदान होना है। सभी 70 सीटों के लिए वोटों की गिनती 8 फरवरी 2025 को जाएगी। दिल्ली की इन 70 सीटों में से जिस एक सीट पर सभी की नजर है, वह है शकूर बस्ती सीट। इस विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी ने मौजूदा विधायक सत्येंद्र जैन को अपना प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी ने करनैल सिंह को और कांग्रेस पार्टी ने सतीश लूथरा को टिकट दिया है। 

शकूर बस्ती सीट पर साल 2013 से ही आम आदमी पार्टी का कब्जा है और यहां पर लगातार तीन बार सत्येंद्र जैन चुनाव जीत चुके हैं। इस बार भी आम आदमी पार्टी ने शकूर बस्ती सीट से सत्येंद्र जैन को ही टिकट दिया है। ऐसे में इस सीट पर सत्येंद्र जैन प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि सत्येंद्र जैन का मुकाबला भाजपा के करनैल सिंह से है। ऐसे में ये कहा जा सकता है कि इस सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। वहीं कांग्रेस पार्टी के सतीश लूथरा भी आम आदमी पार्टी के लिए समस्या पैदा कर सकते हैं।

दिल्ली की एक अदालत ने अक्टूबर 2024 में ही सत्येंद्र जैन को जमानत दी थी। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मई 2022 में गिरफ्तार किया था। हालांकि ईडी ने अदालत में उनकी जमानत का विरोध किया था और कहा था कि अगर उन्हें जमानत दी गई तो वो गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं।
पंजाब की CM और UAE के राष्ट्रपति की तस्वीरें साझा करने पर फंसे इमरान समर्थक, 5 गिरफ्तार

डेस्क: पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की फर्जी तस्वीरें और वीडियो साझा करने के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पांच समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है। संघीय जांच एजेंसी की लाहौर साइबर अपराध इकाई ने इन सभी को गिरफ्तार किया है।

शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान पिछले रविवार को रहीम यार खान स्थित शेख जायद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचे थे, जहां प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उनका स्वागत किया था। इस अवसर पर मरियम भी वहां मौजूद थीं और उन्होंने हाथ मिलाकर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का अभिवादन किया था।

विपक्षी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने मरियम की कड़ी आलोचना करते हुए यूएई के राष्ट्रपति से हाथ मिलाने के उनके कदम को बेहद अनुचित करार दिया था। बाद में यूएई के राष्ट्रपति के साथ मरियम की बातचीत के एआई सॉफ्टवेयर से तैयार फर्जी वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित की गई थीं।

मरियम ने इन वीडियो और तस्वीरों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इनके प्रसारण में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे। संघीय जांच एजेंसी के मुताबिक, शुरुआती जांच से पता चला है कि यूएई के राष्ट्रपति और मरियम की फर्जी तस्वीरें और वीडियो अपलोड करने में 20 सोशल मीडिया अकाउंट शामिल थे। एजेंसी ने कहा कि आने वाले दिनों में मामले में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।