स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म की विश्व में स्थापित की प्रतिष्ठा : महिम तिवारी
गोंडा। स्वामी विवेकानंद ने विश्व के आध्यात्मिक जगत में सनातन धर्म की श्रेष्ठता को सिद्ध किया। विदेशी दासता के युग में उन्होंने युवाओं को चैतन्य कर स्वतंत्रता का मंत्र दिया। स्वामी विवेकानंद की 163वीं जयंती पर कामनमैन सोशल वेल्फेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस के समारोह में राष्ट्रवादी प्रखर वक्ता महिम तिवारी ने व्यक्त किए। मालवीय नगर के रामलीला मैदान में आयोजित युवा महोत्सव में उन्होंने कहा कि पाश्चात्य सभ्यता के अंधानुकरण कर रही युवाओं को सनातन धर्म संस्कृति की सहिष्णुता से प्रेरणा लेनी चाहिए।
सोसाइटी के प्रबंधक छात्र नेता धीरेंद्र पांडेय ने कहा कि स्वामी जी ने अपने विराट व्यक्तित्व से सनातन संस्कृति को वैश्विक स्वरूप प्रदान किया। स्वदेशी जागरण मंच के चिंतक जनार्दन सिंह ने स्वामी विवेकानंद ने आध्यात्मिक शक्ति के साथ औद्योगिक व सामाजिक दोनों के विकास पर ध्यान दिया। वे आधुनिक युग के प्रेरक महापुरुष थे। कृष्णनंदन त्रिपाठी के संचालन में महोत्सव में लखनऊ के इं. सुरेश दूबे, ब्लाक प्रमुख मनोज पांडेय, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राम बुझारत द्विवेदी, भूमि द्विवेदी ने भी स्वामीजी व्यक्तित्व पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः रामेश्वर मंदिर में सुंदरकांड पाठ के साथ हुआ। समारोह में डा. संत शरण त्रिपाठी के काव्य पाठ व कौशलाधीश उपाध्याय के गीत व भजन पर दर्शकों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।
युवा महोत्सव में भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप, के के श्रीवास्तव, संजय सिंह, अभिषेक पांडेय 'राजन', राम गोपाल गुप्ता, अवनि शुक्ल, जयशंकर तिवारी, अनिल सिंह, पंकज दूबे, संजय तिवारी, मनोज सिंह, नीलू पांडेय, अनुपम प्रकाश मिश्र आदि मौजूद रहे।
Jan 14 2025, 19:47