जब बाबा का निधन हुआ, कांग्रेस ने...,मनमोहन सिंह स्मारक विवाद के बीच छलका प्रणब मुखर्जी की बेटी का दर्द
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देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। मनमोहन सिंह का गुरुवार रात निधन हो गया था।पूर्व पीएम के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से कांग्रेस मुख्यालय पर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई। इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। इस बैठक के बाद पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी का दर्द छलका है। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि उनके पिता और पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर कांग्रेस ने एक शोक सभा आयोजित करने की जहमत भी नहीं उठाई थी।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए एक पोस्ट करते हुए कहा कि जब बाबा (प्रणब मुखर्जी) का निधन हुआ तो कांग्रेस ने सीडब्ल्यूसी की शोक सभा बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई। एक वरिष्ठ नेता ने मुझसे कहा कि चार राष्ट्रपतियों के साथ ऐसा नहीं हुआ है। यह बिल्कुल बकवास है जैसा कि मुझे बाद में बाबा की डायरियों से पता चला कि केआर नारायणन के निधन पर, सीडब्ल्यूसी की मीटिंग बुलाई गई थी और उसके लिए जो शोक संदेश था उसे बाबा द्वारा तैयार किया गया था।
सीआर केशवन के एक पोस्ट पर शर्मिष्ठा मुखर्जी ने रखी बात
शर्मिष्ठा मुखर्जी की ओर से यह बात बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केशवन के एक पोस्ट पर कही गई है। बीजेपी नेता ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का एक लेटर शेयर किया है। केशवन ने लिखा है कि यह सचमुच में विडंबना है कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे प्रधानमंत्री को पत्र लिख रहे हैं। खरगे ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के स्मारक बनाने की परंपरा रही है। किसी को खड़गे जी को याद दिलाना चाहिए कि कैसे कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव जी के लिए दिल्ली में कभी स्मारक नहीं बनाया, जिनका 2004 में निधन हो गया था। उन्होंने आगे कहा कि 2004-2014 तक सत्ता में रहने के 10 वर्षों में कांग्रेस ने उनके लिए कभी कोई स्मारक नहीं बनाया। यह पीएम मोदी जी ही थे जिन्होंने 2015 में नरसिम्हा राव जी के लिए एक स्मारक स्थापित किया और 2024 में उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया।
“कांग्रेस नहीं चाहती थी राव का अंतिम संस्कार दिल्ली में हो”
सीआर केशवन ने आगे लिखा है कि मनमोहन जी के मीडिया सलाहकार संजय बारू ने अपनी किताब में दावा किया कि कांग्रेस नहीं चाहती थी कि राव का अंतिम संस्कार दिल्ली में हो, बल्कि हैदराबाद में हो और राव के बच्चों को यह बात बताने के लिए उनसे संपर्क किया गया था। अंतिम संस्कार हैदराबाद में हुआ, राव का शव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय में भी नहीं रखा गया। सिद्धांतहीन कांग्रेस के ऐतिहासिक पापों को हमारा देश कभी नहीं भूलेगा और न ही माफ करेगा।
Dec 28 2024, 10:56