/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1632639995521680.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1632639995521680.png StreetBuzz s:uk
आज स्पेस से लौट रहे शुभांशु शुक्ला, रवानगी से पहले अंतरिक्ष से बोले- भारत आज भी सारे जहां से अच्छा

#shubhanshu_shukla_return_from_iss 

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर दो हफ्ते बिताने के बाद, भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला घर लौटने के लिए तैयार हैं। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन की समाप्ति पर एक भावुक संदेश में कहा कि अंतरिक्ष से भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है. उन्होंने यह टिप्पणी मिशन के विदाई समारोह के दौरान की। शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4’ मिशन के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री 14 जुलाई यानी आज पृथ्वी के लिए अपनी वापसी की यात्रा शुरू करेंगे। शुभांशु शुक्ला सहित सभी की पृथ्वी पर वापसी भारतीय समयानुसार 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे निर्धारित है।

14 जुलाई को धरती पर वापसी से पहले 13 जुलाई की शाम फेयरवेल सेरेमनी में उन्होंने भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के 1984 में दिए आइकॉनिक डायलॉग को दोहराते हुए कहा- भारत आज भी सारे जहां से अच्छा है। उन्होंने कहा- जब मैंने 25 जून को फाल्कन 9 रॉकेट ये यात्रा शुरू की थी, तब नहीं सोचा था कि यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय रहेगी। मेरे पीछे खड़ी टीम के बिना यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय नहीं होती। यहां होना बहुत खुशी की बात है।

अंतरिक्ष से धरती अभी भी जादुई लगता है- शुभांशु शुक्ला

शुभांशु ने कहा कि बीते ढाई हफ्ते में हमने स्पेस स्टेशन पर साइंस एक्टिविटी की, आउटरीच एक्टिवटी की, इसके बाद जितना भी समय मिला हमने स्पेस स्टेशन की खिड़की से धरती को निहारा। यह अभी भी जादुई लगता है। उन्होंने इस अवसर के लिए इसरो को, उनके समर्थन के लिए नासा को, और प्रयोगों में मदद करने वाले शोधकर्ताओं और छात्रों को धन्यवाद दिया।

स्पेस से साथ ला रहे “खजाना”

इस बीच, नासा ने बताया कि सभी एस्ट्रोनॉट अपने रिसर्च को पूरा करने के बाद स्पेस से कई खास चीजें ला रहे हैं, जो किसी खजाने से कम नहीं। एजेंसी ने बताया कि ड्रैगन यान में 580 पाउंड (करीब 263 किलो) वैज्ञानिक सामान, नासा का हार्डवेयर और 60 से ज्यादा साइंस एक्सपेरिमेंट्स के डेटा होंगे। ये सभी प्रयोग अंतरिक्ष में किए गए हैं, जो निश्चित तौर पर आने वाले समय में अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में काफी लाभकारी होंगे।

15 जुलाई का इंतजार

बता दें कि 18 दिनों के गहन वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों के बाद एक्सिओम-4 मिशन अब अपने समापन की ओर बढ़ रहा है। शुक्ला और उनके तीन अंतरराष्ट्रीय साथियोंकमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और टिबोर कापूसोमवार को पृथ्वी के लिए वापसी की उड़ान भरने को तैयार हैं। भारतीय समयानुसार, यह वापसी यात्रा 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे शुरू होगी। पृथ्वी पर वापसी 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे निर्धारित है।

कब घर लौट रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, ISS से वापसी का काउंटडाउन शुरू

#indianastronautshubhanshushuklahomecoming

भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथियों की पृथ्वी पर वापसी अब नजदीक है।शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए थे। इन अंतरिक्ष यात्रियों का 14 दिन का मिशन था, जो पूरा हो चुका है। फिलहाल शुभांशु शुक्ला समेत अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर लौटने का इंतजार है।

15 जुलाई को होगा स्प्लैशडाउन

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को एक्सिओम-4 इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन मिशन से जुड़ा अपडेट दिया। उन्होंने बताया कि शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे (भारतीय समयानुसार) पृथ्वी पर लौट सकते हैं। जानकारी के अनुसार, शुभांशु 14 जुलाई को आईएसएस से वापसी की यात्रा शुरू करेंगे। 14 जुलाई को दोपहर 4:35 बजे (भारतीय समय) पृथ्वी वापसी की यात्रा पर रवाना होंगे। उनका ‘क्रू ड्रैगन’ यान धरती के वायुमंडल में धीरे-धीरे प्रवेश करेगा और फिर 15 जुलाई को अमेरिका के कैलिफोर्निया तट के पास समुद्र में स्प्लैशडाउन करेगा।

एक्सिओम-4 टीम ने कई अहम एक्सपेरिमेंट किए- नासा

नासा के मुताबिक, एक्सिओम-4 टीम ने शुक्रवार को कई अहम प्रयोग किए। पहले जैव-चिकित्सकीय अनुसंधान के तहत रक्त के नमूने लिए गए। इसके बाद माइक्रोएल्गी का अध्ययन किया गया, जो अंतरिक्ष में भोजन और जीवन समर्थन प्रणाली का संभावित स्रोत है। साथ ही नैनोमटेरियल्स का अध्ययन किया गया। ये ऐसे वियरेबल डिवाइस के विकास में सहायक हैं, जो क्रू की सेहत पर लगातार नजर रख सकते हैं।

क्या बोले शुभांशु शुक्ला के पिता

शुभांशु शुक्ला के पिता ने कहा, वो जल्दी से जल्दी वापस आ आए, हम लोगों को बहुत खुशी है. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वो सकुशल वापस आ जाएं। हमारी दुआएं उनके साथ हैं। जब मेरी बात उनसे हुई थी, तब वो बिल्कुल ठीक थे। उन्होंने बताया कि हमारे सभी काम समय पर हुए। कोई दिक्कत नहीं होगी। वहां लैब कैसी है? सोते कहां हैं? सूरज कैसे उगता है? यह सब कुछ उन्होंने हमें दिखाया। बड़ा अच्छा लगा उन्हें वहां प्रसन्न देखकर। यह हमारे लिए गर्व का पल है। हम अच्छी तरह उनका स्वागत करेंगे। उनका सम्मान करेंगे।

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा का X अकाउंट हैक, सीएम हेमंत सोरेन ने दी जानकारी

#jharkhandmuktimorchasocialmediaaccounthack

तकनीक के इस दौर में डिजिटल अपराधों का खतरा तेजी से बढ़ा है। आम हो या खास, यहां तक की पुलिस-प्रशासन भी साइबर फ्रॉड और डिजिटल अपराधों का शिकार हो रही है। इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के आधिकारिक एक्स हैंडल को हैक कर लिया गया है। झामुमो प्रमुख और झारखंड के मुख्यमंत्री ने झारखंड पुलिस से मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने एक्स अकाउंट के जरिए इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए झारखंड पुलिस, एक्स कॉर्पोरेशन इंडिया और ग्लोबल अफेयर्स को संज्ञान लेने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, झामुमो का आधिकारिक एक्स हैंडल असामाजिक तत्वों द्वारा हैक किया गया है। झारखंड पुलिस संज्ञान लेकर इस मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई करे। एक्सकॉर्पइंडिया कृपया इस मामले का संज्ञान लें।

हैक के बाद अनुचित और भ्रामक सामग्री पोस्ट की गई

सीएम सोरेन ग्लोबल अफेयर्स से इस घटना पर तुरंत ध्यान देने और हैंडल को पुनः सिक्योर करने में सहयोग करने की अपील की है। झामुमो का आधिकारिक एक्स हैंडल हैक होने के बाद उसमें अनुचित और भ्रामक सामग्री पोस्ट की गई, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। झामुमो का एक्स अकाउंट हैक होने के बाद एक चूहे का फोटो पोस्ट किया गया, जिसके कैप्शन में लिखा था, "लाइव ऑन बौंक।"

डीजीपी और आईएएस अधिकारी के नाम पर ठगी की कोशिश

बता दें कि इस से पहले साइबर अपराधियो के द्वारा झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मंजू नाथ भजंत्री का भी फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर ठगी करने की कोशिश की गई थी।

*বিশ্বজুড়ে আন্তর্জাতিক "খো খো" দিবস উদযাপন*

Sports Desk : আন্তর্জাতিক "খো খো" দিবস উপলক্ষ্যে বিশ্বের বিভিন্ন দেশে উদযাপনের নেতৃত্ব দিল ভারত। এই দিনটিকে কেন্দ্র করে আয়োজিত উৎসবগুলিতে খো খো খেলার ঐতিহ্য ও এর আন্তর্জাতিক প্রসারের ওপর বিশেষভাবে আলোকপাত করা হয়। সূচনা হয় দিল্লির জন্তর মন্তরে র‍্যালির মাধ্যমে।অংশগ্রহণ করেন শতাধিক খেলোয়াড়, কোচ ও ছাত্রছাত্রীরা।তাদের নেতৃত্বে ছিলেন খো খো ফেডারেশন অফ ইন্ডিয়া (KKFI)-র কর্মকর্তারা। এই র‍্যালিই গোটা দিনের উদযাপনের সুর বেঁধে দেয়, যার মূল লক্ষ্য ছিল খো খো-র ভারতীয় শিকড় থেকে বিশ্বমঞ্চে উত্তরণের যাত্রা তুলে ধরা।

খো খো ফেডারেশন অফ ইন্ডিয়ার আয়োজনে র‍্যালি, জাদু প্রদর্শনী ও কুইজ প্রতিযোগিতার মাধ্যমে তুলে ধরা হয় খো খো-র ঐতিহ্য ও আন্তর্জাতিক প্রসার। একইসঙ্গে পালিত হয় জাতীয় খো খো দিবস।

KKFI ও IKKF-এর সভাপতি সুধাংশু মিত্তল জানান, "খো খো বর্তমানে ৫৬টি দেশে খেলা হচ্ছে এবং লক্ষ্য ২০৩০ এশিয়ান গেমস ও ২০৩২ অলিম্পিকে অন্তর্ভুক্তি। ৩০টিরও বেশি দেশের ফেডারেশন দিবসটি উদযাপন করে"।

মহাসচিব ডঃ এম. এস. ত্যাগী বলেন, "খো খো-কে বিশ্বমঞ্চে তুলে ধরাই এখন সবার লক্ষ্য। এ বছর শুরু হয়েছে প্রথম Advanced III-A প্রশিক্ষণ কর্মসূচি, ও UKK-র সিজন ৩-তে প্রথমবার আন্তর্জাতিক খেলোয়াড়দের নিলামে অন্তর্ভুক্তির ঘোষণাও হয়েছে। ভারতের নেতৃত্বে খো খো এক নতুন আন্তর্জাতিক দিগন্তের পথে।"

ছবি :- খো খো ফেডারেশন অফ ইন্ডিয়ার সৌজন্যে।

एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च, शुभांशु शुक्ला समेत चार एस्ट्रोनॉट ने अंतरिक्ष के लिए भरी उड़ान

#shubhanshushuklanasaaxiommission_launch

भारत की अंतरिक्ष यात्रा में आज का दिन ऐतिहासक है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेश सेंटर यानी की ओर रवाना हो गए हैं। पहली बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर एक भारतीय कदम रखेगा। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला चार दशकों में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं। एक्सिओम-4 मिशन के तहत शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर भेजा गया। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जा रहे हैं।

मिशन भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 12:00 बजे फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से जुड़े ड्रैगन कैप्सूल में सभी एस्ट्रोनॉट ने उड़ान भरी। ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट करीब 28.5 घंटे के बाद 26 जून को शाम 04:30 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जुड़ेगा।

कई बार टाला गया एक्सियम-4 मिशन

इससे पहले एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग में कई बार अलग-अलग वजहों से देरी हो चुकी है, पहले खराब मौसम की वजह से और फिर स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट और बाद में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के रूसी मॉड्यूल पर लीक का पता चलने की वजह से इस यात्रा को टालना पड़ा था। सबसे पहले 29 मई को ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के तैयार नहीं होने के कारण लॉन्चिंग टाल दी गई। इसे 8 जून को शेड्यूल किया गया। फाल्कन-9 रॉकेट लॉन्च के लिए तैयार नहीं था। नई तारीख 10 जून दी गई। फिर से इसे मौसम खराब होने की वजह से टाला गया। चौथी बार 11 जून को मिशन शेड्यूल किया गया। इस बार आक्सीजन लीक हो गई। नई तारीख 19 जून दी गई। मौसम की अनिश्चितता, क्रू मेंबर्स की सेहत के कारण टल गया। छठी बार मिशन को 22 जून के लिए शेड्यूल किया गया। ISS के ज्वेज्दा सर्विस मॉड्यूल के मूल्यांकन करने के लिए अतिरिक्त समय चाहिए था। इसलिए मिशन टल गया।

इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन जाने वाले पहले भारतीय

शुभांशु शुक्ला पहले भारतीय हैं, जो इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन में कदम रखेंगे। वह वहां 14 दिनों तक रहेंगे और रिसर्च करेंगे। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी।

एक्सिओम मिशन में शुभांशु शुक्ला की भूमिका

शुभांशु शुक्ला इस मिशन में पायलट के तौर पर आईएसएस भेजे गए हैं। यानी जिस ड्रैगन कैप्सूल के जरिए एक्सिओम-4 मिशन को आईएसएस रवाना किया गया है, शुभांशु उसको गाइड करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यहां स्पेसक्राफ्ट को आईएसएस पर डॉक कराने से लेकर अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने तक की जिम्मेदारी शुभांशु के ही कंधों पर ही है। इसके अलावा अगर यह कैप्सूल किसी तरह की दिक्कत में आता है तो शुभांशु के पास ही यान का कंट्रोल और आपात फैसले लेने की जिम्मेदारी है।

Luxury on Wheels: Rajveer Conquers India with a Caravan & Camera

Rajveer Singh Makes History with Rajveer X India’s Luxury Drive: A 10,101 KM in a Luxury Caravan Journey Across India

Rajveer X India’s Luxury Drive has emerged as a groundbreaking digital movement and luxury travel sensation, capturing national attention and dominating online media. This historic journey, driven by Rajveer Singh is India’s first and only 10,101 km in a luxury caravan expedition where a solo content creator experienced a staycation at every single property of one hotel group—The LaLiT Group —across the country.

A Journey of Grit, Grandeur, and Glory

Flagged off from The LaLiT Mumbai on April 13, the drive remained true to its planned route even after the terrorist attack in Pahalgam on April 22. Rajveer continued his journey with undeterred spirit, visiting The LaLiT Srinagar from May 4 to 6, boldly portraying Kashmir’s beauty and hospitality to the world.

On May 7, while traveling from Kashmir toward Kartarpur, he witnessed Operation Sindoor—a strategic Indian security operation. Just a day later, in Amritsar at 2 AM on May 8, Rajveer experienced a blackout caused by Pakistan’s drone attack, which was neutralized by India's defense systems—proving again that no force could derail this record-breaking journey.

Highways That Shaped the Journey

Best Overall Route: Kerala to Goa – Stunning landscapes, perfect roads, cultural richness.

Most Challenging Route: Goa to Mumbai – Marred by congestion, poor road quality, and delays.

Best Route for Night Travel: Jaipur to Delhi Expressway – Excellent lighting, security, and smooth driving.

Unforgettable Stays at The LaLiT Properties

Rajveer rated these three properties as the most exceptional:

The LaLiT Srinagar – Hospitality that touched the soul, with breathtaking lake views.

The LaLiT Kolkata – A perfect blend of tradition, comfort, and warmth.

The LaLiT Bekal – Immersive serenity, coastal charm, and meticulous service.

Brands That Fueled the Legacy

The campaign was proudly powered by U&I Entertainment and Designistic Global pvt ltd , backed by over 20 esteemed brands, including:

Red Chief, Team Wizard Media, Being You Always, Body Profuse, Krunchillo, French Essence, Andros Food, Bright Outdoor Media, Josh Bharat Media and many more

Designistic Global Media was the post production partner who played a crucial role in transforming the journey into a cinematic experience.

Support from the Ministry of Road Transport & Highways, Kashmir Tourism, and The LaLiT Group as official hospitality partner gave this campaign national strength and significance.

People, Power, and Unprecedented Support

This journey brought together a constellation of influencers and thought leaders:

Creators like Mister Tikku, Dil Se Foodie, Bhookad_Singh and many more joined in city after city.

Entrepreneurs such as Dr. Vishal Kalra, Yukit Vora, Harmeet Singh Gupta, and MasterChef Ishijyot Surri rallied behind the initiative.

In Udaipur, Rajveer had the honor of meeting Maharaja Dr. Lakshyaraj Singh Mewar, adding royal recognition to this prestigious tour.

Numbers That Speak Volumes

10,101 km covered, 12 luxury stays at The LaLiT Group, 250+ posts and 1,500+ Instagram stories, 100+ million digital impressions.

A Legacy of Firsts

1st content creator to stay at every property of a hotel group in a single country in less than 33 days

1st to drive 10,101 km accross the country in a luxury caravan

1st to continue with a national drive plan even during a regional terror attack & National War With Pakistan.

---

The Road Ahead

This is not just a story of roads and reels—this is about fearless storytelling, unmatched hospitality, and a new benchmark in luxury content experiences. The road was long, but Rajveer’s vision was longer.

For collaborations, features, and media kits, follow

*Shashank (56), Aditya (41) star as Adamas Howrah Warriors climb to top of points table*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Adamas Howrah Warriors climbed from fourth spot to top of the points table after a 10-run victory over Sobisco Smashers Malda in the Bengal Pro T20 League Season 2 at Eden Gardens on Friday.

With three wins from five games, Howrah currently have seven points while Malda go down one place to fourth spot with 5 points from five games.

Put into bat, Adamas Howrah Warriors posted a challenging 161/7 in 20 overs. Shashank Singh (56 off 47), Aditya Purohit (41 off 22), Jayveer (28 off 27) were the star batters.

Mukesh Kumar, who returned after India A assignment, was the pick of the Malda bowlers bagging 3 for 41.

Chasing the target, Sobisco Smashers Malda fell short, scoring 151/6 in 20 overs. Akhil (31 off 25), Writtick Chatterjee (28 off 25) impressed with the bat.

For Howrah, Sujit Kumar Yadav bagged 2 for 19 while Saksham Sharma, Debangshu Pakhira, Rohit and Aamir Gani claimed one each.

PIC: Sanjay Hazra

एक्सिओम-4: शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन एक बार फिर टला, 22 जून को नहीं होगी लॉन्चिंग

#shubhnshushuklaaxiom4missionpostponedonce_again

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक ले जाने वाला एक्सिओम-4 मिशन एक बार फिर टाल दिया गया है। अंतरिक्ष में उड़ान भरने के लिए शुभांशु शुक्ला लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन तकीनी खराबी के चलते बार-बार मिशन की तारीख को आगे बढ़ाया जा रहा है। अब 22 जून को शुभांशु शुक्ला उड़ान भरने वाले थे, लेकिन तकीनी खराबी के चलते एक बार फिर इस लॉन्च को आगे बढ़ा दिया गया है।

अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के आधिकारिक एक्स हैंडल से जानकारी दी गई कि नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेस-X अब मिशन के लिए नई तारीख पर विचार करेंगे। नासा ने यह फैसला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लॉन्च अपॉर्चुनिटीज की समीक्षा के बाद लिया है। नासा इसकी लगातार समीक्षा जारी रखे हुए है। जिसके बाद रविवार, 22 जून को प्रक्षेपण से पीछे हटने का फैसला लिया गया है। आने वाले दिनों में लॉन्च की नई तारीख का ऐलान किया जाएगा। हालांकि अब तक यह तय नहीं है।

क्यों हो रही देरी?

नासा ने बताया कि ISS के ज्वेज्दा सर्विस मॉड्यूल में हाल ही में हुई मरम्मत के बाद संचालन की जांच जारी है। स्टेशन की प्रणालियां एक-दूसरे से गहराई से जुड़ी होती हैं, ऐसे में किसी भी संभावित दिक्कत से बचने के लिए नासा कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता। विशेषज्ञ मानते हैं कि स्टेशन को नए यात्रियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार करना जरूरी है, इसलिए लॉन्च को कुछ समय के लिए टालना पड़ा है।

छठी बार टाली गई तारीख

एक्सिओम-4 मिशन को पहले भी कई बार टाला जा चुका है। एक्सिोम मिशन 4 की लॉन्चिंग डेट को सातवीं बार टाला गया है। इस मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को 29 मई को उड़ान भरनी थी। जिसे बाद में 8 जून, 10 जून और 11 जून, 19 जून को टाल दिया गया था। हालांकि, अब 22 जून को लॉन्चिंग होने वाली थी, लेकिन इसको एक बार फिर टाल दिया गया है। लगातार रुकावटों के बावजूद, रॉकेट और ड्रैगन यान लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A में अच्छी स्थिति में मौजूद हैं और नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।

अंतरिक्ष मिशन में शामिल होंगे 4 यात्री

नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस में मानव अंतरिक्ष उड़ान के डायरेक्टर पैगी व्हिटसन इस मिशन की कमान संभालेंगे। इसरो के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पायलट के रूप में काम करेंगे, जिससे वो 1984 में विंग कमांडर राकेश शर्मा के इतिहास रचने के लगभग चार दशक बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन जाएंगे।

दो मिशन विशेषज्ञ ईएसए (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) प्रोजेक्ट के अंतरिक्ष यात्री पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नानस्की-विस्निवस्की और हंगरी के टिबोर कापू भी इस मिशन का हिस्सा हैं।

पत्रकार प्रीति सोमपुरा ने किया कॉमरेड्स मैराथन पूरा

आज से दस साल पहले, पत्रकार प्रीति सोमपुरा ने कभी नहीं सोचा था कि वह लंबी दौड़ में हिस्सा लेंगी। उनका शारीरिक गतिविधियों से जुड़ाव सिर्फ छोटे रनों तक सीमित था। लेकिन 2014 में उन्होंने 7 किलोमीटर से दौड़ना शुरू किया, और आज एक दशक बाद, उन्होंने दुनिया की सबसे कठिन अल्ट्रा मैराथन — कॉमरेड्स मैराथन — को पूरा कर लिया।

इस वर्ष प्रीति ने कॉमरेड्स मैराथन के 98वें संस्करण को 10 घंटे 49 मिनट और 36 सेकंड में पूरा किया और रेस कैटेगरी में कांस्य पदक हासिल किया। यह दौड़ न केवल दुनिया की सबसे पुरानी अल्ट्रा मैराथन है, बल्कि बेहद कठिन भी मानी जाती है। इस वर्ष की “डाउन रन” दौड़ पीटरमैरिट्जबर्ग से डर्बन तक लगभग 90 किलोमीटर तक फैली थी, जो दक्षिण अफ्रीका के क्वाज़ुलु-नेटाल प्रांत में होती है।

“कॉमरेड्स सिर्फ एक दौड़ नहीं है — यह जुनून और उद्देश्य की एक तीर्थयात्रा है,” प्रीति ने कहा। “दूरी तो कठिन है ही, लेकिन असली परीक्षा इसके उतार-चढ़ाव वाले मार्ग की होती है।”

प्रीति ने इस पल के लिए वर्षों से तैयारी की थी। उन्होंने पहली बार 2020 में दौड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन कोविड महामारी के कारण वह रेस रद्द हो गई। 2024 में फिर से जब वह दौड़ने की सोच रही थीं, तो कॉमरेड्स मैराथन की तारीख लोकसभा चुनावों से टकरा गई। उन्होंने उस समय 65 किलोमीटर की “कास अल्ट्रा” रेस की प्रैक्टिस दौड़ पूरी की, लेकिन कॉमरेड्स नहीं दौड़ सकीं। अंततः उन्होंने 2025 में दौड़ने का निर्णय लिया।

इस रेस के लिए उन्होंने एक साल पहले से तैयारी शुरू की। अंतिम छह महीनों में वह हाई-प्रोटीन डाइट पर रहीं — चावल, गेहूं, मक्का और दूध पूरी तरह बंद कर दिए। उन्होंने हर दूसरे रविवार लंबी दूरी की दौड़ की, और कठिन चढ़ाई की ट्रेनिंग के लिए अरे कॉलोनी, मालाबार हिल, पारसिक हिल, लोनावला, सतारा, एडिनबर्ग और लंदन में अभ्यास किया। सिर्फ अंतिम चार महीनों में उन्होंने 1128 किलोमीटर की दौड़ पूरी की — वह भी 35 डिग्री की गर्मी में, जो अपने आप में एक बड़ी चुनौती थी।

डर्बन में जब उन्होंने फिनिश लाइन पार की, तो दर्शकों के नारों “कम ऑन इंडिया!” और “नमस्ते इंडिया!” ने उनका स्वागत किया। प्रीति ने कहा, “यह गर्व का क्षण था — 425 भारतीय धावकों के साथ दौड़ना, हर एक की आत्मा में देश की भावना झलक रही थी। दौड़ खत्म हो चुकी है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका की ऊर्जा अब भी मेरे अंदर गूंज रही है।”

उन्होंने अपने क दीपक लोंधे (Striders Miles) का विशेष धन्यवाद किया, जिनकी ट्रेनिंग और विश्वास ने इस लक्ष्य को संभव बनाया। साथ ही उन्होंने अपने परिवार और शुभचिंतकों का भी आभार प्रकट किया।

इस वर्ष की दौड़ भावनात्मक रूप से और भी खास थी। फिनिशर्स में महाराष्ट्र पुलिस के सात अधिकारी, 26/11 हमले में घायल हुए एक नेवी कमांडो, एक विकलांग धावक जिनका बायां हाथ नहीं है, और जलगांव की 65 वर्षीय विद्या ताई शामिल थीं। “इन सभी की साहसिक कहानियों ने मुझे गहराई से प्रेरित किया। यह सिर्फ एक मैराथन नहीं थी — यह एक आंदोलन था।”

प्रीति का यह पहला अनुभव नहीं था। उन्होंने अब तक 25 हाफ मैराथन, 15 फुल मैराथन (जिनमें दो वर्ल्ड मेजर — बर्लिन और लंदन मैराथन शामिल हैं), दो बार 65 किमी की दौड़, और चार बार 50 किमी की अल्ट्रा मैराथन पूरी की है। हाल ही में, अप्रैल 2025 में उन्होंने लंदन मैराथन में भाग लिया। प्रीति दो बार की गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर भी हैं।

1921 में स्थापित कॉमरेड्स मैराथन को “अल्टीमेट ह्यूमन रेस” कहा जाता है। हर साल इसमें लगभग 20,000 धावक हिस्सा लेते हैं। 2025 की दौड़ में 20,972 प्रतिभागियों में से रिकॉर्ड 18,194 लोगों ने इसे पूरा किया — जो 86.75% की फिनिशिंग दर को दर्शाता है।

अब जब प्रीति “आमची मुंबई” लौट आई हैं, वह कहती हैं: “मैं सिर्फ एक पदक लेकर नहीं लौटी — बल्कि ढेरों यादें, नई दोस्तियाँ और कहानियाँ साथ लेकर आई हूं जो जीवन भर मेरे साथ रहेंगी।”

*Gandhi’s brilliant unbeaten 73 powers Adamas Howrah Warriors to stunning win*

Sports

Sports Desk: In one of the most exciting run-chases in Bengal Pro T20 League, Adamas Howrah Warriors successfully chased down a challenging target to outclass Rashmi Medinipur Wizards by six wickets in a thrilling match at the Eden Gardens on Monday.

Chasing 175 to win, Adamas Howrah Warriors went over the line comfortably, scoring 175/4 in 16.1 overs.

Shakir Habib Gandhi was the star performer, smashing an unbeaten 73 off just 38 balls to single-handedly take Howrah to victory. Enroute his match-winning knock, Gandhi hit seven fours and four sixes. He was well supported by Pramod Chandila (43 off 32).

Earlier, put into bat after the game was reduced to 17-overs-a-side, Rashmi Medinipur Wizards posted 174/4 in the allotted overs.

Ranjot Singh Khaira (59 off 41), Sudip Chatterjee (33 not out off 15), Vivek Singh (30 off 23) were the pick of the Medinipur batters.

Kanishk Seth, Saksham Sharma, Aamir Gani and Agastya Shukla bagged a wicket each for Howrah.

Pic Courtesy by:CAB

आज स्पेस से लौट रहे शुभांशु शुक्ला, रवानगी से पहले अंतरिक्ष से बोले- भारत आज भी सारे जहां से अच्छा

#shubhanshu_shukla_return_from_iss 

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर दो हफ्ते बिताने के बाद, भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला घर लौटने के लिए तैयार हैं। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन की समाप्ति पर एक भावुक संदेश में कहा कि अंतरिक्ष से भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है. उन्होंने यह टिप्पणी मिशन के विदाई समारोह के दौरान की। शुभांशु शुक्ला और ‘एक्सिओम-4’ मिशन के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री 14 जुलाई यानी आज पृथ्वी के लिए अपनी वापसी की यात्रा शुरू करेंगे। शुभांशु शुक्ला सहित सभी की पृथ्वी पर वापसी भारतीय समयानुसार 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे निर्धारित है।

14 जुलाई को धरती पर वापसी से पहले 13 जुलाई की शाम फेयरवेल सेरेमनी में उन्होंने भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के 1984 में दिए आइकॉनिक डायलॉग को दोहराते हुए कहा- भारत आज भी सारे जहां से अच्छा है। उन्होंने कहा- जब मैंने 25 जून को फाल्कन 9 रॉकेट ये यात्रा शुरू की थी, तब नहीं सोचा था कि यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय रहेगी। मेरे पीछे खड़ी टीम के बिना यह यात्रा इतनी अविश्वसनीय नहीं होती। यहां होना बहुत खुशी की बात है।

अंतरिक्ष से धरती अभी भी जादुई लगता है- शुभांशु शुक्ला

शुभांशु ने कहा कि बीते ढाई हफ्ते में हमने स्पेस स्टेशन पर साइंस एक्टिविटी की, आउटरीच एक्टिवटी की, इसके बाद जितना भी समय मिला हमने स्पेस स्टेशन की खिड़की से धरती को निहारा। यह अभी भी जादुई लगता है। उन्होंने इस अवसर के लिए इसरो को, उनके समर्थन के लिए नासा को, और प्रयोगों में मदद करने वाले शोधकर्ताओं और छात्रों को धन्यवाद दिया।

स्पेस से साथ ला रहे “खजाना”

इस बीच, नासा ने बताया कि सभी एस्ट्रोनॉट अपने रिसर्च को पूरा करने के बाद स्पेस से कई खास चीजें ला रहे हैं, जो किसी खजाने से कम नहीं। एजेंसी ने बताया कि ड्रैगन यान में 580 पाउंड (करीब 263 किलो) वैज्ञानिक सामान, नासा का हार्डवेयर और 60 से ज्यादा साइंस एक्सपेरिमेंट्स के डेटा होंगे। ये सभी प्रयोग अंतरिक्ष में किए गए हैं, जो निश्चित तौर पर आने वाले समय में अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में काफी लाभकारी होंगे।

15 जुलाई का इंतजार

बता दें कि 18 दिनों के गहन वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों के बाद एक्सिओम-4 मिशन अब अपने समापन की ओर बढ़ रहा है। शुक्ला और उनके तीन अंतरराष्ट्रीय साथियोंकमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और टिबोर कापूसोमवार को पृथ्वी के लिए वापसी की उड़ान भरने को तैयार हैं। भारतीय समयानुसार, यह वापसी यात्रा 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे शुरू होगी। पृथ्वी पर वापसी 15 जुलाई को दोपहर 3:00 बजे निर्धारित है।

कब घर लौट रहे भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, ISS से वापसी का काउंटडाउन शुरू

#indianastronautshubhanshushuklahomecoming

भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथियों की पृथ्वी पर वापसी अब नजदीक है।शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए थे। इन अंतरिक्ष यात्रियों का 14 दिन का मिशन था, जो पूरा हो चुका है। फिलहाल शुभांशु शुक्ला समेत अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के पृथ्वी पर लौटने का इंतजार है।

15 जुलाई को होगा स्प्लैशडाउन

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को एक्सिओम-4 इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन मिशन से जुड़ा अपडेट दिया। उन्होंने बताया कि शुभांशु शुक्ला 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे (भारतीय समयानुसार) पृथ्वी पर लौट सकते हैं। जानकारी के अनुसार, शुभांशु 14 जुलाई को आईएसएस से वापसी की यात्रा शुरू करेंगे। 14 जुलाई को दोपहर 4:35 बजे (भारतीय समय) पृथ्वी वापसी की यात्रा पर रवाना होंगे। उनका ‘क्रू ड्रैगन’ यान धरती के वायुमंडल में धीरे-धीरे प्रवेश करेगा और फिर 15 जुलाई को अमेरिका के कैलिफोर्निया तट के पास समुद्र में स्प्लैशडाउन करेगा।

एक्सिओम-4 टीम ने कई अहम एक्सपेरिमेंट किए- नासा

नासा के मुताबिक, एक्सिओम-4 टीम ने शुक्रवार को कई अहम प्रयोग किए। पहले जैव-चिकित्सकीय अनुसंधान के तहत रक्त के नमूने लिए गए। इसके बाद माइक्रोएल्गी का अध्ययन किया गया, जो अंतरिक्ष में भोजन और जीवन समर्थन प्रणाली का संभावित स्रोत है। साथ ही नैनोमटेरियल्स का अध्ययन किया गया। ये ऐसे वियरेबल डिवाइस के विकास में सहायक हैं, जो क्रू की सेहत पर लगातार नजर रख सकते हैं।

क्या बोले शुभांशु शुक्ला के पिता

शुभांशु शुक्ला के पिता ने कहा, वो जल्दी से जल्दी वापस आ आए, हम लोगों को बहुत खुशी है. हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वो सकुशल वापस आ जाएं। हमारी दुआएं उनके साथ हैं। जब मेरी बात उनसे हुई थी, तब वो बिल्कुल ठीक थे। उन्होंने बताया कि हमारे सभी काम समय पर हुए। कोई दिक्कत नहीं होगी। वहां लैब कैसी है? सोते कहां हैं? सूरज कैसे उगता है? यह सब कुछ उन्होंने हमें दिखाया। बड़ा अच्छा लगा उन्हें वहां प्रसन्न देखकर। यह हमारे लिए गर्व का पल है। हम अच्छी तरह उनका स्वागत करेंगे। उनका सम्मान करेंगे।

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा का X अकाउंट हैक, सीएम हेमंत सोरेन ने दी जानकारी

#jharkhandmuktimorchasocialmediaaccounthack

तकनीक के इस दौर में डिजिटल अपराधों का खतरा तेजी से बढ़ा है। आम हो या खास, यहां तक की पुलिस-प्रशासन भी साइबर फ्रॉड और डिजिटल अपराधों का शिकार हो रही है। इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के आधिकारिक एक्स हैंडल को हैक कर लिया गया है। झामुमो प्रमुख और झारखंड के मुख्यमंत्री ने झारखंड पुलिस से मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने एक्स अकाउंट के जरिए इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए झारखंड पुलिस, एक्स कॉर्पोरेशन इंडिया और ग्लोबल अफेयर्स को संज्ञान लेने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, झामुमो का आधिकारिक एक्स हैंडल असामाजिक तत्वों द्वारा हैक किया गया है। झारखंड पुलिस संज्ञान लेकर इस मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई करे। एक्सकॉर्पइंडिया कृपया इस मामले का संज्ञान लें।

हैक के बाद अनुचित और भ्रामक सामग्री पोस्ट की गई

सीएम सोरेन ग्लोबल अफेयर्स से इस घटना पर तुरंत ध्यान देने और हैंडल को पुनः सिक्योर करने में सहयोग करने की अपील की है। झामुमो का आधिकारिक एक्स हैंडल हैक होने के बाद उसमें अनुचित और भ्रामक सामग्री पोस्ट की गई, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। झामुमो का एक्स अकाउंट हैक होने के बाद एक चूहे का फोटो पोस्ट किया गया, जिसके कैप्शन में लिखा था, "लाइव ऑन बौंक।"

डीजीपी और आईएएस अधिकारी के नाम पर ठगी की कोशिश

बता दें कि इस से पहले साइबर अपराधियो के द्वारा झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मंजू नाथ भजंत्री का भी फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर ठगी करने की कोशिश की गई थी।

*বিশ্বজুড়ে আন্তর্জাতিক "খো খো" দিবস উদযাপন*

Sports Desk : আন্তর্জাতিক "খো খো" দিবস উপলক্ষ্যে বিশ্বের বিভিন্ন দেশে উদযাপনের নেতৃত্ব দিল ভারত। এই দিনটিকে কেন্দ্র করে আয়োজিত উৎসবগুলিতে খো খো খেলার ঐতিহ্য ও এর আন্তর্জাতিক প্রসারের ওপর বিশেষভাবে আলোকপাত করা হয়। সূচনা হয় দিল্লির জন্তর মন্তরে র‍্যালির মাধ্যমে।অংশগ্রহণ করেন শতাধিক খেলোয়াড়, কোচ ও ছাত্রছাত্রীরা।তাদের নেতৃত্বে ছিলেন খো খো ফেডারেশন অফ ইন্ডিয়া (KKFI)-র কর্মকর্তারা। এই র‍্যালিই গোটা দিনের উদযাপনের সুর বেঁধে দেয়, যার মূল লক্ষ্য ছিল খো খো-র ভারতীয় শিকড় থেকে বিশ্বমঞ্চে উত্তরণের যাত্রা তুলে ধরা।

খো খো ফেডারেশন অফ ইন্ডিয়ার আয়োজনে র‍্যালি, জাদু প্রদর্শনী ও কুইজ প্রতিযোগিতার মাধ্যমে তুলে ধরা হয় খো খো-র ঐতিহ্য ও আন্তর্জাতিক প্রসার। একইসঙ্গে পালিত হয় জাতীয় খো খো দিবস।

KKFI ও IKKF-এর সভাপতি সুধাংশু মিত্তল জানান, "খো খো বর্তমানে ৫৬টি দেশে খেলা হচ্ছে এবং লক্ষ্য ২০৩০ এশিয়ান গেমস ও ২০৩২ অলিম্পিকে অন্তর্ভুক্তি। ৩০টিরও বেশি দেশের ফেডারেশন দিবসটি উদযাপন করে"।

মহাসচিব ডঃ এম. এস. ত্যাগী বলেন, "খো খো-কে বিশ্বমঞ্চে তুলে ধরাই এখন সবার লক্ষ্য। এ বছর শুরু হয়েছে প্রথম Advanced III-A প্রশিক্ষণ কর্মসূচি, ও UKK-র সিজন ৩-তে প্রথমবার আন্তর্জাতিক খেলোয়াড়দের নিলামে অন্তর্ভুক্তির ঘোষণাও হয়েছে। ভারতের নেতৃত্বে খো খো এক নতুন আন্তর্জাতিক দিগন্তের পথে।"

ছবি :- খো খো ফেডারেশন অফ ইন্ডিয়ার সৌজন্যে।

एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च, शुभांशु शुक्ला समेत चार एस्ट्रोनॉट ने अंतरिक्ष के लिए भरी उड़ान

#shubhanshushuklanasaaxiommission_launch

भारत की अंतरिक्ष यात्रा में आज का दिन ऐतिहासक है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेश सेंटर यानी की ओर रवाना हो गए हैं। पहली बार इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर एक भारतीय कदम रखेगा। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला चार दशकों में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री हैं। एक्सिओम-4 मिशन के तहत शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर भेजा गया। उनके साथ तीन अन्य एस्ट्रोनॉट भी स्पेस स्टेशन जा रहे हैं।

मिशन भारतीय समयानुसार दोपहर करीब 12:00 बजे फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से जुड़े ड्रैगन कैप्सूल में सभी एस्ट्रोनॉट ने उड़ान भरी। ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट करीब 28.5 घंटे के बाद 26 जून को शाम 04:30 बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जुड़ेगा।

कई बार टाला गया एक्सियम-4 मिशन

इससे पहले एक्सिओम-4 मिशन की लॉन्चिंग में कई बार अलग-अलग वजहों से देरी हो चुकी है, पहले खराब मौसम की वजह से और फिर स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट और बाद में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के रूसी मॉड्यूल पर लीक का पता चलने की वजह से इस यात्रा को टालना पड़ा था। सबसे पहले 29 मई को ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के तैयार नहीं होने के कारण लॉन्चिंग टाल दी गई। इसे 8 जून को शेड्यूल किया गया। फाल्कन-9 रॉकेट लॉन्च के लिए तैयार नहीं था। नई तारीख 10 जून दी गई। फिर से इसे मौसम खराब होने की वजह से टाला गया। चौथी बार 11 जून को मिशन शेड्यूल किया गया। इस बार आक्सीजन लीक हो गई। नई तारीख 19 जून दी गई। मौसम की अनिश्चितता, क्रू मेंबर्स की सेहत के कारण टल गया। छठी बार मिशन को 22 जून के लिए शेड्यूल किया गया। ISS के ज्वेज्दा सर्विस मॉड्यूल के मूल्यांकन करने के लिए अतिरिक्त समय चाहिए था। इसलिए मिशन टल गया।

इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन जाने वाले पहले भारतीय

शुभांशु शुक्ला पहले भारतीय हैं, जो इंटरनेशनल स्पेश स्टेशन में कदम रखेंगे। वह वहां 14 दिनों तक रहेंगे और रिसर्च करेंगे। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है। शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी।

एक्सिओम मिशन में शुभांशु शुक्ला की भूमिका

शुभांशु शुक्ला इस मिशन में पायलट के तौर पर आईएसएस भेजे गए हैं। यानी जिस ड्रैगन कैप्सूल के जरिए एक्सिओम-4 मिशन को आईएसएस रवाना किया गया है, शुभांशु उसको गाइड करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यहां स्पेसक्राफ्ट को आईएसएस पर डॉक कराने से लेकर अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने तक की जिम्मेदारी शुभांशु के ही कंधों पर ही है। इसके अलावा अगर यह कैप्सूल किसी तरह की दिक्कत में आता है तो शुभांशु के पास ही यान का कंट्रोल और आपात फैसले लेने की जिम्मेदारी है।

Luxury on Wheels: Rajveer Conquers India with a Caravan & Camera

Rajveer Singh Makes History with Rajveer X India’s Luxury Drive: A 10,101 KM in a Luxury Caravan Journey Across India

Rajveer X India’s Luxury Drive has emerged as a groundbreaking digital movement and luxury travel sensation, capturing national attention and dominating online media. This historic journey, driven by Rajveer Singh is India’s first and only 10,101 km in a luxury caravan expedition where a solo content creator experienced a staycation at every single property of one hotel group—The LaLiT Group —across the country.

A Journey of Grit, Grandeur, and Glory

Flagged off from The LaLiT Mumbai on April 13, the drive remained true to its planned route even after the terrorist attack in Pahalgam on April 22. Rajveer continued his journey with undeterred spirit, visiting The LaLiT Srinagar from May 4 to 6, boldly portraying Kashmir’s beauty and hospitality to the world.

On May 7, while traveling from Kashmir toward Kartarpur, he witnessed Operation Sindoor—a strategic Indian security operation. Just a day later, in Amritsar at 2 AM on May 8, Rajveer experienced a blackout caused by Pakistan’s drone attack, which was neutralized by India's defense systems—proving again that no force could derail this record-breaking journey.

Highways That Shaped the Journey

Best Overall Route: Kerala to Goa – Stunning landscapes, perfect roads, cultural richness.

Most Challenging Route: Goa to Mumbai – Marred by congestion, poor road quality, and delays.

Best Route for Night Travel: Jaipur to Delhi Expressway – Excellent lighting, security, and smooth driving.

Unforgettable Stays at The LaLiT Properties

Rajveer rated these three properties as the most exceptional:

The LaLiT Srinagar – Hospitality that touched the soul, with breathtaking lake views.

The LaLiT Kolkata – A perfect blend of tradition, comfort, and warmth.

The LaLiT Bekal – Immersive serenity, coastal charm, and meticulous service.

Brands That Fueled the Legacy

The campaign was proudly powered by U&I Entertainment and Designistic Global pvt ltd , backed by over 20 esteemed brands, including:

Red Chief, Team Wizard Media, Being You Always, Body Profuse, Krunchillo, French Essence, Andros Food, Bright Outdoor Media, Josh Bharat Media and many more

Designistic Global Media was the post production partner who played a crucial role in transforming the journey into a cinematic experience.

Support from the Ministry of Road Transport & Highways, Kashmir Tourism, and The LaLiT Group as official hospitality partner gave this campaign national strength and significance.

People, Power, and Unprecedented Support

This journey brought together a constellation of influencers and thought leaders:

Creators like Mister Tikku, Dil Se Foodie, Bhookad_Singh and many more joined in city after city.

Entrepreneurs such as Dr. Vishal Kalra, Yukit Vora, Harmeet Singh Gupta, and MasterChef Ishijyot Surri rallied behind the initiative.

In Udaipur, Rajveer had the honor of meeting Maharaja Dr. Lakshyaraj Singh Mewar, adding royal recognition to this prestigious tour.

Numbers That Speak Volumes

10,101 km covered, 12 luxury stays at The LaLiT Group, 250+ posts and 1,500+ Instagram stories, 100+ million digital impressions.

A Legacy of Firsts

1st content creator to stay at every property of a hotel group in a single country in less than 33 days

1st to drive 10,101 km accross the country in a luxury caravan

1st to continue with a national drive plan even during a regional terror attack & National War With Pakistan.

---

The Road Ahead

This is not just a story of roads and reels—this is about fearless storytelling, unmatched hospitality, and a new benchmark in luxury content experiences. The road was long, but Rajveer’s vision was longer.

For collaborations, features, and media kits, follow

*Shashank (56), Aditya (41) star as Adamas Howrah Warriors climb to top of points table*

Sports

Khabar kolkata sports Desk: Adamas Howrah Warriors climbed from fourth spot to top of the points table after a 10-run victory over Sobisco Smashers Malda in the Bengal Pro T20 League Season 2 at Eden Gardens on Friday.

With three wins from five games, Howrah currently have seven points while Malda go down one place to fourth spot with 5 points from five games.

Put into bat, Adamas Howrah Warriors posted a challenging 161/7 in 20 overs. Shashank Singh (56 off 47), Aditya Purohit (41 off 22), Jayveer (28 off 27) were the star batters.

Mukesh Kumar, who returned after India A assignment, was the pick of the Malda bowlers bagging 3 for 41.

Chasing the target, Sobisco Smashers Malda fell short, scoring 151/6 in 20 overs. Akhil (31 off 25), Writtick Chatterjee (28 off 25) impressed with the bat.

For Howrah, Sujit Kumar Yadav bagged 2 for 19 while Saksham Sharma, Debangshu Pakhira, Rohit and Aamir Gani claimed one each.

PIC: Sanjay Hazra

एक्सिओम-4: शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन एक बार फिर टला, 22 जून को नहीं होगी लॉन्चिंग

#shubhnshushuklaaxiom4missionpostponedonce_again

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक ले जाने वाला एक्सिओम-4 मिशन एक बार फिर टाल दिया गया है। अंतरिक्ष में उड़ान भरने के लिए शुभांशु शुक्ला लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन तकीनी खराबी के चलते बार-बार मिशन की तारीख को आगे बढ़ाया जा रहा है। अब 22 जून को शुभांशु शुक्ला उड़ान भरने वाले थे, लेकिन तकीनी खराबी के चलते एक बार फिर इस लॉन्च को आगे बढ़ा दिया गया है।

अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के आधिकारिक एक्स हैंडल से जानकारी दी गई कि नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेस-X अब मिशन के लिए नई तारीख पर विचार करेंगे। नासा ने यह फैसला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लॉन्च अपॉर्चुनिटीज की समीक्षा के बाद लिया है। नासा इसकी लगातार समीक्षा जारी रखे हुए है। जिसके बाद रविवार, 22 जून को प्रक्षेपण से पीछे हटने का फैसला लिया गया है। आने वाले दिनों में लॉन्च की नई तारीख का ऐलान किया जाएगा। हालांकि अब तक यह तय नहीं है।

क्यों हो रही देरी?

नासा ने बताया कि ISS के ज्वेज्दा सर्विस मॉड्यूल में हाल ही में हुई मरम्मत के बाद संचालन की जांच जारी है। स्टेशन की प्रणालियां एक-दूसरे से गहराई से जुड़ी होती हैं, ऐसे में किसी भी संभावित दिक्कत से बचने के लिए नासा कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता। विशेषज्ञ मानते हैं कि स्टेशन को नए यात्रियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार करना जरूरी है, इसलिए लॉन्च को कुछ समय के लिए टालना पड़ा है।

छठी बार टाली गई तारीख

एक्सिओम-4 मिशन को पहले भी कई बार टाला जा चुका है। एक्सिोम मिशन 4 की लॉन्चिंग डेट को सातवीं बार टाला गया है। इस मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को 29 मई को उड़ान भरनी थी। जिसे बाद में 8 जून, 10 जून और 11 जून, 19 जून को टाल दिया गया था। हालांकि, अब 22 जून को लॉन्चिंग होने वाली थी, लेकिन इसको एक बार फिर टाल दिया गया है। लगातार रुकावटों के बावजूद, रॉकेट और ड्रैगन यान लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A में अच्छी स्थिति में मौजूद हैं और नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।

अंतरिक्ष मिशन में शामिल होंगे 4 यात्री

नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस में मानव अंतरिक्ष उड़ान के डायरेक्टर पैगी व्हिटसन इस मिशन की कमान संभालेंगे। इसरो के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पायलट के रूप में काम करेंगे, जिससे वो 1984 में विंग कमांडर राकेश शर्मा के इतिहास रचने के लगभग चार दशक बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन जाएंगे।

दो मिशन विशेषज्ञ ईएसए (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) प्रोजेक्ट के अंतरिक्ष यात्री पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नानस्की-विस्निवस्की और हंगरी के टिबोर कापू भी इस मिशन का हिस्सा हैं।

पत्रकार प्रीति सोमपुरा ने किया कॉमरेड्स मैराथन पूरा

आज से दस साल पहले, पत्रकार प्रीति सोमपुरा ने कभी नहीं सोचा था कि वह लंबी दौड़ में हिस्सा लेंगी। उनका शारीरिक गतिविधियों से जुड़ाव सिर्फ छोटे रनों तक सीमित था। लेकिन 2014 में उन्होंने 7 किलोमीटर से दौड़ना शुरू किया, और आज एक दशक बाद, उन्होंने दुनिया की सबसे कठिन अल्ट्रा मैराथन — कॉमरेड्स मैराथन — को पूरा कर लिया।

इस वर्ष प्रीति ने कॉमरेड्स मैराथन के 98वें संस्करण को 10 घंटे 49 मिनट और 36 सेकंड में पूरा किया और रेस कैटेगरी में कांस्य पदक हासिल किया। यह दौड़ न केवल दुनिया की सबसे पुरानी अल्ट्रा मैराथन है, बल्कि बेहद कठिन भी मानी जाती है। इस वर्ष की “डाउन रन” दौड़ पीटरमैरिट्जबर्ग से डर्बन तक लगभग 90 किलोमीटर तक फैली थी, जो दक्षिण अफ्रीका के क्वाज़ुलु-नेटाल प्रांत में होती है।

“कॉमरेड्स सिर्फ एक दौड़ नहीं है — यह जुनून और उद्देश्य की एक तीर्थयात्रा है,” प्रीति ने कहा। “दूरी तो कठिन है ही, लेकिन असली परीक्षा इसके उतार-चढ़ाव वाले मार्ग की होती है।”

प्रीति ने इस पल के लिए वर्षों से तैयारी की थी। उन्होंने पहली बार 2020 में दौड़ने की योजना बनाई थी, लेकिन कोविड महामारी के कारण वह रेस रद्द हो गई। 2024 में फिर से जब वह दौड़ने की सोच रही थीं, तो कॉमरेड्स मैराथन की तारीख लोकसभा चुनावों से टकरा गई। उन्होंने उस समय 65 किलोमीटर की “कास अल्ट्रा” रेस की प्रैक्टिस दौड़ पूरी की, लेकिन कॉमरेड्स नहीं दौड़ सकीं। अंततः उन्होंने 2025 में दौड़ने का निर्णय लिया।

इस रेस के लिए उन्होंने एक साल पहले से तैयारी शुरू की। अंतिम छह महीनों में वह हाई-प्रोटीन डाइट पर रहीं — चावल, गेहूं, मक्का और दूध पूरी तरह बंद कर दिए। उन्होंने हर दूसरे रविवार लंबी दूरी की दौड़ की, और कठिन चढ़ाई की ट्रेनिंग के लिए अरे कॉलोनी, मालाबार हिल, पारसिक हिल, लोनावला, सतारा, एडिनबर्ग और लंदन में अभ्यास किया। सिर्फ अंतिम चार महीनों में उन्होंने 1128 किलोमीटर की दौड़ पूरी की — वह भी 35 डिग्री की गर्मी में, जो अपने आप में एक बड़ी चुनौती थी।

डर्बन में जब उन्होंने फिनिश लाइन पार की, तो दर्शकों के नारों “कम ऑन इंडिया!” और “नमस्ते इंडिया!” ने उनका स्वागत किया। प्रीति ने कहा, “यह गर्व का क्षण था — 425 भारतीय धावकों के साथ दौड़ना, हर एक की आत्मा में देश की भावना झलक रही थी। दौड़ खत्म हो चुकी है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका की ऊर्जा अब भी मेरे अंदर गूंज रही है।”

उन्होंने अपने क दीपक लोंधे (Striders Miles) का विशेष धन्यवाद किया, जिनकी ट्रेनिंग और विश्वास ने इस लक्ष्य को संभव बनाया। साथ ही उन्होंने अपने परिवार और शुभचिंतकों का भी आभार प्रकट किया।

इस वर्ष की दौड़ भावनात्मक रूप से और भी खास थी। फिनिशर्स में महाराष्ट्र पुलिस के सात अधिकारी, 26/11 हमले में घायल हुए एक नेवी कमांडो, एक विकलांग धावक जिनका बायां हाथ नहीं है, और जलगांव की 65 वर्षीय विद्या ताई शामिल थीं। “इन सभी की साहसिक कहानियों ने मुझे गहराई से प्रेरित किया। यह सिर्फ एक मैराथन नहीं थी — यह एक आंदोलन था।”

प्रीति का यह पहला अनुभव नहीं था। उन्होंने अब तक 25 हाफ मैराथन, 15 फुल मैराथन (जिनमें दो वर्ल्ड मेजर — बर्लिन और लंदन मैराथन शामिल हैं), दो बार 65 किमी की दौड़, और चार बार 50 किमी की अल्ट्रा मैराथन पूरी की है। हाल ही में, अप्रैल 2025 में उन्होंने लंदन मैराथन में भाग लिया। प्रीति दो बार की गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर भी हैं।

1921 में स्थापित कॉमरेड्स मैराथन को “अल्टीमेट ह्यूमन रेस” कहा जाता है। हर साल इसमें लगभग 20,000 धावक हिस्सा लेते हैं। 2025 की दौड़ में 20,972 प्रतिभागियों में से रिकॉर्ड 18,194 लोगों ने इसे पूरा किया — जो 86.75% की फिनिशिंग दर को दर्शाता है।

अब जब प्रीति “आमची मुंबई” लौट आई हैं, वह कहती हैं: “मैं सिर्फ एक पदक लेकर नहीं लौटी — बल्कि ढेरों यादें, नई दोस्तियाँ और कहानियाँ साथ लेकर आई हूं जो जीवन भर मेरे साथ रहेंगी।”

*Gandhi’s brilliant unbeaten 73 powers Adamas Howrah Warriors to stunning win*

Sports

Sports Desk: In one of the most exciting run-chases in Bengal Pro T20 League, Adamas Howrah Warriors successfully chased down a challenging target to outclass Rashmi Medinipur Wizards by six wickets in a thrilling match at the Eden Gardens on Monday.

Chasing 175 to win, Adamas Howrah Warriors went over the line comfortably, scoring 175/4 in 16.1 overs.

Shakir Habib Gandhi was the star performer, smashing an unbeaten 73 off just 38 balls to single-handedly take Howrah to victory. Enroute his match-winning knock, Gandhi hit seven fours and four sixes. He was well supported by Pramod Chandila (43 off 32).

Earlier, put into bat after the game was reduced to 17-overs-a-side, Rashmi Medinipur Wizards posted 174/4 in the allotted overs.

Ranjot Singh Khaira (59 off 41), Sudip Chatterjee (33 not out off 15), Vivek Singh (30 off 23) were the pick of the Medinipur batters.

Kanishk Seth, Saksham Sharma, Aamir Gani and Agastya Shukla bagged a wicket each for Howrah.

Pic Courtesy by:CAB