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*दस्त और डायरिया में ओ0आर0एस0 व जिंक बच्चों के लिए जीवन रक्षक - राम गोविंद मौर्य*

अयोध्या- जागरण पहल के प्रोग्राम डायरिया नेट जीरो की तरफ से अंबेडकर नगर के बसखारी ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जिंक ओ.आर.एस कार्नर लगवाया गया जिसका शुभारंभ डॉ देवेंद्र मिश्र चीफ फॉर्म शिष्ट बृजेश वर्मा सी0एच0सी0 अधीक्षक डॉ भास्कर जी के द्वारा रेबिन काट कर और दीप प्रज्वलित करके किया गया।

जिसमें ए0एन0एम0 दीदी और आशा दीदी नर्सिंग स्टॉप मौजूद रही और बी.पि.एम नूरुद्दीन बी सी पी एम संजीव सिंह जी और फार्माशिष्ट संजय गुप्ता एच ई ओ अभय प्रताप और डि.एन.जेड.टीम मौजूद रही वहां उपस्थित सभी को बी.सी. राम गोविंद मौर्य ने बताया कि ओ0आर0एस0 जिंक कार्नर महत्व क्या है और ओ.आर.एस घोल और इसकी विधि क्या है जिंक का डोज और विस्तार पूर्वक बताया डायरिया से रोकथाम और उपचार के सात सूत्र जैसे- 1 साबुन से हांथ धोना,2- साफ सुरक्षित पानी पीना, 3- साफ सफाई के साथ मां को अपने बच्चे को दूध पिलाना 4- साफ सुरक्षित शौचालय का उपयोग करना, 5- रोटावायरस वैक्सीन जरुर पिलाना, 6 -जिंक बहुत जरुरी 7- ओ.आर.एस घोल अवश्य पिलाएं l डेटॉल डायरिया नेट जीरो काअभियान जागरुकता अभियान गांव गांव और घर घर जाकर डि0एन0जेड0 की टीम कर रही है जो कि जागरण पहल के ब्लॉक समन्वयक राम गोविंद मौर्य देख रेख में चलाया जा रहा है जीडी विमला और जीडी नीरज का सहयोग रहा।

*मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 271 जोड़ें परिणय सूत्र में बंधे*

अयोध्या-‌ विकास खण्ड के भारती इंटर कॉलेज खेल मैदान में शनिवार को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 271 जोड़ें परिणय सूत्र में बंधे। इस भव्य आयोजन की अध्यक्षता बीकापुर विधायक डॉ. अमित सिंह चौहान ने की। उन्होंने नव दंपतियों को आशीर्वाद, उपहार और प्रमाण पत्र दिए।विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में विकास हो रहा है और सामूहिक विवाह कार्यक्रम प्रदेश के विभिन्न विकास खंडों में आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि योगी जी की सोच सभी के प्रति समान है, जहां जाति और धर्म से ऊपर उठकर गरीबों के लिए लाभ मिल रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक जोड़े पर 51 हजार रुपये खर्च कर रही है और यह योजना विशेष रूप से गरीबों के लिए है। साथ ही, उन्होंने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सड़क, बिजली, शौचालय, किसान सम्मान निधि, पेंशन, किसान दुर्घटना बीमा, आयुष्मान योजना जैसी योजनाएं अब सभी पात्रों तक आसानी से पहुंच रही हैं।

कार्यक्रम में भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक विवेक पांडेय की टीम द्वारा प्रस्तुत मांगलिक गीतों ने लोगों का मन मोह लिया। इस मौके पर विधायक प्रतिनिधि सूर्य प्रसाद श्रीवास्तव, ब्लॉक प्रमुख दिनेश वर्मा, नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश पांडेय राणा, खंड विकास अधिकारी हरिश्चंद्र सिंह और समाज कल्याण अधिकारी आरपी सिंह सहित वर और वधू पक्ष के कई लोग उपस्थित रहे।

*मानवता की सेवा सबसे बड़ा धर्म: डॉ तिवारी*

अयोध्या- मानवता की सेवा करना ही मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है। इससे बड़ा धर्म और कुछ नहीं है। यह बात एसएसवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. मणि शंकर तिवारी ने कही।

वह कॉलेज के रेडक्रास एवं सेंट जॉन एम्बुलेंस की ओर से आयोजित शपथ ग्रहण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मानव इस धरती की बड़ी कृतियों में से एक है। जो स्वयं के कार्यों से जाना जाता है। रेड‌क्रास काउन्सलर रवि प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रधानाचार्य डॉ. तिवारी ने स्वास्थ्य, सेवा और मैत्री की प्रतीक तीन मोमबत्तियों को प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

उन्होंने कैडेट्‌स को दिल्ली मुख्यालय से प्राप्त प्राथमिक सहायता प्रमाण पत्र वितरित किया और रेडक्रॉस कैडट को प्राथमिक सहायता संबंधित शपथ दिलाई। इस दौरान रेडक्रॉस प्रभारी जग प्रसाद मौर्या, विनोद शंकर मिश्र, डॉ. उदयभान मिश्र व मनीष सक्सेना व अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।

*कांग्रेस पार्टी 18 दिसंबर को करेगी विधानसभा का घेराव*

अयोध्या- जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के अन्नदाता किसानों के साथ भाजपा सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है। सरकार ने किसानों के हित में कोई काम तो नहीं ही किया, उल्टे उनकी परेशानियों में इजाफा जरूर किया है।अभी बुवाई के समय डीएपी की किल्लत पैदा की गई और फिर उसकी कालाबाजारी हुई।सरकार ने कहा था कि किसानों का बिजली का बिल माफ किया जाएगा। माफी तो छोडिए बिजली के बिल बढे हुए आ रहे हैं।जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के गन्ना किसानों का 7000 करोड़ से ऊपर रुपया बकाया है।

जिला अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने कहा युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बहुत कम है। बेरोजगारी चरम पर है और सरकारी भर्तियां भ्रष्टाचार की भेट चढ़ चुकी है।प्रदेश की बदहाल स्वास्थय सेवाएं के साथ-साथ कानून व्यवस्था भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है जहां प्रदेश के अधिकतम सरकारी अस्पतालों और सामुदायिक केंद्रों पर दवाईयां उपलब्ध नहीं है।

वहीं उत्तर प्रदेश जंगल राज में परिवर्तित हो गया है। अपराधी बेखौफ होकर जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढते ही जा रहे हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में चौथाई हिस्सा उत्तर प्रदेश का है। उन्होंने कहा कि इन्हीं सब मांगों को लेकर कांग्रेस पार्टी विधानसभा का घेराव कर रही है जिसमें अयोध्या से बड़ी संख्या में लोग भागीदारी करेंगे।

पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से महानगर अध्यक्ष वेद सिंह कमल, पीसीसी सदस्य राजेंद्र प्रताप सिंह, जिला प्रवक्ता सुनील कृष्ण गौतम, पीसीसी सदस्य उग्रसेन मिश्रा, महिला जिला अध्यक्ष रेनू राय, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामेंद्र त्रिपाठी ,प्रवीण श्रीवास्तव ,फ्लावर नकवी ,द्वारिका पांडे आदि उपस्थित रहे।

*जिलाधिकारी ने बस स्टेशन व रैन बसेरा का किया निरीक्षण*




अयोध्या- जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने देर रात्रि रैन बसेरा, बस स्टेशन अयोध्या का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारी से रैन बसेरा बढ़ाने के लिए कहा तथा रैन बसेरा में 15-15 विस्तर सेट, लाईट, पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा। रैन बसेरा के ऊपर तिरपाल की व्यवस्था के साथ-साथ अलाव व लकड़ी की भी व्यवस्था करने के लिए कहा। 




जिलाधिकारी ने ए0आर0एम0 से बस तथा इलेक्ट्रिक बस के सेडूल के बारे में जानकारी ली व मेडिकल किट और कूड़े के लिए डेस्टबिन के लिए कहा। रोडवेज के अन्दर रैन बसेरे के पास हाईमाक्स लाईट खराब पड़ी है उसको तत्काल ठीक कराने के लिए तथा रास्ते में जो भी गड्ढे हो उसको बराबर कराने के निर्देश दिये। 




उन्होंने रात में जो भी कर्मचारी ड्यूटी कर रहे है उसकी भी जानकारी ली तथा रोडवेज के पास बने रैन बसेरे के पास शौचालय जर्जर, गंदा देखकर नाराजगी व्यक्त की तथा उसको साफ सुथरा व मरम्मत कराने और मोबाइल टॉयलेट लगाने के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दिये। उन्होंने ठंड से बचने के लिए जहां जहां रैन बसेरा बना हुआ है वहां पर विस्तर व अलाव की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये। निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त, ए0आर0एम0 रोडवेज, ऐई आदि उपस्थित रहे।

अयोध्या जिला प्रशासन ने जारी की ठंड से बचाव के लिए एडवायजरी

अयोध्या ।अपर जिलाधिकारी (वि०/रा०) ने विज्ञप्ति के माध्यम से अवगत कराया गया है कि भारतीय मौसम विभाग द्वारा माह दिसम्बर 2024 से माह फरवरी 2025 के मध्य सामान्य से कम तापमान होने का पूर्वानुमान जारी किये गये है। तद्क्रम में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा शीतलहर से बचाव हेतु शमन, तैयारी और प्रतिक्रिया के उचित उपाय किये जाने हेतु दिशा-निर्देश/ एडवाइ‌जरी निर्गत की गयी है। इस संबंध में उ०प्र० राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लखनऊ द्वारा शीतलहर से बचाव हेतु "क्या करें, क्या न करें आदि का जन समुदाय में विस्तृत प्रचार-प्रसार कराये जाने की अपेक्षा की गयी है, जिसका विवरण निम्नवत् हैः-

शीतलहरी से बचाव हेतु एडवाइजरी

शीतलहर से पहले

रेडियो सुनें, टीवी देखें, स्थानीय मौसम पूर्वानुमान के लिए समाचार पत्र पढ़ें ताकि यह पता चल सके कि क्या शीतलहर होने वाली है।

पर्याप्त सर्दियों के कपडे पहनें। कपडों की कई परतें अधिक सहायक होती है।

आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें।

शीतलहर के दौरान फ्लू, नाक से खून जैसी विभिन्न बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है, जो आमतौर पर ठंड के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण हो जाती हैं या बढ़ जाती हैं। इस तरह के लक्षणों के लिए डॉक्टर से सलाह लें।

शीतलहर के दौरान

मौसम की जानकारी और आपातकालीन प्रक्रिया की जानकारी का बारीकी से पालन करें और सलाह के अनुसार कार्य करें।

जितना हो सके घर के अंदर रहें और ठंडी हवा के संपर्क में आने से बचने के लिए कम से कम यात्रा करें

भारी कपडों की एक परत के बजाय ढीले फिटिंग, हल्के, विंडप्रूफ गर्म ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। टाइट कपडे ब्लड सर्कुलेशन को कम करते हैं।

अपने आप को सूखा रखें, अपने सिर, गर्दन, हाथों और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से कवर करें क्योंकि शरीर के इन अंगों के माध्यम से शरीर को ठंडक लगने का खतरा अधिक रहता है।

दस्ताने पहनें क्योंकि दस्ताने ठंडक से गर्मी और इन्सुलेशन प्रदान करते है क्योकि उंगलियां अपनी गर्मी साझा करती है और ठंड के लिए कम सतह क्षेत्र को उजागर करती है।

ठंडक से बचने के लिए टोपी और मफलर का प्रयोग करें। शरीर के तापमान का संतुलन बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार लें।

पर्याप्त इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं।

नियमित रूप से गर्म तरल पदार्थ पिएं, क्योंकि गर्म पेय पदार्थ ठंडक से लडने के लिए शरीर को गर्मी प्रदान करता है।

बुजुर्ग लोगों और बच्चों की देखभाल करें और अकेले रहने वाले पडोसियों का ख्याल रखें।

गर्मी उत्पन्न करने के लिये बंद कमरे के अन्दर कोयला /अंगीठी न जलायें क्योंकि इससे कार्बन मोनोऑक्साइड गैस उत्पन्न हो सकती है जो बहुत जहरीली होती है और कमरे में मौजूद लोगों की जान जा सकती है।

हाइ‌पोथर्मिया के मामले में_

क्या करें

व्यक्ति को गर्म स्थान पर ले जाएं और उसके गीले कपडे बदले।

व्यक्ति के शरीर को त्वचा से त्वचा के संपर्क में लाकर गर्म रखें, तौलिये या चादर की परतों से सुखाये।

शरीर के तापमान को बढ़ाने में मदद करने के लिए गर्म पेय दें। शराब न दें।

स्थिति बिगड़ने पर चिकित्सीय सहायता लें।

क्या न करें

लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से बचें।

शराब न पीएं क्योंकि यह शरीर के तापमान को कम करती है, और रक्त वाहिकाओं को संकुचित करती है

ठंडे से प्रभावित अंग की मालिश न करें। इससे अधिक नुकसान हो सकता है।

कपकंपी को नजरअंदाज न करें। यह पहला संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है-घर के अंदर शरण लें।

प्रभावित व्यक्ति को तब तक कोई तरल पदार्थ न दे जब तक कि पूरी तरह से सचेत न हो जाए।

कृषि

क्या करें और क्या न करें

शीत लहर और पाला फसलों को नुकसान पहुंचाते है, जिसमें उनमें काला रतुआ, सफेद रतुआ, पछेती-तुषार आदि रोग उत्पन्न होते हैं। शीत लहर के कारण अंकुरण, वृद्धि, पुष्यन, उपज और भंडारण अवधि में विभिन्न प्रकार के शारीरिक व्यवधान का कारण बनती है। क्या करें

ठंड से होने वाली बीमारी के लिए उपचारात्मक उपाय अपनायें जैसे बेहतर जड़ विकास को सक्रिय करने के लिए बोर्डो

मिश्रण या कॉपर ऑक्सी क्लोराइड, फास्फोरस (P) और पोटेशियम (K) का छिडकाव करें।

शीत लहर के दौरान जहां भी संभव हो हल्की और बार-बार सतही सिंचाई करें।

बागवानी और बगीचों में इंटरक्रॉपिंग (अन्तर फसल) खेती का उपयोग करें।

टमाटर, बैंगन जैसी सब्जियों की मिश्रित फसल, के साथ सरसों/अरहर जैसी लंबी फसलें ठंडी हवाओं (ठंड के खिलाफ आश्रय) के खिलाफ आवश्यक आश्रय प्रदान करेगी।

सर्दियों के दौरान युवा फलदार पौधों को प्लास्टिक द्वारा ढककर अथवा पुआल या सरकंडा घास आदि के छप्पर (झुग्गिया) बनाकर विकिरण अवशोषण (Absorption) को बढाया जा सकता है।

जैविक मल्चिंग (तापीय इन्सुलेशन के लिए)।

विंड ब्रेक/शेल्टर बेल्ट लगाना (हवा की गति को कम करने के लिए)।

पशुपालन/पशुधन_

करें और क्या न करें

शीत लहर के दौरान, जानवरों और पशुधन को जीविका के लिए अधिक भोजन की आवश्यकता होती है क्योंकि ऊर्जा की यकता बढ़ जाती है। भैसों / मवेशियों के लिए इस मौसम के दौरान जानवरों में तापमान में अत्यधिक भिन्नता पशुओं की प्रजनन प्रभावित कर सकती है।

क्या करें, क्या न करें

ठंडी हवाओं के सीधे संपर्क से बचने के लिए रात के दौरान सभी तरफ से जानवरों के आवास को ढक दें।

पशुधन आहार पद्धति और आहार पूरकों में सुधार करें। उच्च गुणवत्ता वाले चारे या चरागाहों का उपयोग।

वसायुक्त खुराक प्रदान करें आहार सेवन, खिलाने और चबाने के व्यवहार पर अनुपात केंद्रित करें।

सर्दियों के दौरान पशुओं के नीचे सूखा भूसा जैसी कुछ बिछावान सामग्री डालें।

पशुओं को ठंड के समय में गुड़ व कैल्शियम टॉनिक पिलाएं पशुओं को ठंड के मौसम में जूट की बोरी अथवा घर में पड़ा पुराना कंबल उढाएं ।

प्रेगनेंट पशुओं को ठंड लगने की ज्यादा संभावना होती है उनके पास अलाव जलाकर रखें लेकिन यह भी ध्यान में रखें कि

अलाव से पशुओं से कोई नुकसान ना पहुंचे। शीतलहर के दौरान पशुओं को खुले स्थानों में न बांधे व घूमने न दें।

शीत लहर के दौरान पशुमेले से बचें। जानवरों को ठंडा चारा और ठंडा पानी देने से बचें पशु आश्रय में नमी और धुएं से बचें।

मृत पशुओं के शवों को पशुओं के नियमित चरने वाले मार्गों पर नहीं फेंका जाना चाहिए।

यातायात हेतु निर्देश

गन्ना तथा भूसा ढोने वाले गाडियों जैसे-ट्रॉली, ट्रक, बैलगाड़ी पर क्षमता से अधिक गन्ना न लादें।

सर्दियों में गाड़ियों में फॉग लाईट का इस्तेमाल करें।

गाडियों आगे व पीछे रेडियम पट्टी का प्रयोग करें।

भार ढोने वाले वाहन के चालक इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पीछे से आ रही एम्बुलेंस को रास्ता दें।

वाहन में हमेशा प्राथमिक उपचार किट अवश्य रखें।

शॉल व कम्बल ओढ़कर वाहन न चलायें।

दोपहिया वाहन चालक शीतलहरी/ठंड में बहुत आवश्यक होने पर ही घर से वाहन लेकर बाहर निकलें, दोपहिया वाहन चालक शीतलहरी/ठंड में बाहर निकलते समय गर्म कपडे, दस्ताने, चश्मा, हेलमेट पहन कर निकलें।

दोपहिया वाहन चालक शीतलहरी में वाहन को धीमें चलायें इससे खुद के साथ-साथ दुसरों को भी सुरक्षित रख सकते है। जनपद अयोध्या में लगभग 150 स्थान अलाव जलाये जाने हेतु चिन्हित किया गया है तथा 14 रैनबसेरा कियासील है। समस्त रैनबसेरों में व्यक्तियों के ठहरने की उचित व्यवस्था है, जिसमें रजाई ग‌द्दा कम्बल, बेड, पेयजल, शौचालय, प्रकाश आदि की व्यवस्था की गयी है।

तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय नेपाली-गोरखा सम्मेलन का हुआ शुभारंभ

अयोध्या ।अयोध्या धाम में तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय नेपाली-गोरखा सम्मेलन की शुरुआत हो गई है। इस सम्मेलन में भारत के विभिन्न राज्यों और नेपाल से लगभग 500 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, जिनमें करीब 50% महिलाएं हैं। प्रतिनिधियों में नेपाल के विभिन्न उपजातियों के लोग, जैसे राई, तामंग, गुरूङ, मगर, ब्राह्मण, छेत्री, शेर्पा, तमू, लेप्चा आदि शामिल हैं। सम्मेलन में अयोध्या धाम की परिक्रमा के बाद श्रीराम मन्दिर में दर्शन किए गए।

सम्मेलन के उद्घाटन में बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदायों पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया। इस प्रस्ताव में भारत सरकार से हस्तक्षेप करने की अपील की गई और बांग्लादेश सरकार से हमलावर जेहादियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।

सम्मेलन के उद्घाटन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ अधिकारी इन्द्रेश कुमार, परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष अशोक चौरसिया, बडाभक्तमाल के महंत श्री अवधेश दास और कई अन्य प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति रही। सम्मेलन 15 दिसम्बर को समाप्त होगा, और इसमें भारत-नेपाल संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की जाएगी।

*लक्ष्य भी पार और टीबी पर भी वार*

अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्पों को पूरा करते हुए जिले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। एक वर्ष पूरा होने से पहले ही लक्ष्य से भी अधिक टीबी मरीजों को ढूंढ निकाला है। बीमारी पर वार करने के लिए दवा भी शुरू हो गई है। इस पूरी कार्रवाई के दौरान टीबी चिकित्सालय व क्लीनिकों के चिकित्सक व कर्मचारियों का योगदान माना जा रहा है।

जिले में एक साल यानी एक जनवरी से 31 दिसम्बर के बीच में 7530 टीबी मरीजों को ढूंढने के लक्ष्य मिला था। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि इन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सीएचसी-पीएचसी पर कर्मचारी जुटे रहे। इस दौरान मरीजों की स्क्रीनिंग की गई। नवम्बर माह में ही लक्ष्य के सापेक्ष 7596 मरीजों को ढूंढ निकाला गया।

डीटीसी अयोध्या ने 400 फीसदी बेहतर किया

टीबी यूनिट डीटीसी अयोध्या में मरीजों को ढूंढ निकालने में बाजी मारी है। 456 के सापेक्ष 1670 मरीजों को खोज निकाला है। यह लक्ष्य से 400 फीसदी अधिक है। पूराबाजार में 469 के सापेक्ष 956 मरीज, श्रीराम हॉस्पिटल में 301 के सापेक्ष 338 व यूपीएचसी जनौरा में 450 के सापेक्ष 1016 मरीज नोटिफाइड किया है।

अब मिल रहे छह हजार

1 नवम्बर 2024 से नोटिफाइड होने वाले टीबी मरीजों को निश्चय पोषण योजना के तहत छह हजार रुपये दिए जाएंगे। इसमें पहली बार में तीन हजार व 84 दिन बाद अगली तीन हजार की राशि बैंक अकाउंट में आएगी।

अभियान अभी जारी है

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि मरीज खोजी अभियान को 31 दिसम्बर तक पूरा करना था। हमने समय से पहले ही लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इसमें निजी चिकित्सकों का भी बड़ा योगदान रहा। अभी वर्ष पूरा नहीं हुआ है। हमारा अभियान जारी है।

अयोध्या में दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

अयोध्या।भारतीय रिज़र्व बैंक, लखनऊ कार्यालय द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के वित्त पोषण के लिए अयोध्या जनपद के बैंकर्स की क्षमतावर्धन पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन दिनांक 12 एवं 13 दिसंबर 2024 को अयोध्या में किया गया जिसमें विभिन्न बैंकों से 67 बैंकर्स ने भाग लिया।

इस कार्यशाला में श्रीमती सोनाली दास, महाप्रबंधक, श्री राकेश दुबे, उप महाप्रबंधक, भारतीय रिज़र्व बैंक, एमएसएमई-

डीएफओ कानपुर, जिला अग्रणी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थें। श्रीमती सोनाली दास ने प्रतिभागियों को देश के विकास में एमएसएमई वित्तपोषण का महत्व और एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने में बैंकरों की भूमिका पर जोर दिया। भारतीय रिज़र्व बैंक के अधिकारियों एवं अतिथि व्याख्याताओं द्वारा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम से संबंधित विषयों पर ज्ञानवर्धक सत्र लिये गए।

*लक्ष्य भी पार और टीबी पर भी वार*


अयोध्या। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संकल्पों को पूरा करते हुए जिले में स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। एक वर्ष पूरा होने से पहले ही लक्ष्य से भी अधिक टीबी मरीजों को ढूंढ निकाला है। बीमारी पर वार करने के लिए दवा भी शुरू हो गई है। इस पूरी कार्रवाई के दौरान टीबी चिकित्सालय व क्लीनिकों के चिकित्सक व कर्मचारियों का योगदान माना जा रहा है।

जिले में एक साल यानी एक जनवरी से 31 दिसम्बर के बीच में 7530 टीबी मरीजों को ढूंढने के लक्ष्य मिला था। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि इन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सीएचसी-पीएचसी पर कर्मचारी जुटे रहे। इस दौरान मरीजों की स्क्रीनिंग की गई। नवम्बर माह में ही लक्ष्य के सापेक्ष 7596 मरीजों को ढूंढ निकाला गया।

डीटीसी अयोध्या ने 400 फीसदी बेहतर किया

टीबी यूनिट डीटीसी अयोध्या में मरीजों को ढूंढ निकालने में बाजी मारी है। 456 के सापेक्ष 1670 मरीजों को खोज निकाला है। यह लक्ष्य से 400 फीसदी अधिक है। पूराबाजार में 469 के सापेक्ष 956 मरीज, श्रीराम हॉस्पिटल में 301 के सापेक्ष 338 व यूपीएचसी जनौरा में 450 के सापेक्ष 1016 मरीज नोटिफाइड किया है।

अब मिल रहे छह हजार

1 नवम्बर 2024 से नोटिफाइड होने वाले टीबी मरीजों को निश्चय पोषण योजना के तहत छह हजार रुपये दिए जाएंगे। इसमें पहली बार में तीन हजार व 84 दिन बाद अगली तीन हजार की राशि बैंक अकाउंट में आएगी।

अभियान अभी जारी है

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने बताया कि मरीज खोजी अभियान को 31 दिसम्बर तक पूरा करना था। हमने समय से पहले ही लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। इसमें निजी चिकित्सकों का भी बड़ा योगदान रहा। अभी वर्ष पूरा नहीं हुआ है। हमारा अभियान जारी है।