StreetBuzz भदोही में तीन सड़कें होंगी चौड़ी, जाम से मिलेगा छुटकारा, भेजा प्रस्ताव* *यातायात होगा सुगम, वाहनों की संख्या बढ़ने से कम चौड़ी सड़कों पर लगता है News 20 Uttar Pradesh
भदोही में तीन सड़कें होंगी चौड़ी, जाम से मिलेगा छुटकारा, भेजा प्रस्ताव* *यातायात होगा सुगम, वाहनों की संख्या बढ़ने से कम चौड़ी सड़कों पर लगता है
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।जिले की तीन सड़कें चौड़ी होंगी। आम लोगों के आवागमन में सहूलियत और यातायात सुगम बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने प्रस्ताव शासन को भेजा है। स्वीकृति मिलने पर चिह्नित सड़कें चौड़ी होंगी।
*तीन लाख कार्डधारकों को 25 तक मिलेगा निःशुल्क राशन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जिले में पात्र गृहस्थी और अंत्योदय कार्डधारकों को सात से 25 दिसंबर तक राशन वितरित किया जाएगा। पूर्ति विभाग ने इसके लिए कोटेदारों को गाइडलाइन जाएगा कर दी है। पास मशीन के माध्यम से ही राशन वितरण का निर्देश दिया गया है। अंत्योदय कार्डधारकों को अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर महीने का मिलाकर 18 रुपए प्रति किलो के हिसाब तीनों चीनी भी दिया जाएगा। जिले की 546 ग्राम पंचायतों और सात निकायों में 725 राशन दुकानें हैं। हर महीने कार्डधारकों को निःशुल्क राशन वितरित किया जाता है। दिसंबर महीने में वितरण होने वाले राशन की डेट लाइन पूर्ति विभाग ने जारी कर दी है।
*इस साल भी पूरा नहीं हो पाएगा रेलवे स्टेशन का फुट ओवर ब्रिज* *पांच करोड़ की लागत से स्टेशन के पश्चिमी छोर पर बन रहा है फुट ओवरब्रिज*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भदोही रेलवे स्टेशन पर पश्चिमी किनारे बन रहा दूसरा फुट ओवर ब्रिज इस वर्ष के अंत तक पूरा नहीं हो पाएगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भदोही रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है। उसी योजना में दूसरे फुट ओवरब्रिज का भी निर्माण तो हो रहा है, लेकिन जिस गति से निर्माण कार्य हो रहा है, उससे अगले वर्ष जनवरी के अंत तक इसका निर्माण पूरा हो पाएगा। स्टेशन के लंबे प्लेटफॉर्म पर मौजूद समय में केवल एक फुट ओवरब्रिज है,जो कि पूर्वी किनारे पर है। दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के सोचने भर से यात्रियों को पसीना छूट जाता है। यहीं कारण कि अधिकतर लोग ट्रैक पार कर जान जोखिम में डालते हैं। 12 मीटर चौड़ाई और 29 मीटर लंबाई वाले इस फुट ओवरब्रिज के निर्माण पर 5 करोड़ की लागत आएगी। कार्यदायी संस्था ने दोनों प्लेटफॉर्मों की ओर ओवर ब्रिज का फाउंडेशन निर्माण पूरा कर दिया है। इससे कहा जा रहा है जनवरी तक निर्माण कार्य संस्था हो पाएगा। कार्यदायी संस्था की ओर से भी जनवरी में काम जनवरी में काम पूरा होने की बात कही जा रही है उल्लेखनीय है कि फुट ओवरब्रिज निर्माण शुरू में काफी धीमा रहा, लेकिन धीरे-धीरे काम में तेजी आने से अब कुछ ही माह में काम पूरा होने की उम्मीद है। फुट ओवरब्रिज का निर्माण छह माह से हो रहा है। फाउंडेशन ही मुख्य कार्य होता है जो दोनों ओर का पूरा कर लिया गया है। निर्माण एजेंसी ने बताया है का जनवरी 2025 तक निर्माण पूरा करके दे देगी बीबी मिश्रा स्टेशन अधीक्षक
*36 गांवों को जोड़ने वाली सड़क बदहाल,3 किमी तक गढ्ढे ही गड्ढे*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। स्थानीय बाजार से बौलिया मानिकपुर की ओर जाने वाली सड़क तीन किलोमीटर तक बदहाल है। मार्ग पर जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं।गड्ढे में पानी भरने से राहगीर रोजाना गिरकर चोटिल हो रहे हैं। इस मार्ग से 36 से अधिक गांवों के लोग आवागमन करते हैं।सर्रोइ प्रधान नीलम पांडेय ने बताया कि मार्ग के दोनों तरफ की नालियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।इससे मार्ग पर गंदा पानी बह रहा है। सड़क की मरम्मत के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है।इस संबंध में अवर अभियंता आलोक कुमार ने बताया कि इस मार्ग की मरम्मत के लिए मसौदा शासन को भेजा गया है।दुलमदासपुर मार्ग की मरम्मत के लिए मसौदा तैयार किया गया है। शासन से स्वीकृति मिलने पर कार्य कराया जाएगा। शासन की अनुमति का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद ही कार्य शुरू कराया जाएगा
*भदोही में 250 ओडीएफ प्लस ग्राम पंचायतों में सफाईकर्मी नहीं, कूड़ा प्रबंधन ठप*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। स्वच्छ भारत मिशन के फेज-2 में 250 ओडीएफ प्लस ग्राम पंचायतों में कूड़ा प्रबंधन के लिए 17.50 करोड़ से आरसीसी (रिकवरी रिसोर्स सेंटर) बनाए गए हैं। इन सेंटरों पर गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग कर लाने के लिए कर्मी नहीं है। इससे सेंटर पर कूड़ा प्रबंधन गतिविधि ठप है। इससे ग्राम पंचायतों को कूड़ा मुक्त बनाने की मुहिम को झटका लगा है। प्रदेश में भदोही ऐसा जिला है जहां गांवों में एक भी सफाईकर्मी की तैनाती नहीं की गई है। केंद्र सरकार प्रत्येक गांव को खुले में शौचमुक्त करने के लिए 2014 से अभियान चला रही है। इस दौरान करीब दो लाख 85 हजार एकल शौचालय और 546 गांवों में सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं।गांव को कूड़ा मुक्त बनाने के लिए सात से आठ लाख की लागत से अब तक 250 गांवों में रिसोर्स रिकवरी सेंटर का निर्माण कराया गया। पिछले छह महीने में चरणबद्ध तरीके से गांवों में रिसोर्स रिकवरी सेंटर शुरू करा दिया गया लेकिन सेंटर गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग कर लाने वाले कर्मी नहीं है।वहीं 546 में से 300 ग्राम पंचायतों में आरसीसी निर्माणाधीन हैं। पंचायत राज विभाग का दावा है कि मार्च 2025 से पहले सभी सेंटर बनकर तैयार हो जाएंगे।
*नवंबर तक 28 आयुष्मान आरोग्य मंदिर हुए हैंडओवर, 25 अभी भी अधूरे*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए 53 आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाए जाना हैं। इनमें से 28 सेंटर ही विभाग को हैंडओवर किए गए हैं। अब तक 25 आरोग्य संबंधित विभाग को हैंडओवर नहीं किए गए हैं। कार्यदायी संस्था की लापरवाही से 25 आरोग्य मंदिर अधूरे हैं। सभी आयुष्मान आरोग्य सेंटरों को नवंबर माह के पहले ही पूरा करना था। कार्यदायी संस्था की लापरवाही से 25 आरोग्य मंदिर काम अभी काम चल रहा है। कहीं फर्श नहीं बना है, तो कहीं पर बाउंड्रीवॉल नहीं बन सकी है। कहीं पानी, शौचालय और फिनिशिंग के कार्य बाकी हैं। इस लिए अधूरे केंद्र को लेने से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कतरा रहे हैं। ज्ञानपुर के गजधरा में आरोग्य मंदिर का भवन बन कर तैयार है। यहां पानी की टंकी और शौचालय का कार्य अधूरा है। वहीं मोढ़ के गोपीपुर गांव में सेंटर में रंग-रोगन का कार्य चल रहा है। भदोही सीएचसी के गहरपुर में आरोग्य मंदिर में फर्श का काम नहीं हुआ है। वहीं गेराई में आरोग्य मंदिर में चहारदीवारी नहीं है। जिले में तीन बड़े अस्पताल है और छह सीएचसी, 17 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। इसके अलावा 206 उप स्वास्थ्य केंद्र हैं। हैंडओवर हो चुके सेंटरों पर एएनएम और सीएचओ की तैनाती की तैयारी चल रही है। इस संबंध में सीएमओ डॉ. एसके चक का कहना है कि जिले में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का काम नवंबर के पहले ही पूरा करना था, लेकिन अभी कुछ सेंटरों पर फर्श, बाउंड्री के साथ अन्य सुविधाएं नहीं हो सकी है। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को इसके लिए सख्त निर्देश दिया गया है। जल्द ही सभी सेंटरों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।
*पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में बढ़ेगी ठिठुरन* *आज और कल बादलयुक्त रहेगा मौसम बूंदाबांदी की आशंका*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने आने वाले दो से तीन दिनों के भीतर जिले में बूंदाबांदी की संभावना बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार जिले में आज और कल बादलयुक्त मौसम रहने की संभावना है। इस दिनों पहाड़ी इलाकों में अचानक पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने और बर्फबारी होने के बाद मैदानी इलाकों में उसका असर दिखने लगा है। आने वाले दिनों में तापमान आठ से सात डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिक सर्वेश कुमार बरनवाल ने बताया कि इस पहाड़ी इलाकों में बारिश होने से जिले में बादलयुक्त मौसम बने रहेंगे। आज और कल आसमान में बादल छाए रहने की संभावना है। इस बीच बूंदाबांदी भी हो सकती है। इस कारण तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। फिलहाल दिसंबर के दूसरे सप्ताह में ठंड ज्यादा ठिठुरन बढ़ सकती हैं। शाम के समय पछुआ हवा चलने से गलन भी बढ़ा है। बताया कि कुछ दिन में कोहरा भी पड़ना शुरू होगा।
*राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रतिभा कुशवाहा 12 दिसंबर को जनपद में करेंगी जन सुनवाई*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रतिभा कुशवाहा आगामी 12 दिसंबर 2024 को अपने जनपद भ्रमण के दौरान जनपद की महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को राजकीय अतिथि गृह ज्ञानपुर में पूर्वाह्न 11 बजे से सुनेंगी। इस दौरान महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित मामलें यथा-दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न, कन्या भ्रूण गर्भपात, बाल विवाह, एसिड अटैक आदि से सम्बन्धित आपराधों की सुनवाई करते हुए महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाने के दृष्टिगत जन सुनवाई की जाएगी। राज्य महिला आयोग कार्यालय से जारी पत्र में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधीक्षक अथवा उनकी ओर से नामित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, महिला थानाध्यक्ष के अलावा अन्य सम्बन्धित अधिकारी की उपस्थिति में महिला उत्पीड़न की घटनाओं की समीक्षा की जाएगी।
*बिना पंजीकरण के चल रहे क्लीनिक और अस्पताल, विभाग है अंजान* *कार्रवाई होने के बाद कई ऐसे मिले जो नाम बदलकर कर रहे संचालन*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में बिना पंजीकरण के अस्पताल, क्लीनिक और लैब संचालित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर अनभिज्ञ बना है। शिकायत पर कुछ क्लीनिक व लैब पर कार्रवाई तो की जाती है, लेकिन विभागीय स्तर से इसकी जांच नहीं की जाती है।जिले में कही मेडिकल के नाम पर क्लीनिक, तो कही बिना पंजीकरण के अस्पताल संचालित हो रहे हैं। कई ऐसे भी हैं जो कार्रवाई होने के बाद नाम बदलकर लैब क्लीनिक और अस्पताल का संचालन कर रहे हैं। जिम्मेदार अनजान बने हैं। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है।जिले में करीब डेढ़ सप्ताह पहले बड़वापुर गांव में झोलाछाप की लापरवाही से व्यक्ति की मौत हो गई थी। जांच में पता चला कि अस्पताल का कोई पंजीकरण नहीं था और न ही चिकित्सक के पास कोई डिग्री। युवक की मौत के बाद झोलाछाप पर मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया, लेकिन विभागीय कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो गए। जिले में करीब 141 अस्पताल, 60 से 65 लैब और करीब 100 क्लीनिक पंजीकृत हैं। वहीं सैकड़ों क्लीनिक व लैब बिना पंजीकरण के चल रहे हैं। बड़वापुर में युवक की मौत के बाद विभाग ने एक ही गांव में चार ऐसे क्लिनिक संचालकों पर मुकदमा कराया। जिनके पास न तो अस्पताल का लाइसेंस था और न ही चिकित्सक की डिग्री। विभागीय कार्रवाई के बाद इस तरह के संचालकों में खलबली मची है। *यहां साहब की पड़े नजर, तो खुलेंगे कई राज* ज्ञानपुर। माधोसिंह, जयरामपुर, तिलोरपुर नहरा, घोसिया, खमरियां, औराई, माधोसिंह स्टेशन रोड, कठोरा, महराजगंज बाजार, उगापुर, कुरौना बाजार, महुआ, अभोली, दुर्गागंज, गोपीगंज, भदोही, असनाव, सुरियावां, चौरी, जंगीगंज आदि स्थानों पर संचालित अस्पताल, क्लीनिक, लैब, मेडिकल स्टोर की जांच की जाए तो हकीकत सामने आएगी। तिलोरपुर नहर पर संविदाकर्मी के इसारे पर क्लीनिक संचालित है। यहां विभागीय अधिकारी जल्द जांच करने नहीं पहुंचते हैं। *दूसरे प्रदेश से आकर बिना लाइसेंस चला रहे क्लीनिक* ज्ञानपुर। जिले के ग्रामीण अंचलों में ऐसे कई क्लीनिक संचालक हैं, जो दूसरे प्रदेश से आकर बिना लाइसेंस के क्लीनिक चला रहे हैं। हाल ही में संसारापुर में चार झोलाझाप पर एफआईआर हुई थी। इसमें से दो अन्य प्रदेश के रहवासी थे। कई संविदा कर्मी के खुद के अस्पताल, लैब, क्लीनिक संचालित हैं। *एमसीएच के चिकित्सक लगा रहे पतीला* ज्ञानपुर। सरकार की मंशा है कि सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं सदृण की जाए, मरीजों को बेहतर उपचार मिले। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। जिला चिकित्सालय, पीएचसी के कई संविदा डॉक्टरों के रिलेटिव के नाम से भदोही, गोपीगंज, चौरी में अस्पताल चलते हैं। जहां वह खुद बैठते हैं। मरीजों को डायवर्ट करके अपने यहां बुलाते हैं। केस 1- माधोसिंह के पास एक लैब संचालक पर फर्जीवाड़ा को लेकर करीब छह महीने पहले स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की थी। वहीं व्यक्ति दोबारा लैब, क्लीनिक संचालित करके दूसरे जनपद के नाम से रिपोर्ट बना रहा है। केस 2 - सुरियावां में एक निजी अस्पताल बिना पंजीकरण के संचालित हो रहा था। विभागीय कार्रवाई करने के बाद नाम बदलकर संचालित किया जाने लगा। केस तीन- तिलोरपुर नहर के पास अस्पताल, क्नीलिक और लैब बिना लाइसेंस के संचालित होते हैं। विभागीय अधिकारी के पहुंचने से पहले ही उन्हें सूचना मिल जाती है और जिम्मेदार मौके से फरार हो जाते हैं। पंजीकरण के बाद सभी अस्पताल संचालित होते हैं। हर साल इनका रिनुवल भी किया जाता है। कहीं भी बिना पंजीयन के अस्पताल संचालित हैं तो शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। -डॉ. एसके चक, सीएमओ, भदोही।
*मवेशियों की देखभाल में न बरतें लापरवाही, नहीं तो होंगे बीमार*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में मौसम में बदलाव का असर दिख रहा है। बढ़ती सर्दी के बीच मवेशियों का विशेष ध्यान रखे जाने की जरूरत है। पशु विशेषज्ञों के अनुसार पशुपालकों को इस मौसम में सतर्कता बरतनी चाहिए। थोड़ी सी भी लापरवाही से पशु बीमार पड़ सकते हैं। जिले में करीब 1.25 लाख मवेशियों की संख्या है। सीवीओ डॉ. डीपी सिंह ने बताया कि इस तरह के मौसम में देखभाल में लापरवाही बरतने पर मवेशी बीमार पड़ सकते हैं। बीमार होने से पशुओं में कमजोरी आ सकती है। इससे पशुओं की मौत भी हो सकती है। बीमार होने से उनमें दुग्ध उत्पादन की क्षमता कम हो सकती है। पशुपालकों को चाहिए कि मवेशियों की ठंड से सुरक्षा को लेकर समुचित उपाय करें। गर्म पानी पिलाएं, पौष्टिक आहर दें। छायादार स्थान पर बांधे, धूप होने के बाद बाहर निकालें। बताया ठंड लगने से पशुओं के शरीर का तापमान कम हो जाता है। उन्हें छूने से उनका शरीर ठंडा लगता है। मवेशी सुस्त हो जाते हैं, सांस लेने में दिक्कत होती है। नाक से पानी बहने लगता है।
Dec 10 2024, 13:19