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भोपाल में नकली एएसपी पकड़ाई, वर्दी पहनकर दिखा रही थी रौब


भोपाल:- राजधानी के न्यू मार्केट में फर्जी आईपीएस बनकर घूम रही एक युवती को टीटी नगर थाना पुलिस ने पकड़ा है। इंदौर की यह युवती एडिशनल एसपी की वर्दी में अपने भाई के साथ न्यू मार्केट में घूम रही थी। इस दौरान उसने वहां नियमित गश्त कर पुलिस कर्मियों पर रौब जमाने की कोशिश की। पुलिस कर्मियों को शक हुआ तो पूछताछ में युवती के फर्जीवाड़े की पोल खुल गई।

दिखा रही थी वर्दी का रौब

बताया जा रहा है कि इंदौर की 28 वर्षीय शिवानी चौहान न्यू मार्केट में अपना रौब जमाने में कामयाब हो गई थी। इसी दौरान उसे वहां खड़े पुलिसकर्मी दिख गए। साथ आए भाई-भाभी को वर्दी का असर दिखाने के लिए वह पुलिस वालों के पास गई और भौंरी का रास्ता पूछने लगी। पुलिस वाले पहले तो एक एएसपी रैंक की अफसर को इस तरह देखकर चौंके, फिर उनका ध्यान युवती की वर्दी के साथ लगे नेमप्लेट पर गया।

नेमप्लेट देख हुआ शक

वर्दी पर लगी नेमप्लेट पर उसके नाम के साथ नंबर लिखे हुए थे। ऐसा नंबर अक्सर आरक्षक-प्रधान आरक्षक श्रेणी के पुलिस कर्मियों के नेमप्लेट पर लिखा जाता है। यह उनका रेजिमेंटल नंबर होता है, जिससे पुलिस लाइन में आरक्षक की पहचान होती है। अधिकारियों के नेम प्लेट पर इस तरह का नंबर नहीं लिखा जाता।

पुलिस ने दर्ज किया अपराध

पुलिस कर्मियों ने उससे उसका बैच, प्रशिक्षण, भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों के नाम आदि पूछने शुरू किये तो वह घबरा गई।

पुलिस उसे गिरफ्तार कर थाने लाई, जहां निजी मुचलके पर जमानत देकर रिहा कर दिया गया।

पुलिस ने उस पर लोक सेवक की वर्दी पहनकर खुद को आईपीएस दिखाने के अपराध में मामला दर्ज किया है।

यह अपराध साबित हुआ तो उसे अधिकतम तीन महीने की जेल और पांच हजार रुपये तक जुर्माने की सजा हो सकती है।

पुलिस को सुनाई भावुक कहानी

पुलिस की पूछताछ में नकली आईपीएस बनी शिवानी चौहान ने बताया कि मैं कई वर्षों से यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। मेरी मां चाहती थी कि मैं बड़ी अधिकारी बनूं। फिलहाल वे बीमार हैं और उन्हें खुश करने के लिए ही मैंने बोल दिया था कि मेरा चयन हो गया है और मैं आईपीएस बन गई हूं। इसके लिए इंदौर में वर्दी सिलवाई, बेल्ट-बूट लिया, यूट्यूब पर आईपीएस के वीडियो देख-देखकर एएसपी की रैंक और बैच आदि लगाये।

घरवालों से कहा, मीटिंग के लिए भोपाल जाना है

पुलिस के अनुसार 28 वर्षीय शिवानी चौहान इंदौर में एमआईजी थाना क्षेत्र के एमआर-9 में परिवार के साथ रहती है। युवती ने बताया कि उसके पिता देशराज सिंह चौहान नगर निगम की उद्यानिकी शाखा में हैं। वह पिछले करीब छह वर्षों से यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। उसने 2018 और 2019 में परीक्षा भी दी थी, लेकिन चयन नहीं हो सका था। शुक्रवार को मीटिंग के लिए कहकर भोपाल आई थी। उसका मौसेरा भाई भी उसके साथ था, इसलिए वह रौब दिखाना चाहती थी और इसी चक्कर में उसकी पोल खुल गई।

बेंगलुरु में दिल दहलाने वाली वारदात आई सामने दो बच्चों की गला दबाकर की गई हत्या, मां या पिता कौन है गुनहगार लगा रहे हैं एक दूसरे पर आरोप


बेंगलुरु:- कर्नाटक के सबसे विकसित शहर बेंगलुरु में को एक चौंका देने वाली घटना सामने आई। यहां दो बच्चों की उनके माता-पिता में से एक ने कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी। इसकी जानकारी पुलिस ने दी। पुलिस ने कहा कि एक बच्चा सात और दूसरा तीन साल का है। मामला सुब्रमण्यपुरा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में रिपोर्ट किया गया है।

दंपती मूलरूप से झारखंड के रहने वाले हैं। पुलिस झारखंड के रहने वाले पिता और मां की जांच कर रही है, दंपती बच्चों की हत्या के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। बच्चों की पहचान सात वर्षीय शुबम और तीन वर्षीय सिया के रूप में की गई। उनकी मां को गर्दन में चोट लगने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, पिता एक ऑटो चालक है जिसको पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

दंपती के बीच वैवाहिक विवाद चल रहा है

डीसीपी साउथ डिवीजन, लोकेश जगलासर ने कहा कि गुरुवार दो बच्चों की हत्या की सूचना मिली थी। प्रारंभिक चरण में अब तक की जांच से पता चला है कि बच्चों की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की गई है। अब, दोनों माता-पिता द्वारा विरोधाभासी दावे किए जा रहे हैं कि बच्चों की हत्या किसने की। 

हत्या का मामला दर्ज किया गया है और सभी कोणों से जांच की जा रही है। वर्तमान में, मां की गर्दन पर कटी चोट का इलाज चल रहा है। यह सत्यापित किया जाना है कि चोट स्वयं लगी है या किसी अन्य व्यक्ति लगाई है। जांच से पता चला है कि हत्या का तात्कालिक कारण यह है कि दंपती के बीच वैवाहिक विवाद थे।

घटना के समय सिर्फ पत्नी थी पति बाद में आया घर

डीसीपी के मुताबिक, गुरुवार शाम 7 बजे से साढ़े नौ बजे के बीच हुई इस घटना के बाद पिता ने मामले की शिकायत की थी, जो दोनों बच्चों और मां को अस्पताल ले गए थे। वे रात 10.30 बजे अस्पताल पहुंचे। अब तक उपलब्ध सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि व्यक्ति को घटना के बारे में घर पहुंचने के बाद पता चला, डीसीपी ने कहा, उन्होंने दावा किया कि वैवाहिक विवाद, हताशा और अवसाद था जिसके कारण यह घटना हुई और उसकी पत्नी ने अपराध किया।

दूसरी ओर, महिला का दावा है कि हत्याओं में उसकी कोई भूमिका नहीं है और उसने अपने पति पर हत्याएं करने का आरोप लगाया है। हालांकि, पुलिस ने अपराध स्थल से जो तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए हैं, उनके आधार पर यह सत्यापित करने की जरूरत है कि मौके पर कौन था।

दो महीने पहले ही झारखंड से बेंगलुरु आए थे दंपती

उन्होंने कहा कि अब तक उपलब्ध सबूतों के अनुसार, मां घटनास्थल पर थी और पिता बाद में आए थे। फिर भी, हमें इसे कुछ और कोणों से सत्यापित करने की जरूरत है। महिला एक गृहिणी है। हम माता-पिता दोनों से पूछताछ कर रहे हैं। हालांकि, महिला का अभी भी इलाज चल रहा है और जांच अभी तक आगे नहीं बढ़ पाई है। वह गंभीर नहीं है और डॉक्टरों ने कहा है कि जान को कोई खतरा नहीं है। पुलिस ने बताया कि दो महीने पहले ही झारखंड से बेंगलुरु आए हैं।

मणिपुर में जातीय हिंसा में 258 लोगों की मौत, केंद्र ने भेजे 10,000 जवान


मणिपुर में पिछले साल मई से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जारी जातीय हिंसा में अब तक 258 लोगों की जान गई है। मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। 

उन्होंने बताया कि केंद्र की ओर से राज्य में सीएपीएफ की करीब 90 कंपनियां (तकरीबन 10000 जवान) और भेजी जाएंगीं। राज्य में 198 कंपनियां पहले से मौजूद हैं।

कुलदीप सिंह ने इंफाल में सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, 'आतंकवादियों सहित कुल 258 लोगों की मौत हुई है। मंत्रियों और विधायकों की संपत्तियों में तोड़फोड़ और आगजनी के सिलसिले में 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि लूटे गए करीब 3,000 हथियार बरामद किए गए हैं।'

'प्रत्येक जिले में बनेगा नियंत्रण कक्ष'

उन्होंने कहा, 'हमें सीएपीएफ की लगभग 90 कंपनियां मिल रही हैं, जो राज्य में पहले भेजी गई 198 कंपनियों से अधिक हैं। उनमें से काफी संख्या में कंपनियां पहले ही इंफाल पहुंच चुकी हैं। हम नागरिकों और संवेदनशील स्थानों की जान-माल की सुरक्षा के लिए बलों का वितरण कर रहे हैं।' बैठक के बाद उन्होंने कहा कि अधिकारी प्रत्येक जिले में समन्वय प्रकोष्ठ और संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित करेंगे।

इस बैठक में सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, असम राइफल्स, एसएसबी, आईटीबीपी और मणिपुर पुलिस के प्रतिनिधि शामिल हुए। सिंह ने कहा, 'समन्वय, कामकाज, सीमांत क्षेत्र की सुरक्षा, राष्ट्रीय राजमार्गों की सुरक्षा और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं के लिए बलों की तैनाती के लिए कई एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार की गई हैं।'

कड़ी सुरक्षा के बीच दफनाया गया पीड़ितों का शव

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को बैठक के परिणाम के बारे में जानकारी दी जाएगी, जैसा कि सभी समान मामलों में किया जाता है। उन्होंने कहा कि जिरीबाम में अपहृत और मारे गए छह लोगों सहित पीड़ितों सहित नौ शवों को कड़ी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्वक दफनाया गया। शवों में तीन महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं, जिन्हें कथित तौर पर 11 नवंबर को कुकी-जो उग्रवादियों ने जिरीबाम के बोरोबेकरा इलाके से एक राहत शिविर से अगवा कर लिया था, जब कुकी युवकों का एक समूह सीआरपीएफ के साथ मुठभेड़ में शामिल था, जिसमें उनमें से 10 मारे गए थे।

सिंह ने कहा, 'सीआरपीएफ चौकी पर हमला किया गया, जिसके दौरान 10 उग्रवादियों को मार गिराया गया। इसके तुरंत बाद, यह पता चला कि तीन महिलाओं और तीन बच्चों का अपहरण कर लिया गया था।' उन्होंने कहा कि यह पता लगाया जाएगा कि अपहरण सुरक्षा बलों की मौजूदगी में हुआ था या नहीं। सिंह ने कहा कि अपहरण में शामिल उग्रवादियों के सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन (एसओओ) समूहों से संबंधित होने की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसकी जांच की जाएगी।

एनआईए कर रही है जांच

उन्होंने कहा कि एनआईए मामले की जांच कर रही है। एसओओ समझौते पर केंद्र, मणिपुर सरकार और कुकी उग्रवादी संगठनों के दो समूहों - कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (केएनओ) और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) ने हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते पर 2008 में हस्ताक्षर किए गए थे और उसके बाद समय-समय पर इसे बढ़ाया जाता रहा। पिछले साल मई से इंफाल घाटी में रहने वाले मैतेई और आसपास के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी-जो समूहों के बीच हिंसा ने भारी नुकसान पहुंचाया है और हजारों लोगों को बेघर कर दिया है।

गर्लफ्रेंड के लिए जमीन बेचने को लेकर मर्डर, दो बेटों ने पिता को मार डाला

वाराणसी : जिले के राजा तालाब थाना क्षेत्र में सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है गुरुवार की शाम प्राॅपर्टी बेचने को लेकर दो बेटों ने पिता पर बैट से ताबड़तोड़ वार कर दिए. 

इसके बाद बुरी तरह घायल अवस्था में अधेड़ को बीएचयू ट्राॅमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है।

इस संबंध में डीसीपी गोमती जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि थाना राजा तालाब थाना क्षेत्र में गुरुवार को श्यामलाल यादव नाम के व्यक्ति की हत्या की सूचना मिली थी।

उन्होंने बताया कि मृतक श्यामलाल यादव के दो बेटे हैं. एक पहली पत्नी से और दूसरा दूसरी पत्नी से. इन दोनों की ही घटना में संलिप्तता जाहिर हुई है. इस संबंध में सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।

उन्होंने बताया कि जब इन दोनों से पूछताछ की गई तो पता चला कि इनके पिता का किसी अन्य महिला के साथ संबंध था.

ये अपनी कोई प्रॉपर्टी बेचने वाले थे, जिससे इनके घर मे लगातार लड़ाई-झगड़ा होता था. 

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों कल अपने पिता को समझा रहे थे. इसी बीच पिता से गाली गलौज होने लगी और आपस में बहस हुई. इस बीच पहली पत्नी के बेटे राजन यादव ने पिता पर बेसबॉल बैट से ताबड़तोड़ वार कर दिए. 

इस दौरान दूसरी पत्नी का बेटा दीनानाथ भी वहां मौजूद था. दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया है.डीसीपी गोमती जोन प्रमोद कुमार के मुताबिक, आरोपी दीनानाथ ने पूछताछ में बताया कि पिता श्यामलाल यादव का राजन यादव बड़ा बेटा है. बाद में पिता ने मेरी मां से दूसरी शादी की. उसने बताया कि मां की मृत्यु के बाद सौतेले पिता श्यामलाल ने सारी संपत्ति अपने नाम कर ली और कुछ संपत्ति बेच दी. इसी बीच श्यामलाल का संपर्क एक तीसरी महिला से हो गया. पिता और बची हुई जमीन बेचने की तैयारी में थे.

जब यह जानकारी हम दोनों भाइयों को मिली तो 21 नवम्बर को योजना बनाकर बेसबॉल बैट से पिता पर हमला किया और वहां से भाग गए. इस दौरान श्यामलाल यादव को गंभीर हालत में बीएचयू ट्राॅमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, वहीं पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले दोनों बेटों राजन यादव और दीनानाथ यादव को गिरफ्तार कर लिया है।

महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक कदम: पीएम आवास योजना में घरों की रजिस्ट्री महिलाओं के नाम पर

नई दिल्ली:- महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के दूसरे चरण में महिलाओं को ही घर के स्वामित्व का अधिकार देने का फैसला किया है।

योजना के इस प्रावधान का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा

ग्रामीण विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आवास योजना के इस प्रावधान का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा कि घरों का पंजीकरण लाभार्थी परिवार की महिला सदस्य के नाम पर ही हो।

योजना में घरों के पंजीकरण के लिए दो विकल्प होंगे-संयुक्त या फिर केवल घर की महिला के नाम पर। केवल पुरुषों के नाम अब पंजीकरण न करने का फैसला किया गया है।

पीएम आवास योजना को लेकर सरकार का बड़ा कदम

अधिकारी के अनुसार यह महिलाओं पर सबसे अधिक ध्यान देने का ही नतीजा है कि पीएम आवास योजना (ग्रामीण) में लगभग 75 प्रतिशत घरों का स्वामित्व या तो अकेले महिलाओं के नाम पर है या फिर उन्हें शामिल करते हुए संयुक्त रूप से। यह बड़ी उपलब्धि है। दूसरे चरण में यह आंकड़ा सौ प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य है।

पीएम आवास योजना (ग्रामीण) ने बुधवार को आठ वर्ष पूरे कर लिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत 2016 में आगरा में की थी। दूसरे चरण के क्रियान्वयन के लिए ग्रामीण मंत्रालय ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत आवास प्लस-2024 सर्वे लांच किया गया है ताकि लाभार्थियों की पहचान की जा सके।

मंत्रालय उन शिकायतों को दूर करने की कोशिश में जुट गया है, जिनमें यह आरोप लगाया जाता है कि सर्वे के दौरान किसी को जानबूझकर लाभार्थियों की सूची में शामिल नहीं किया गया। इसे रोकने के लिए अब ग्रामीण घरों को सेल्फ सर्वे की सुविधा दी गई है। इसके तहत योजना का लाभ लेने का इच्छुक व्यक्ति अपनी फोटो के साथ एप पर खुद ही आवेदन कर सकेगा।

दूसरे चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में दो करोड़ पीएम आवास बनाए जाने हैं

सर्वे में दस बिंदु होंगे जिनके आधार पर पात्र लाभार्थियों का चयन होगा। दूसरे चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में दो करोड़ पीएम आवास बनाए जाने हैं। सरकार के पास 1.20 करोड़ लाभार्थियों की सूची है। 

सर्वे के आधार पर 80 लाख और लाभार्थियों का चयन किया जाएगा। मूल सूची 2011 की सामाजिक-आर्थिक गणना के आधार पर बनाई गई है। इसके बाद इसे आवास प्लस सर्वे 2018 से अपडेट किया गया है।

आस्ट्रेलियाई नाबालिग को दुष्कर्म की धमकी देने वाले मध्य प्रदेश के युवक के खिलाफ सीबीआई करेगी जांच


भोपाल:- आस्ट्रेलिया में रहने वाली नाबालिग युवती को दुष्कर्म की धमकी देने वाले रीवा के अंकुश शुक्ला के खिलाफ मध्य प्रदेश सरकार ने कार्रवाई करने के लिए सीबीआइ को अनुमति दी है। आरोपी ने पीड़िता से इंस्टाग्राम के जरिए दोस्ती की थी। उसके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो मिलने के बाद आरोपी उसको लगातार धमका रहा था।

दरअसल, रीवा निवासी अंकुर शुक्ला ने आस्ट्रेलिया में रहने वाली नाबालिग युवती को साल 2021 में इंस्टाग्राम पर अश्लील फोटो, वीडियो भेजकर दुष्कर्म करने की धमकी दी थी। अंकुर शुक्ला के खिलाफ उस लड़की ने एफआइआर दर्ज करवाई थी।

इंटरपोल के दखल के बाद मामले में अंकुश के खिलाफ 17 मई 2024 को सीबीआइ की इंटरनेशनल ऑपरेशन डिविजन दिल्ली ने एफआइआर दर्ज की थी। कोर्ट में आरोपी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई में दिक्कत न आए, इसलिए अब मध्य प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने भी अधिसूचना जारी कर सीबीआइ को मामले में कार्रवाई में सहमति दी है।

इंस्टाग्राम पर की दोस्ती फिर करने लगा ब्लैकमेल

अंकुर शुक्ला ने आस्ट्रेलिया की एक नाबालिग लड़की से इंस्टाग्राम पर दोस्ती की थी। उसके बाद युवक ने नाबालिग युवती से ऑनलाइन चैटिंग के दौरान कथित तौर पर आपत्तिजनक तस्वीरें और वीडियो प्राप्त कर लिए थे। इसी के आधार पर युवक बाद में उसे ब्लैकमेल कर जान से मारने की धमकी दे रहा था।

धमकी से तंग आकर कर दिया ब्लॉक

आरोपी की धमकी से परेशान होकर युवती ने युवक को इंस्टाग्राम पर ब्लॉक कर दिया था। उसके बाद भी युवक नहीं माना और वाट्सएप पर लड़की को धमकाने लगा। इंटरपोल के दखल के बाद मामले में सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

शादी के 4 साल बाद पत्नी को पति की सच्चाई का पता चला महिला के वेश में घर-घर मांगता है पैसे,किन्नर समुदाय से जुड़ा है पति

ग्वालियर:- ग्वालियर के महिला थाने में एक युवती अपने पति के बारे में अजीब शिकायत लेकर पहुंची. युवती का का कहना है कि " मेरा पति किन्नर है. इसके साथ ही उसका पति महिला की वेशभूषा में किन्नरों की टोली में शामिल होकर घर-घर पैसे मांगने जाता है. ऐसा करते उसने जब देखा तो वह अवाक रह गई." महिला अब अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती. पुलिस ने महिला की शिकायत पर युवक के ससुराल वालों के खिलाफ प्रताड़ना का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

पत्नी ने पति को किन्नर के रूप में बाजार में पकड़ा

महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया "एक दिन वह बाजार गई तो उसने अपने पति को किन्नरों के साथ बाजार में पकड़ा. उसने देखा कि उसका पति महिला की वेशभूषा में दूसरे किन्नरों के साथ घरों और दुकानों में पैसे मांग रहा है. पूछने पर वह बात को टाल गया और इसे इवेंट का पार्ट बताकर उसने बरगलाना चाहा." महिला ने जब घर आकर सास और अन्य लोगों से चर्चा की तो उनका व्यवहार भी गलत लगा. महिला ने अपने पति से जब इस काम को छोड़ने की बात कही तो उसके साथ मारपीट की गई.

युवती की 4 साल पहले हुई थी शादी

शिकायत में महिला ने बताया कि उसकी शादी साल 2020 में हुई थी. शादी बड़ी ही धूमधाम से हुई थी. जब वह अपने ससुराल पहुंची तो पति ने कहा कि अभी वह फिजिकल रिलेशन के लिए तैयार नहीं है. उसका इलाज चल रहा है. 

नवविवाहिता ने भी पति की बात मान ली. महिला ने बताया कि शादी के कुछ दिन बाद से ही ससुराल वालों का व्यवहार पूरी तरह बदल गया और छोटी-छोटी बातों पर विवाद करने लगे. कभी-कभी तो उसे खाना भी नहीं देते थे.

ससुराल के लोग दहेज के लिए करने लगे प्रताड़ित

महिला के साथ मारपीट भी की जाने लगी. जब वह बीमार हो गई तो उसे उसके मायके छोड़ दिया जाता था. इसके बाद ससुराल वालों ने उससे 2 लाख रुपए ओर स्कूटर की मांग की. इस मामले में महिला थाना प्रभारी दीप्ति तोमर ने बताया "महिला ने शिकायत में अपने पति को किन्नर बताया है. मामले की जांच की जा रही है।

झारखंड में मतदान हुआ खत्म, 67.59% वोटिंग रहा, छिटपुट घटना को छोड़ वोटिंग के दौरान 5 पर आचार संहिता उल्लंघन का एफआईआर दर्ज


 

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण के चुनाव में 38 विधानसभा सीट पर चुनाव हुआ संपन्न। मतदाताओं ने अपने मताधिकार का किया प्रयोग जहां 67.59% मतदान हुआ। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि राज्य में शांति पूर्ण तरीके से मतदान सम्पन्न हुआ है। सभी जगह मतदाताओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया है। उन्होंने बताया कि 14219 बूथों पर हुए मतदान केंद्र से मतदान के बाद मतदाता कर्मी स्ट्रांग रूम में वापस लौट रहे हैं।

पुलिस नोडल पदाधिकारी ए. वी. होमकर ने कहा कि 12 जिलों में 38 विधानसभा सीट पर शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। पोलिंग पार्टियों की लौटने की प्रक्रिया चल रही है। नक्सल इलाको को देखते हुए केंद्रीय अर्ध्य सैनिक बल की सुरक्षा में कर्मी मुस्तैद थे।

114 स्थानों पर दूसरे राज्य से लगने वाले सिमा पर चेक पोस्ट लगाए गए थे। इस दौरान मतदान को शांतिपूर्ण समपन्न कराने में सभी की भूमिका अहम् रही।वही अब तक चुनाव में 200 करोड़ से अधिक नगद जब्त किया गया था।

चुनाव के दौरान 115 अवैध आग्येनास्त्र और 1800 कारतूस जब्त किये गये हैं। उसके साथ 34 हजार लोगों पर वैधानिक कार्रवाई की गयी है। वही अब तक 5 पर आचार संहिता उल्लंघन का एफआईआर दर्ज किया गया है। गिरिडीह में एक केस पीठासीन पदाधिकारी, धनबाद के बाघमारा में केस दर्ज किया गया है। एक मधुपुर विधानसभा क्षेत्र में मामला दर्ज किया गया है।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त माधवी मिश्रा तथा वरीय पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन ने वोटर को किया हौसला अफजाई

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त माधवी मिश्रा तथा वरीय पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन ने झरिया विधानसभा अंतर्गत स्टेशन रोड स्थित डीएवी उच्च विद्यालय के मतदान केन्द्र संख्या 52, 53, 54, 55 तथा 222 का निरीक्षण किया।

इस दौरान मतदान केंद्रों के 100 मीटर की परिधि से लोगों को दूर रखने तथा शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न कराने के निर्देश दिए। 

पदाधिकारियों ने फर्स्ट टाइम वोटर सपना कुमारी, कृतिका कुमारी, पल्लवी कुमारी, मौसमी कुमारी व ज्योती कुमारी की हौंसला अफजाई करते हुए उनके साथ तस्वीर भी ली।

चुनावी कुरुक्षेत्र : कोयलांचल में मारपीट के वायरल वीडियो पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू!


धनबाद : कोयलांचल में मारपीट के एक वीडियो वायरल को लेकर सियासी गलियारों में हलचल मच गयी है.

मारपीट के इस वीडियो को लेकर इलाके की सियासी हवा गर्म हो गयी है. क्योंकि निर्दलीय प्रत्याशी के द्वारा एक पार्टी के ऊपर इस मारपीट का आरोप लगाया है. वहीं इस वीडियो को लेकर पुलिस ने कहा है कि ये वीडियो मंगलवार की है, जिसपर फिलहाल कोई शिकायत नहीं आई है. अगर शिकायत आती है तो मामले में कार्रवाई की जाएगी.

इस वायरल वीडियो को लेकर मीडियाकर्मियों ने भाजपा के साथ साथ अन्य दलों के प्रतिनिधियों के साथ भी बात की. इस पर भाजपा सांसद ढुल्लू महतो से भी पूछा गया. उन्होंने कहा कि कोई वीडियो नहीं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है. इतना कहकर ढुल्लू महतो वहां से निकल गए.

वहीं बाघमारा से भाजपा प्रत्याशी शत्रुघ्न महतो से भी वायरल वीडियो को लेकर बातचीत की गई. उन्होंने कहा कि इस वीडियो की जानकारी मुझे नहीं है. वहीं निर्दलीय प्रत्याशी रोहित यादव ने कहा कि चुनाव हारने को लेकर धनबाद सांसद ढुल्लू महतो और उनके बड़े भाई भाजपा प्रत्याशी शत्रुघ्न महतो घबरा गए हैं. इसलिए लोगों के साथ मारपीट कर रहे हैं.

वहीं इसको लेकर एसएसपी एचपी जनार्दन ने कहा कि यह वीडियो मिली कल थी. अगर वीडियो से संबंधित कोई भी शिकायत थाना में करते हैं तो जांच पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं कांग्रेस से बाघमारा प्रत्याशी जलेश्वर महतो ने फोन पर हुई बातचीत में वायरल वीडियो को लेकर कहा कि खिसियानी बिल्ली खंबा नोंचे वाली कहावत चरितार्थ होती है. बहरहाल इस वायरल वीडियो की न्यूज़ फास्ट कहीं से भी पुष्टि नहीं करता है‌।