रुदौली में श्री मद भागवत कथा का श्रवण कर श्रोता हो रहे भाव विभोर
रुदौली अयोध्या । शामीक ऋषि के पुत्र श्रृंगी ऋषि के श्राप वश राजा परीक्षित ने अपने प्राणों की रक्षा के लिए अनेकों उपाय किए लेकिन बच नहीं पाए अंततः सुखदेव जी महाराज ने उनको श्री मद भागवत कथा का श्रवण कराकर मुक्ति प्रदान कराई । नगर के मोहल्ला काजी पूरा स्टेशन मार्ग पर आयोजित श्री मद भागवत कथा के तीसरे दिवस कथा व्यास रोहित मिश्र जी महाराज ने पंडाल में उपस्थित श्रोताओं को श्री मद भागवत का र सा स्वादन करते हुए विस्तार पूर्वक भगवान के वाराह अवतार एवम महाराज भृगु एवं 49 मरूत के बारे में बताते हुए कहा कि लोग थोड़े से विवाद की स्थिति में महाभारत होने की बात करते है जबकि महाभारत का तात्पर्य नही समझते है जिस दिन लोग महाभारत का मर्म समझ लेंगे जीवन जीने में कोई परेशानी नहीं होगी ।
अमानीगंज मार्ग पर हो रहे श्री मद भागवत कथा में कथा व्यास महंत भास्कर दास ने जरासंध बध की कथा सुनाते हुए कहा की वह बहुत बलवान था श्री कृष्ण जी महाराज ने जरासंध एवं शिशुपाल बध की कथा का रोचक वर्णन किया । कथा का आयोजन श्री मति कांति देवी एवं संतोष कुमार कसौधन द्वारा किया गया ।
नगर के मां देवकाली वार्ड स्थित डाक बंगले रुदौली में घनश्याम यादव एवं राजकुमारी यादव राजेश यादव द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत पुराण कथा में युवा कथा ब्यास सनातन संवाहक आलोकानन्द महाराज ने बहुत्व ही रोचक एवं संगीतमय रूप में कथा कहते हुए कहा कि अहंकारी व्यक्ति को भगवान कभी स्वीकार नही करते अहंकारी व अभिमानी व्यक्ति को भगवान कभी भी स्वीकार नहीं करते हैं चाहे वह भगवान का परम भक्त ही क्यों ना हो कथा के पंचम दिवस में कथा व्यास जी ने भगवान श्री कृष्ण की सुंदर बाल लीलाओं की कथा सुनाई पूतना वध, सकटासुर,अघासुर,वकासुर,तथा अन्य दैत्यों का वध तथा माखन चोरी की लीला ऊखल बंधन की लीला कालिया नाग मान मर्दन की लीला तथा पंचम दिवस में भगवान श्री कृष्ण ने देवराज इंद्र के अभिमान को नष्ट करने के लिए देवराज इंद्र की पूजा का विरोध करके भगवान गोविंद ने गिरिराज भगवान का पूजन करवाया सभी भक्तों ने बड़े ही भाव के साथ में भगवान गिरिराज का पूजन किया यजमान जी के द्वारा छप्पन प्रकार के व्यंजन की व्यवस्था भगवान गिरीराज के लिए की गई समस्त भक्तों ,श्रोताओं ने कथा श्रवण करके अपने मानव जीवन को कृतार्थ किया।
इस अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा के मुख्य आयोजक श्री घनश्याम यादव जी,श्री राजेश यादव जी श्रीमती राजकुमारी यादव, श्रीमती जायत्री यादव, श्रीमती रायत्री यादव व समस्त यादव परिवार सहित विंध्यवासिनी प्रसाद मिश्रा नीरज मिश्रा श्री अभय मिश्रा राजकिशोर मिथुन कसौधन लालचंद राकेश जयसवाल वेद गुप्ता अवधेश विश्वकर्मा मनोज मिश्रा संतोष यादव पारितोष मिश्रा जी व सैकड़ों की संख्या में भक्तजनों की उपस्थिति रही।
Nov 19 2024, 19:07