श्री कृष्ण और सुदामा के मित्रता का वर्णन करते हुए कहा कि श्री कृष्ण ने मित्रता की जो मिसाल कायम की
मनकापुर (गोंडा) मनकापुर नगर में श्रीमद् भागवत कथा के सातवें विश्राम दिवस पर प्रख्यात कथावाचक पंडित हरिलाल शास्त्री ने भगवान श्री कृष्ण और सुदामा के मित्रता का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने मित्रता की जो मिसाल कायम की है, वैसा उदाहरण दूसरा कोई नहीं मिलता है। सुदामा के प्रेम में भगवान ने जितना अश्रु बहाया उतना किसी युग में नहीं बहाया। शास्त्रों में भगवान के भक्त तो कई हैं, किंतु मित्र अकेला सुदामा है।
जिनका दो मुट्ठा तंदुल खाकर दो लोकों का स्वामी उनको बना दिया, सुदामा की मित्रता में भगवान इतने भाव विभोर हुए कि तीसरी बार जब भगवान तंदुल खाने चले तो रुक्मणी ने भगवान का हाथ पकड़ कर कहा स्वामी एक लोक तो अपने पास रख लीजिए हम लोग कहां जाएंगे, पंडित जी ने कहा हमारा सनातन हमारी माता बहनों के पुण्य प्रताप से प्रकाशित है, पुरुषों को भी महिलाओं की तरह भगवान का अनुसरण करना चाहिए, उन्होंने कहा छोटे बच्चे और छोटा वृक्ष हमेशा नजर के सामने रखना चाहिए अगर हम बच्चों को खुला छूट दे देंगे वही बच्चे समाज में बुराइयां पैदा करते हैं, बच्चों से प्रेम करना चाहिए किंतु उनके प्रेम में अंधा नहीं होना चाहिए, दिशा हीन बच्चे परिवार को खलते हैं, मां-बाप को खलते हैं और समाज को खलते हैं, जो बच्चे माता-पिता की आज्ञा का पालन करते हैं वही बच्चे समाज, घर और मां-बाप सबका नाम रोशन करते हैं।
कथा में नगर पंचायत अध्यक्ष दुर्गेश सोनी, सभासद वैभव सिंह, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार गुप्ता, रमेश चौधरी, दीनानाथ गुप्ता, रमाशंकर गुप्ता, दुर्गेश कसौधन, अभिषेक कसौधन, डॉ सी एस श्रीवास्तव, सुनील गुप्ता, सुनील जायसवाल, अमर चंद गुप्ता, मुकेश चौबे, प्रदीप जायसवाल, अमरदीप, राजदीप, रामचंद्र जायसवाल, कामता मिश्रा, सुरारी लाल, पंडित राम हौसिला शर्मा सहित काफी संख्या में महिलाएं व बच्चे भी उपस्थित रहे।
Nov 14 2024, 17:24