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उत्तर प्रदेश में रेशम उत्पादन विकास के पथ पर अग्रसर
लखनऊ/हरदोई। उत्तर प्रदेश सरकार कृषि के विकास तथा किसानों की समृद्धि के लिए कृतसंकल्पित है। इस उद्देश्य से प्रदेश में किसानों के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। प्रदेश के किसानों की आय में वृद्धि के लिए कृषि का विविधीकरण आवश्यक है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के कृषि उत्पादन में बढ़ोत्तरी और कृषकों को विविध फसलों की बुआई कर अतिरिक्त आय प्राप्त करने के लिए बीज, खाद, सिचाई आदि संसाधनों की पूरी सहायता दे रहे है। सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश फसलोत्पादन, तिलहन, दलहन आदि में अग्रणी है।

कृषि विविधीकरण परियोजनाओं में रेशम कीट पालन किसानों के अतिरिक्त आय का प्रमुख स्रोत है। प्रदेश में रेशम उत्पादन को दी जा रही सहायता/सुविधा का ही परिणाम है कि गत 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश से रेशम के निर्यात में 28 गुना की वृद्धि हुई है, जो कृषि व अन्य उत्पादों के मुकाबले सर्वाधिक है। उत्तर प्रदेश में पिछले 9 वर्षों में रेशम का निर्यात रू0 9.11 करोड़ से बढ़कर रू0 251.65 करोड़ हो गया है। रेशम एक जैविक एवं प्राकृतिक कृषि आधारित उत्पाद है। प्रदेश में रेशम उत्पादन की अपार संभावनाये है। रेशम उत्पादन की वृद्धि के लिए किसानों को जागरूक कर रेशम कृषि से जोड़ा जा रहा है। परम्परागत फसलो के साथ-साथ रेशम कीट-पालन के लिए कृषको को शहतूत के पौधें, मेड़ों व खाली भूमि पर लगाते हुए कीट पालन करने के लिए विशेष जागरूकता लाई जा रही है।

भारत सरकार के सेन्ट्रल सिल्क बोर्ड द्वारा सिल्क उत्पादन के लिए काफी सुविधायें दी जा रही है। वर्तमान में भारत अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व में दूसरा सबसे बड़ा रेशम उत्पादक देश है। विश्व रेशम उत्पादन का 42 प्रतिशत रेशम भारत वर्ष में उत्पादित होता है। विश्व में कुल 93,986 मीट्रिकटन उत्पादित रेशम में 38,913 मी०टन रेशम भारत में उत्पादित होता है। प्रदेश को रेशम उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए नवाचारों, नवीनतम तकनीको एवं अनुसंधानो पर बल देते हुए रेशम उत्पादन बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम संचालित किये जा रहे है। प्रदेश में नई परिभाषा एवं उत्साह के साथ रेशम उद्योग विकास के पथ पर अग्रसर है। कृषकों को रेशम कीटपालन एवं कोया उत्पादन अथवा धागा उत्पादन कार्य प्रारम्भ करने के लिये केन्द्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से संचालित योजनाओं के अन्तर्गत अनुदान सहायता दिये जाने हेतु पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के उद्देश्य से रेशम मित्र पोर्टल पर वर्ष 2023-24 से ऑनलाइन आवेदन प्राप्त करने तथा पंजीकरण एवं मॉनीटरिंग व्यवस्था प्रारम्भ कर दी गयी है।

कृषकों को मोबाइल के माध्यम से योजनाओं की आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने तथा शिकायते एवं सुझाव प्राप्त कर निस्तारण हेतु शिकायत प्रकोष्ठ के अन्तर्गत रेशम विभाग द्वारा मो० नं0 7388305554 जारी किया गया है जो रेशम मित्र पोर्टल पर उपलब्ध है। प्रदेश में प्रथम बार एफ०पी०ओ० को रेशम उत्पादन कार्यक्रमों से जोड़ कर परियोजनायें संचालित की जायेंगी जिसके लिये प्रथम चरण में कुल 03 एफ०पी०ओ० जिनमें (2) शहतूती रेशम उत्पादन एवं 01 एरी रेशम उत्पादन) के प्रस्तावों का अनुमोदन भारत सरकार के केन्द्रीय रेशम बोर्ड से प्राप्त किया गया है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सहायता समूहों के लगभग 1050 महिला सदस्यों को रेशम उत्पादन के कार्यक्रमों से जोड़ा जा रहा है जिसके लिये राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एवं रेशम निदेशालय, उ०प्र० के मध्य एम०ओ०यू० गठित किया गया है। इसके अतिरिक्त कृषि आजीविका सखियों का उपयोग रेशम उद्योग के प्रचार प्रसार हेतु किया जा रहा है।

कच्चे रेशम उत्पादन में प्रदेश को आत्म निर्भर बनाने एवं प्रदेश में उत्पादित रेशम कोये की खपत प्रदेश में ही किये जाने की नीति तैयार कर रेशम धागाकरण इकाईयों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पूर्व में संचालित 2 मल्टीइण्ड रीलिंग इकाई के अतिरिक्त रा० कृ०वि०यो० से 06 नई धागाकरण इकाईयों का विभिन्न जनपदों में स्थापित कर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। वर्ष 2024-25 में 4 नई मल्टीइण्ड रीलिंग इकाईयों की स्थापना का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त टसर क्षेत्र में टसर धागा उत्पादन कार्य हेतु 30 महिलाओं का ग्रुप बनाकर प्रत्येक सदस्य का एक-एक बुनियादी टसर रीलिंग चरखों की स्थापना की गयी है। प्रदेश में रेशम उत्पादन के लिए किसानों को कोया उत्पादन के लिए प्रदेश सरकार प्रशिक्षण एवं अनुदान भी दे रही है।
शॉर्ट सर्किट से घर में लगी आग, दो मासूमों की जिंदा जलकर हुई मौत

लखनऊ/जालौन। जालौन में गुरुवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ और यहां पर शॉर्ट सर्किट के चलते झोपड़पट्टी में आग लग गई। इस दौरान घर में मौजूद दो मासूम इस आग की चपेट में आ गए और जिंदा जलकर उनकी मौत हो गई। इस घटना के दौरान घर पर कोई भी परिजन मौजूद नहीं थे। घटना की सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया। वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मासूमों के शवों को कब्जे में लेकर पाेस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बता दें कि, पूरा मामला रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम बहराइ का है। यहां के निवासी दयाशंकर अपनी पत्नी के साथ खेत पर बाजरा काटने के लिए गए हुए थे। गुरुवार की सुबह घर में सूरज 1 वर्ष व कन्हैया 4 वर्षीय मासूम घर में खेल रहे थे। इस दौरान घर में शॉर्ट सर्किट से चिंगारी उठी और घर के छप्पर में आग लग गई। मासूम कुछ समझ पाते जब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इस आग की चपेट में आने से दोनों मासूमों की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। फायर ब्रिगेड की टीम ने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।वहीं इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए रामपुरा सीओ राम सिंह ने बताया कि घर के छप्पर में आग लग गई थी। जिसमें दो मासूमों की जलकर मौत हो गई। बच्चों के माता पिता खेत पर काम के लिए गए हुए थे।

उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में बनेंगे नए बाल संरक्षण गृह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिला कल्याण विभाग ने बच्चों के सर्वांगीण विकास और सुरक्षा के लिए एक नई और महत्वपूर्ण पहल की है। इस पहल के तहत राज्य के विभिन्न जनपदों में 10 नए बाल संरक्षण गृहों का निर्माण और संचालन किया जाएगा। इन संरक्षण गृहों का उद्देश्य बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है, जहाँ वे अच्छे नागरिक के रूप में विकसित हो सकें।

वाराणसी, गोरखपुर,अयोध्या समेत 10 जिलों में बनेंगे नए बाल संरक्षण गृह

महिला कल्याण विभाग द्वारा प्रस्तावित इस योजना के अनुसार, प्रदेश के मथुरा, प्रयागराज, कानपुर नगर, आजमगढ़, झांसी, अमेठी, फिजाबाद, देवरिया, सुल्तानपुर, तथा ललितपुर में इन संरक्षण गृहों की स्थापना की जाएगी। हर संरक्षण गृह में 100-100 बच्चों को रखने की क्षमता होगी, जिससे अधिक से अधिक बच्चों को लाभान्वित किया जा सके। इनमें 1 राजकीय बाल गृह(बालिका) 1 राजकीय बाल गृह (बालक), 7 राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर), किशोर न्याय बोर्ड सहित 1 प्लेस ऑफ सेफ्टी गृह शामिल है। इन संरक्षण गृहों में बच्चों को न केवल रहने की सुविधाएं दी जाएंगी, बल्कि उनके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास का भी ध्यान रखा जाएगा।

समाज में बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम

इस योजना के तहत राज्य सरकार ने बाल संरक्षण गृहों के निर्माण के लिए आवश्यक फंड भी निर्धारित किए हैं। इन गृहों के संचालन में केंद्र सरकार द्वारा मिशन वात्सल्य योजना के प्राविधानों के केंद्रांश-60 प्रतिशत और राज्यांश-40 प्रतिशत के अनुसार राज्य सरकार पर 7.96 करोड़ रुपये का व्ययभार आएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री बाल आश्रय योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में 100 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है।

बाल अधिकारों की रक्षा में सीएम योगी का सशक्त प्रयास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य है कि राज्य का कोई भी बच्चा असुरक्षित या उपेक्षित महसूस न करे। सीएम योगी ने कहा कि बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, क्योंकि वे समाज के भविष्य हैं। इस योजना के तहत बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षित कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी, जो उनकी सुरक्षा और कल्याण के प्रति संजीदा होंगे। इन बाल संरक्षण गृहों में बच्चों को उनकी उम्र और जरूरतों के हिसाब से सेवाएं दी जाएंगी, ताकि वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रह सकें।

सांसद संजय सिंह ने संगठन का किया विस्तार, विनय पटेल बने आम आदमी पार्टी अयोध्या प्रांत के अध्यक्ष

लखनऊ। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने संगठन विस्तार के क्रम में गुरुवार को विनय पटेल को पार्टी के अयोध्या प्रांत का अध्यक्ष नियुक्त किया है। इस नियुक्ति के बाद विनय पटेल पार्टी की नीतियों और उद्देश्यों को लेकर अयोध्या प्रांत में आम आदमी पार्टी को मजबूती देने के लिए कार्य करेंगे।

संजय सिंह ने इस अवसर पर कहा कि विनय पटेल एक निष्ठावान और मेहनती कार्यकर्ता हैं। उनकी पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता और क्षेत्रीय मुद्दों की समझ उन्हें अयोध्या प्रांत के अध्यक्ष के रूप में एक बेहतरीन नेतृत्व प्रदान करेगी। हमें विश्वास है कि वह पार्टी को इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में और अधिक मजबूत करेंगे।

विनय पटेल की नियुक्ति के बाद, आम आदमी पार्टी का यह उद्देश्य है कि उत्तर प्रदेश में आम जन के हित में काम किया जाए और प्रदेश के विकास की दिशा में एक नया दृष्टिकोण अपनाया जाए। पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए भी वे अपने नेतृत्व का प्रयोग करेंगे।विनय पटेल इससे पूर्व पार्टी में प्रदेश सचिव और पंचायत प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहकर पार्टी को उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।

विनय पटेल ने इस अवसर पर कहा कि आम आदमी पार्टी की नीतियां और उनके द्वारा किये गए कार्य जनता तक पहुंचाने के लिए मैं पूरी तरह से समर्पित हूं। मुझे उम्मीद है कि हम सभी के सहयोग से अयोध्या प्रांत में पार्टी को और मजबूती प्रदान करेंगे।आम आदमी पार्टी के इस कदम से उत्तर प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद है।

टॉवर पर चढ़ा रोडवेज बस का संविदा चालक, मचा हड़कंप

 लखनऊ । राजधानी के गौतमपल्ली में गुरुवार दोपहर सपा कार्यालय के पास एक टावर पर अलीगढ़ निवासी रोडवेज संविदा चालक राजू सैनी चढ़ गया। इससे वहां हड़कंप मच गया। लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस और दमकल को दी।

पुलिसकर्मी राजू को समझा बुझा कर नीचे उतराने की प्रयास करने लगे। मगर वह नहीं माने। उनकी पत्नी भावना ने अधिकारियों पर पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।उनका आरोप है कि नौकरी को लेकर पति की कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है इसलिए वह टावर पर चढ़े हैं। वहीं, दमकलकर्मी ने थोड़ी देर में राजू को सकुशल नीचे उतार लिया।

सपा मुख्यालय के बाहर कांग्रेस नेता ने लगवाई नये नारे की होर्डिंग, 'एक हैं और एक रहेंगे'
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 20 नवम्बर को होने वाले विधानसभा की नौ सीटों पर उपचुनाव में जीत के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) का होर्डिंग-पोस्टर वॉर थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर गुरूवार को सपा मुख्यालय के बाहर नये नारे के साथ लगाया गया है। इस बार कांग्रेस नेता की ओर से लगाई होर्डिंग में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर लगी है। इसमें एक रहने के साथ ही सिलेंडर कम दाम पर मिलने की बात लिखी गई है।

कांग्रेस के फैजुल्लाहगंज तृतीय उत्तरीय विधानसभा के पूर्व वार्ड अध्यक्ष अजीत कुमार मौर्या ने लगवाई होर्डिंग में लिखा है कि 'ना बटेंगे न कटेंगे, एक हैं और एक रहेंगे। बटेंगे तो गैस सिलेंडर 1200 रुपये में मिलेगा, एक रहेंगे तो गैस सिलेंडर 400 रुपये में मिलेगा।'

उल्लेखनीय है कि भाजपा के नारे 'बंटोगे तो कटोगे' के नारे की चर्चा के बाद से सपा नेता लगातार कई बार अपने नारे बदलते हुए पार्टी मुख्यालय के बाहर कई होर्डिंग लगा चुका है। लेकिन उनका नारा भाजपा के नारे की तरह जनता के बीच चर्चा में नहीं आ पा रहा है। ऐसे में सपा नेता आए दिन नये-नये नारों के साथ होर्डिंग और पोस्टर लगा रहे हैं। इसी क्रम में सपा के समर्थन में विपक्षी गठबंधन दल कांग्रेस के नेता भी होर्डिंग-पोस्टर वॉर में कूद पड़े हैं।

छठी मैया की कृपा से हमरे प्रदेश में खुशहाली बनल रहे : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को भोजपुरी में बोलते हुए छठ महापर्व की प्रदेशवासियों को बधाई दी है।मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘लोक आस्था, प्रकृति प्रेम, पवित्रता आज सूर्य उपासना के महापर्व छठ पर्व पर भोजपुरी समाज के लोगों को मंगलकामना। छठी मैया की कृपा से हमरे प्रदेश में सबके जीवन में सुख खुशहाली बनल रहे यही प्रार्थना बा।’

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने सूर्यनारायण के आस्था के महापर्व "छठ पूजा" की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि छठी मैया सभी का जीवन सुख, शांति एवं समृद्धि से परिपूर्ण करें।

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक ने भी सूर्य की आराधाना वी उपासना एवं लोक आस्था के पावन पर्व छठ पूजा की हार्दिक बधाई दी है। केशव प्रसाद मौर्य ने एक्स पर लिखा कि छठी मैया आप सभी को स्वस्थ रखें, आरोग्यता प्रदान करें एवं सुख, समृद्धि, संपन्नता का आशीर्वाद दें।
वाराणसी हत्याकांड में आया नया मोड़, पांच की हत्या के बाद परिवार का बड़ा भतीजा लापता ,फोन बंद होने से पुलिस का शक गहराया

लखनऊ/वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी के भदैनी में हुई पांच लोगों की हत्या के बाद हर दिन कोई न कोई नई बात सामने निकल का आ जा रही है। अब इस पूरे हत्याकांड में एक नया मोड़ आया है। भदैनी निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, उसकी पत्नी नीतू और तीन बच्चों नमनेंद्र, सुबेंद्र व गौरांगी की हत्या के बाद परिवार का बड़ा भतीजा विशाल उर्फ विक्की लापता है। उसके सभी मोबाइल फोन बंद हैं। वह किसी के संपर्क में भी नहीं है। ऐसे में पुलिस का शक विक्की पर गहरा गया है। उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि विक्की के पकड़े जाते ही एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या की गुत्थी सुलझ जाएगी।

वहीं, मृत राजेंद्र की मां बुजुर्ग शारदा देवी ने पुलिस को बुधवार को बताया कि उसके मृत छोटे बेटे कृष्णा का बड़ा बेटा विक्की अक्सर राजेंद्र से विवाद करता था। वह कहता था कि उसे उसका हिस्सा सही ढंग से नहीं मिला तो वह पूरे परिवार को मार डालेगा। विक्की दीपावली के दिन ही राजेंद्र की हत्या करने की बात कह रहा था। उधर, विक्की की तलाश में पुलिस की पांच टीमें दिल्ली, अहमदाबाद, मुंबई, बंगलूरू और तमिलनाडु रवाना की गई हैं। एहतियातन राजेंद्र के भदैनी और मीरापुर रामपुर स्थित मकान पर पुलिस तैनात की गई है।

भदैनी निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता पर उसके छोटे भाई कृष्णा व उसकी पत्नी मंजू के साथ ही अपने पिता लक्ष्मी नारायण और चौकीदार की हत्या का आरोप था। मृत कृष्णा के दो बेटे विक्की और प्रशांत उर्फ जुगनू और बेटी डॉली है। जुगनू दिल्ली में रह कर काम करता है। विक्की खुद के बारे में कभी बताता था कि वह बंगलूरू में रह कर काम करता है। कभी कहता था कि तमिलनाडु में रहता है तो कभी अहमदाबाद या फिर मुंबई में रहकर काम करने की बात कहता था।

राजेंद्र सहित उसके परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के बाद जुगनू सहित परिवार और रिश्तेदारी के अन्य सदस्य आ गए, लेकिन विक्की का कहीं कोई पता नहीं लगा। कॉल करने के बाद भी उसने अपने सारे मोबाइल फोन बंद कर लिए। इससे पुलिस का शक गहरा गया है। पुलिस वारदात का मास्टरमाइंड विक्की को ही बता रही है। कह रही है कि विक्की ने ही शूटरों की मदद से राजेंद्र के परिवार को ठिकाने लगाया है। उसकी राजेंद्र से व्यक्तिगत दुश्मनी भी थी।राजेंद्र की मां शारदा देवी ने बुधवार को पुलिस को वीडियो कैमरे के सामने बताया कि दीपावली से पहले विक्की उनसे मिलने आया था। विक्की कहता था कि उसे और उसके भाई जुगनू को बड़े पापा ने जायदाद से बेदखल कर भिखारी की औलाद कहा था। दीपावली पर बड़े पापा और उसके परिवार को खत्म कर देंगे। शारदा देवी ने कहा कि उन्होंने विक्की को समझाया था कि अब उनका एक ही बेटा बचा है, उसे छोड़ दो और अच्छे से रहो। मगर, वह उनकी बात मानने को तैयार नहीं था। हालांकि, उसने बीते तीन नवंबर को वापस काम पर जाने की बात भी कही थी।

राजेंद्र का भतीजा जुगनू पुलिस की हिरासत में है। जुगनू ने पूछताछ में बताया कि 1996-97 में उसके मां-बाप, बाबा और उनके चौकीदार की हत्या बड़े पापा राजेंद्र ने कराई थी। मां-बाप की हत्या जब हुई थी, तब वह ढाई साल का था और उसका बड़ा भाई विक्की सात साल का। मां-बाप की हत्या के दौरान उसे भी पेट में गोली लगी थी, लेकिन वह बच गया था। उसके बड़े पापा और विक्की के बीच अच्छे संबंध नहीं थे। दोनों के बीच अक्सर विवाद भी होता रहता था। हालांकि उसने राजेंद्र सहित उसके परिवार के सदस्यों की हत्या की घटना से अनभिज्ञता जताई।राजेंद्र सहित परिवार के पांच लोगों की हत्या की जानकारी पाकर बुधवार को कई रिश्तेदार भदैनी स्थित उसके घर पहुंचे। ममेरे भाई राकेश कुमार गुप्ता ने कहा कि अगर राजेंद्र अपने छोटे भाई के बच्चों से नफरत करता तो क्या उन्हें अच्छे से पढ़ाते-लिखाता...? क्या भतीजी की शादी धूमधाम से करता...?

वाराणसी में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या

वाराणसी शहर में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की गोली मार कर हत्या कर दी गई। भदैनी इलाके में एक बहुमंजिला मकान के अलग-अलग तल से मंगलवार को एक महिला, उसके दो बेटों और एक बेटी का शव मिला। पांचों की कनपटी और सीने में गोली मारी गई है। घटनास्थल से लगभग 14 किलोमीटर दूर मीरापुर रामपुर स्थित निर्माणाधीन मकान में महिला के पति का अर्धनग्न शव बेड पर मिला है। उसे भी गोली मारी गई थी।दोनों ही घटनास्थल से मिले खोखा के आधार पर पुलिस दावा कर रही है कि पांचों लोगों की हत्या में .32 बोर की पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है। पुलिस पुराने विवाद और घटनाओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। मृत राजेंद्र पर अपने पिता, छोटे भाई और उसकी पत्नी के साथ ही एक चौकीदार की हत्या का आरोप था। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
हरदोई में सड़क हादसा, दस लोगाें की मौत,सीएम योगी ने जताया दुख
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जनपद हरदोई के बिलग्राम थाना क्षेत्र में बुधवार को ऑटो और डीसीएम की टक्कर हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार इस हादसे में दस लोगों की मौत हो गयी है और कुछ लोग घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि हादसा रोशनपुर के पास बिल्हौर-कटरा स्टेट हाईवे पर हुआ है। यहां एक डीसीएम के अचानक सामने आने से टेम्पो अनियंत्रित होकर पलट गया।सूचना पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू शुरू किया है। बिलग्राम क्षेत्र में हुए भीषण सड़क हादसे का सीएम योगी ने संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही, अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं और घायलो के समुचित उपचार की व्यवस्था करवाने के लिए कहा है।

रोशनपुर गांव के पास हुआ सड़क हादसा

रोशनपुर गांव के पास सामने से आ रहे डीसीएम के कारण टेम्पो अनियंत्रित होकर पलट गया। टेम्पो में सवार लोगों में से सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दम तोड़ दिया।घटना में टेम्पो सवार पांच लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए है। मृतकों में पांच महिलाएं, दो बच्चियां, एक बच्चा और दो पुरुष शामिल हैं। घायलों और शवों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलग्राम भेजा गया है। घटना की जानकारी पर पुलिस अफसर घटनास्थल के लिए जिला मुख्यालय से रवाना हो गए हैं। वहीं, घटना के बाद से डीसीएम का चालक व हेल्पर मौके से फरार हो गए।  पुलिस मृतकों की पहचान कराने की कोशिश में जुटी हुई है।
कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार को स्थायी कर सकती है योगी सरकार, जानिये कैसे
लखनऊ । डीजीपी के चयन और नियुक्ति के लिए कैबिनेट के फैसले ने कई आईपीएस अफसरों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। मनोनयन समिति के गठन के बाद मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार को स्थायी करने पर मुहर लग सकती है। इससे उन्हें दो वर्ष तक डीजीपी की कुर्सी संभालने का मौका मिल सकता है। इससे वे 30 मई 2025 के बजाय 31 जनवरी 2026 को सेवानिवृत्त होंगे। उनकी सेवानिवृत्ति की अवधि पूरी होने के बाद 8 माह का अतिरिक्त समय मिलेगा।

दरअसल, प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद 8 डीजीपी तैनात किए जा चुके हैं। इनमें चार स्थायी थे। स्थायी में ओपी सिंह सर्वाधिक दो वर्ष तक डीजीपी रहे। अब कैबिनेट के हालिया फैसले से सीएम योगी के भरोसेमंद अफसरों में शामिल प्रशांत कुमार को भी 2 वर्ष तक डीजीपी की कुर्सी संभालने का मौका मिल सकता है। हालांकि इससे कई आईपीएस अफसर बिना डीजीपी बने सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इनमें पीवी रामाशास्त्री, आदित्य मिश्रा, संदीप सालुंके, दलजीत सिंह चौधरी, बिजय कुमार मौर्या, एमके बशाल, तिलोत्तमा वर्मा, आलोक शर्मा, अभय कुमार प्रसाद, दीपेश जुनेजा और नीरा रावत शामिल हैं। प्रशांत की सेवानिवृत्ति के बाद नए डीजीपी का चयन करने के लिए जुलाई 2026 के बाद ही सेवानिवृत्त होने वाले अधिकारियों के नाम पर विचार किया जाएगा।

यूपी के अलावा आठ अन्य राज्यों उत्तराखंड, पंजाब, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिसा, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर में भी कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए थे। इनमें से जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन को बीते अगस्त में केंद्र सरकार ने स्थायी कर दिया था जिसके बाद वे 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो गए थे। बाकी 8 राज्यों में नियम विरुद्ध कार्यवाहक डीजीपी बनाने पर सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना नोटिस जारी किया था। इसका जवाब दाखिल करने से पहले राज्य सरकार ने डीजीपी के चयन एवं नियुक्ति की नियमावली बनाकर खुद स्थायी डीजीपी बनाने का रास्ता साफ कर लिया है। इसके साथ ही स्थायी डीजीपी की तैनाती को लेकर यूपी सरकार और संघ लोक सेवा आयोग के बीच करीब ढाई साल से जारी खींचतान भी खत्म हो गई है।

16 अफसरों को किया था सुपरसीड

31 जनवरी 2024 को विजय कुमार के सेवानिवृत्त होने के बाद प्रशांत कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था। वे 16 आईपीएस अफसरों को सुपरसीड करके कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए थे। इनमें मुकुल गोयल, आनंद कुमार, शफी अहसान रिजवी, आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्रा, पीवी रामाशास्त्री, संदीप सालुंके, दलजीत सिंह चौधरी, रेणुका मिश्रा, बिजय कुमार मौर्या, सत्य नारायन साबत, अविनाश चंद्रा, संजय एम. तरडे, एमके बशाल, तनूजा श्रीवास्तव, सुभाष चंद्रा शामिल थे।