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दुमका : भाजपा पर गरजे बसंत सोरेन, कहा - यह चुनाव चुनौती के रूप में, देंगे करारा जवाब

दुमका : दुमका विधानसभा सीट से झामुमो प्रत्याशी और विधायक बसंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने एक ऐसे दल को चुनौती दे डाली जिसने राज्य को अपने कब्जे में लेने का हर संभव प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव को हमलोगों ने चुनौती के रूप में लिया है और एक ऐसे अहंकारी दल को मुंहतोड़ जवाब देना है जिसने राज्य की मौजूदा हेमंत सरकार को गिराने का लगातार प्रयास किया। 

श्री सोरेन ने सोमवार को दुमका के इंडोर स्टेडियम में आयोजित झामुमो के दुमका सदर के एक दिवसीय बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि केंद्र की बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने हेमंत सोरेन को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने का काम किया लेकिन प्रदेश की जनता का आशीर्वाद और स्नेह था कि हेमंत सोरेन जेल से आख़िरकार बाहर निकले।

उन्होंने बूथ से लेकर पंचायत स्तर तक कार्यकर्ताओं को मजबूती के साथ चुनाव में अहम भूमिका निभाने की अपील की। कहा कि कार्यकर्ता महिलाओं का हौसला बढ़ाये और महिलाओं की हिम्मत और हौसला चुनाव में पार्टी के लिए एक बड़ी ताकत बनेगी।

सम्मेलन को झामुमो सांसद नलिन सोरेन ने भी संबोधित किया और कहा कि चुनाव में बूथ से लेकर पंचायत तक कार्यकर्ताओं को मेहनत करनी पड़ेगी और कार्यकर्ताओं की मेहनत, समर्पण और निष्ठा ही पार्टी की ताकत बनेगी।

मौके पर सिराज अंसारी, अब्दुल सलाम अंसारी, विजय मल्लाह सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : NDA के विधानसभा चुनाव के मुख्य कार्यालय का उदघाटन,भाजपा प्रत्याशी सुनील सोरेन ने बसंत के कार्यकाल पर उठाया सवाल


दुमका : झारखण्ड के दुमका विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार एवं पूर्व पार्टी सांसद सुनील सोरेन ने जेएमएम उम्मीदवार एवं स्थानीय विधायक बसंत सोरेन के कार्यकाल पर सवाल उठाया है।

बीजेपी उम्मीदवार सुनील सोरेन ने कहा कि बीते पांच वर्षो में विधायक के तौर पर मुख्यमंत्री का भाई इस विधानसभा का नेतृत्व किया और इन पांच वर्षो में विधायक ने यहाँ पर अपने आप को 'गुंडागर्दी' की तरह पेश किया जो यहाँ की जनता देख चुकी है। 

दुमका में सोमवार को एलआईसी ऑफिस के समीप एनडीए के विधानसभा चुनाव के मुख्य कार्यालय का उदघाटन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए सुनील सोरेन ने कहा कि दुमका विधानसभा का एक मॉडल के रूप में विकास होना चाहिए था लेकिन विधायक ने सिर्फ गिट्टी, बालू बेचने का काम किया। 

यहाँ की जनता सीधी साधी है और ऐसे लोगों को पसंद नहीं करती और जनता सीधा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि अगर राज्य में एनडीए की सरकार बनती है तो एक एक बांग्लादेशी को चुन चुनकर बाहर निकाला जाएगा। 

दुमका में बांग्लादेशी घुसपैठ को किसी सूरत में हावी नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में पार्टी की ओर से जारी संकल्प पत्र को सरकार बनने के बाद हर संभव लागू करवाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में ओबीसी के आरक्षण को शून्य कर दिए जाने की जानकारी संज्ञान में है और पार्टी को अवसर मिला तो इस विषय पर भी विचार किया जाएगा। 

मौके पर पार्टी के सत्येंद्र सिंह, दीपक स्वर्णकार, पवन केशरी, धर्मेन्द्र सिंह, जवाहर मिश्रा सहित पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद थे।

गौरतलब है कि सुनील सोरेन 2005 में दुमका के जामा से विधायक रह चुके है और 2019 के लोकसभा चुनाव में जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन को हराकर सदन तक पहुँचे थे। दुमका में सुनील सोरेन का सीधा मुकाबला जेएमएम प्रत्याशी बसंत सोरेन से है।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : बड़ी कार्रवाई, 10 लाख रूपये कीमत की अवैध गांजा बरामद, नकली शराब का भी भंडाफोड़, 2 गिरफ्तार


दुमका : दुमका पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद किया है जिसकी कीमत करीब 10 लाख रूपये बतायी जा रही है। पुलिस ने 125 लीटर अवैध शराब भी बरामद किया है। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चुनाव के वक्त पुलिस की यह कार्रवाई काफी अहम माना जा रहा है हालांकि दुमका के पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि इस कार्रवाई का चुनाव से सीधा संबंध स्थापित नहीं होता है चूंकि चुनाव के वक्त छापेमारी की कार्रवाई बढ़ जाती है और इसी क्रम में अवैध गांजा और शराब की बरामदगी हुई है।

एसपी ने कहा कि बरामद गांजा और शराब को कहाँ खपाने की योजना थी, इस विषय पर पुलिस जाँच कर रही है। कहा कि पुलिस पूरे मामले की जाँच में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इस अवैध कारोबार में और कौन कौन से लोग शामिल है।

बता दे कि कार्रवाई के दौरान बरामद इपीरियल ब्लू ब्रांड का एक हजार स्टीकर और पंजाब सरकार का 25 पत्ता फर्जी सील से आशंका जतायी जा रही है कि नकली शराब तैयार कर आरोपी द्वारा दुमका में ही बॉटलिंग का प्रयास किया जा रहा था। पूर्व में भी पुलिस नकली शराब के अवैध धंधेबाजो का पर्दापाश कर चुकी है।

जानकारी के मुताबिक पुलिस को गांजा और शराब के अवैध कारोबार के बारे में सूचना मिली थी। एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार ने दुमका एसडीपीओ और जरमुंडी एसडीपीओ के नेतृत्व में दो अलग अलग टीम बनायी। दुमका एसडीपीओ विजय कुमार महतो के नेतृत्व में टीम ने मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव में आरोपी कामेश्वर हांसदा के घर से आठ किलो अवैध गांजा और करीब 125 लीटर अवैध शराब सहित इपीरियल ब्लू ब्रांड का एक हजार स्टीकर और पंजाब सरकार का 25 पत्ता फर्जी सील बरामद किया गया।

मामले में पुलिस ने आरोपी कामेश्वर हांसदा के खिलाफ मुफ्फसिल थाना में 20 NDPS Act 47(A) उत्पाद अधिनियम, बीएनएस की धारा 274 / 275 / 286 / 292 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराकर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। टीम में पु०नि० सह थाना प्रभारी सत्यम कुमार, 

पु०अ०नि० नंदन कुमार सिंह,

स०अ०नि० विजीत कुमार, रंजय कुमार एवं बबन प्रसाद सिंह शामिल थे।

वहीं जरमुंडी एसडीपीओ अमित कुमार कच्छप 

के नेतृत्व में जामा थाना क्षेत्र के महारो चौक के पास बाउरी टोला में आरोपी राजेश चटर्जी के घर से 12 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया। राजेश चटर्जी के खिलाफ पुलिस ने जामा थाना में 20 NDPS Act 47(A) उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराकर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। टीम में पु०अ०नि० सह थाना प्रभारी अजीत कुमार, स०अ०नि० मनोज कुमार सिंह, कौशलेन्द्र कुमार सिन्हा, राजेश उराव एवं सजीव पाठक शामिल थे।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : दुमका विधानसभा क्षेत्र से कुल 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में, स्क्रूटनी के बाद सूची जारी, देखिए पूरी लिस्ट...

दुमका : शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में, स्क्रूटनी के बाद सूची जारी, देखिए पूरी लिस्ट...

बड़ी खबर दुमका : जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र से कुल 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में, स्क्रूटनी के बाद सूची जारी, देखिए पूरी लिस्ट..

दुमका : जेएमएम से डॉ लुईस मरांडी ने किया नामांकन, जामा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में


दुमका : जिले के जामा विधानसभा सीट से जे एम एम प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने सोमवार को निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया।

डॉ लुईस मरांडी हाल ही में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर जे एम एम में शामिल हुई थी। डॉ लुईस मरांडी राज्य के पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में समाज कल्याण मंत्री के पद पर थी। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में लुईस मरांडी ने दुमका सीट से हेमंत सोरेन को हराया था।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : दुमका विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुनील सोरेन व शिकारीपाड़ा से परितोष ने किया नामांकन पत्र दाखिल

दुमका : दुमका विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी एवं दुमका के पूर्व सांसद सुनील सोरेन ने सोमवार को निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया।

वहीं जिले के शिकारीपाड़ा विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी परितोष सोरेन ने निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। 

दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा से परितोष सोरेन चौथी बार चुनाव मैदान में होंगे। 

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)

दुमका : 'टिकट' की घोषणा नहीं पर आपस में उलझ गए भाजपा कार्यकर्ता

,* *चल गया चाकू, सुनील सोरेन के बयान ने मचाया हलचल, पढ़िए पूरी खबर..* दुमका : झारखण्ड में विधानसभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है। तमाम राजनीतिक दल चुनाव तैयारियों में जुट गए है हालांकि किस विधानसभा सीट से कौन मैदान में होगा, इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा ना तो अब तक एनडीए ने किया है और ना ही इंडी गठबंधन ने लेकिन बीते 36 घंटे से सोशल मीडिया पर चाहे एनडीए हो या इंडी गठबंधन दोनों की कुछ फेक (फर्जी) सूची लगातार वायरल हो रही है। इस वायरल और फेक सूची ने ऐसा असर दिखाया कि दुमका में बीजेपी के कुछ कार्यकर्ता आपस में ही उलझ गए और मामला मारपीट, हाथापाई से लेकर छुरेबाजी तक पहुंच गयी हालांकि दुमका नगर थाना में दर्ज प्राथमिकी में विवाद की वजह के पीछे ना तो किसी पार्टी और पार्टी समर्थकों और ना ही किसी वायरल सूची को बताया गया है।
जानकारी के मुताबिक दुमका नगर थाना के इंदिरा नगर में बीते बुधवार की शाम दो पक्ष किसी बात को लेकर आपस में उलझ गए। नौबत मारपीट, हाथापाई से लेकर छुरेबाजी तक पहुँच गयी और इस घटना में इंदिरा नगर के अनुज सिंह घायल हो गए।
अनुज सिंह के भतीजे कुमार मनमय के आवेदन पर दुमका नगर थाना कांड संख्या 190/24 के अंतर्गत इंदिरा नगर के सीताराम मिश्रा, गोविंद कुमार, हरी और आलोक साह के खिलाफ बीएनसी की अलग अलग धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी। आरोप है कि मारपीट और हाथापाई के दौरान अनुज सिंह पर चाकू से हमला किया गया जिससे अनुज सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। आनन फानन में अनुज सिंह को इलाज के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ से बेहतर इलाजके लिए उन्हें बाहर रेफर कर दिया गया। मामले में पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मामले में पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने कहा कि मामले में आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जाँच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक अनुज सिंह भाजपा का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। अनुज सिंह ने मीडिया को जो बयान दिया है उसमें उसने पूरी घटनाक्रम बतायी है। अनुज सिंह ने कहा कि शाम को इंदिरा नगर चौक पर राजनीतिक चर्चा हो रही थी। वहाँ सीताराम मिश्रा और अन्य लोग मौजूद थे। चर्चा के दौरान विधानसभा चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल बीजेपी प्रत्याशियों की लिस्ट की बात उठी। अनुज के मुताबिक पूर्व सांसद सुनील सोरेन को दुमका विधानसभा सीट से टिकट मिलने पर जब चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि हमलोग सुनील सोरेन को वोट नहीं देंगे क्योंकि हमलोगों ने दीदी (डॉ लुईस मरांडी) को टिकट मिलने की उम्मीद रखी थी। इसी बात पर सीताराम मिश्रा एवं उसका पुत्र एवं अन्य लोग भड़क गए और गाली गलौच एवं मारपीट शुरू कर दी क्योंकि सीताराम मिश्रा पूर्व सांसद सुनील सोरेन के पक्ष में काम करता है। कहा कि इसी दौरान सीताराम मिश्रा का पुत्र अचानक चाकू से हमला कर दिया और गंभीर रूप से घायल कर दिया। अनुज सिंह ने कहा कि हमारी पहले से कोई विवाद नहीं था। इधर, मामले ने तूल पकड़ा। गुरुवार को इलाज कराने के बाद अनुज सिंह के घर पर पहुँचने पर वहाँ भाजपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। सभी अनुज सिंह का हालचाल जानने पहुँचे हुए थे। मामले में पूर्व सांसद सुनील सोरेन से भी संपर्क किया गया। सुनील सोरेन ने कहा कि घटना की जानकारी उन्हें भी मिली है। दोनों पक्ष भाजपा के कार्यकर्ता है और दोनों के बीच आपसी लड़ाई है और दोनों पक्षों के बीच हुई लड़ाई को राजनीतिक रूप देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो भी लोग मामले को राजनीतिक रंग दे रहे है या देना चाहते है उसकी निंदा करता हूँ। कहा कि यह मेरी छवि कोई धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है और ऐसे प्रयासों कोई वो सफल होने नहीं देंगे। कहा कि टिकट किसको देना है यह पार्टी की सेंट्रल और स्टेट कमेटी तय करती है। बहरहाल, उम्मीदवारों की एक फेक और वायरल सूची पर भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए आपसी विवाद का मामला थाना तक पहुँच चुका है और पुलिस मामले की अनुसन्धान में जुटी हुई है लेकिन इस मामले से दुमका भाजपा में चल रही गुटबाजी की एक और नयी कहानी जुड़ गयी है और वो भी तब जब चुनाव का आगाज़ हो चुका है। (दुमका में राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)
दुमका : एसीबी की गिरफ्त में देवघर के सिविल सर्जन, 70 हजार रूपये घूस लेते गिरफ्तार, नर्सिंग होम के रिन्यूवल के नाम पर लें रहे थे घूस


दुमका : एंटी करप्शन ब्यूरो ने देवघर के सिविल सर्जन को घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। एसीबी ने बुधवार को सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा को उनके आवास में 70 हजार रूपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। घूसखोर सिविल सर्जन को गिरफ्तार कर दुमका स्थित एसीबी कार्यालय लाया गया है जहाँ कागजी प्रक्रिया के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा। 

जानकारी के मुताबिक एसीबी ने सिविल सर्जन को एक नर्सिंग होम के रिन्यूवल कराने के एवज में घूस मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया।  

सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा पर मधुपुर में बंगाल नर्सिंग होम चलाने वाले मो महफूज आलम ने घूस मांगने का आरोप लगाया था और इसकी शिकायत एसीबी से की थी। मो महफूज ने साल 2020 में बंगाल नर्सिंग होम के नाम से दस बेड की क्षमता वाले हॉस्पिटल की शुरुआत की थी। नर्सिंग होम का रिन्यूवल कराना था लेकिन निजी कारणों से मो महफूज ने रिन्यूवल का आवेदन देने में देर कर दी। 

काफी दिनों के बाद जब उनके आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वो सिविल सर्जन से मिले। सिविल सर्जन ने नर्सिंग होम के रिन्यूवल के नाम पर मो महफूज से एक लाख रूपये घूस देने की मांग की। बाद में घूस की पूरी राशि किस्त में देने पर तय हुआ। नर्सिंग होम का संचालक घूस नहीं देना चाहता था और उसने मामले की शिकायत एसीबी से की।

 एसीबी ने जाँच में मामले को सही पाया। जाँच के दौरान सिविल सर्जन द्वारा घूस की राशि एक लाख से बढ़ाकर एक लाख 50 हजार तक करने की भी पुष्टि हुई। फिर एसीबी ने ट्रैप कर घूसखोर सिविल सर्जन को देवघर स्थित उनके आवास नवजीवन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर से 70 हजार रूपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

(दुमका से राहुल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट)