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भारत में वाट्सएप ने 85 लाख से अधिक अकाउंट्स को किया बंद


नई दिल्ली:- वाट्सएप ने भारत में नीतियों का उल्लंघन सामने आने पर सितंबर में 85 लाख से अधिक बैड अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया। नए आइटी नियम 2021 के तहत इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म की मासिक अनुपालन रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। एक से 30 सितंबर के बीच कंपनी ने 85 लाख से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगा दिया और उपयोगकर्ताओं की किसी भी रिपोर्ट से पहले इनमें से 16 लाख से अधिक खातों पर सक्रिय रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया।

मोबाइल मैसेजिंग प्लेटफार्म के भारत में 60 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। कंपनी को देशभर से 8,161 शिकायतें प्राप्त हुईं और इनमें 97 पर एक्शन लिया गया। एक्शन लिए गए अकाउंट का मतलब उन शिकायतों से है, जहां वाट्सएप ने उपचारात्मक कार्रवाई की। वाट्सएप के अनुसार, शिकायत अपीलीय समिति से दो आदेश मिले थे जिनका अनुपालन किया गया।

कंपनी ने कहा कि हम अपने काम में पारदर्शिता जारी रखेंगे और भविष्य की रिपोर्टों में अपने प्रयासों के बारे में जानकारी शामिल करेंगे। इन प्रयासों की देखरेख के लिए इंजीनियरों, डेटा विज्ञानियों, विश्लेषकों, शोधकर्ताओं और कानून प्रवर्तन, आनलाइन सुरक्षा और प्रौद्योगिकी विकास के विशेषज्ञों की एक टीम को नियुक्त किया गया है।

महिला सशक्तीकरण की दिशा में बड़ा कदम,अब देश के हर जिले में होगी एक महिला हितैषी ग्राम पंचायत


जमीनी स्तर से ही विकास योजनाओं में हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत मोदी सरकार का जोर महिलाओं को लेकर खास तौर पर है। इसी उद्देश्य के साथ ग्राम पंचायत विकास योजनाएं बनाने से पहले महिला सभाओं और बाल-बालिका सभाओं को अनिवार्य किया गया है। अब सरकार चाहती है कि देश के हर जिले में कम से कम एक ग्राम पंचायत महिला हितैषी ग्राम पंचायत के रूप में विकसित हो।

पंचायतीराज मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह लक्ष्य सौंप दिया है और अब उन्हें इस दिशा में किस तरह काम करना है, इसके लिए 4 से 6 नवंबर तक पुणे में एक राष्ट्रीय कार्यशाला होने जा रही है, जिसमें देशभर से पंचायतों के अधिकारी-प्रतिनिधि शामिल होंगे।

महिला-नेतृत्व विकास पर जोर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार महिला-नेतृत्व विकास पर जोर देते हैं। वह चाहते हैं कि विकास योजनाओं और कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी हो, लेकिन ग्रामीण स्तर पर अभी भी यह समस्या महसूस की जा रही है कि महिलाओं को वहां सक्रिय भागीदारी का माहौल पूरी तरह नहीं मिल पा रहा है। महिलाओं के भीतर बैठे इसी संकोच के कारण प्रधान पति या सरपंच पति जैसी कुव्यवस्था अभी तक चल रही है, जिसे समाप्त करने के लिए चिंतन चल रहा है।

महिला हितैषी पंचायत सतत विकास के चिन्हित नौ लक्ष्यों में भी शामिल

ऐसे में पंचायतीराज मंत्रालय ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए तय किया है कि महिलाओं को सुरक्षित और अनुकूल वातावरण देने के लिए सबसे पहले देश के हर जिले में कम से कम एक ग्राम पंचायत को महिला हितैषी बनाकर उसे उदाहरण के रूप में प्रस्तुत किया जाए। महिला हितैषी पंचायत सतत विकास के चिन्हित नौ लक्ष्यों में भी शामिल है।

मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह लक्ष्य सौंप दिया गया है। महिला हितैषी ग्राम पंचायत कैसे बनेगी, इसका प्रशिक्षण देने के लिए राज्यों से कहा है कि राज्य ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज संस्थानों, राज्य पंचायत संसाधन केंद्रों और पंचायतीराज प्रशिक्षण संस्थानों से संकाय सदस्यों या अन्य प्रतिनिधियों को नामांकित करें।

महिला सशक्तीकरण को बढ़ाए जाने का लक्ष्य

इन सभी को पुणे स्थित यशवंतराव चव्हाण एकेडमी आफ डेवलपमेंट एडमिनिस्ट्रेशन में 4 से 6 नवंबर तक प्रशिक्षित कर मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा। यह मास्टर ट्रेनर पंचायतों के अन्य प्रतिनिधियों को भी प्रशिक्षित करेंगे और माडल वूमन फ्रेंडली ग्राम पंचायत का नेतृत्व करेंगे। 

इन पंचायतों के आदर्श रूप में विकसित हो जाने के बाद उनकी कार्यपद्धतियों को अन्य पंचायतों में भी लागू कर महिला सशक्तीकरण को बढ़ाए जाने का लक्ष्य है।

ऐसी होगी आदर्श महिला हितैषी ग्राम पंचायत

- सभी बालिकाएं स्कूल-कालेज जाती हों।

- महिलाओं और युवतियों के रोजगार व जीवन के लिए उपयोगी कौशल से लैस किया जाएगा।

- महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी संपूर्ण जानकारी मिले और स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ मिले।

- अधिक से अधिक महिलाओं-बालिकाओं की भागीदारी ग्राम सभाओं में हो।

- महिलाओं के अधिकारों के प्रति सामाजिक जागरुकता बेहतर ढंग से हो।

- ग्राम पंचायत पदाधिकारी और निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को लिंग संबंधी कानूनों की पूरी जानकारी हो।

- पंचायत समिति लिंग आधारित हिंसा सहित बाल विवाह और लैंगिंग भेदभाव रोकने के लिए सख्ती और सक्रियता से काम करें।

भाजपा में नैतिकता समाप्त हो चुकी है : यशवंत सिन्हा

हटिया विधानसभा के प्रधान कार्यालय का पिस्का मोड़ में किया उद्घाटन 

रांची पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा है कि भाजपा में अब नैतिकता पूरी तरह समाप्त हो चुकी है। भाजपा का उद्देश्य येन केन प्रकारेन सिर्फ सरकार बनाने का रह गया है। श्री सिन्हा ने यह बातें पिस्का मोड़ पर अटल विचार मंच के हटिया प्रत्याशी के कार्यालय का उद्घाटन के अवसर पर कही।

हटिया विधानसभा से अटल विचार मंच के प्रत्याशी दिवाकर प्रसाद साहू के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि भाजपा को अब सिर्फ सरकार से मतलब है। सरकार बनाने के लिए पैसे के बल पर तोड़फोड़ और अनैतिक हथकंडे अपनाए जाते हैं जो देश के लिए दुर्भाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी अटल बिहारी वाजपेई और लालकृष्ण आडवाणी वाली भाजपा नहीं है। भाजपा का चाल चरित्र अब बदल चुका है। झारखंड के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यहां प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में है, यही कारण है कि प्राकृतिक संसाधनों की लूट के लिए अपराधीकरण और भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय काम के आधार पर नहीं बल्कि 1000 और 2000 रुपए देने के प्रलोभन के बल पर वोट मांगे जा रहे हैं। यह सब देखकर दुख होता है। उन्होंने कहा कि अटल विचार मंच झारखंड में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच एक विकल्प के रूप में उभर रहा है। यह मंच झारखंड को साफ सुथरी राजनीति के पथ पर ले जाना चाहता है। उन्होंने कहा कि अटल विचार मंच ने हटिया से दिवाकर प्रसाद साहू को प्रत्याशी बनाया है। इसके अलावा राज्य में 8 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। हटिया के प्रत्याशी दिवाकर प्रसाद साहू ने कहा कि एनडीए और इंडिया गठबंधन के दलों ने आज तक लोगों को सिर्फ गुमराह करने का काम किया है। यही कारण है कि चुनाव के समय काम के आधार पर नहीं बल्कि हजार-दो हजार रुपए देने के नाम पर वोट मांग रही है। उन्होंने कहा कि वह यदि चुनाव जीतेंगे तो जनता के बीच में रहकर सिर्फ जनता के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने लोगों से अपील किया कि भारी से भारी मत देकर उन्हें विजय बनावे। 

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आज का इतिहास:1948 में प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिया था पहला भाषण

नयी दिल्ली : 3 नवंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1948 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना पहला भाषण दिया था। 

2000 में आज ही के दिन भारत सरकार द्वारा डायरेक्ट टू होम प्रसारण सेवा सभी के लिए शुरू की गई थी।

1988 में आज ही के दिन वायु सेना ने आगरा से एक पैराशूट बटालियन समूह को लिया था। 

1997 में 3 नवंबर के लिए जी-15 समूह का सातवां शिखर सम्मेलन कुआलालंपुर में शुरू हुआ था। 

2011 में आज ही के दिन फ्रांस के कैन्स में जी-20 शिखर सम्मेलन शुरू हुआ जिसमें यूरोजोन ऋण संकट पर चर्चा की गई थी।

2007 में 3 नवंबर को ही पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की प्रमुख बेनजीर भुट्टो को उनके घर में नजरबंद किया गया था।

2004 में आज ही के दिन अमरीका के राष्ट्रपति जॉर्ज बुश 3 नवंबर को दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए थे।

2003 में 3 नवंबर के दिन ही पाकिस्तान और चीन के बीच बीजिंग में आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।

2001 में आज ही के दिन अमेरिका ने लश्कर व जैश-ए-मोहम्मद पर प्रतिबंध लगाया था।

2000 में 3 नवंबर को ही भारत सरकार द्वारा डायरेक्ट टू होम प्रसारण सेवा सभी के लिए शुरू की गई थी।

1997 में आज ही के दिन जी-15 समूह का सातवां शिखर सम्मेलन कुआलालंपुर में शुरू हुआ था।

1988 में 3 नवंबर को ही वायु सेना ने आगरा से एक पैराशूट बटालियन समूह को लिया था।

1962 में आज ही के दिन चीन के हमले के मद्देनजर भारत में गोल्ड बाॅन्ड स्कीम की घाेषणा की गई थी।

1958 में 3 नवंबर को ही तत्कालीन सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया था।

1948 में आज ही के दिन भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना पहला भाषण दिया था।

1903 में 3 नवंबर को ही पनामा को कोलंबिया से आजादी मिली थी।

1869 में आज ही के दिन कनाडा में हैमिल्टन फुटबाॅल क्लब अस्तित्व में आया था।

3 नवंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1933 में आज ही के दिन अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन का जन्म हुआ था।

1937 में 3 नवंबर के दिन ही हिंदी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार लक्ष्मीकांत का जन्म हुआ था।

1976 में आज ही के दिन भारतीय निशानेबाज़ मानवजीत सिंह संधू का जन्म हुआ था।

3 नवंबर को हुए निधन

1947 में आज ही के दिन ‘परमवीर चक्र’ पाने वाले प्रथम भारतीय शहीद सोमनाथ शर्मा का निधन हुआ था।

1996 में 3 नवंबर को ही केंद्रीय अफ्रीकी गणराज्य के क्रूर तानाशाह जान बेडेल बोकासा का निधन हुआ था।

2013 में आज ही के दिन प्रसिद्ध लोक गायिका रेशमा का निधन हुआ था।

आंधप्रदेश में 4 साल की बच्ची के साथ हैवानियत उसी के चाचा ने बच्ची के साथ किया दुष्कर्म फिर हत्या कर शव को किया दफन


तिरुपति:- आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले के एक गांव में चार साल की एक लड़की के साथ उसी के दूर के रिश्तेदार (चाचा) ने कथित तौर पर बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी। तिरुपति जिले के पुलिस अधीक्षक एल सुब्बारायडू ने बताया कि पीड़िता के चाचा नागराजू (24) ने शुक्रवार शाम को लड़की को नाश्ता देने का लालच देकर एएम पुरम गांव में एक सुनसान जगह पर ले जाकर बलात्कार किया।

खाना खिलाने के बहाने चाचा ने किया बलात्कार

पुलिस ने बताया कि नागराजू लड़की के घर के पास रहता था और हर रोज उसके साथ खेलता था। शाम को वह उसे एक दुकान पर ले गया और कुछ नाश्ता खरीदा। बाद में, वह उसे उसके घर से दूर ले गया और उसका यौन उत्पीड़न किया और फिर उसकी हत्या कर दी।

लड़की के लापता होने पर हुआ शक

बाद में जब लड़की के माता-पिता को वो गायब दिखी, तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की और उन्हें पता चला कि उसे आखिरी बार नागराजू के साथ देखा गया था। उन्होंने लड़की के लापता होने की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत गुमशुदगी का मामला दर्ज कर नागराजू को हिरासत में ले लिया। 

स्कूल के पास से बरामद हुआ शव

पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया। बाद में पुलिस ने लड़की के शव की तलाश के लिए नागराजू को साथ लिया और रात करीब 9 बजे उसे सरकारी स्कूल के पास से बरामद किया। उसने बताया कि वह उसे स्कूल के पास खुले मैदान में ले गया और उसका यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद उसने उसकी हत्या कर दी और शव को खेत में दफना दिया।"

POCSO के तहत केस दर्ज

नागराजू पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को शनिवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। तिरुपति के एसपी ने कहा कि वे मामले की त्वरित सुनवाई के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट की मांग करेंगे।

पीड़िता के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए पुत्तूर सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है। एसपी ने बताया कि पीड़िता की मां आरोपी को अपने भाई की तरह मानती थी। वह अक्सर उनके घर पर समय बिताता था और बच्ची के साथ खेलता था।

केरल एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर 4 सफाई कर्मचारियों की हुई मौत


केरल के पलक्कड़ जिले में केरल एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से चार सफाई कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हो गई. मामला जिले क शोरनूर इलाके के पास की बताई जा रही है. मरने वालों में 2 महिला भी शामिल हैं. मृतक सभी तमिलनाडु के रेलवे सफाई कर्मचारी थे. वे ठेका पर काम करते थे.

शनिवार को यह जानकारी रेलवे पुलिस की ओर से दी गई. ऐसा बताया गया कि केरल एक्सप्रेस ट्रेन ने दोपहर को सफाई कर रहे कर्मचारियों को टक्कर मार दी थी. वे रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर शोरानूर पुल के पास रेलवे ट्रैक पर कूड़ा उठा रहे थे.

मृतकों की पहचान लक्ष्मणन, वल्ली, रानी और लक्ष्ममन के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक, यह हादसा शोरनूर पुल के पास हुआ. यहां मजदूर रेलवे ट्रैक से कचरा हटा रहे थे. उसी समय केरल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से वहां से गुजरी और ट्रेन की चपेट में आने से चार सफाई कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे में मारे गए तीन लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं.

वहीं चौथे मजदूर के शव की तलाश भरतपुझा नदी और उसके आसपास की जगहों पर की जा रही है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ट्रेन की चपेट में आने से मारे गए चार मजदूरों को मालूम नहीं था कि, कोई एक्सप्रेस ट्रेन उसी ट्रैक से गुजरने वाली है, जहां से वे लोग कचरा हटा रहे थे. वहीं, रेलवे विभाग और पुलिस हादसे की जांच में जुट गई है।

आज का इतिहास:1936 में आज ही के दिन बीबीसी ने शुरू की थी टेलीविजन सेवा


नयी दिल्ली : 2 नवंबर का इतिहास महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि 1936 में आज ही के दिन बीबीसी ने टेलीविजन सेवा शुरू की थी और यह विश्व की पहली नियमित हाई डिफनिशन सेवा थी। 

2002 में 2 नवंबर को ही मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री पद को ग्रहण किया था। 

2001 में आज ही के दिन अफगानिस्तान में विशेष बलों की संख्या बढ़ाने का अमेरिका का फैसला था। 

2000 में आज ही के दिन पश्चिम एशिया में हिंसा रोकने के फार्मूले पर सहमति बनी थी।

2008 में आज ही के दिन केंद्र सरकार ने सेवानिवृत्त के बाद पेंशन फंड से धन निकालने की सुविधा खत्म की थी।

2005 में 2 नवंबर को ही ग़ुलाम नबी आज़ाद ने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री पद को ग्रहण किया था।

2002 में आज ही के दिन मुफ़्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री पद को ग्रहण किया था।

2001 में 2 नवंबर को ही अफगानिस्तान में विशेष बलों की संख्या बढ़ाने का अमेरिका का फैसला था।

1999 में आज ही के दिन पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में संयुक्त राष्ट्र संघ और अमेरिकी केंद्रों पर अज्ञात लोगों ने राकेट से हमला किया था।

1951 में 2 नवंबर को ही मिस्र में ब्रिटेन के खिलाफ हुए प्रदर्शनों पर काबू पाने के लिए करीब छह हजार ब्रिटिश सैनिक पहुंचे थे।

1936 में 2 नवंबर को ही बीबीसी ने टेलीविजन सेवा शुरू की थी और यह विश्व की पहली रेगुलर हाई डिफनिशन सेवा थी। 

1914 में आज ही के दिन रूस ने तुर्की के विरुद्ध युद्ध घोषित किया था।

1834 में 2 नवंबर को ही एटलस नाम का जहाज भारतीय मजदूरों को लेकर मॉरिशस पहुंचा था, जिसे वहां अप्रवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

2 नवंबर को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति

1883 में आज ही के दिन असम के स्वतंत्रता सेनानी तथा राजनेता बसंत कुमार दास का जन्म हुआ था।

1929 में 2 नवंबर को ही प्रसिद्ध भारतीय चरित्र अभिनेता राम मोहन का जन्म हुआ था।

1940 में आज ही के दिन साहित्यकार ममता कालिया का जन्म हुआ था।

1960 में 2 नवंबर को ही हिंदी फिल्म संगीतकार अनु मलिक का जन्म हुआ था।

1965 में आज ही के दिन हिंदी फिल्म अभिनेता शाहरुख़ ख़ान का जन्म हुआ था।

2 नवंबर को हुए निधन

2012 में आज ही के दिन अमेरिकी गणितज्ञ श्रीराम शंकर अभयंकर का निधन हुआ था।

1885 में 2 नवंबर को ही मराठी रंगमंच में क्रांति लाने वाले प्रसिद्ध नाटककार अण्णा साहेब किर्लोस्कर का निधन हुआ था।

झारखंड की आदिवासी बेटी कंचन ने किया कमाल,18 पर्वतीय दर्रों को किया पार


झारखंड की आदिवासी बेटी कंचन उगुरसंडी ने इतिहास रच दिया है! उन्होंने महज 25 दिन में 18 पर्वतीय दर्रों को पार करने वाली पहली महिला बाइकर बनकर अपनी अद्वितीय उपलब्धि हासिल की है। इसके अलावा, उन्होंने लिपुलेख पास को भी पार कर लिया है, जो 17,500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है।

कंचन ने विश्व की सबसे ऊंची उमलिंगला पास को भी पार किया था, जो 19300 फुट की ऊंचाई पर है और जहां मोटरसाइकिल चलाई जा सकती है। उनकी इस उपलब्धि पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और सरायकेला के विधायक चंपाई सोरेन ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में कंचन का सम्मान किया गया है, और उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है कि उत्तराखंड उनके लिए दूसरे घर जैसा है, जहां सैलानियों के लिए यह सबसे सुरक्षित जगहों में एक है। उन्होंने उत्तराखंड के लोगों की विनम्रता की भी प्रशंसा की है।

फ्रिज में लंबे समय तक रखा खाना: स्वास्थ्य के लिए खतरा! जानें, कितने समय तक है सुरक्षित स्टोर करना

फ्रिज में खाना स्टोर करना हर घर में एक आम प्रचलन है। लेकिन, लंबे समय तक रखे गए खाने का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यदि भोजन को तय समय से अधिक समय तक फ्रिज में रखा जाए, तो यह बैक्टीरिया और फफूंद के विकास का कारण बन सकता है, जो खाद्य विषाक्तता जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाता है। तो आइए जानें कि कौन-सा भोजन कितने समय तक फ्रिज में सुरक्षित रहता है।

1. पका हुआ भोजन

स्टोर करने का समय: 3-4 दिन

सुरक्षा टिप: पके हुए खाने को ठंडा करके फ्रिज में रखें। इससे बैक्टीरिया का विकास धीमा होता है, लेकिन 4 दिनों के बाद इसे नहीं खाना चाहिए।

2. डेयरी उत्पाद (दूध, दही, पनीर)

दूध: 5-7 दिन

दही: 1-2 सप्ताह

पनीर: 1 सप्ताह तक (नरम पनीर), 1-2 महीने (कठोर पनीर)

सुरक्षा टिप: डेयरी उत्पादों को फ्रिज के ठंडे हिस्से में रखें और पैकेजिंग की एक्सपायरी डेट चेक करते रहें।

3. अंडे

स्टोर करने का समय: 3-5 सप्ताह

सुरक्षा टिप: अंडे फ्रिज के दरवाजे में नहीं बल्कि अंदर गहरे हिस्से में रखें, ताकि तापमान में स्थिरता बनी रहे।

4. मांस और मछली

कच्चा मांस (चिकन, मटन): 1-2 दिन

पका हुआ मांस: 3-4 दिन

मछली: 1-2 दिन

सुरक्षा टिप: मांस और मछली जल्दी खराब होते हैं, इन्हें अधिक समय तक फ्रिज में न रखें। यदि तुरंत उपयोग नहीं करना हो, तो इन्हें फ्रीजर में रख सकते हैं।

5. सब्जियाँ और फल

सब्जियाँ: 1 सप्ताह (पत्तेदार सब्जियाँ 2-3 दिन)

फल: 3-7 दिन (बनाना, सेब, संतरा 5-7 दिन)

सुरक्षा टिप: सब्जियाँ और फल फ्रिज में अलग-अलग पैकेट में रखें ताकि ताजगी बनी रहे। अधिक पके हुए फलों का तुरंत उपयोग करें।

6. बचाया हुआ खाना (लेफ्टओवर)

स्टोर करने का समय: 3-4 दिन

सुरक्षा टिप: लेफ्टओवर को एयरटाइट कंटेनर में रखें ताकि यह ताजा बना रहे। 4 दिनों के बाद इसे त्याग दें, चाहे वह कितना भी स्वादिष्ट लगे।

खाने को सुरक्षित रखने के कुछ सुझाव

साफ-सफाई का ध्यान रखें: फ्रिज में खाना रखने से पहले और बाद में हाथ धोएं।

तापमान नियंत्रित रखें: फ्रिज का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस या उससे कम पर रखें।

फूड रोटेशन का पालन करें: नए और पुराने भोजन को सही क्रम में रखें।

पुराने भोजन का पहले उपयोग करें।

फ्रिज में खाना रखने का सही समय जानने से आप अपने और अपने परिवार की सेहत को बेहतर बनाए रख सकते हैं।

बल्ब और ट्यूब लाइट के आसपास मंडराने वाले कीड़ों से छुटकारा पाने के 5 आसान उपाय

बल्ब और ट्यूब लाइट जलने पर कीड़े मंडराने लगते हैं, क्योंकि ये रोशनी की ओर आकर्षित होते हैं। ये कीड़े न सिर्फ परेशान करते हैं बल्कि स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर डाल सकते हैं। यहां कुछ आसान उपाय दिए गए हैं, जिनसे आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं:

1. नीम का तेल स्प्रे करें

नीम का तेल एक प्राकृतिक कीटनाशक है। लाइट के आसपास नीम के तेल का स्प्रे करें। इसकी गंध कीड़ों को दूर भगाती है।

आप नीम के तेल को पानी में मिलाकर स्प्रे बना सकते हैं और लाइट के पास छिड़क सकते हैं।

2. साइट्रस या लेमन स्प्रे का उपयोग करें

कीड़ों को साइट्रस या नींबू की खुशबू पसंद नहीं होती। नींबू के रस को पानी में मिलाकर स्प्रे बनाएं और कमरे में छिड़कें।इसे बल्ब के आसपास छिड़कना भी अच्छा रहेगा।

3. पुदीने का उपयोग करें

पुदीने की पत्तियों को कूटकर पानी में मिलाकर स्प्रे बना सकते हैं। पुदीने की गंध कीड़ों को नापसंद होती है, जिससे वे वहां से दूर चले जाते हैं।

पुदीने का तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

4. सिरके का उपयोग करे

सफेद सिरके को पानी में मिलाकर स्प्रे बना सकते हैं। इसकी तेज गंध कीड़ों को दूर रखने में मदद करती है।

बल्ब या ट्यूब लाइट के आसपास इसे छिड़कें।

5. कीड़ों को फंसाने वाले जाल लगाएं

लाइट के पास कीड़ों को आकर्षित करने वाले जाल जैसे इलेक्ट्रिक कीटमार मशीन का उपयोग करें। ये कीड़ों को आकर्षित करके उन्हें फंसा लेते हैं।

ये मशीनें काफी कारगर होती हैं और इन्हें एक बार लगाने से लंबे समय तक कीड़ों से छुटकारा मिलता है।

इन उपायों में से किसी भी एक या अधिक उपाय का प्रयोग कर सकते हैं। इससे आपके घर में कीड़े कम मंडराएंगे और आप आराम से रह सकेंगे।