सिद्धेश्वर पाण्डेय
व्यूरो चीफ
आजमगढ़ । शाहजेरपुर गांव में रविवार को विजयदशमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। पोखरा के पास श्रीराम और रावण की सेना में भयंकर युद्ध हुआ। भगवान राम ने जैसे ही अहंकारी रावण के पुतले की नाभि में अग्नि बाण मारा, तो पुतला धू धू कर जल उठा और अहंकारी लंकेश का अंत हो गया।
फूलपुर- माहुल रोड के समीप पोखरा के निकट शिव सेवा रामलीला समिति की तरफ से आयोजित देर शाम रावण दहन किया गया। मैदान में भगवान राम और लंकापति रावण की सेनाओं के बीच रोमांचक युद्ध हुआ। अंत में श्रीराम ने रावण की नाभि में अग्नि बाण मारकर उसके पुतले का दहन किया। इस दौरान जलेबी, चाट, फल, सौंदर्य प्रसाधन, मिष्ठान, खिलौने, मिट्टी के बर्तन ,लाई, चुरा आदि की दुकानें सजी थी। मेला में आए स्त्री, पुरुष, बूढ़े, बच्चो ने अपनी जरूरत के सामानों को खरीदा। देर शाम तक लोगो ने मेला का आनंद लिया। इससे पूर्व शनिवार की रात रामलीला मंच पर मेघनाथ, कुंभकरण और रावण वध, हनुमान रावण संवाद, बाली सुग्रीव मित्रता , लंका दहन और सुलोचना सती की लीला का मंचन किया गया। मेघनाथ की पत्नी सुलोचना के सती होने का दृश्य बेहद मार्मिक था। कुंभकरण को नींद से उठाने की लीला का मंचन भी खूब सराहा गया। अंतिम दिन रामलीला का उद्घाटन पूर्व पुलिस निरीक्षक नन्द लाल ने फीता काटकर किया। उन्होंने कहा कि हमें प्रभु श्रीराम के आदर्शों पर चलना चाहिए। वादन कलाकारों ने अपनी सधी हुई प्रस्तुतियों को प्रभु श्रीराम के चरणों में समर्पित किया। इसके बात लीला शुरू हुई। अंतिम दिन रामलीला देखने लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी। इस मौके पर पवन जायसवाल,अंकुर यादव, किशुन मौर्य,रमेश चंद विश्वकर्मा, विकास यादव, चंद्रशेखर यादव, विजेंद्र जायसवाल, निकेलाल मौर्य, अजय यादव आदि लोग थे। फोटो।
Nov 04 2024, 10:06