राम सीता विवाह देख हर्षित हुए लोग
विश्वनाथ प्रताप सिंह
करछना, प्रयागराज। करछना क्षेत्र के भरहा गांव में श्री शिशु रामलीला कमेटी के द्वारा चल रही रामलीला मंचन के पांचवें दिन श्री राम जानकी विवाह के साथ भरत, शत्रुघ्न, और लक्ष्मण का विवाह देख लोग हर्शोल्लासित हो उठे रामलीला मंचन के चौथे दिन धनुष यज्ञ में राम जी ने धनुष का खंडन किया जिसके बाद लोकारिति के अनुसार जनक जी ने राजा दसरथ जी को बारात लाने का न्योता भेजा।
बारात अयोध्या नगरी से चलकर जनक नगरी पहुंची जहा रामलीला मंचन प्रांगण में बाजे-गाजे के साथ द्वार चार के साथ ही पुरे बारात के साथ साथ भारी संख्या में रामलीला मंचन देखने आए पुरुष और महिला के साथ साथ बच्चों को हलुआ पुरी और दमालु प्रसाद के रुप में परोसे गए जहां पर सारे लोगों ने प्रभु श्री राम जी के विवाह की पावन बेला पर प्रसाद ग्रहण किया जिसके बाद राजा जनक ने गुरु विश्वामित्र महाराज जी से आग्रह किया की राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के साथ-साथ मांडवी स्वीकृति और उर्मिला का भी विवाह भरत शत्रुघ्न और लक्ष्मण के साथ करने का रोज किया जिस के बाद चारों भाइयों का विवाह ही समय में पानी ग्रहण से लेकर विवाह संस्कार पूरे विधि-विधान से कराए गए विदाई की बेला पर जनक के द्वारा बेटी सीता के साथ-साथ मांडवी स्वीकृति और उर्मिला को उपदेश देकर कुल का मान बढ़ाने के साथ साथ सांस ससुर की सेवा करने? के साथ ही आशीर्वाद देते हुए विदा किया।
Oct 28 2024, 19:43