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डीएम ने पेट्रोल पंप के लिए एनओसी के लंबित रहने पर जतायी नाराजगी
   हाजीपुर ।
    
        जिले में पेट्रोल पंप के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र लंबित रहने के कारणों की शुक्रवार को डीएम यशपाल मीणा ने समीक्षा की. समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अधिकांश लंबित मामले पीडब्ल्यूडी एवं आरसीडी कार्यालय के स्तर पर लंबित है।

        समीक्षा बैठक में  कई मामलों में बार- बार आपत्ति लगाने पर काफी नाराज हुए डीएम ने कहा कि अच्छी तरह जांच करा लें और जो कुछ भी आपत्ति है, उसका निराकरण एक ही बार में करा लें। कुछ मामले स्थानीय थाना एवं वन विभाग के स्तर पर भी लंबित पाये गये। इसके लिए उन्होंने वन विभाग से अविलंब जांच कर अनापत्ति प्रमाणपत्र देने का निर्देश दिया।

       डीएम ने मामले के ज्यादा लंबित रहने पर नाराजगी जाहिर करते हुए लंबित रखने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने कुछ कर्मियों बैठक को थाना भी भेज दिया।

  डीएम ने कहा कि कार्य के लंबित रहने से दलाली की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। जिससे कार्य में विघ्न उत्पन्न होता है। अगर किसी मामले में एडवर्स रिपोर्ट आता है तो उसे उच्चाधिकारी खुद ही जाकर जांच करें। ताकि किस परिस्थिति में एडवर्स रिपोर्ट आया है, जिसका पता चल सके और उसका निराकरण हो सके। यदि आवेदक ने गलत आवेदन भरा है तो उसे ठीक करा कर आगे का कार्य प्रक्रिया करें।

      जहां विलंब हो रहा है, वहां कुछ ना कुछ गड़बड़ी हो रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए लंबित कार्यों का यथाशीघ्र निष्पादन करने का निर्देश दिया गया। बैठक में अपर समाहर्ता, वरीय उपसमाहर्ता, सीओ महनार एवं महुआ, पेट्रोल पंप के आवेदक, इंडियन ऑयल, बीपीसीएल, भारत पेट्रोलियम आदि तेल कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
नयी पॉलिसी के विरोध में अभिकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
        
      शुक्रवार को भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ताओं ने देशव्यापी आंदोलन के तहत एलआईसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। अभिकर्ताओं ने हाजीपुर शाखा, गोरौल, महुआ, महनार एवं लालगंज एसओ के मुख्य द्वार पर एक घंटे तक प्रदर्शन किया। साथ ही प्रबंधन के विरोध में जमकर नारेबाजी की।

        प्रदर्शन के दौरान एलआइसी अभिकर्ताओं ने बताया कि एक अक्टूबर से भारतीय जीवन बीमा निगम ने बीमा पॉलिसी के प्रीमियम में वृद्धि के साथ-साथ बहुत सारे नियमों में बदलाव की है।
    
       अभिकर्ताओं ने नये प्रीमियम को वापस लेने,
     अभिकर्ताओं के कमीशन यथावत रखे जाने, अभिकर्ताओं के ऊपर थोपे गये काला कानून को वापस लेने, बोनस बढ़ाने जैसी मांग को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं।  जिसके विरोध में भारतीय जीवन बीमा निगम के अभिकर्ताओं ने चरणबद्ध तरीके से राष्ट्रव्यापी आंदोलन की शुरुआत की है।

      बताया कि पांच वर्ष के अंदर पॉलिसीधारक बीमा को सरेंडर करता है, तो पूरे पांच वर्षों का कमीशन अभिकर्ताओं से रिकवरी किया जायेगा।    इतना ही नहीं 50 वर्ष से अधिक व्यक्तियों का बीमा नहीं किया जायेगा।  साथ ही साथ दो लाख रुपये से कम की पॉलिसी जारी नहीं की जायेगी ।

         भारतीय जीवन बीमा निगम के द्वारा प्रीमियम में बढ़ोतरी, बोनस दरों में कमी, अभिकर्ताओं की सुविधाओं में कटौती के विरोध में देशव्यापी आंदोलन किया जा रहा हैं। आंदोलन के चौथे चरण में शुक्रवार को जिले के एसओ सहित हाजीपुर मुख्यालय में प्रदर्शन किया। इस दौरान अभिकर्ताओं ने कहा कि जब तक प्रबंधन उनकी मांगे पूरी नहीं करेगी, तब तक एलआइसी अभिकर्ता नया बीमा नहीं करेंगे।
अधिकार मित्रों को दी गयी कर्तव्य व कार्य की जानकारी कार्यक्रम
   
         पारा विधिक स्वयंसेवक का काम विधिक जागरूकता या विधिक सहायता देना हैं। उनका काम आम लोगों और विधिक सेवा संस्थान के बीच खाई को पाटना होता हैं।
       शुक्रवार को  व्यवहार न्यायालय परिसर में  अधिकार मित्र (पारा विधिक स्वयं सेवक) के दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार, हाजीपुर वैशाली के अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह के निर्देश पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

    इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवेश कुमार, रितु कुमारी, सचिय जिला विधिक सेवा प्राधिकार हाजीपुर, वीरेंद्र प्रसाद मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी हाजीपुर एवं नाजिम अहमद मुंशीफ हाजीपुर ने संयुक्त रूप से किया।

          न्यायिक पदाधिकारी के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी। सभी अधिकार मित्रों को कहा गया कि वे अपने क्षेत्र में न्याय से वंचित लोगों को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना द्वारा चलायी जा रहे विभिन्न योजनाओं के संबंध में आमलोगों को जागरूक करने के लिए हर संभव प्रयास करें। साथ ही बच्चों से संबंधित सभी प्रकार की योजनाओं के संबंध में सभी सार्वजनिक स्थल पर समूह बनाकर बच्चों को मिलने वाली सभी योजनाओं के लिए जागरूक करें।

शनिवार को भी अधिकार मित्रों को प्रशिक्षण दिया जायेगा।
आज होगा मतदाता सूची का प्रकाशन, नामांकन कल से

        आज पैक्स चुनाव के मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा, शनिवार से नामांकन शुरू होगा। 6422 पैक्सों में पांच चरणों में मतदान होगा। पंचायतों से नगर निकाय में आये 162 पैक्स में अभी चुनाव नहीं होगा.

       पैक्सों में कुल 12 पदों के लिए चुनाव कराये जायेंगे. अध्यक्ष और सचिव के पद आरक्षित नहीं है. शेष दस पदों पर आरक्षण का प्रावधान किया गया है. सदस्यता को लेकर दावा-आपत्ति की समय-सीमा खत्म हो गयी है.

        पहले चरण का मतदान 26 नवंबर और पहले चरण के लिए 11 से 13 नवंबर तक नामांकन होगा 19 नवंबर को नाम वापसी की तिथि निर्धारित की गयी है.

     दूसरे चरण का मतदान 27 नवंबर को होगा. 13 से 16 नवंबर तक नामांकन और 20 नवंबर को नाम वापसी की तिथि है.

    तीसरे चरण का मतदान 29 नवंबर को और नामांकन 16 से 18 नवंबर के बीच होगा 22 नवंबर को नाम वापसी की तिथि है।

    चौथे चरण का मतदान 1 दिसंबर को होगा, नामांकन 17 से 18 नवंबर को होगा 23 नवंबर को नाम वापसी होगी।

    पांचवें चरण का चुनाव 3 दिसंबर को होगा 19 से 21 नवंबर को नामांकन और 26 नवंबर को नाम वापसी की तारीख निधारित की गयी है।
पर्व के दौरान वित्तीय संस्थानों और बड़ी दुकानों पर रखें विशेष निगरानी
  
          हाजीपुर जिले में बेहतर पुलिसिंग को लेकर एसपी हरकिशोर राय ने  कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। हाजीपुर के तिसिऔता  थाना का औचक निरीक्षण कर थानाध्यक्ष एवं पुलिस पदाधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। देर रात एसपी के थाना  पहुंचते ही पुलिस पदाधिकारियों में फरा-तफरी मच गयी. एसपी ने थाना की सिरिस्ता में फाइलों एवं आवश्यक सामानों के रख रखाव के साथ ही थाना परिसर में साफ-सफाई को लेकर भी निर्देश दिए।

     निरीक्षण के दौरान एसपी ने थाना में दर्जनों कांडों की भी समीक्षा की।  लंबित कांडों के निष्पादन में तेजी लाने " का निर्देश केस के आईओ को दिया गया. एसपी ने बुधवार की देर रात तिसीऔता थाना का निरीक्षण करने के दौरान थानाध्यक्ष सत्येंद्र सत्यार्थी को निर्देश देते हुए थाना परिसर के चारों तरफ बाउंड्री कराने के लिए पत्राचार करने, थाना परिसर में उच्च कोटी की साफ-सफाई रखने का निर्देश दिया।

       एसपी ने कहा कि थाना में दर्ज कांडों में लंबित चल रहे वारंट, कुर्की के मामले पुलिस पदाधिकारियों त्वरित कार्रवाई कर जल्द से जल्द निष्पादन करना सुनिश्चित करें। गंभीर कांडों में आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ ही क्षेत्र के दागियों पर भी हमेशा पैनी नजर रखने का निर्देश दिया गया।

  आगामी दिपावली तथा छठ पर्व को लेकर एसपी ने थाना के पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को थाना क्षेत्र में सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाने, सभी वित्तीय संस्थान, बड़ी दुकानों, पेट्रोल पंप आदि पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया गया।

         इसके साथ ही नियमित रूप से भूमि विवाद बैठक, क्रिमिनल परेड, चौकीदार परेड का आयोजन करने, थाना क्षेत्र में पूर्ण शराब बंदी को लेकर सभी चौकीदारों को क्षेत्र में भ्रमणशील रह कर निगरानी करने के साथ ही सूचना संकलन कर कार्रबाई करने का निर्देश थानाध्यक्ष एवं पुलिस पदाधिकारियों को दिया गया।

   थाना में स्थापित महिला हेल्प डेस्क के माध्यम से महिलाओं के समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुन कर समाधान करने का निर्देश महिला हेल्प डेस्क के पुलिस पदाधिकारी को दिया गया। इस दौरान अपर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार पुष्पेंद्र के साथ थाना के कई पुलिस पदाधिकारी एवं अन्य लोग मौजूद थे।
जलकुंभी से भरी ऐतिहासिक अभिषेक पुष्करणी, कैसे होगा छठ
     लोकतंत्र की जननी वैशाली में कई एतिहासिक स्थल हैं जिसके लिए पर्यटक तो आते हैं लेकिन इसकी साफ-सफाई और अस्वस्थ संचालन से निराश होना पड़ता हैं। 

     लोक आस्था के महापर्व छठ में अब कुछ दिन ही बचे हैं। लेकिन वैशाली में अधिकांश छठ घाटों पर गंदगी का अंबार पसरा है। छठ घाट की साफ सफाई पर प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वैशाली की ऐतिहासिक अभिषेक पुष्करणी छठ घाट में चारों ओर गंदगी फैला हुआ है। पुष्करणी के अंदर पूरी जगह जलकुंभी उपज गया है। यहां चक्रमदास एवं वैशाली पंचायत के लोग छठ पर्व करने आते हैं।  पर्यटक स्थल के लिहाज से भी यह स्थल काफी महत्वपूर्ण है। पर्यटक अभिषेक पुषकरणी का दर्शन तो करने आते हैं, मगर इसकी स्थिति को देखकर  वापस चले जाते हैं। अब इसमें न तो पानी रहता हैं न ही पर्यटक। विगत दो दशक से इस के सौंदर्यीकरण के नाम पर करोडों की राशि का खर्च हो चुकी है, मगर यह अभिषेक पुष्करणी आज भी उद्धार के इंतजार में है।

     वैशाली प्रखंड क्षेत्र के बावन पोखर, भगवानपुर रत्ती गांव स्थित पोखर, प्रसिद्धनगर गांव स्थित पोखर, गोपालपुर चौक स्थित पोखर सभी जगहों पर गंदगी का अंबार फैला हुआ है। छठ घाट के नाम पर वैशाली के दो दर्जन से अधिक तालाब में छठ घाट का करोड़ों रूपए की लागत से निर्माण कार्य तो हुआ मगर पानी का साफ सफाई, आस पास उगे जंगल एवं तालाब में गंदगी का सफाई कार्य नही हो पाया।

       यहां जतकौली, चिंतामणीपुर, मतैया आदि पंचायत के लोग बड़ी संख्या मे बाया नदी में छठ के  व्रत करने जाते हैं मगर यहां भी सफाई  का कोई व्यवस्था नहीं है कहीं कीचड़ है तो अधिकांश छठ घाट पर गंदगी फैला हुआ है।

         वैशाली प्रखंड क्षेत्र के चकअलहलाद पंचायत के सिमरा, चकअलहलाद, सलेमपुर पंचायत के सलेमपुर, दुमदुमा, फुलाढ पंचायत के फुलाढ, चकपिताम्बर, मंसूरपुर आदि गांव के लोग हजारों की संख्या मे गंडक नदी के किनारे छठ पर्व करने आते हैं। इस वर्ष बाढ आने के कारण कई छठ घाट खतरनाक बन गया है नदी के किनारे हीं दस से बारह फीट तक गड्डा बन आया है। इस लिहाज से गंडक नदी का रमदौली, चकपिताम्बर, फुलाढ, सिमरा आदि छठ घाट बेहद हीं खतरनाक हो गया है।

             
आधुनिकता की चकाचौंध में गायब हो रहीं परंपराएं, दीये की जगह ने लीं रंग-बिरंगी झालर लाइटें
अपने साथ मिट्टी के शित्यकार के घर भी बांटे दीवाली की खुशियां

       आधुनिकता के चकाचौंध में हमारी वर्तमान पीढ़ी अपनी परंपरा व विरासत को भूलती जा रहीं है। दीवाली में अब मात्र चंद दिन ही शेष रह गये हैं। दीवाली की खुशियां बांटने के लिए अमीर, गरीब सभी तैयारी में जुट गये हैं।
        दिवाली में मिट्टी के दीये का भी अपना अलग महत्व है। भले ही लोग रंग बिरंगी लाइटों के घर को सजाने में दिलचस्पी रखते हैं, लेकिन लोगों की उनके घरों में भी दिवाली की खुशियां बांटनी चाहिए जिनके कठिन परिश्रम से बनाये दीये से अपना घर रोशन करते हैं।
          कठिन परिश्रम एवं उम्मीद के साथ दिन रात एक कर मिट्टी के दीये बनने वाली मिट्टी कला के शिल्पकार पूरे साल दीवाली आने का इंतजार करते हैं, महंगाई बढ़ने के साथ ही विज्ञान के नये-नये आविष्कार ने लोगों को मिट्टी के दीये की जगह रंग-बिरंगी बल्बों की रोशनी की और अधिक आकर्षित कर रही है।
          इससे पूर्व से चली आ रही सभ्यता विलुप्त होती जा रही है. मिट्टी के दीये एवं अन्य सामान बनाने वाले शिल्पकार की कला के कद्र पर संकट गहराने लगा है. मिट्टी की महंगाई के साथ कठिन परिश्रम करने के बाद भी उचित मूल्य नहीं मिलने से शिल्पकार की वर्तमान पीढ़ी इस धंधे से मुंह मोड़ रही है. हालांकि इस बिरादरी के बुजुर्ग आज भी इसे अपने परिवार के लिए आय का जरिया मान कर इसे जिंदा रखे हैं.
  दीया व अन्य बर्तन आदि बनाने के लिए खरीदनी पड़ती है मिट्टी
       मिट्टी के शिल्पकार सोनेलाल पंडित, देवेंद्र पंडित, महादेव पंडित आदि ने बताया कि महंगाई बढ़ने के कारण शिल्पकार को मिट्टी की कला की कीमत नहीं मिल रही है. दिवाली में अब कुछ दिन ही बाकी बचे है. इस वर्ष पटना से कुछ व्यापारी दीये के लिए आये थे. पांच हजार दीया बना कर सप्लाइ की गयी है. महंगी मिट्टी खरीदने के कारण बचत नहीं होता है, लेकिन परिवार के भरण-पोषण के लिए इस कार्य को जारी रखे हैं. बताया कि  चार हजार रुपये प्रति ट्रेलर की दर से बरैला चंवर से मिट्टी खरीद कर लाया गया है। जगह-जगह चिमनी भट्ठा होने के कारण नजदीक में मिट्टी नहीं मिल पाती है।
      60 पैसा प्रति दीया की दर से व्यापारी करते हैं खरीददारी
      बताया गया कि मिट्टी के बर्तन, दीया, बच्चों के खिलौने आदि बनाया जाता है। 60 पैसे प्रति दीया की दर से पटना, मुजफ्फरपुर के व्यापारी दीया ले जाते शिल्पकारों ने बताया कि काफी मेहनत के बाद एक दिन में एक आदमी एक हजार दिया बना लेता है। दो दिन सूखने के बाद उसे आवा में पकाया जाता है, जिसके बाद वह तैयार हो जाता है. दीये की बिक्री कम होने के कारण आमदनी भी कम हो गयी है, जिससे युवा पीढ़ी इस धंधे को छोड़ कर प्रदेशों में काम करने चले जाते हैं. हालांकि पर्व, त्योहार एवं लगन के दिनों में इस व्यवसाय से अच्छी आमदनी हो जाती है।

दिवाली में मिट्टी के दीये जलाने के लिए लोगों को करें प्रेरित लोगों से अपील है कि दिवाली में लोगों के घरों को दीया के प्रकाश से रौशन करने वाले दीया निर्माता के घर में भी खुशियां बांटने के लिए इस दीवाली मिट्टी के दीये जलाए।अपने आस-पास के दीया बनाने वाले से दीया खरीदे जिससे उनके घर के बच्चे भी खुशियों की दिवाली मना सके। इसके लिए लोगों को भी प्रेरित करें तथा अभियान में शामिल होकर सभी एक साथ दिवाली की खुशियां मनाएं।
       शिल्पकारों व कारीगरों को नहीं मिल रहा         विश्वकर्मा योजना का लाभ

      मिट्टी शिल्पकार सोनेलाल पंडित ने बताया कि शिल्पकार एवं अन्य कारीगरों को रोजगार के लिए आर्थिक मदद के रूप में सरकार ने विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की है, लेकिन इसका लाभ वैसे लोग अधिक उठा रहे है जो पहले से समृद्ध है. कमजोर एवं गरीब शिल्पकार तथा कारीगर को कार्यालय का चक्कर लगाने के लिए समय नहीं रहने के कारण वंचित रह गये हैं. बताया कि विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन किया था, लेकिन उसका लाभ नहीं मिल सका है.
आकांक्षी प्रखंड लालगंज की इतवारपुर सिसौला में पंचायत योजना निर्माण समूह का हुआ गठन
स्वस्थ पंचायत, बाल हितैषी पंचायत जैसी योजनाओं पर होगा काम

       आकांक्षी प्रखंड के लिए चयनित जिले के एकमात्र प्रखंड लालगंज की इतवारपुर सिसौला पंचायत में एक बैठक किया गया हैं । इस बैठक में जीपीपीएफटी टीम का गठन किया गया हैं। इस टीम के गठन का मुख्य उद्देश्य पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए थीम एवं योजना का चयन करना हैं। थीम एवं योजना के चयन के बाद समूह के सभी सदस्यों के साथ चर्चा एवं सहमति के बाद वार्षिक ग्राम पंचायत विकास योजना को इ-ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड करना  है।

        सदस्यों के द्वारा योजना की स्वीकृति के उपरांत  पंचायत में विकास से संबंधित कार्य किये जायेंगे। बैठक मुखिया दिनेश राम की अध्यक्षता में हुई ।बैठक में सहयोग करनेवाली संस्था ने पीरामल फाउंडेशन की ओर से उपस्थित प्रोग्राम लीडर मनोज कुमार थे। मनोज कुमार ने बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधि व फाउंडेशन एलएसडीजी के अंतर्गत आनेवाले सभी नौ थीम की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही उपस्थित लोगों और प्रतिनिधियों से अपनी पंचायत के लिए जरूरी योजनाओं का चयन करने में अपना सुझाव अवश्य देने को कहा।

      बैठक में सदस्यों की सर्वसम्मति से स्वस्थ पंचायत, बाल हितैषी पंचायत और स्वच्छ और हरा-भरा पंचायत के ऊपर  काम करने का निर्णय लिया गया। इसके अंतर्गत बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण, होम डिलीवरी मुक्त पंचायत, एनीमिया मुक्त पंचायत, फाइलेरिया मुक्त पंचायत, ड्रॉप  फ्री पंचायत, सभी बच्चियों को प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति, सभी योग्य फाइलेरिया मरीज को दिव्यांगता सर्टिफिकेट का वितरण, इन सभी संकेतकों को आगामी वर्ष की योजनाओं में शामिल करने का निर्णय लिया गया।

   बैठक में मुखिया के अलावा  वार्ड मेंबर, सभी कर्मचारी, आंगनवाड़ी व सेविका, आशा दीदी, महिला पर्यवेक्षिका, प्रधानाध्यापक और पीरामल फाउंडेशन की ओर से दिव्या भारद्वाज, पीयूष चंद्र, क गांधी फेलो बलराम दास, कोमल सिंह और उर्वशी प्रजापति उपस्थित थे।
बेहतर जानकारी के अभाव में लोग हो रहे हैं साइबर ठगी के शिकार : डीएसपी
      जागरूकता को लेकर पुलिस मुख्यालय पटना के निर्देश पर जनसंवाद कार्यक्रम का हुआ आयोजन          साइबर फ्रॉड की बढ़ती घटना की देखते हुए पुलिस मुख्यालय पटना तथा सौ-डैक के संयुक्त निर्देश पर शहर के  साइबर थाना परिसर में साइबर सुरक्षा जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएसपी सह चांदनी सुमन ने की। इस दौरान शहर के स्कूल, कॉलेज के सीनियर छात्र-छात्राओं के बीच साइबर फ्रॉड को लेकर आवश्यक जानकारी तथा इससे बचाव के तरीके बताये गये, पुलिस मुख्यालय से प्राप्त निर्देश के आलोक में जिले में दो स्थानों पर जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन  किया जाना है।

      जिसमें प्रथम कार्यक्रम साइबर थाना परिसर में मंगलवार को आयोजित किया गया, दूसरा जनसंवाद कार्यक्रम कॉलेज में आगामी 25 अक्टूबर को आयोजन किया जाना है। साइबर थानाध्यक्ष ने बताया कि तकनीक की बढ़ते सुविधा के बीच साइबर अपराध की घटना में भी काफी  इजाफा देखा जा रहा है। इसका मुख्य वजह लोगों में जागरूकता  की कमी है।

      जानकारी के अभाव में आए दिन साइबर फ्रॉड  का शिकार हो रहे है. बताया गया कि साइबर अपराधी प्रतिदिन नये-नये तरीके अपनाकर लोगों को नौकरी का लालच, बिजली बिल में सुधार, जमीन के कागजात में सुधार, राशन कार्ड में नाम जोड़ने, बैंक का अकाउंट बंद होने, इ-केवाइसी कराने जैसे बहुत सारे बहाने बनाकर अपनी जाल में फंसा लेते हैं तथा उनकी गाढ़ी कमाई के पैसे मिनटों में उनके खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं।

  बताया गया कि साइबर फ्रॉड कई बार फर्जी बेवसाइट के लिंक सोशल मीडिया पर अपलोड कर मोबाइल को हैक कर लेते है. जैसे ही लोग लिंक पर क्लिक करते है कि मोबाइल की पूरी गोपनीयता खत्म हो जाती है, जिससे आसानी से साइबर अपराधी लोगों को चूना लगा देते हैं।

साइबर फ्रॉड आपको बना सकते हैं अपना शिकार

फेंक लोन ऐप के माध्यम से साइबर अपराधी बना सकते है ठगी का शिकार

आजकल टेलीग्राम टास्क स्मैक के माध्यम से काफी लोग हो रहे हैं शिकार

जॉब अॉफर, फ्रेंचाइजी फ्रॉड जैसे स्मैक भी काफी प्रचलित हो रहे हैं।

बिजली बिल भुगतान के नाम पर भी लोगों को बनाया जा रहा ठगी के शिकार,

टेलीग्राम ग्रुप स्टॉक मार्केट, घर बैठे काम से मोटी कमाई जैसे प्रलोभन

क्रेडिट कार्ड और कॉल फॉर्वडिंग के माध्यम से भी लोगों को बनाया जा रहा शिकार

इन बातों का रखें ध्यान

अपने सोशल मीडिया अकांउट फेसबुक वाट्सऐप आदि के प्रोफाइल को हमेशा लॉक रखें।

किसी भी अनजान लिंक पर बिना सोचे-समझे क्लिक नहीं करें।

किसी भी फ्रॉड कॉल या स्पाम कॉल पर अपनी सीक्रेट जानकारी अनजान लोगों के साथ शेयर नहीं करें।

बैंक से संबंधित कोई भी जानकारी अनजान लोगों के साथ शेयर नहीं करें।

गाव में घूम-घूम कर पेंशन के लिए आधार कार्ड का
इ केवाइसी के लिए अपना फिंगर प्रिंट किसी अनजान के साथ शेयर नहीं करें।

बैंक किसी भी ग्राहक से फोन पर किसी प्रकार की जानकारी नहीं मांगती है। ऐसे कॉल आने पर उसे इग्नोर करें।
हरिहर क्षेत्र मेले के विस्तार व राष्ट्रीय दर्जे की मांग को लेकर लोगों ने किया प्रदर्शन

मंगलवार को विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेले का विस्तार करने और महाकुंभ के तर्ज पर मेला आयोजित करने की मांग को लेकर जौहरी बाजार   में प्रदर्शन किया गया। स्वामी विवेकानंद सामाजिक शोध संस्थान, बिहार के तत्वावधान में  इन मांगों को लेकर बुद्धिजीवियों और नागरिकों ने प्रो अजीत कुमार के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने हरिहर क्षेत्र मेले को राष्ट्रीय मेले का दर्जा देने और इस क्षेत्र को विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र बनाने की भी मांग की।


    इसके बाद शहर में प्रदर्शन करते हुए यादव चौक पर सभा की गयी। सभा की अध्यक्षता करते हुए प्रो अजीत कुमार ने कहा कि हरिहर क्षेत्र मेला 325 ईसा पूर्व से लगते आया है। 1803 के दशक में अंग्रेजी शासनकाल में इसे सरकारी मेले के रूप - में आयोजित करने और इसे विकसित - करने की घोषणा की गयी।

         तब से मेला लगातार प्रसिद्धि के शिखर पर चढ़ता रहा है। लेकिन, दुर्भाग्य है कि राज्य सरकार की उदासीनता और तुगलकी फरमान के कारण विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला सिमटता चला गया। मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित कर इसका विस्तार पहलेजा घाट धाम, सबलपुर, सोनपुर कालीघाट से लेकर हाजीपुर के जौहरी बाजार, अंदर किला, मोक्षधाम कौनहारा घाट से रामचौरा मंदिर, रामभद्र तक किया जाना चाहिए।

   सभा का संचालन शिवनाथ सिंह ने किया।सभा में पतंजलि योग समिति, वैशाली के अध्यक्ष जयनारायण सिंह, अधिवक्ता अभिषेक सिंह, परमात्मा राय, अमित कुमार स्वाभिमानी, डॉ सीके तिवारी, गणेश सिंह, पंकज कुमार सिन्हा, विनोद कुमार सिंह, दिलीप कुमार ठाकुर, प्रभात सिंह, आरके गुप्ता, सुधाकर सिंह, भोला कुमार, राजीव कुमार राय आदि ने विचार रखे।

   वक्ताओं ने राज्य सरकार पर हरिहर क्षेत्र मेले के प्रति उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मेले में प्रतिवर्ष विभिन्न देशों के पर्यटक आते रहे हैं। इसके पौराणिक, धार्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने ठोस कदम नहीं उठाया, तो इस मुद्दे को लेकर जनांदोलन खड़ा किया जायेगा. रुद्र प्रताप सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

कांग्रेस नेता ने गोविंदचक से बजरंग चौक तक स्ट्रीट लाइट लगाने की एसडीओ से की मांग

सोनपुर के गोविंदचक, त्रिभुवन चौक से बजरंग चौक के बीच पर्याप्त संख्या में स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग कांग्रेस नेता पंकज कुमार परमार ने एसडीओ से की है।उन्होंने कहा कि जेपी सेतु के उद्घाटन के समय से गोविंदचौक, त्रिभुवन चौक से जेपी सेतु की दोनों तरफ सड़क पर पर्याप्त रोशनीकी व्यवस्था थी तथा एक पुलिस चौकी भी कार्यरत थी, जिससे उस रास्ते से आने-जाने वाले लोगों को रोशनी मिलती थी, लेकिन कुछ महीनों के बाद वहां प्रकाश की व्यवस्था धीरे-धीरे बंद हो गयी, जो आज तक बंद है। पुलिस चौकी भी हटा ली गयी है। फलस्वरूप त्रिभुवन चौक और उसके आसपास के क्षेत्र में आपराधिक घटनाएं बढ़ गयी हैं।