मेजा तहसील अंतर्गत खूंटा चौराहे अनशन किसान
विश्वनाथ प्रताप सिंह
मेजा, प्रयागराज।पानी को लेकर खूंटा चौराहे पर चल रहा किसानों का धरना को आमरण अनशन मे तब्दील हो गया । तय समय सीमा के के मुताबिक नहर का पानी टेल तक न पहुंचने से आक्रोशित किसानों ने अधिशासी अभियंता और रेडियो द्वारा की गई वार्ता को पेशकश को भी ठुकरा दिया और अन्न त्याग कर आमरण अनशन करने का निर्णय ले लिया ।
दो दिन पहले धरने पर बैठे किसानों से अधिशासी अभियंता एवं एसडीओ ने वार्ता कर धरना समाप्त करने की अपील की थी , लेकिन इटवा हर्दिहा रजबहा में मोजरा गांव के नीचे पानी नहीं पहुंच पाने से किसान आक्रोशित हो उठे ।इस भारती किसान यूनियन किसान संगठन के पदाधिकारियों ने किसानों के साथ बैठकर निर्णय लिया कि अब वह आर - पार की लड़ाई लड़ेंगे ।मंडल अध्यक्ष भैया जी मिश्रा एवं मंजूराज आदिवासी द्वारा निर्णय लिया गया कि धरना स्थल पर बैठे किसान अब आमरण अनशन करेगे ।
जब तक टेल पर के किसानों की सिंचाई नहीं हो जाती तब तक अब अनशन जारी रहेगा ।वही एसडीओ ने बार - बार फोन करके बातचीत करने की बात कही तो किसानों ने बातचीत करने से इनकार कर दिया ।बता दे कि पिछले 18 दूर से मे जाके चांद खमरिया के खूंटा चौराहे पर निरंतर धरना चल रहा है । किसानों की मांग है कि हर्दिहा रजबहा से सम्बंधित सुजनी एवं इटवा रजबहा टेल तक धान की फसल सिंचाई कराई जाए, लेकिन अधिकारी अभी तक पानी नहीं पहुंचा पाए ।संगठन के किसानों ने निर्णय लिया है कि बेलन नहर विभाग के आधिकारियों को सस्पेड़ कराने तक यह लड़ाई नही रुकेगी । सत्याग्रह में पूर्वांचल प्रदेश अध्यक्ष राजीव सिंह चंदेल,धर्मेंद्र सिंह पटेल,बिहारी लाल प्रजापति, मास्टर, विनय शुक्ला, मनोरमा आदिवासी,पन्ना सिंह, शंकराचार्य भूतिर्या आदि मौजूद रहे।
Oct 25 2024, 20:15