नशीली दवाओं की लत और मादक द्रव्यों के सेवन को रोकने हेतु शिक्षा एवं जागरूकता अभियान
प्रयागराज। भारत सरकार के निर्देशन में नशीली दवाओं की लत और मादक द्रव्यों के सेवन को रोकने हेतु शिक्षा एवं जागरूकता अभियान के अंतर्गत के पी ट्रेनिंग कॉलेज में युवाओं के बीच एक कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यक्रम का निर्देशन जिला युवा धिकारी जागृति पांडेय ने किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्या अंजना श्रीवास्तव ने युवाओं को बताया कि देश एक गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है - नशीली दवाओं की लत का बढ़ता प्रचलन और अपने युवाओं के बीच मादक द्रव्यों का सेवन न स्वयं करें और न ही अपने पड़ोस में इसे बर्दाश्त करें। पुलिस विभाग से ट्रैफिक इंस्पेक्टर पवन पांडे ने बताया कि कैसे नशे के कारण सड़कों पर दुर्घटनाएं बढ़ती जा रहीं हैं और नशे की यह लत ना सिर्फ युवाओं के शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डालती है बल्कि मानसिक स्थिति और उनके भविष्य के अवसरों को भी ख़तरे में डालता है।
कई बार सहकर्मी दबाव, शैक्षणिक तनाव और तीव्र परिवर्तन इत्यादि युवाओं में इस लत को ले आने में कारक का कार्य करते हैं। इससे निपटने के लिए सामुदायिक रूप से आगे आने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में National Action Plan for Drug Demand Reduction- NAPDDR के मास्टर ट्रेनर निर्मल कांत पाण्डेय तथा स्मिता कुशवाहा के साथ मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग की काउंसलर गीता कौशल, आजमगढ़ के युवा स्वयं सेवक दीपक प्रजापति ने विभिन्न नशामुक्ति संबंधी विषयों पर जागरूक किया।मास्टर ट्रेनर निर्मल कांत ने नशे की लत लगने के मुख्य कारणों पर बेहतरीन ढंग से फोकस किया और युवाओं को इसे जड़ से खत्म करने का आवाहन किया।
बहरिया ब्लॉक से युवा ट्रेनर स्मिता ने इस समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण को समझाया। चाका ब्लॉक से स्वयं सेवक यंग लीडर गुड़िया सिंह ने नशे के कारण देश में नशाखोरी के कारण जनित दुष्प्रभावों को बताते हुए इससे बचने की अपील की।
नशामुक्ति पर आधारित प्रश्नोत्तरी के 4 विजेताओं को पुरस्कार तथा प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में संचालक की भूमिका में कॉलेज की प्रोफेसर शक्ति ने किया।
Oct 25 2024, 19:39