झारखंड में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू,सीएम ने कोल कंपनियों के पास बकाया राशि मांगा ,तो भाजपा ने कहा- केंद्र फर्जी अकाउंट के लिए पैसा नही देगी
झारखंड डेस्क
रांची: झारखंड में चुनाव से पूर्व पक्ष विपक्ष में बाकयुद्ध का सिलसिला शुरू हो गया है।
सीएम हेमंत सोरेन एक तरफ केंद्र सरकार के कोयला मंत्रालय के अधीन कोल कंपनियों के पास झारखंड सरकार के बकाया पैसे एक लाख छत्तीस हज़ार मांग रहा है तथा अब तक भाजपा से चुनकर या भाजपा की बनी झारखंड में सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि झारखंड के हक के पैसे आज तक किसी ने नही मांगा, जो इस राज्य के जनता का हक है ।
हेमन्त सोरेन के इस मांग पर हमला करए हुए भाजपा ने कहा कि झारखंड कोई मौजूदा सरकार को फर्जी अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए पैसा केंद्र सरकार देगी।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अजय शाह ने कहा है कि सीएम हेमंत सोरेन केंद्र से एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार को विकास के लिए पैसा देगी, फर्जी अकाउंट में डालने के लिए नहीं. अजय शाह ने कहा कि हेमंत सोरेन राज्य में सरकार चलाने में विफल रहे हैं. उनके पास कोई भी ऐसी योजना नहीं है, जिसे उन्होंने पांच साल में शुरू किया हो. केवल हाल के महीनों में जल्दबाजी में लागू की गयीं योजनाओं के आधार पर वोट मांग रहे हैं.
दशकों पुरानी मांग आज क्यों?
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय शाह ने कहा कि जिस बकाया राशि की बात मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कर रहे हैं, वह दशकों पुरानी है. यह रॉयल्टी-टैक्स का मामला 1989 से इंडिया सीमेंट बनाम तमिलनाडु सरकार के केस से संबंधित है. कई मुद्दों की सुप्रीम कोर्ट से व्याख्या होनी बाकी है. लेकिन, मुख्यमंत्री जनता को गलत आंकड़ों से सिर्फ भ्रमित कर रहे हैं. भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि शिबू सोरेन केंद्रीय कोयला मंत्री थे, तब उन्होंने इस राशि को वापस लाने के लिए कौन सी पहल की थी.
केंद्र ने हमेशा झारखंड को मांग से अधिक वित्तीय सहायता दी
अजय शाह ने आगे कहा कि राज्य सरकार को यह भी बताना चाहिए. केंद्र सरकार ने हमेशा झारखंड को उसकी मांग से अधिक वित्तीय सहायता दी है.
नितिन गडकरी ने भी सार्वजनिक रूप से कहा था कि केंद्र झारखंड को धन देने के लिए तैयार है, लेकिन हेमंत सोरेन सरकार के अधिकारी सड़क बनाने के बजाय पैसे बनाने में अधिक दिलचस्पी ले रहे हैं. भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उनकी सरकार ने डीएमएफटी फंड का किस तरह उपयोग किया है.
हेमंत सरकार ने इस फंड का भारी दुरुपयोग किया है. इसका उपयोग जनता के कल्याण के बजाय अधिकारियों और झामुमो नेताओं और कार्यकर्ताओं के सुख-सुविधा के लिए किया गया है. राज्य सरकार के कुछ विभागों से पैसे फर्जी खातों में ट्रांसफर किये जाने की पुख्ता खबरें भी सामने आयी हैं.
सीएम सोरेन ने जनता से की अपील ,अपने हक की मांग उठाएं
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स के माध्यम से लोगों से अपील की थी कि वे अपने हक के लिए आवाज उठायें. उन्होंने कहा कि अगर आप आज अपना हक नहीं मांगेगे, तो हमारे पैसों से दूसरे राज्यों को विशेष पैकेज मिलेगा और आप खाली हाथ रह जायेंगे. आज आवाज उठाइए. अपने अधिकारों के लिए खड़े होइए. झारखंड का भविष्य आपके हाथों में है.
Oct 12 2024, 10:31