शहर का कूड़ा बना 16 गांवों के लिए जी का जंजाल, हजारों परिवारों के सांस पर संकट..अधिकारी मौन
विभु मिश्रा
गाजियाबाद। मुरादनगर पाइप लाइन रोड पर गाजियाबाद नगर निगम द्वारा डंप किए जा रहे शहर के कूड़े का मामला अब मामूली धुएं से आग में तब्दील होता नजर आ रहा है। 16 गांव के किसान नगर निगम के इस कदम के खिलाफ अब आरपार की लड़ाई के मूड से मैदान में कूद पड़े हैं। इन गांव के किसानों ने इस मुद्दे पर अनिश्चितकालीन धरना और क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। और प्रशासन को जल्द इस समस्या से निजात दिलाने के लिए चेतावनी दे डाली है।
दूसरे दिन गुरुवार को बहादुरपुर से रविन्द्र त्यागी, डॉ योगराज त्यागी, कृष्ण त्यागी उर्फ के के त्यागी और शाहपुर से मुखिया प्रवीण त्यागी व बूटन त्यागी क्रमिक अनशन पर बैठे। इस दौरान उन्होंने नगरायुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नगरायुक्त शहर को बेहतर बना कर गांव को गंदगी से पाट देना चाहते हैं। शहर को साफ सुथरा बनाने की चाहत में वो ग्रामीणों और उनके बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्हें नरक में झोंक दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक अपने आप को किसान का बेटा कहते हैं, लेकिन उन्हें शायद किसान और किसान के दर्द का कोई आभास नहीं है। वह इस समय जहां शहर वासियों को बेहतर जीवन देने की कौशिश में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों का जीवन बर्बाद करने की तरफ अपने पूरी निगम मशीनरी को लगा रखा है। हालात ये बन गए हैं कि यहां गाजीपुर जैसा कूड़े का पहाड़ बन गया है। जिस कारण पाइपलाइन के आस-पास के गांवों में तरह-तरह की बीमारियां फैल रही है। यहां का पानी और वातावरण पूरी तरह दूषित हो चुका है।
ज्ञात होगा कि भीकनपुर और महमूदाबाद के पास पाइपलाइन के किनारे नगर निगम शहर का कूड़ा डम्प कर रहा है, जिस कारण यहां 200 फीट ऊंचा पहाड़ बन गया है। मजे की बात की है कि जहां यह डम्प किया जा रहा है वहां पहले 30 मीटर गहरी जमीन की खुदाई की गई है उसके बाद यह कूड़ा डाला गया है। जिससे आसपास के गांवों का पानी भी दूषित हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्रीय भाजपा विधायक अजीतपाल त्यागी के साथ-साथ तमाम प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगा वो लोग अब थक चुके हैं। इसलिए अब वह खुद इस समस्या से निबटेंगे। इसके लिए चाहे जो करना पड़े। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि उनकी मांग पर जल्द ही प्रशासन ने फैसला नहीं लिया, तो वे 765 किलोमीटर की पद यात्रा करके गोरखपुर के गौरक्षपीठ पहुंचेंगे और वहां सीएम योगी आदित्यनाथ से इस मामले की शिकायत करेंगे।
Oct 09 2024, 11:48