फल्गु नदी में स्काउट एंड गाइड के 6 कैडेट्स डूबे: दो की मौत, एक लापता, डीएम ने कहा- ये बच्चे स्काउट गाइड के हैं, परंतु ड्यूटी में नही थे
गया। बिहार के गया में पितृपक्ष मेले में ड्यूटी कर रहे स्काउट एंड गाइड के कैडेट्स की डूबने की खबर है. घटना की जानकारी के बाद एसडीआरएफ की टीम रेसक्यू में जुट गई है. 6 कैडेट्स डूब गए हैं जिसमें दो की मौके पर मौत हो गयी है. एक लापता है जिसकी तलाश की जा रही है. तीन कैडेट्स को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मृतकों में रिया कुमारी 17 वर्ष बेलागंज स्टेशन निवासी, आलोक कुमार 16 वर्ष बेलागंज वजनपुरा निवासी शामिल है. तीन गंभीर हालत में मेडिकल भर्ती कराए गए हैं जिसमें नैसी कुमारी 17 साल मुफस्सिल थाना अंतर्गत मुफस्सिल ब्लॉक, 16 वर्षीय मुफस्सिल थाना के खंजहापुर की मनीषा कुमारी, विकास कुमार 22 शामिल है.
घटना संगम घाट के समीप की बताई जाती है. विष्णुपद सीता कुंड से कुछ दूरी पर है यह हादसा हुआ है. मृतका रिया के जीजा दीपक कुमार ने बताया कि स्काउट गाइड की एक महिला हेड पिंडदान कर रही थी. इसी दौरान रिया फूल माला दे रही थी. उसका पैर फिसल गया और डूबने लगी. उसे बचाने के क्रम में गए अन्य कैडेट्स भी डूबने लगे.
यह घटना कैसे हुई इसके बारे में भी पता नहीं चल रहा है. संगम घाट के समीप स्काउट एंड गाइड के छात्र कैसे पहुंचे यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है. इसको लेकर छानबीन की जा रही है. एक लापता कैडेट की तलाश जारी है. घटना के बाद से संगम घाट पर अफरा-तफरी का माहौल है.
पुलिस ने की घटना की पुष्टिः घटना को लेकर गया पुलिस ने सोशल मीडिया X पर घटना की पुष्टि की है. गया पुलिस का कहना है कि रबड़ डैम के उत्तरी तरफ नहाने के लिए गए कुछ बच्चे पानी में डूब गए. प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों को तत्क्षण घटनास्थल पर भेजा गया. टीम की सहायता से पांच बच्चों को फल्गु नदी से बाहर निकाला गया, दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया तथा तीन बच्चों की स्थिति सामान्य बताई जा रही है. एक और के डूबने की खबर है, जिसकी तलाश जारी है.
17 सितंबर से गया में पितृपक्ष मेला चल रहा है. बुधवार 2 अक्टूबर को अंतिम दिन है. मेला में बिहार के साथ साथ अन्य राज्य और देश-विदेश से तीर्थयात्री अपने पूर्वजों का पिंडदान करने के लिए पहुंच रहे हैं. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए पुलिस बल और स्काउट एंड गाइड के कैडेट्स को भी ड्यूटी पर लगायी गयी है.
गया के जिलाधिकारी ने कही यह बातें
■ ये बच्चे स्काउट गाइड के हैं, परंतु ड्यूटी में नही थे।
■ ये बच्चे नदी में निजी तौर पर नहाने आये थे।
■ पितृपक्ष मेला क्षेत्र के बाहर की घटना है, इसीलिये पितृपक्ष मेला के साथ जोड़कर नही दिया जाए।
■ मृतक के परिजनों को आज ही 4-4 लाख रुपया मुआवजा भी दिया जा रहा है।
रिपोर्ट; मनीष कुमार।
Oct 02 2024, 16:54