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महात्मा गांधी की 155वीं जयंती: जानें उनके 7 महत्वपूर्ण आंदोलनों के बारे में, जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

समूचे भारत में आज यानी 2 अक्टूबर 2024 को महात्मा गांधी की 155वीं जयंती मनाई जा रही है। हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ लेकिन ये आजादी का फल यूं ही नहीं मिल गया था। देश को यह आजादी दशकों की कड़ी तपस्या के बाद मिली थी। आज ही के दिन हमारे देश ने अपनी परतंत्रता की बेड़ियों को तोड़ा था। यूं तो इस आजादी में बहुत से लोगों का अहम किरदार रहा लेकिन हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का कुछ अलग ही रहा। हमारे देश के राष्ट्रपिता की अहिंसावादी सोच का पूरे विश्व में बोलबाला है और समूचे जगत में इस पथ को नमन किया जाता है। उन्होंने हमारे देश को आजाद कराने के लिए कई आंदोलन किए। आज हम महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर आपको उनके सात ऐसे आंदलनों के बारे में बताएंगे, जिन्होंने इस देश से अंग्रेजों के पैर उखाड़ दिए थे, जिससे वे हमारे देश को छोड़ने के लिए मजबूर हो गए थे।

महात्मा गांधी के आंदोलन

नीचे दी गई लिस्ट के माध्यम से आप महात्मा गांधी के उन सात आंदोलनों से अवगत हो सकेंगे जिसकी वजह से अंग्रेजों को हमारे देश से भागने पर मजबूर होना पड़ा था।

-चंपारण सत्याग्रह: यह आंदोलन 1917 में बिहार के चंपारण जिले में शुरू हुआ था, जहां किसानों को नील की खेती के लिए मजबूर किया जा रहा था। गांधी जी ने किसानों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और सरकार को इस पद्धति को समाप्त करने के लिए मजबूर किया ।

खेड़ा आंदोलन: 1918 में गुजरात के खेड़ा जिले में शुरू हुआ, यह आंदोलन किसानों के कर माफी की मांग के लिए था। गांधी जी ने किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी और सरकार को कर माफी के लिए मजबूर किया।

रॉलेट ऐक्ट का विरोध: 1919 में गांधी जी ने रॉलेट ऐक्ट के खिलाफ आंदोलन शुरू किया, जिसने ब्रिटिश सरकार को भारतीयों के खिलाफ सPECIAL पावर दिए थे। गांधी जी के नेतृत्व में यह आंदोलन भारत भर में फैल गया और सरकार को इस ऐक्ट को वापस लेने के लिए मजबूर किया।

असहयोग आंदोलन: 1920 में शुरू हुआ, यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार के साथ सहयोग करने से इनकार करने के लिए था। गांधी जी ने लोगों से सरकारी नौकरियों, स्कूलों और अदालतों का बहिष्कार करने का आह्वान किया।

सविनय अवज्ञा आंदोलन: 1930 में शुरू हुआ, यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सविनय अवज्ञा का आह्वान था। गांधी जी ने लोगों से सरकारी कानूनों का उल्लंघन करने और सत्याग्रह करने का आह्वान किया।

भारत छोड़ो आंदोलन: 1942 में शुरू हुआ, यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार को भारत छोड़ने के लिए था। गांधी जी ने लोगों से ब्रिटिश सरकार के खिलाफ संघर्ष करने का आह्वान किया।

सत्याग्रह आंदोलन: यह आंदोलन गांधी जी के सत्याग्रह की अवधारणा पर आधारित था, जिसका उद्देश्य अहिंसा और सत्य के माध्यम से सरकार को बदलना था।

उक्त में से क्विट इंडिया मूवमेंट

का प्रभाव जनता पर इस कदर पड़ा था कि पूरा देश ही 'भारत छोड़ो आंदोलन' की मुहिम में शामिल था। आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस आंदोलन के दौरान ही महात्मा गांधी ने 'करो या मरो' का नारा दिया था। इन नारे से जनता पर ऐसा प्रभाव ऐसा पड़ा कि अंग्रेजों के पैर उखड़ गए और उन्हें हमारे देश को छोड़कर भागना पड़ा।

सावधान,वॉट्सऐप पर इंटरनेशनल जॉब ऑफर हो सकते हैं फर्जी,आप हो सकते हैं साइबर ठगी का शिकार

आजकल वॉट्सऐप पर जॉब ऑफर मिलना आम बात हो गई है. खासकर युवाओं को इंटरनेशनल कंपनियों से अट्रैक्टिव सैलरी के ऑफर मिलते हैं. लेकिन क्या ये ऑफर वाकई सच हैं? क्या इन पर भरोसा किया जा सकता है? ये ऑफर अक्सर बहुत ही आकर्षक होते हैं. इनमें आपको घर से काम करने का मौका, अच्छी सैलरी और कम काम का वादा किया जाता है. ये ऑफर इतने ओरिजनल लगते हैं कि कई लोग इन पर भरोसा कर बैठते हैं.

वॉट्सऐप पर इंटरनेशनल जॉब ऑफर

आपको वॉट्सऐप पर अक्सर इंटरनेशनल कंपनियों से जॉब ऑफर मिलते होंगे. मैसेज करने वाले दावा करते हैं कि वे आपको विदेश में काम करने का मौका देंगे. लेकिन इन पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस तरह के ऑफर फर्जी होते हैं. इंटरनेशनल जॉब का लालच देकर साइबर क्रिमिनल्स आपको अपने शिकंजे में फंसाने की कोशिश करते हैं.

जॉब ऑफर लेटर लगते हैं असली

ये ठग आपको एकदम असली जैसा लगने वाला जॉब ऑफर लेटर भेजते हैं. इस लेटर में कंपनी का लोगो, एड्रेस और अन्य डिटेल्स होती हैं.

लेकिन ये सब फर्जी होता है. जो लोग इनके चंगुल में फंस जाते हैं, उनके लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. क्योंकि इस तरह साइबर स्कैम होने का खतरा बढ़ जाता है.

वॉट्सऐप के जॉब स्कैम से कैसे बचें?

आजकल वर्क फ्रॉम होम और पार्ट टाइम जॉब्स की काफी मांग है. ठग इसी का फायदा उठाते हैं और आपको ऐसे ही जॉब ऑफर देते हैं.

अनजान वॉट्सऐप नंबरों से आने वाले ऑफर पर भरोसा न करें: अगर आपको किसी अनजान नंबर से वॉट्सऐप के जरिएजॉब ऑफर मिलता है तो सावधान हो जाएं.

कंपनी के बारे में पूरी जानकारी जुटाएं: ऑफर देने वाली कंपनी के बारे में पूरी जानकारी जुटाएं. आप कंपनी की वेबसाइट पर जाकर या ऑनलाइन सर्च करके यह पता लगा सकते हैं कि कंपनी असली है या नहीं.

पैसे देने से पहले सावधान रहें: अगर कोई कंपनी आपसे जॉब के लिए पैसे मांगती है तो सावधान हो जाएं. कोई भी असली कंपनी आपसे जॉब के लिए पैसे नहीं मांगेगी.

अपने दोस्तों और परिवार से सलाह लें: अगर आपको कोई जॉब ऑफर मिलता है तो अपने दोस्तों और परिवार से सलाह लें.

ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करें: अगर आप किसी कंपनी में जॉब करना चाहते हैं तो सीधे कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करें. इसके अलावा ट्रस्टेड जॉब पोर्टल्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

अगर कोई ऑफर बहुत अच्छा लग रहा है तो हो सकता है कि वह फर्जी हो. इसलिए हमेशा सावधान रहें क्योंकि यह साइबरक्राइम हो सकता है. किसी भी ऑफर पर विश्वास करने से पहले अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर लें.

कोलकाता मर्डर केस: सुप्रीम कोर्ट का सख्त आदेश, पीड़िता की पहचान की सुरक्षा,सोशल मीडिया पर नाम और फोटो शेयर करने की इजाजत नहीं


कोलकाता आरजी कर अस्पताल रेप एंड मर्डर केस में पीड़िता की पहचान को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर अपने आदेश को दोहराया है. कोर्ट ने सोमवार को कहा कि इस मामले में सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म को पीड़िता का नाम और फोटो शेयर करने की इजाजत नहीं है. विकिपीडिया ही नहीं सभी प्लेटफॉर्म पर पीड़िता की तस्वीरों और वीडियो के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है. ये टिप्पणी कोर्ट ने पीड़िता के माता-पिता की उस चिंता पर जाहिर की, जिसमें उन्होंने कहा है कि सोशल मीडिया में बार-बार उसके नाम और तस्वीरों का खुलासा करने वाली क्लिप से परेशान हैं. इन्हें बनाने के लिए AI का इस्तेमाल किया जा रहा है. मामले में अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी.

सुनवाई शुरू होते ही वकील वृंदा ग्रोवर ने कोर्ट को बताया कि पीड़िता के माता-पिता सोशल मीडिया में बार-बार उसके नाम और तस्वीरों का खुलासा करने वाली क्लिप से परेशान हैं. इस पर कोर्ट ने कहा कि इस मुद्दे पर पहले ही आदेश पारित किया जा चुका है कि आदेश को लागू करना एजेंसियों का काम है. कोर्ट का आदेश सभी प्लेटफॉर्म पर लागू होता है. SG तुषार मेहता ने आश्वासन दिया कि ऐसे प्रकाशनों को हटाने के लिए सोशल मीडिया की निगरानी के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा.

सीबीआई की जांच में मिले हैं ठोस सुराग

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीबीआई की जांच में ठोस सुराग मिले हैं. रेप, हत्या और वित्तीय अनियमितताओं दोनों पहलुओं पर बयान दिए हैं. कोर्ट ने 17 सितंबर को कहा था कि वह रेप एंड मर्डर केस में सीबीआई द्वारा दाखिल रिपोर्ट में दिए गए निष्कर्षों से परेशान है. मगर, विवरण देने से इनकार करते हुए कोर्ट ने कहा कि किसी भी खुलासे से जांच खतरे में पड़ सकती है

22 अगस्त को बंगाल पुलिस को लगाई थी फटकार

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 22 अगस्त को रेप और हत्या की शिकार महिला डॉक्टर की अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज करने में देरी पर राज्य पुलिस को फटकार लगाई थी. कोर्ट ने इसे बेहद परेशान करने वाला बताया था. कोर्ट ने डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों की सुरक्षा के लिए प्रोटोकॉल तैयार करने को लेकर 10 सदस्यीय एनटीएफ का गठन भी किया था.

टेलीकॉम सेवाएं बेहतर होंगी! 1 अक्टूबर से लागू होंगे ट्राई के नए नियम, कॉल ड्राप और अनचाही कॉल्स पर रोक

मंगलवार 1 अक्टूबर से टेलीकॉम सेवाएं आपके लिए बेहतर हो सकती है. कॉल ड्राप और अनचाही कॉल्स से जुड़े ट्राई के 2 नए नियम 1 तारीख से लागू होने जा रहे हैं. इससे टेलीकॉम सेवाएं अब पहले से बेहतर होंगी. कॉल ड्राप और अनचाही कॉल्स पर रोक लगेगी. ऐसे में उपभोक्ताओं के लिए ये किसी खुशखबरी से कम नहीं है. अक्सर कॉल ड्राप अनचाही कॉल्स की वजह से लोगों को परेशानी होती है, लेकिन अब इस नियम के लागू होने के बाद इन पर रोक लग सकेगी.

जानकारी के मुताबिक 10 साल बाद क्वालिटी ऑफ सर्विस नियमों में बदलाव होने जा रहा है. टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) की वजह से अब टेलीकॉम सेवाएं बेहतर होंगी. नए नियमों के तहत अब टेलीकॉम सेवाएं खराब होने पर कपंनियों पर 5 हजार से लेकर 10 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.

अनचाही कॉल्स से जुड़े फिल्टर एक्टिवेट करना जरूरी

वहीं सेवाओं की गुणवत्ता ठीक नहीं होने पर 1 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है. इसके अलावा कंपनियों को अनचाही कॉल्स से जुड़े फिल्टर भी एक्टिवेट करने होंगे. जो भी कंपनी अनचाही कॉल करती है उसे 2 साल तक के लिए ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है. नए नियमों के तहत मैसेज भेजने के लिए ‘Whitelist’ में शामिल होना जरूरी होगा. Whitelist’ में शामिल नहीं रहने वाली कंपनियों को ब्लॉक करना होगा. बताया जा रहा कि अभी तक 30,000 कंपनियां ‘Whitelist’ हुई हैं. इस बदलाव से लोगों को कई मामलों में काफी सहूलियत मिलेगी

TRAI ने की नए नियमों की घोषणा

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने मोबाइल यूजर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नए नियमों की घोषणा की है. यूजर्स की सिक्योरिटी के मुद्दे को लेकर TRAI काफी सतर्क है. TRAI ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने का फैसला लिया है जो URL को ऐड करके यूजर्स को मैसेज में भेजते हैं. बताया जा रहा है कि TRAI ने जियो, वोडा, एयरटेल और BSNL को इससे संबंधित आदेश भी दे दिया है.

नेटवर्क की मिलेगी जानकारी

अब तक अपने इलाके में नेटवर्क का पता लगाने को लेकर यूजर्स को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी. लेकिन अब इससे छुटकारा मिल जाएगा. अब सभी टेलीकॉम कंपनियों को अपनी वेबसाइट पर इस बात की जानकारी देनी होगी कि वो किस इलाके में कौन-सी सर्विस दे रही है.

पंजाब के गुरदासपुर जिले में भीषण सड़क हादसा, प्राइवेट बस का ब्रेक फेल, 4 की मौत, 15 से अधिक घायल

पंजाब के गुरदासपुर जिले में सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया. शाहबाद गांव के पास से गुजर रही एक प्राइवेट बस का ब्रेक फेल हो गया. इस वजह से बस सड़क किनारे बने स्टॉपेज में जा घुसी. हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई. आनन-फानन में पहुंचे स्थानीय लोगों ने बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने सभी को अस्पताल में भर्ती कराया. यहां डॉक्टरों ने चार यात्रियों को मृत घोषित कर दिया, जबकि 15 से अधिक घायल का इलाज चल रहा है.

प्राइवेट बस बटाला से मोहाली जा रही थी. गांव शाहबाद के बस स्टैंड के पास अचानक बस के ब्रेक फेल हो गया. इससे बस स्टॉपेज में घुस गई और स्टॉपेज का लेंटर बस पर गिर गया. बस राजधानी कंपनी की थी. इस हादसे में बाइक और स्कूटर भी बस के नीचे फंस गए. घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को बस से बाहर निकालना शुरू कर दिया और पुलिस को सूचना दी.

स्टॉपेज का लेंटर बस पर गिर गया

सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से बटाला सिविल अस्पताल में भर्ती कराया. यहां डॉक्टरों ने चार यात्रियों को मृत घोषित कर दिया, जबकि 15 से अधिक का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस दर्दनाक बस हादसे का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे बस तेज रफ्तार से आती है और अनियंत्रित होकर बस स्टैंड से टकरा जाती है.

हादसे में बस ड्राइवर की भी मौत

इस हादसे में मरने वाले सभी लोग आसपास के गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, बस में 40 से ज्यादा लोग सवार थे. हादसे में चार लोगों की मौत हो गई. शवों को बटाला पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया है. मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है. मृतकों में बस ड्राइवर भी शामिल है. गुरदासपुर पुलिस हादसे की जांच-पड़ताल में जुटी है

CM भगवंत मान ने हादसे पर दुख जताया

वहीं इस हादसे पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस दुखद घटना पर अफसोस जताया और पीड़ितों को हर संभव मदद देने का आश्वासन भी दिया. इस बीच गुरदासपुर पुलिस की तरफ से भी हादसे को लेकर बयान जारी किया गया है. पुलिस का कहना है कि हादसे की जांच-पड़ताल की जा रही है.

जम्मू-कश्मीर पुलिस में बड़ा फेरबदल: सेना के कर्नल विक्रांत पराशर बने नए एसएसपी, विरोध शुरू

जम्मू-कश्मीर पुलिस में एक बड़ा फेरबदल किया गया है. कर्नल विक्रांत पराशर को को अब यहां का नया वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यानी एसएसपी बनाया गया है.

वह सेना की एलीट पैरा रेजिमेंट के कर्नल हैं. दिलचस्प बात ये है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि सेना के किसी अफसर की जम्मू-कश्मीर पुलिस में एंट्री हुई है और उसे पूरे इलाके के पुलिस प्रमुख का कार्यभार सौंपा गया है. हालांकि उनकी इस नियुक्ति को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है. पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने कर्नल विक्रांत पराशर की नियुक्ति को गलत करार दिया है

जम्मू-कश्मीर का एसएसपी बनाए जाने से पहले कर्नल विक्रांत पराशर हाई वारफेयर स्कूल गुलमर्ग में तैनात थे. उन्हें दो साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर जम्मू-कश्मीर पुलिस में लाया गया है. अधिकारियों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए उनकी नियुक्ति की गई है. कर्नल पराशर को एसएसपी रैंक से जुड़े सभी भत्ते और अधिकार मिलेंगे. जम्मू-कश्मीर गृह विभाग के प्रधान सचिव चंद्राकर भारती द्वारा जारी आदेश में इसकी पुष्टि की गई है.

आदेश में कहा गया है, ‘प्रशासन के हित में भारतीय सेना से कर्नल विक्रांत पराशर की नियुक्ति को मंजूरी दी जाती है. उन्हें तत्काल प्रभाव से प्रतिनियुक्ति के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस में एसएसपी (प्रशिक्षण) और स्पेशल (ऑप्स) के रूप में नियुक्त किया गया है’.

कौन हैं कर्नल विक्रांत पराशर?

कर्नल विक्रांत पराशर कई आतंकवाद विरोधी अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. उन्हें एक अनुभवी आर्मी ऑफिसर कहा जाता है. साल 2018 में हाई-प्रोफाइल आतंकियों के खिलाफ चले अभियान में उन्होंने सेना को लीड किया था और आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम कर दिया गया था, जिसके बाद उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था.

क्या थी कहानी?

साल 2018 की बात है. कर्नल विक्रांत पराशर को पता चला कि सेंट्रल कश्मीर के एक खास इलाके में खूंखार आतंकी अपने साथियों के साथ छिपा हुआ है, जिसके बाद उन्होंने कुछ सैनिकों के साथ जाकर उस जगह पर मोर्चा संभाल लिया. हालांकि वहां के हालात काफी चुनौतियों से भरे हुए थे, क्योंकि उन्हें इस बात का सही अंदाजा बिल्कुल भी नहीं था आतंकी कहां छिपे हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने और उनकी टीम ने आतंकियों को मार गिराया. इस मुठभेड़ के दौरान भीड़ भी हिंसक हो गई थी, जिसे कर्नल विक्रांत पराशर ने अपनी सूझबूझ से संभाला था.

अमेरिका ने भारतीय यात्रियों के लिए खोले 2.5 लाख अतिरिक्त वीजा स्लॉट: जानें क्या है इसका मतलब!

भारत में हर साल बड़ी संख्या में लोग अमेरिका में अलग-अलग काम के लिए जाते हैं। इसके लिए पहले उन्हें वीजा दिया जाता है। अमेरिका का वीजा मिलना काफी बड़ी बात भी मानी जाती है। हालांकि, कई लोगों को वीजा नहीं मिल पाता जिससे लोग निराश होते हैं। अब इन लोगों के लिए अमेरिका ने बड़ा ऐलान किया है। भारत में अमेरिकी दूतावास ने भारतीय यात्रियों के लिए अतिरिक्त 250,000 वीजा के लिए अपॉइंटमेंट का ऐलान किया है।

2.5 लाख अतिरिक्त वीजा का ऐलान

भारत में स्थित अमेरिकी दूतावास ने जानकारी दी है कि उसने भारतीय पर्यटकों, कुशल श्रमिकों और छात्रों सहित अन्य यात्रियों के लिए अतिरिक्त 250,000 वीजा अपॉइंटमेंट खोली हैं। अमेरिकी दूतावास द्वारा हाल ही में जारी किए नए स्लॉट के कारण लाखों को लोगों को फायदा मिलने की उम्मीद की जा रही है।

भारत में अमेरिकी दूतावास ने बताया है कि अतिरिक्त वीजा अपॉइंटमेंट स्लॉट के कारण लाखों की संख्या में भारतीय आवेदकों को समय पर इंटरव्यू में मदद मिलेगी। इससे लोगों को अमेरिका की यात्रा में सुविधा मिलेगी। अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि ये कदम दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों की रीढ़ है जो अमेरिका-भारत संबंधों को रेखांकित करती है।

अब जानिए अमेरिकी वीजा के बारे में

दरअसल, किसी भी विदेशी देश का नागरिक अगर संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा करना चाहता है तो उसे पहले अमेरिकी वीजा हासिल करना होता है। ये वीजा संबंधित यात्री के पासपोर्ट में दर्ज किया जाता है। यात्री को पासपोर्ट उसके नागरिकता वाले देश की ओर से जारी किया किया जाता है।

साल का आखिरी सूर्य ग्रहण: क्या भारत में दिखेगा रिंग ऑफ फायर या नहीं? जाने

जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से होकर गुजरता है तो उस दौरान सूर्य का कुछ अंश ढक जाता है. उस खगोलीय घटना को ग्रहण कहा जाता है. साल 2024 में दूसरा ग्रहण लगने जा रहा है. ये इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी होगा. जब भी सूर्य ग्रहण लगता है को आकाश में कुछ दुर्लभ दृश्य हमेशा देखने को मिलते हैं. इसमें से एक रिंग ऑफ फायर भी है. इस बार भी सूर्य ग्रहण पर रिंग ऑफ फायर नजर आएगा. आइये जानते हैं कि क्या ये दुर्लभ नजारा भारत में भी दिखेगा.

कितने प्रकार के होते हैं सूर्य ग्रहण

सूर्य ग्रहण की बात करें तो ये कुल 3 प्रकार के होते हैं. पहला सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है. पूर्ण सूर्य ग्रहण में चंद्रमा पूरी तरह से पृथवी को ढंक लेता है. ये वो समय होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी के बहुत पास होता है. ये वो समय होता है जब धरती पर अंधेरा छा जाता है.

दूसरा ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है. इसमें चंद्रमा पूरी तरह से सूरज को धंक नहीं पाता है और उसकी आंशिक छाया ही पृथ्वी पर पड़ती है. इस स्थिति को आंशिक सूर्य ग्रहण कहते हैं.

तीसरा सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण के नाम से जाना जाता है. इसमें चंद्रमा बहुत दूरी से सूर्य और पृथ्वी के बीच से निकलता है. इस ग्रहण में चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को ढंक नहीं पाता है और उसकी छाया सूर्य के बीच में पड़ती है.

क्या होता है रिंग ऑफ फायर

वलयाकार सूर्य ग्रहण के दौरान जब चांद की छाया सूर्य पर पड़ती है तो एक छल्ले के आकार जैसा दृश्य नजर आता है. इसकी रोशनी काफी तेज चमकती है. इसे साइंस की भाषा में एन्युलर सोलर एक्लिप्स भी कहते हैं. लेकिन ये जरूरी नहीं है कि ये नजारा हर ग्रहण में नजर आए. कभी-कभी तो सालों में एक बार ऐसा दुर्लभ दृश्य दिखाई देता है. लोग भी इस नजारे का आनंद उठाने के लिए बेकरार रहते हैं.

क्या भारत में दिखेगा रिंक ऑफ फायर?

सूर्य ग्रहण की बात करें तो ये 2 अक्टूबर को रात में 9 बजकर 13 मिनट से शुरू होगा और ये अगले दिन यानी 3 अक्टूबर को 3 बजकर 17 मिनट पर खत्म होगा. जब ये सूर्यग्रहण लगेगा उस दौरान भारत में रात का समय होगा. इसलिए ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा साथ ही भारतवासी रिंग ऑफ फायर का भी नजारा खुली आंखों से नहीं देख पाएंगे. वहीं इसे अर्जेंटीना, पेरू साउथ अमेरिका समेत अन्य जगहों पर देखा जाएगा. सूर्य ग्रहण का समय रात में पड़ने की वजह से भारत में सूतक काल नहीं लगेगा. सूतक काल वो समय होता है जब किसी भी शुभ कार्य की मनाही होती है और इस अवधि में मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं. लेकिन भारत में इस बार ऐसा नहीं होगा.

राजस्थान के उदयपुर में तेंदुए का आतंक: पुजारी समेत आधे दर्जन लोगों की मौत,लोग अपने घरों में कैद!

राजस्थान के उदयपुर जिले के गोगुंदा क्षेत्र इन दिनों तेंदुए के हमले से परेशान हैं. गोगुंदा क्षेत्र की अलग-अलग पंचायतों में तेंदुए ने पिछले दस दिनों में अब तक आधे दर्जन लोगों को अपना शिकार बना लिया है.

लगातार तेंदुए के हमले से लोगों में दहशत का माहौल है और कुछ जगहों पर तो लोग अपने घरों में कैद हैं और बाहर आने से भी डर रहे हैं. इस बार तेंदुए ने बडगांव थाना इलाके के राठौड़ों का गुड़ा में मंदिर के पुजारी का शिकार किया और मंदिर से करीब 500 मीटर दूरी पर मक्के के खेत में पुजारी का शव पड़ा मिला. तेंदुए ने महाराज के शव को जगह-जगह बुरी तरह से नोच लिया था.

ऐसे में उनकी पहचान कर पाना भी मुश्किल हो रहा था. आसपास के लोगों को सुबह जब इस बात की जानकारी हुई तो लोगों में तेंदुए को लेकर डर और गुस्सा दोनों था. इसके बाद लोगों ने वन विभाग, पुलिस और प्रशासन को हमले की जानकारी दी. वन विभाग के डीएओ अजय चित्तौड़ा, बड़गांव एसडीएम निरमा विश्नोई, तहसीलदार पर्वत सिंह, थानाधिकारी पूरण सिंह, विकास अधिकारी जितेंद्र रजावत मौके पर पहुंचे और घटना के बारे में जानकारी ली.

गर्दन और एक हाथ खा गया तेंदुआ

तेंदुआ पुजारी की गर्दन, एक हाथ और छाती का हिस्सा खा गया था. मंदिर के 65 साल के पुजारी विष्णुगिरी सेवा-पूजा करते थे. पुजारी मंदिर के बाहर सो रहे थे. उस दौरान देर रात तेंदुए ने उन पर हमला किया. इससे पुजारी की मौत हो गई. पुजारी ने शादी नहीं की थी. वे बाल ब्रह्मचारी थे. वे हनुमान जी मंदिर के पुजारी थे. मंदिर छोटा होने के कारण वे रोज मंदिर के खुले परिसर में ही सोते थे. मंदिर के ठीक पास एक पानी की टंकी है, जहां सुबह करीब 6 बजे कुछ गांववाले पानी भरने के लिए आए तो वे मंदिर के बाहर खून के निशान देखकर हैरान रह गए.

मौके पर पहुंचे जिला कलेक्टर

बडगांव के राठौड़ों का गुड़ा में मंदिर के पुजारी पर तेंदुए के हमले की जानकारी के बाद सोमवार को जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल घटना स्थल पर पहुंचे और मौके का मुआयना किया. कलेक्टर ने जानकारी लेने के बाद पुलिस और वन विभाग को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए साथ ही पूरी सावधानी व गंभीरता से सर्च आपरेशन चलाने की बात कही. पोसवाल ने आम लोगों से सावधानी रखने को कहा

वन विभाग ने लगाए दो पिंजरे

राठौड़ा के गुडा गांव में रविवार को देर रात को तेंदुए के हमले में पुजारी की मौत होने के बाद वन विभाग के डीएफओ अजय चित्तौडा ने मौके पर पहुंचकर दो पिंजरे लगवाए. वहीं घटना के बाद गांववाले मृतक के घरवालों को मुआवजा देने की मांग पर अड गए. गांववालें ने डीएफओ को बताया कि अभी तक जहां-जहां पर तेंदुए ने हमले किए उसके आसपास के गांवो में दहशत का माहौल बना हुआ है.

तेंदुए के हमले के बाद वन विभाग ने जहां पर पिंजरे लगाए उनमें में कुल 4 तेंदुए कैद हो गए, लेकिन अभी तक हमले लगातार जारी हैं. 11 दिनों में आधे दर्जन लोगों का शिकार करना काफी परेशान करने वाला है.

सांसद मन्नालाल रावत ने की अधिकारियों की बैठक

उदयपुर सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने रविवार को वन विभाग और पुलिस प्रशासन के साथ मीटिंग की. बैठक में तय किया गया कि उदयपुर में इको सिस्टम ठीक करने के लिए हिरण, सांभर और खरगोश जैसे जानवरों को गोगुंदा और झाड़ोल के इलाकों में छोड़ा जाएगा. एक वैन चलाई जाएगी जो गांव-गांव जाकर लोगों से अपील करेगी कि अकेले वन्य क्षेत्र में न मवेशी चराने न चारा लेने जाएं. बैठक में सांसद ने कहा​ कि गांववालों का ध्यान रखा जाएगा.

दिल्ली के किशनगढ़ में GATE की तैयारी कर रही छात्रा ने की आत्महत्या, पुलिस जांच में जुटी!

दिल्ली के किशनगढ़ में सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां एक लड़की ने सुसाइड कर लिया. लड़की का शव कमरे में फंदे पर लटका हुआ मिला. वह ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट (GATE) की तैयारी कर रही थी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

पुलिस ने बताया कि छात्रा का नाम रिया भारती है. उसकी उम्र 23 साल बताई जा रही है. पुलिस ने बताया कि बीती रात लगभग 8:37 बजे पीसीआर को कॉल आई थी. बताया गया कि किशनगढ़ के कटवारिया सराय में एक लड़की ने आत्महत्या कर ली है. इसके बाद पुलिस की एक टीम तत्काल मौके पर पहुंची.

GATE की तैयारी कर रही थी रिया

रिया भारती बिहार की रहने वाली थी. वह दिल्ली के बेर सराय में आईईएस मास्टर कोचिंग इंस्टीट्यूट में GATE की तैयारी कर रही थी. दोस्त आस्था ने बताया कि रिया से उसकी बात सुबह में हुई थी. बातचीत के दौरान रिया ने कहा था कि उसकी तबीयत खराब है. इसलिए वह कोचिंग क्लास के लिए नहीं आ पाएगी.

आस्था ने बताया कि उसने शाम को दोबारा रिया को कॉल किया था, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया. आस्था के मुताबिक, रिया के बॉयफ्रेंड पार्थ पाटिम बोराह का उसके पास फोन आया. पार्थ ने भी उससे यही बात कही कि रिया फोन नहीं उठा रही है. इसके बाद उसे चिंता होने लगी और वह रिया के कमरे पर गई. लेकिन कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.

पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा

मकान मालिक दलबीर सिंह के मुताबिक, रिया जुलाई 2024 से अपने बॉयफ्रेंड पार्थ के साथ रह रही थी. दोनों ने पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट भी जमा की थी. सात दिन पहले पार्थ अपने होम टाउन गया था. रिया कमरे में अकेली थी. एक अधिकारी ने बताया कि पहली नजर में ये मामला आत्महत्या का लग रहा है. पुलिस जांच कर रही है. पुलिस ने शव को सफदरजंग अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस ने मकान मालिक और रिया के दोस्त से बात की है.