मणिपुर से 71 सदस्यीय दल जीविका परियोजना को समझने पहुंचा बोधगया
गया/बोधगया। मणिपुर राज्य से 71 सदस्यीय दल, जिसमें अधिकांश महिलाएं थीं, जीविका परियोजना की कार्यप्रणाली को समझने के लिए बोधगया पहुँचा। इस दल में मणिपुर राज्य के सामुदायिक संगठनों की महिलायें और 6 राज्य आजीविका मिशन के अधिकारी है। इस दल ने बोधगया के बारा पंचायत, चेरकी, और झिकटिया जैसे विभिन्न गांवों का दौरा किया, जहाँ उन्होंने जीविका द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूहों की बैठकों में भाग लिया।
इस दौरान उन्होंने जीविका दीदियों के अनुभवों से सीखा और यह समझने का प्रयास किया कि जीविका के माध्यम से इन समूहों को किस प्रकार के लाभ मिले हैं और उनके जीवन में क्या सकारात्मक परिवर्तन आए हैं। दल ने स्वयं सहायता समूहों, ग्राम संगठनों, और संकुल संघों के कार्यों की गहन जानकारी प्राप्त की। बार पंचायत के कृष्णा जीविका महिला स्वयं सहायता समूह की विमला देवी ने बताया कि 2008 में उनके स्वयं सहायता समूह का गठन हुआ। समूह बनने से बचत करना सीखा। अपना बैंक में खाता खुला। रोजगार के लिए आसान ऋण मिलना आसान हुआ।
जरूरत समय पहले महँगे 5 से 10% पर ऋण लेना पड़ता था। जीविका से बहुत कम ब्याज पर आसानी से ऋण मिलना आसान हो गया। दीदियों ने ऋण से कई कार्य किए और अपना रोजगार भी किया। खेती के समय और बीमारी जीविका समूह से मदद मिली। इसी प्रकार बारा की कपूर्वा देवी और क्रांति देवी ने भी उन्हें अपने गरीबी से संघर्ष और इसमें जीविका स्वयं सहायता समूह से लाभ के विषय मे बताया। बैंक मित्र बबिता देवी एवं सामुदायिक फेसिलिटेटर रिंकू देवी ने जीविका दीदियों द्वारा विभिन्न मुद्दो पर चर्चा, ऋण, ऋण वापसी एवं बुक्स ऑफ रिकॉर्ड को किस प्रकार लिखा जाता है के विषय मे की जानकारी दी। मणिपुर की टीम के सदस्यों में कई को अच्छी हिंदी आती थी,जससे दोनों के बीच अच्छा संवाद हुआ।
मणिपुर की टीम ने कहा जीविका ने बिहारअच्छा कार्य किया है। मणिपुर में भी यहाँ के अनुभव से सीख कार्य करना चाहते हैं। टीम को दो समूहों में विभाजित किया गया, और प्रत्येक समूह के लिए कक्षा सत्रों के साथ-साथ बोधगया का भ्रमण कराया गया। भ्रमण कार्यक्रम में जीविका के प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार एवं दिनेश कुमार, प्रशिक्षण अधिकारी प्रमोद कुमार एवं जय राम सिंह, बिपार्ड के पीजी एडमिन सूरज एवं सौरभ सहित अन्य लोगों ने भाग लिया। गया के अतिरिक्त नालंदा में जीविका संचालन क्षेत्र में फील्ड एक्सपोजर भी रखा गया है। इन सत्रों के दौरान, प्रतिभागियों ने जीविका के कामकाज के बारे में गहन जानकारी प्राप्त की और फील्ड विजिट के माध्यम से वास्तविक अनुभव का लाभ मिलेगा। बिपार्ड में मणिपुर समुदाय और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के कर्मियों लिए यह विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य जीविका परियोजना के विभिन्न पहलुओं जैसे कि सामुदायिक संस्थान निर्माण, वित्तीय समावेशन, आजीविका, भोजन, पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता आदि विषयों पर समझ और जानकारी प्रदान करना है।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Sep 26 2024, 17:27