मंत्री नीतीश मिश्रा ने गया को दिया किसान भवन का सौगात : राहुल रंजन
गया। बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे को पत्र लिखकर गया जिला मुख्यालय पर किसान भवन बनाने हेतु पत्र लिखा. विकास पुरुष पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने भाजपा किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष एवं बिहार सरकार जिला कार्यान्वन समिति के सदस्य राहुल रंजन के किसान भवन निर्माण के मांग को स्वीकार करते हुए प्रमंडल के जिला मुख्यालय गया में आधुनिक सुविधा से सुसज्जित किसान भवन बनाने हेतु मांग को स्वीकार किया।
इस किसान भवन से किसानों को बड़ा लाभ होगा। इस किसान भवन में किसानों के सुविधा हेतु किसान हेल्प डेस्क काउंटर की उपलब्धता रहेगी, जहाँ से किसान बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना की जानकारी ले सकेंगे। इस भवन में किसानों के लिए निम्न दर पर बता अनुकूलित कमरे की व्यवस्था होगी। इस किसान भवन में किसानों को बैठक करने हेतु अत्याधुनिक सुविधा से लैस किसान सभागार की व्यवस्था होगी जहां एक साथ हजारों किसान बैठकर अपनी बैठक करेंगे। इस किसान भवन में किसानों के लिए उत्तम भोजनालय एवं कैंटीन का सुविधा उपलब्ध होगा जहां किसानों द्वारा उपज किए हुए देसी भोजन का उत्तम प्रबंध होगा।
किसान भवन के स्वीकार करने से मगध के किसानों में अपार खुशी का माहौल है इसके लिए किसान नेता बिहार सरकार के कृषि मंत्री मंगल पांडे बिहार सरकार के एवं गया जिला के प्रभारी मंत्री नीतीश मिश्रा को एवं बिहार के एसएससी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर धन्यवाद ज्ञापन किया एवं राहुल रंजन यादव ने कहा मुझे आशा एवं पूर्ण विश्वास है गया जिला का किसान भवन किसान विश्राम गृह भवन हरियाणा एवं चंडीगढ़ के तर्ज पर बनेगा, जहां किसानों को सारी सुविधाएं मुहैया होगी। किसान जब अपना फसल का बिक्री करने हेतु शहर आएंगे या प्रमंडलीय मुख्यालय आएंगे तो उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी एवं गया जिला पर्यटक स्थल है जहां देश एवं विदेश से हजारो किसान भाई एवं सैलानी गया भ्रमण हेतु आते हैं। इस भवन से आम जनमानस को भी काफी लाभ मिलेगा।
राहुल रंजन ने कहा यह विकास का कार्य एनडीए गठबंधन एवं भारतीय जनता पार्टी के लोगों से ही संभव है आज भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जयंती के मौके पर ऐसी खुशी का सूचना किसान भाइयों के लिए किसान विश्राम गृह का अनुमोदन होना पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को साकार करने जैसा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंतोदय के जनक माने जाते हैं उनका सोच रहा है उनके विचार रहे हैं गांव के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाना इस किसान भवन से गांव के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचने जैसा संभव होता है।
रिपोर्ट : मनीष कुमार।
Sep 25 2024, 18:49