अनुज सिंह के शव का उन्नाव में 3 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया
अमेठी।अचलगंज पुलिस की संयुक्त टीम के साथ ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू की। टीम मुखबिर को लेकर गर्दन खेड़ा बाइपास चौराहे पर पहुंची। पता चला कि अनुज साथी के साथ अचलगंज के कुल्हागढ़ा के कटरी क्षेत्र में छिपा है। पुलिस ने घेराबंदी की तो मुठभेड़ शुरू हो गई।
फायरिंग होने से पुलिसकर्मी भी अपना बचाव करने में जवाबी फायरिंग शुरू हो गई। इसी दौरान अनुज की गोली DSP परमेश कुमार शुक्ला के कान के बगल से निकली और पीछे खड़े कमांडो रवि प्रताप के बुलेट प्रूफ जैकेट में जा धंसी, जिससे वह गिर गए।
यह देख मौजूद पुलिस टीम में के भी हाथ पांव फूल गए। आनन-फानन उसे उठाया। बुलेट प्रूफ में गोली धंसी देख टीम ने राहत की सांस ली। तभी फायरिंग में अनुज के सिर में गोली लग गई। अनुज मौके पर ढेर हो गया। उसका दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। STF ने बताया कि अनुज डकैती कांड के बाद से फरार था और लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था।
अनुज सिंह के शव का उन्नाव में 3 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। टीम में डॉ. आशुतोष वार्ष्णेय, डॉ. रवि सचान और डॉ. संकल्प गुप्ता शामिल रहे। रिपोर्ट के अनुसार, अनुज की मौत करीब 10-12 मीटर की दूरी से चलाई गई गोली से हुई। उसकी दाहिनी कनपटी पर गोली लगी, जो बाईं ओर निकली। गोली 9 MM पिस्टल से चलने की संभावना है। एक्स-रे रिपोर्ट में भी पुष्टि हुई थी कि सिर में गोली लगी थी।
हालांकि, पोस्टमॉर्टम में बुलेट फंसी नहीं मिली। डॉक्टरों ने करीब डेढ़ घंटे तक शव का पोस्टमॉर्टम किया और पूरी प्रक्रिया की वीडियो ग्राफी भी की गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को सील करके पुलिस को सुपुर्द किया गया है। जिससे आगे की जांच में मदद मिलेगी।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अनुज के एनकाउंटर को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने X पर लिखा- जो लोग अपनी ताकत का एहसास एनकाउंटर के माध्यम से करते हैं। वे सबसे कमजोर होते हैं। यह फर्जी एनकाउंटर केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि समस्त न्याय प्रणाली का अपमान है।
उन्होंने कहा- उत्तर प्रदेश में हिंसा और रक्त की घटनाएं राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं। उन्होंने इसे राज्य के भविष्य के खिलाफ एक बड़ा षड्यंत्र बताया। उनका मानना है कि वर्तमान सत्ताधारी दल जानते हैं कि वे भविष्य में कभी भी सत्ता में नहीं लौटेंगे। इसलिए वे इस तरह की घटनाओं के माध्यम से समाज में असुरक्षा का माहौल पैदा करना चाहते हैं।
आज की जागरूक जनता ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, और अब भाजपाई उसी का बदला ले रहे हैं। यह सरकार अपने अल्पकालिक लाभ के लिए राज्य में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है। जो लोग खुद के भविष्य के प्रति आश्वस्त नहीं होते, वहीं दूसरों के भविष्य को बर्बाद करने का प्रयास करते हैं। इस तरह के एनकाउंटर केवल एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं।
उन्होंने सरकार से अपील की कि वह कानून व्यवस्था को सुधारने और लोगों के विश्वास को बहाल करने के लिए कार्य करें, न कि हिंसा और आतंक का सहारा ले। यूपी की जनता अब जागरूक हो चुकी है। किसी भी प्रकार के अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए तैयार है।
इस एनकाउंटर पर सपा नेता ने स्पष्ट किया कि उनका दल हमेशा न्याय की लड़ाई लड़ता रहेगा। वे हर संभव प्रयास करेंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। यूपी में शांति और न्याय की बहाली के लिए सभी राजनीतिक दलों को मिलकर काम करना चाहिए। बजाय इसके कि वे एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करें।
अनुज पर 4 मामले दर्ज अनुज पर कुल 4 मुकदमा दर्ज हैं। पहला मुकदमा 2023 में गुजरात के सुरत में बैंक ऑफ महाराष्ट्र में डकैती का केस सचिन थाने में दर्ज हुआ। उसके बाद काठोदरा थाने में चोरी का मुकदमा दर्ज हुआ। 2024 में सुल्तानपुर के थाना कोतवाली नगर में ज्वेलर्स की दुकान में डकैती का मुकदमा दर्ज हुआ। 23 सितंबर को उन्नाव के अचलगंज थाने में मुठभेड़ के दौरान पुलिस टीम पर फायरिंग करने, आर्म्स एक्ट समेत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
Sep 25 2024, 14:46