नाबालिग से मनचलो ने किया छेड़खानी, पुलिस जुटी है सुलह कराने में, पीड़िता ने लगाई एसएसपी से गुहार
बांसगांव गोरखपुर।बांसगांव नगर पंचायत के एक वार्ड की नाबालिग पीड़िता ने एसएसपी गोरखपुर से मुलाकात कर बताया कि मनचलों के आतंक से परेशान होकर गांव छोड़ने पर विवश हूं। वही स्थानीय प्रशासन द्वारा बार बार सुलह के दवाब के कारण नाबालिग छात्रा का स्कूल आना जाना बंद हो गया है। नाबालिग ने बताया कि वह घर से अपनी दादी और अपने छोटे भाई के साथ घर के पास स्थित दुर्गा मन्दिर पर दर्शन करने के लिए गयी थी ।
जब मन्दिर से दर्शन करके घर आ रही थी तो किराने की दुकान के पास तीन मोटर साइकिल पर सवार आठ लड़के वहा मौजूद थे मुझे देखते ही पीयूष सिंह और आयुष सिंह पुत्र दिनेश सिंह निवासी बांसगाँव ने हाथ पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया और मेरे साथ छेड़खानी करते हुए अश्लील हरकत करने लगे और चन्दन सिंह पुत्र दरगाही सिंह ओमवीर सिंह पुत्र अज्ञात वीरू सिंह अज्ञात और अन्य लोग जिनका नाम नहीं पता है मुझे जबरदस्ती मोटर साइकिल पर बैठाने लगे और कहने लगे इसको उठाकर ले चलो इसके साथ मजे किया जायेगा।
मैंने शोर किया तो आस पास के लोग इकट्ठा होने लगे उनको देखकर मुल्जीमान घबरा गये। उसी दौरान किसी तरह से उपरोक्त मुल्जीमानो से हाथ छुड़ाकर घर आयी और शाम को जब मैं घर आई तो मुझे अपने साथ हुई घटना के बारे में सारी बात अपने परिजनों को बताई। मैं पीयूष सिंह को पहचानती हूँ। पीयूष सिंह पहले भी मेरा पीछा करता था। मैं जब इस बात की शिकायत करने के लिए पीयूष सिंह के घर मैं अपने परिजन के साथ उस दिन घटना में शामिल लोगों ने माफी मांगते हुए कहा कि भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं होगी। दिनांक 9 सितंबर को रात को 8 बजे के करीब पुन: पीयूष सिंह चन्दन सिंह व अन्य जबरजस्ती घर के सहन मे आकर मेरे साथ अश्लील हरकत करते हुए मोटरसाइकल पर बैठाने लगे जैसे ही शोर मचाई कि लोग बाहर आकर उनके पीछे दौड़े वह लोग मुझे ढकेल कर भाग गये। इस सम्बध प्राथीर्नी के पिता 112 नंबर पर तत्काल सूचना दिया और थाने में 11 सितंबर को तहरीर दिया।
12 सितंबर को बांसगांव चौकी इंचार्ज व सिपाही घर आकर बयान दर्ज कराने के लिए मुझे मेरे भाई मेरे पिता व पाटीदार को थाने ले गई और अपराधियो के दबाव में प्रार्थिनी के पिता को लॉकप में बंद कर दिया। और सुलाहनामा का दबाव बनाने के लिए धमकी देने लगे कि अगर सुलह नही किया तो मेरे पिता और पाटीदार भाई को फर्जी मुकदमे में फसा दिया जायेगा और मेरे ऊपर एसिड फेक दिया जाएगा।जिसके बाद मैने 12 सितंबर को शाम को मुख्यमंत्री महोदय डीजीपी महोदय एसएसपी महोदय को ईमेल के माध्यम से सूचना दे दिया गया है। सदमे व भय में होने के कारण स्कूल जाना बंद हो गया है। अपराधियों के धमकी के चलते मुझे गांव छोड़ने पर विवश होना पड़ा रहा है। 13 दिनों से पढ़ाई बाधित हो गई है । वही डर के नाते घर से निकल नही रही हू।
Sep 18 2024, 18:40