तीन लाख रुपए में बने चबूतरे, टैंक रखने के प्रयास मात्र से हुए धराशायी
लखनऊ। भ्रष्टाचार का दीमक सर्वत्र समान रूप से व्याप्त होने के कारण लोगों की गाढ़ी कमाई से अधिकारी और ठेकेदार मालामाल हो रहे हैं l प्रकरण यह है कि, कैंट स्थित सशत्र बल अधिकरण लखनऊ के सामने दो चबूतरों का निर्माण कुछ दिन पहले इसलिए कराया गया था कि, उस पर लोगो के दर्शनार्थ दो टैंक रखवाए जाने थे l सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके निर्माण में करीब तीन लाख रुपए और कुछ का कहना है कि पांच से ग्यारह लाख रुपए खर्च किए गए लेकिन, जैसे ही टैंक को रखने का प्रयास किया गया बालू निर्मित चबूतरे तास के पत्ते की तरह बिखर गए l मौके पर पहुंचे बार के पूर्व महामंत्री विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि, चबूतरों के निर्माण में प्रयुक्त किए गए मटेरियल में बालू के अलावा कुछ भी नहीं है। दोनों चबूतरों को मिटटी भरकर ऊपर से जिस प्रकार से प्लास्टर कर दिया गया है इससे ऐसा लगता है कि, इसके निर्माण में बीस हजार रुपए से ज्यादा का खर्च नहीं आया होगा, उन्होंने यह भी बताया कि, अभी यह जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी है कि, इसका निर्माण सेना के इंजीनियरों द्वारा कराया गया है या अधिकरण के रजिस्ट्रार द्वारा और वास्तविक रूप से कितना खर्च आया है, इसकी जानकारी प्राप्त होने के बाद उचित कार्यवाही के लिए संबंधित उच्च-अधिकारियों से मांग की जाएगी कि, प्रकरण की जांच की जाए कि, इतनी बड़ी रकम एक ट्रक मिटटी और एक ट्राली बालू में खर्च करने का जादू कैसे किया गया l
Sep 15 2024, 19:11