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पटना नगर निगम के इन इलाकों का हाल-बदहाल, टैक्स देने के बाद भी मूलभूत सुविधाएं नदारद

डेस्क : राजधानी पटना को स्मार्ट सिटी और सुंदर स्वच्छ हमारा पटना का दावा नगर निगम की ओर से किया जाता है। इसे लेकर बड़े-बड़े पोस्टर बैनर और दीवारों पर चित्रकारी भी की जाती है। लेकिन नगर निगम का यह दावा उसके क्षेत्र के सिर्फ उन इलाकों तक सीमित है जहां बड़े-बड़े नेताओं और अधिकारियों के आवास है। पटना नगर निगम के अंतर्गत आने वाले कई ऐसे इलाके है जहां के हालत देखकर आप यह कहेंगे की इससे बेहतर स्थिति तो गांव की है।

इस रिपोर्ट में पटना के कुछ ऐसे ही इलाको में बारे में हम आपको बताने जा रहे है जो राजधानी के बहुत ही पुराने मुहल्ले है, लेकिन मूलभूत सुविधाएं नाम मात्र की है। सड़क की हालत ऐसी है कि चलना मुश्किल है। नालों की सफाई नहीं है। यहां के स्थानीय लोगों के अंदर इसे लेकर काफी गुस्सा है। ये लोग कहते है कि सरकार टैक्स तो पूरा और नियत समय पर वसूल करती है लेकिन सुविधाएं हमें जो मिल रही है वह हमी लोग जानते है।

राजधानी का कंकड़बाग कॉलनी एशिया के सबसे बड़ी कॉलनी है। यहां का हाउससिंग कॉलनी के सड़कों की स्थिति काफी खराब है। यहां के स्थानीय निवासी बताते है कि गलियों की सड़कों की स्थिति तो बेहद ही खराब है। बरसात के समय तो चलना मुश्किल हो जाता है। सड़को में जगह-जगह पड़े गड्डो में पानी भर जाने से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। खासकर महिलाओं और स्कूल जाने वाले बच्चों को बड़ी परेशानी होती है। इनका कहना है कि सरकार सिर्फ टैक्स ही लेती है लेकिन काम कुछ नहीं होता है।

कुछ ऐसी ही स्थिति कंकड़बाग के इलाके में ही आनेवाले अशोक नगर की है। जहां बरसात के दिनों में लोगों को भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है। पानी की निकासी के लिए नाले तो बना दिए गए है, लेकिन उनसे सही तरीके से पानी की निकासी नहीं हो पाती है। स्थानीय लोग बताते है कि नाला और सड़क के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति होती है। सड़के और नालियां ऐसी बनाई जाती है कि थोड़ी बरसात में ही इसका हाल बेहाल हो जाता है। स्थिति आपके सामने है।

आपको बताते चले कि पटना के इन इलाकों में बरसात और बरसात के बाद मच्छर जनित रोग जैसे की डेंगू, मलेरिया आदि का प्रकोप सबसे ज्यादा रहता है। इनदिनों भी पटना में जो डेंगू का कहर है उसमें सबसे ज्यादा मरीज इसी इलाके से है।

ये तो पटना नगर निगम महज दो इलाकों की तस्वीर है। नगर निगम के कई ऐसे इलाके जहां लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। सड़क, नाला, पेयजल, साफ-सफाई जिसकी जिम्मेवारी नगर निगम के जिम्मे है वह उपलब्ध नही करा रही है। नगर निगम को टैक्स देने के बाद भी लोग वैसी सुविधाएं जो उनका हक है उसके लिए तरस रहे है।

खेत से बरामद हुई 25 वर्षीय युवती की लाश, इस वजह से रिश्ते के भाई पर हत्या किये जाने की परिजनों ने जताई आशंका

डेस्क : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां सकरा थाना क्षेत्र के एक गांव में 25 वर्षीय युवती की लाश खेत से बरामद हुई है। युवती की हत्या धारदार हथियार से काटकर नृशंस तरीक से की गई है। वहीं हत्या करने की आशंका उसके ही रिश्ते के भाई पर जताई जा रही है।

मिली जानकारी के अनुसार मृतका बुधवार शाम से गायब थी। वहीं बीते गुरुवार की देर शाम में उसका शव खेत से बरामद हुआ। मृतका ने इसी साल स्नातक की परीक्षा पास की थी। उसके शरीर पर कई जगहों पर जख्म के निशान थे। परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई है।

परिजनों ने बताया कि बथान से कुछ दूरी पर जय कुमार सिंह का खेत है, जिसमें बैगन लगा हुआ है। गुरुवार शाम बारिश होने के बाद किसान का पुत्र अमरजीत कुमार खाद छिड़कने गया था। इसी दौरान शव पर नजर पड़ी। चिल्लाने की आवाज सुनकर परिजन खेत की तरफ दौड़े, जहां शव की पहचान की। उसका मोबाइल साइलेंट मोड में था। युवती पढ़ाई के साथ कृषि कार्य में भी पिता का हाथ बंटाती थी। बुधवार शाम करीब छह बजे युवती भैंस का दूध निकालकर मां को दिया। उसके बाद मां दूध सेंटर चली गई। वह बथान से ही गायब हो गई।

परिजनों का कहना है कि युवती के रिश्ते के भाई ने नौकरी के नाम पर छह लाख रुपया लिया था। पैसे वापसी की मांग करने पर वह आक्रोशित हो गया था। परिजनों को आशंका है कि उसी ने रंजिश में उसने युवती की हत्या कर दी है।

सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन की। वहीं, शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया। पुलिस ने युवती का मोबाइल जब्त कर लिया है और मामले की जांच मे जुटी है।

छपरा में 730 करोड़ की लागत से बने उत्कृष्टता केंद्र का हुआ शुभारंभ, प्रदेश के छात्रों को इस केन्द्र में मिलेगी अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी

डेस्क : छपरा जिले के मढ़ौरा आईटीआई परिसर में करीब 730 करोड़ की लागत से बने उत्कृष्टता केंद्र का बीते गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया। मढ़ौरा के इस केन्द्र में सूबे के छात्र अब अत्याधुनिक तकनीक के जरिए दक्षता हासिल कर सकेंगे।

टाटा टेक्नोलॉजी ने सीएम नीतीश कुमार के सात निश्चय पार्ट 2 के तहत बिहार के करीबन 149 आईटीआई में 4606 करोड़ रुपए की लागत से इस तरह के उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की है जहां आईटीआई के छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक की शिक्षा दी जा सके और आईटीआई को अपग्रेड किया जा सके।

टाटा टेक्नोलॉजी व बिहार सरकार के संयुक्त प्रयास से मढ़ौरा आईटीआई में लगाए गए इस उत्कृष्टता केंद्र में आईटीआई के छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक की जानकारी दी जाएगी ताकि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्नत तकनीक के मामले में किसी अन्य छात्र से पीछे न रह जाएं और यहां के छात्र भी अपने आप को अन्य छात्रों की तुलना में प्रतिस्पर्धी बना सकें।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, विज्ञान प्रोद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह, श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह, सांसद राजीव प्रताप रूड़ी, विधायक कृष्ण कुमार मंटू, विधान पार्षद सच्चिदानंद राय, ,विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव, पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी,पूर्व मंत्री गौतम सिंह,पूर्व उप सभापति सलीम परवेज़,पूर्व विधायक रणधीर सिंह,महेश सिंह,गामा सिंह,जावेद अब्बास पप्पू, राजेश त्यागी,ई प्रभास शंकर, सतीश शर्मा,ब्रजेश सिंह,रमेश किशन कुशवाहा,कुसुम देवी के अलावा अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस० सिद्धार्थ, विज्ञान, प्रोद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की सचिव डॉ प्रतिमा एस वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद, आयुक्त सारण प्रमंडल गोपाल मीणा, निदेशक माध्यमिक शिक्षा योगेन्द्र सिंह, पुलिस उप महानिरीक्षक सारण रेंज नीलेश कुमार, डीएम अमन समीर, एसपी कुमार आशीष सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

बिहार के इस जिले में दो साल की बच्ची को उठा ले गया सियार, खेत में इस हाल में मिली लाश

डेस्क : उत्तर प्रदेश के बाद अब बिहार के कई जिलों में आदमखोर जानवरों के आतंक की खबर सामने आ रही है। बीते दिनों मुजफ्फरपुर जिले में सियार और भेड़िया के आतंक की खबर सामने आई थी। वहीं अब छपरा जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है।

छपरा जिले के दाउदपुर थाना क्षेत्र के कोहड़ा गांव में अपनी मां के साथ सोयी दो साल की बच्ची को एक सियार उठाकर ले भागा। वहीं अगले दिन सुबह बच्ची का क्षत-विक्षत शव घर से कुछ दूरी पर स्थित खेत में मिला। घटना गुरुवार की है।

मिली जानकारी के अनुसार, पिंटू बांसफोर की पत्नी काजल देवी दो वर्षीया पुत्री पीहू व पुत्र विशाल के साथ अपने पलानीनुमा घर में चटाई पर सो रही थी। गर्मी की वजह से उसने पलानी का दरवाजा खुला रखा था। उसी रास्ते सियार अंदर घुसा और बच्ची को उठाकर ले भागा। रात में करीब 2 से 3 बजे के बीच नींद टूटी तो बेटी को गायब देख काजल चिल्ला उठी।

शोर सुनकर उसकी सास सुमिता देवी समेत आसपास के लोग भी जगे और बच्ची की खोजबीन में जुट गए। काफी रात होने से खोजबीन आसपास में ही की गई, लेकिन कहीं अता-पता नहीं चला। सुबह में घर से सौ मीटर की दूरी पर बच्ची के शव को नोंचते आदमखोर सियारों के झुंड पर लोगों की नजर पड़ी। सियारों के नजदीक जबतक लोग पहुंचते तब तक सभी भाग गए।

बड़ी खबर : सिपाही भर्ती पेपर लिक मामले में ईओयू की एसआईटी ने जांच में पूर्व डीजीपी को पाया दोषी, कार्रवाई की अनुशंसा की*

डेस्क : बिहार में हुए सिपाही बहाली पेपर लीक मामले में एक बड़ी खबर निकल कर सामने आई है। मामले में बिहार के पूर्व डीजीपी एस.के सिंघल की सलिप्तता की बात की जा रही है। मामले की जांच कर रही ईओयू की एसआईटी ने इस मामले में केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के तत्कालीन अध्यक्ष सह पूर्व डीजीपी एसके सिंघल को दोषी पाया है। ईओयू के एडीजी ने राज्य के डीजीपी को तमाम सबूतों के साथ सिंघल के खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही प्रारंभ करने की अनुशंसा की है। एडीजी ने डीजीपी को इस बाबत पत्र भेजा है। बताया जा रहा है कि विशेष जांच दल ने अपनी जांच लगभग पूरी कर ली है। उसने पाया है कि पर्षद अध्यक्ष ने लापरवाही के अलावा नियमों एवं मानकों की अनदेखी की। उन्होंने अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन नहीं किया, जिसकी वजह से सुनियोजित तरीके से एक संगठित आपराधिक गिरोह ने पेपर लीक किया। हालांकि, एसआईटी ने जांच में पाया कि तत्कालीन अध्यक्ष के खिलाफ आपराधिक गतिविधि से संबंधित साक्ष्य नहीं मिले हैं। जांच एजेंसी का मानना है कि सिंघल के दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के कारण परीक्षा की कड़ी (चेन ऑफ कस्टडी) की गोपनीयता और सत्यनिष्ठा को बनाए रखने के लिए निर्धारित मानकों की अनदेखी की गई है। इस कारण पेपर लीक हुआ। इसलिए इनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने की अनुशंसा की गई है। इस अनुशंसा के मद्देनजर अब डीजीपी और राज्य सरकार को अंतिम रूप से निर्णय लेना है। जांच के क्रम में एसके सिंघल से ईओयू की टीम तीन से चार बार पूछताछ कर चुकी है। इस दौरान कई तथ्यों पर उन्हें दोषी पाया गया है। गौरतलब है कि बहाली परीक्षा की गोपनीयता, विश्वसनीयता, अखंडता और सुरक्षा की पूरी जिम्मेवारी अध्यक्ष की थी।
राज्य के शहरी निकायों को मिले 826 करोड़, इन क्षेत्रों के विकास में आएगी तेजी

पटना : 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के बाद बिहार को मिली 2023-24 की दूसरी किस्त की राशि से राज्य के शहरी निकायों को कुल 826.50 करोड़ रुपये का सहायक अनुदान उपलब्ध कराया गया है। इसके तहत 18 नगर निगम को 278.29 करोड़, 87 नगर परिषदों को 335.02 करोड़ और 153 नगर पंचायतों को 211.60 करोड़ रुपये दिये गये हैं। नगर विकास एवं आवास विभाग ने इस संबंध में सभी निकायों को सूचित कर दिया है। इनमें से 495.90 करोड़ रुपये टाइड ग्रांट जबकि 330.60 करोड़ रुपये अनटाइड ग्रांट के रूप में मिले हैं।

नियमों के मुताबिक टाइड ग्रांट (आबद्ध अनुदान) के रूप में मिली राशि का 30 प्रतिशत स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और 30 प्रतिशत राशि पेयजल, वर्षा जल संचयन एवं जल पुनर्चक्रण से संबंधित कार्यों पर खर्च किया जाना अनिवार्य है। किसी एक घटक में राशि की पूर्ति हो जाने के बाद टाइड ग्रांट की यह राशि अन्य घटक में उपयोग की जा सकेगी।

निकायों को भेजी गई राशि में पटना को छोड़ अन्य 18 नगर निगम को 278.29 करोड़ का सहायक अनुदान मिला है। इनमें गया नगर निगम को सर्वाधिक 26.01 करोड़, भागलपुर नगर निगम को 21.76 करोड़, मुजफ्फरपुर नगर निगम को 19.36 करोड़, बिहारशरीफ को 18.61 करोड़ एवं दरभंगा, पूर्णिया व सासाराम को 16 करोड़ रुपये से अधिक मिले हैं। इसी तरह, 87 नगर परिषदों को 335.02 करोड़ रुपये मिले हैं। इनमें सबसे अधिक हाजीपुर को 10.72 करोड़, सीवान को 10.59 करोड़ और दानापुर को 10.29 करोड़ रुपये मिले हैं।

जबकि बक्सर, डेहरी डालमियानगर, डुमरांव, खगड़िया, गोगरी जमालपुर, बगहा, बेनीपुर, जमालपुर, जहानाबाद, औरंगाबाद, लखीसराय, जमुई, शेखपुरा, मसौढ़ी, फुलवारीशरीफ, संपतचक, राजगीर व बोधगया नगर परिषद को पांच से आठ करोड़ रुपये तक का सहायक अनुदान मिला है।

इसके अलावा 153 नगर पंचायतों को 211.60 करोड़ रुपये से अधिक मिले हैं। इनमें परसा बाजार, रिविलगंज, सोनपुर, एकमा बाजार, बिक्रम, पालीगंज, सुगौली, धमदाहा, मीरगंज, सरायरंजन, मुसरीघरारी, बहादुरगंज, हथुआ, नरपतगंज, जगदीशपुर, मखदुमपुर, घोषी, बेनीपट्टी, आलमनगर और बौंसी नगर पंचायत को दो करोड़ रुपये या उससे अधिक की राशि मिली है। दानापुर छावनी परिषद को 1.58 करोड़ रुपये उपलब्ध कराया गया है। इससे इलाकों में विकास कार्य तेज होगा।

राजधानी पटना के दो कुख्यात समेत प्रदेश के इन 8 मोस्ट वांटेड अपराधियों के खिलाफ इनाम की घोषणा

डेस्क : बिहार एसटीएफ ने राजधानी पटना के दो कुख्यात समेत प्रदेश के 8 कुख्यात मोस्ट वांटेड अपराधियों के खिलाफ इनाम की घोषणा की है। इसमें पटना के दो अपराधियों के अलावा गया के दो और समस्तीपुर के 4 अपराधी शामिल हैं।

एसटीएफ की ओर से सबसे ज्यादा इनाम पटना के सुल्तानगंज थाना के महेन्द्रू का रहने वाला मो. चांद उर्फ मो. आफताब और समस्तीपुर का वांटेड अपराधी वैशाली के विदुपुर थाना के दाउदपुर का कर्मबीर कुमार उर्फ धरमबीर पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

पटना का कुख्यात चांद 6 कांडों में शामिल हैं। पहले इस पर 50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की गई थी, लेकिन इस बार इस पर इनाम की राशि बढ़ा दी गई है। वहीं, कर्मबीर पर 10 मामले दर्ज हैं। जबकि फतुहा थाना के भिखुआ का रहने वाला बजरंगी यादव पर एक लाख रुपये का इनाम है।

इसके अलावा इस सूची में मुजफ्फरपुर जिला के सकरा थाना के सकरा वाजिद की रहने वाली लापता या अपह्त शालिनी के बारे में सूचना देने वालों को भी 1 लाख का इनाम दिया जाएगा। शेष अन्य सभी अपराधियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित है।

इस फेहरिस्त में गया जिले के दो नक्सली भी शामिल हैं। इसमें जहानाबाद के घोषी थाने के चैति पिपरा का कमलेश रवानी तथा जहानाबाद के हुलासगंज थाने के धरमपुर का अनिल यादव भी शामिल है। समस्तीपुर के वांटेड की सूची में वैशाली के बिदुपुर थाने के दाउदनगर खिलवत का रहने वाला मो. शाहिल और राजा शामिल है।

*मौसम अलर्ट : आज से बदलेगा मौसम का मिजाज, राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में बारिश के आसार*

डेस्क : आज शुक्रवार से राजधानी पटना सहित पूरे प्रदेश में अगले दो दिनों तक मौसम का मिजाज बदलेगा। इस दौरान भारी से हल्की बारिश गरज व तड़क के साथ होने के आसार हैं। इस बाबत मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार आज शुक्रवार को राज्य के पूर्वी और मध्य भागों में गरज-तड़क के साथ हल्की बारिश हो सकती है। वहीं नवादा, गया, जमुई, बांका, मुंगेर और लखीसराय जिले में भारी बारिश होगी। बीते गुरुवार को राजधानी सहित प्रदेश के 34 शहरों के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। पटना के अधिकतम तापमान में 1.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। अधिकतम तापमान 35.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। सबसे गर्म जिला 37.8 डिग्री के साथ मधुबनी रहा।
बिहार में एकबार फिर बड़े पैमाने पर IPS अधिकारियों का तबादला, गृह विभाग ने जारी की अधिसूचना

डेस्क : बिहार में इन दिनों बड़े पैमाने पर अधिकारियों के तबादला का सिलसिला जारी है। पिछले कई IAS/IPS समेत बिहार पुलिस सेवा के अधिकारियों का स्थानांतरण और प्रोन्नति हुई थी। वहीं आज एकबार फिर बड़े पैमाने पर आईपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण-पदस्थापन किया गया है। इस संबंध में गृह विभाग की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है।

गृह विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार कुल 29 पुलिस अधिकारियों स्थानांतरण किया गया है। जिसमें पटना के सभी सिटी एसपी भी शामिल हैं। नगर पुलिस अधीक्षकों को विभिन्न जिलों में एसपी के पद पर पदस्थापित किया गया है।

पटना ग्रामीण के एसपी रोशन कुमार को रोहतास का एसपी बनाया गया है। नगर पुलिस अधीक्षक पूर्वी पटना भारत सोनी को नालंदा का एसपी,पटना मध्य के एसपी चंद्र प्रकाश को जमुई का एसपी बनाया गया है। पटना पश्चिम के एसपी अभिनव धीमान को नवादा एसपी के पद पर पदस्थापित किया गया है। दरभंगा के नगर पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य को पुलिस अधीक्षक बक्सर, अजय कुमार को पुलिस अधीक्षक लखीसराय और पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा बमबम चौधरी को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में एसपी बनाया गया है।

लखीसराय के एसपी पंकज कुमार को पुलिस अधीक्षक राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो में पदस्थापित किया गया है । कार्तिकेय के। शर्मा को पुलिस अधीक्षक पूर्णिया बनाया गया है। कटिहार के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार को पुलिस अधीक्षक कमजोर वर्ग, समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को मुजफ्फरपुर रेल का एसपी बनाया गया है।

औरंगाबाद के एसपी स्वपना गौतम मेश्राम को समादेष्टा बीएमपी-3 गया के पद पर पदस्थापित किया गया है। शैलेश कुमार सिन्हा को शिवहर का एसपी बनाया गया है। पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक उपेंद्रनाथ वर्मा को बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-10 का समादेष्टा बनाया गया है। बिहार सैन्य पुलिस-3 बोधगया के समादेष्टा दीपक रंजन को सहायक पुलिस महा निरीक्षक बिहार विशेष सैन्य पुलिस के पद पर पदस्थापित किया गया है। पदस्थापन की प्रतीक्षा में रहे गौरव मंगला को सहायक पुलिस महा निरीक्षक रेल बनाया गया है। पश्चिम चंपारण के पुलिस अधीक्षक डी। अमरकेश को एसपी साइबर प्रशिक्षण पोर्टल के पद पर पदस्थापित किया गया है।

नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा को समस्तीपुर का एसपी बनाया गया है। शिवहर के पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार राय को बीएमपी -16 का समादेष्टा बनाया गया है। गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात को पुलिस अधीक्षक पूर्वी चंपारण, जमुई के पुलिस अधीक्षक शौर्य सुमन को पुलिस अधीक्षक पश्चिमी चंपारण, रोहतास के पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार को पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा, नवादा के पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल को औरंगाबाद का एसपी बनाया गया है।

भोजपुर के पुलिस अधीक्षक प्रमोद कुमार यादव को एसटीएफ का एसपी बनाया गया है। बक्सर के पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार को केंद्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती में पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वैभव शर्मा को कटिहार का एसपी बनाया गया है। नवजोत सिमी पुलिस अधीक्षक कमजोर वर्ग को पदस्थापन की प्रतीक्षा में रखा गया है। पटना ग्रामीण के एसपी रोशन कुमार को रोहतास का एसपी बनाया गया है। नगर पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरपुर अवधेश दीक्षित को गोपालगंज एसपी के पद पदस्थापित किया गया है।

जेडीयू ने प्रदेश की नई टीम के गठन के बाद अब विभिन्न प्रकोष्ठों में नए अध्यक्ष और प्रभारी किए नियुक्त, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार विधान सभा चुनाव में भले ही अभी एक साल का समय है। लेकिन सभी पार्टियों द्वारा इसकी तैयारी शुरु कर दी गई है। एक तरफ जहां प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने कार्यकर्ताओं को एकजुट करना शुरू कर दिया है तो वहीं सत्ताधारी जेडीयू भी चुनाव को लेकर एक्टिव हो गई है।

जेडीयू ने प्रदेश की नई टीम के गठन के बाद अब विभिन्न प्रकोष्ठों में नए अध्यक्ष और प्रभारी की नियुक्ति की है। जेडीयू ने राज्य की सभी 243 सीटों के लिए विधानसभा प्रभारियों को नियुक्त किया है। इस संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने पत्र जारी कर किया है।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा द्वारा जारी पत्र के अनुसार भारती मेहता को महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि पूर्व मंत्री डॉ। रंजू गीता को प्रभारी नियुक्त किया गया है।

राधेश्याम को छात्र जदयू का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव को छात्र प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अशरफ अंसारी को बनाया गया है, जबकि मेजर इकबाल हैदर प्रभारी होंगे।

पूर्व सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी को अति पिछड़ा प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। मनीष कुमार को युवा प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष, जबकि वशिष्ठ सिंह को प्रभारी बनाया गया है।

राजेश त्यागी को अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाया गया है,पूर्व विधायक अरुण मांझी इसके प्रभारी होंगे। सुरेंद्र उरांव को अनुसूचित जनजाति का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। मनोज कुमार को किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।

धनजी प्रसाद व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष जबकि विधान पार्षद ललन सर्राफ को प्रभारी का दायित्व दिया गया है। राम चरित्र प्रसाद को तकनीकी प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। सुनील कुमार को शिक्षा प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष जबकि नीतीश पटेल को मीडिया प्रकोष्ठ का प्रभारी बनाया गया है। वहीं डॉक्टर एन एल बी सिंह चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष होंगे।